Candlestick patterns सीखकर बनें शेयर मार्केट के अंबानी?
प्रिय पाठकों, यदि आप स्टॉक ट्रेडिंग में एक्सपर्ट बनना चाहते हैं। तो आपको Candlestick patterns का सम्पूर्ण ज्ञान होना जरूरी है। अगर आपको यह पता हो कि इस तरह का कैंडलस्टिक पैटर्न बनने पर प्राइस ऊपर जाता है और इस तरह का कैंडलस्टिक पैटर्न बनने पर प्राइस नीचे आता है।
जरा सोचिए इस जानकारी का उपयोग करके आप शेयर मार्केट से कितना पैसा कमा सकते हैं। ये आर्टिकल इसी बारे में है कि कैंडलेस्टिक पेटर्न का उपयोग करके आप Share market से पैसा कैसे कमा सकते हैं? आइए जानते हैं- कैंडलस्टिक पैटर्न सीखकर बनें शेयर मार्केट के अंबानी? Candlestick pattern analysis become Ambani in Hindi.
यूं तो कैंडलेस्टिक पेटर्न कई प्रकार के होते हैं परंतु इस आर्टिकल में, मैं आपको ऐसे कई कैंडलेस्टिक पेटर्न के बारे में बता रही हूं जिससे आप यह जान सकते हैं कि प्राइस ऊपर जाएगा या ना नीचे।
अगर आप कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न्स का एक्सपर्ट बनना चाहते हैं तो आप परमेश जैन द्वारा लिखित बुक ट्रेडिंग चार्ट पैटर्न को जरूर पढ़ना चाहिए।
इनके नाम है- हैमर कैंडलेस्टिक पेटर्न, हैंगिंग मैन कैंडलेस्टिक पेटर्न, इनवर्टेड हैमर पैटर्न, शूटिंग स्टार, बुलिश एंगलफिंग पैटर्न,बेयरिश एंगलफिंग कैंडलस्टिक पैटर्न आदि। इस आर्टिकल में यही बताया गया है कि कैसे कैंडलेस्टिक पैटर्न सीखकर शेयर मार्केट से पैसे कमाए और Ambani की तरह रईस बनें। कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न क्या है
हैमर कैंडलेस्टिक पैटर्न
जैसा कि नाम से ही पता चलता है हैमर यानी हथोड़ा इसकी शेप भी हथौड़ा जैसी ही होती है। इसकी जो ऊपर की छोटी सी डंडी होती है, उसे अपर विक कहा जाता है। और जो नीचे की लम्बी सी डंडी होती है। उसे लोअर विक कहा जाता है, बीच के पार्ट को बॉडी कहा जाता है। Hammer candlestick pattern के बनते वक्त ऐसी चार स्थितियां होती हैं जिनके आधार पर माना जाता है कि यह हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न है।1. शेयर डाउनट्रेंड में होना चाहिए यानी कि शेयर का प्राइस गिरता हुआ होना चाहिए। अगर शेयर का प्राइस बढ़ रहा है तो आप इसे हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न का सिग्नल नहीं मान सकते। यानी कि यह हैमर का सिग्नल नहीं है।Doji, Marubozu, Spinning Tops
2. किसी भी कैंडल के हैमर कैंडलेस्टिक पैटर्न बनने के लिए उसकी अपर विक बहुत छोटी या बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए। इसकी लोअर विक, इसकी, बॉडी के साइज से दोगुनी या इससे भी ज्यादा होना चाहिए। उपर्युक्त इमेज में इसी तरह की विक दिखाई दे रही है, इसलिए यह एक Hammer Candlestick pattern है।
3. कैंडल हरे रंग की भी हो सकती है और लाल रंग की भी हो सकती है। हरी कैंडल ज्यादा सही मानी जाती है लेकिन लाल कैंडल को भी हैमर ही माना जाता है। इमेज में काले रंग की कैंडल का मतलब लाल तथा हरे रंग की कैंडल का मतलब सफेद कैंडल से है।
4. Hammer candle बनने के बाद, उसकी अगली कैंडल, हैमर कैंडल से ऊपर बननी चाहिए। तभी पहली कैंडल को हैमर सिग्नल माना जाता है। यदि वह उसके नीचे बनती है तो उसे हैमर सिग्नल नहीं माना जायेगा। ईएमए
जब हैमर कैंडलेस्टिक पैटर्न की अगली कैंडल हाई बनाती है तो उसे Hammer candlestick pattern का सही सिग्नल माना जाता है। यदि पैटर्न में यह चारों कंडीशन एक साथ है। तो उससे Hammer Candlestick Pattern बनता है, इसका मतलब अब ट्रेंड (trend) हो सकता है।
यानी कि डाउनट्रेंड खत्म हो सकता है और अब अपट्रेंड स्टार्ट हो सकता है। यहां पर खरीदारी की जा सकती है। इसमें स्टॉप-लॉस हैमर वाली कैंडल के लो प्राइस का लगाना है। current market price
हैंगिंग मैन कैंडलेस्टिक पैटर्न
Hanging man candlestick pattern देखने में तो बिल्कुल हैमर कैंडलेस्टिक पैटर्न जैसा ही दिखाई देता है। लेकिन यह बीयरिश सिग्नल देता है। यानी कि इस पैटर्न के बनने के बाद शेयर का प्राइस गिर सकता है। हैंगिंग मैन कैंडलेस्टिक पेटर्न के लिए भी चार कंडीशन का होना जरूरी होता है।1. स्टॉक का प्राइस अपट्रेंड में होना चाहिए, यानी कि शेयर की प्राइस बढ़ रही होनी चाहिए।
2. इसमें भी हैमर पैटर्न की ही तरह अपर विक छोटी और लोअर विक लम्बी होनी चाहिए। तभी यह हैमर पैटर्न की तरह दिखाई देगा Hammer Hanging man
3. इसमें भी कैंडल हरी और लाल दोनों रंग की हो सकती है। यदि कैंडल लाल रंग की हो तो सिग्नल ज्यादा स्ट्रांग माना जाता है क्योंकि यह बेयरिश सिग्नल देता है।
4. Hanging man pattern बनने के बाद अगली कैंडल हैंगिंग मैन के नीचे बननी चाहिए। जब यह चारों कंडीशन बनती हैं तो इसका मतलब ट्रेंड चेंज होने वाला है। अभी तक शेयर की प्राइस बढ़ रही थी लेकिन अब गिर सकती है। यह एक Bearish reversal signal सिग्नल है। यहां पर आप मार्केट में शार्ट-सेल की पोजीशन बना सकते हैं।
इसमें शार्ट सेल पोजीशन तब बनानी चाहिए। जब दूसरी कैंडल, पहली हैंगिंग मैन कैंडल के लो प्राइस को तोड़ देगी। इसमें स्टॉप लॉस पहली कैंडल के हाई प्राइस का होना चाहिए। हैंगिंग मैंन और हैमर में अंतर, आप इस तरह कर सकते हैं कि हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न डाउन ट्रेंड में बनता है और खरीदारी का सिग्नल देता है। जबकि हैंगिंग मेन पैटर्न अपट्रेंड में बनता है और सेल का सिग्नल देता है।
इनवर्टेड हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न
इनवर्टेड हैमर का मतलब होता है उल्टा, यानी कि यह एक उल्टा हैमर है। इसका केवल नाम उल्टा है परंतु इसका काम बिल्कुल हैमर पैटर्न जैसा ही है। हैमर पैटर्न में अपर विक छोटी होती है तथा लोअर विक लंबी होती है। जबकि इनवर्टेड हैमर में अपर विक लंबी होती है तथा लोअर विक छोटी होती है। ओएनडीसीतभी यह हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न जैसा दिखाई देता है। एक कैंडलस्टिक पैटर्न को इनवर्टेड हैमर पैटर्न बनने के लिए निम्नलिखित चार कंडीशन होनी चाहिए। बुलिश एंगल्फिंग पैटर्न
1.शेयर डाउनट्रेंड में होना चाहिए यानी कि शेयर के प्राइस गिर रहे होने चाहिए।
2. इसमें अपर विक लंबी होनी चाहिए, जबकि लोार विक छोटी या बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए। यही एक अंतर है, हैमर और इनवर्टेड हैमर में।
3. कंडीशन भी हैमर पैटर्न की ही तरह है, यानी कि कैंडल हरी या लाल किसी भी रंग की हो सकती है। लेकिन अगर कैंडल हरे रंग की होगी, तो सिग्नल ज्यादा स्ट्रांग होगा।
4. सिग्नल, इनवर्टेड हैमर बनने के बाद अगली कैंडल, पहली कैंडल से हाई बननी चाहिए। जब किसी भी कैंडल के साथ यह चार कंडीशन जुडी हो तभी Inverted Hammer candlestick Pattern बनता है। यह बुलिश रिवर्सल सिग्नल देता है, यानि यहाँ से शेयर का गिरता हुआ प्राइस, बढ़ सकता है।
यहां पर शेयर खरीदा जा सकता है। खरीदारी इनवर्टेड हैमर बनने के बाद जो नेक्स्ट कैंडल बनती है, आपको वहां पर खरीदारी करनी चाहिए। स्टॉप लॉस पहली कैंडल का लोएस्ट प्राइस का होना चाहिए। एडवांस/डिक्लाइन रेश्यो
शूटिंग स्टार Candlestick Pattern
Shooting star देखने में बिल्कुल इनवर्टेड हैमर जैसा होता है, परंतु इसमें फर्क सिर्फ इतना होता है। यह अपट्रेंड में बनता है और बेयरिश सिग्नल देता है। जबकि इनवर्टेड हैमर डाउनट्रेंड में बनता है और बुलिश सिग्नल देता है।शूटिंग स्टार बनने के बाद यह भी निम्नलिखित चार कंडीशन का होना बहुत जरूरी है।
- शेयर अपट्रेंड में होना चाहिए यानी शेयर की प्राइस बढ़ रही होनी चाहिए। तब शूटिंग स्टार बनता है जबकि इनवर्टेड हैमर तब बनता है जब शेयर की प्राइस गिर रही होती है यानी शेयर डाउनट्रेंड में होता है।
- शूटिंग स्टार में अपर विक लंबी होती है और लोअर विक छोटी होती है। बिल्कुल इनवर्टेड हैमर की तरह। ट्वीज़र टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न
- Shooting star कैंडल लाल या हरे रंग में से किसी रंग की हो सकती है।लेकिन यदि कैंडल लाल रंग की हो तो, सिग्नल ज्यादा स्ट्रांग माना जाता है। क्योंकि लाल रंग बेयरिश सिग्नल देता है।
- शूटिंग स्टार कैंडल के बाद जो अगली कैंडल बनती है। वह उससे नीचे बननी चाहिए क्योंकि यह शेयर की प्राइस को नीचे गिरने का सिग्नल होता है।
बुलिश एंगलफिन्ग कैंडलेस्टिक पैटर्न
जैसा कि नाम से ही पता चलता है, Bullish engulfing candlestick patter यह तेजी का सिग्नल देता है। जब भी शेयर मार्केट डाउनट्रेंड में होता है और जब भी कभी रेड कैंडल के बाद ग्रीन रंग की कैंडल बनती है। जो लाल रंग की कैंडल को पूरी तरह ढक लेती है उसे बुलिश एंगलफिंग कैंडलेस्टिक पैटर्न कहते हैं। ट्वीज़र्स बॉटम कैंडलस्टिक पैटर्नइसमें अगले दिन बनने वाली हरे रंग की कैंडल पहले दिन बनने वाली लाल रंग की कैंडल के नीचे ओपन होती है और ऊपर बंद होती है। जब भी कभी इस तरह का पैटर्न बनता है उसे बुलिश एंगलफिंग कैंडलस्टिक पैटर्न कहते हैं। बेयरिश एंगल्फिंग पैटर्न क्या है
इस पैटर्न के बनने के बाद, यहां से शेयर का प्राइस बढ़ सकता है। आप यहां पर खरीदारी कर सकते हैं, यानी लॉन्ग पोजीशन बना सकते हैं। यदि आप यहां पर शेयर खरीदना चाहते हैं तो आपको हरी कैंडल बनने के अगले दिन जब उससे भी बड़ी कैंडल बने। तब खरीदारी करना चाहिए तथा स्टॉप लॉस पहली हरी कैंडल के लोएस्ट पॉइंट पर लगाना चाहिए।
बीयरिश एंगलफिंग कैंडलेस्टिक पैटर्न
बेयरिश एंगलफिंग कैंडलस्टिक पैटर्न, बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न का बिल्कुल उल्टा पैटर्न है। यह बेयरिश सिग्नल देता है, यानी कि इस सिग्नल के बनने के बाद शेयर की प्राइस गिर सकती है। जब भी शेयर का प्राइस बढ़ रहा होता है, तब हरी कैंडल के बाद एक लाल रंग की कैंडल बनती है।जोकि हरे रंग की कैंडल को पूरा कवर कर लेती है यानी इनगल्फ (मारना, खा जाना) कर लेती है। तब जो पैटर्न बनता है उसे Bearish engulfing candlestick pattern कहते हैं। शेयर बाजार का कड़वा सच
इस पैटर्न के बनने के बाद शेयर की प्राइस गिर सकती है। यदि आप चाहें तो यहां पर शॉर्ट सेल कर सकते हैं, यदि आप यहाँ पर शार्ट सेल की पोजीशन लेना चाह रहे हैं। तब आपको लाल कैंडल के बाद जो अगली कैंडल बनती है। वहाँ पर शार्ट सेल करना चाहिए तथा स्टॉप लॉस हरी कैंडल के हाई प्राइस का लगाना चाहिए।
आज आपने इस आर्टिकल सीखा कि कैसे Candlestick pattern analysis करके trade में कब एंट्री करनी चाहिए और कब एग्जिट करना चाहिए। कैंडलस्टिक पैटर्न से आप यह पता लगा सकते हैं। इन छह प्रकार के कैंडलेस्टिक पैटर्न जिन का उपयोग करके आप पता लगा सकते हैं कि शेयर की प्राइस नीचे जाएगी या ऊपर। इस तरह आप share trading करके मुनाफा कमा सकते हैं। एवरेज ट्रू रेंज
इसके अलावा और भी बहुत सारे कैंडलेस्टिक पैटर्न हैं. आगे भी मैं इनके ऊपर आर्टिकल लिखने की कोशिश करूंगी। कैंडलेस्टिक पैटर्न, शेयर मार्केट, कमोडिटी मार्केट, करेंसी, और क्रिप्टोकरेंसी के चार्ट पर भी समान रूप से लागू होते हैं, वहां पर भी आप इनका उपयोग कर सकते हैं।
उम्मीद है, अब आप जान गए होंगे कि कैंडलस्टिक पैटर्न सीखकर बनें शेयर मार्केट के अंबानी?अगर आपको यह Candlestick pattern analysis in Hindi. आर्टिकल पसंद आया हो सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। ऐसी ही ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए इस साइट को जरूर सब्स्क्राइब करें। आप किस टॉपिक पर आर्टिकल पढ़ना चाहते है तो प्लीज कमेंट बॉक्स मेंकमेंट जरूर लिखें। आप मुझे फेसबुक पर भी फॉलो कर सकते हैं।
इस पैटर्न के बनने के बाद शेयर की प्राइस गिर सकती है। यदि आप चाहें तो यहां पर शॉर्ट सेल कर सकते हैं, यदि आप यहाँ पर शार्ट सेल की पोजीशन लेना चाह रहे हैं। तब आपको लाल कैंडल के बाद जो अगली कैंडल बनती है। वहाँ पर शार्ट सेल करना चाहिए तथा स्टॉप लॉस हरी कैंडल के हाई प्राइस का लगाना चाहिए।
आज आपने इस आर्टिकल सीखा कि कैसे Candlestick pattern analysis करके trade में कब एंट्री करनी चाहिए और कब एग्जिट करना चाहिए। कैंडलस्टिक पैटर्न से आप यह पता लगा सकते हैं। इन छह प्रकार के कैंडलेस्टिक पैटर्न जिन का उपयोग करके आप पता लगा सकते हैं कि शेयर की प्राइस नीचे जाएगी या ऊपर। इस तरह आप share trading करके मुनाफा कमा सकते हैं। एवरेज ट्रू रेंज
इसके अलावा और भी बहुत सारे कैंडलेस्टिक पैटर्न हैं. आगे भी मैं इनके ऊपर आर्टिकल लिखने की कोशिश करूंगी। कैंडलेस्टिक पैटर्न, शेयर मार्केट, कमोडिटी मार्केट, करेंसी, और क्रिप्टोकरेंसी के चार्ट पर भी समान रूप से लागू होते हैं, वहां पर भी आप इनका उपयोग कर सकते हैं।
उम्मीद है, अब आप जान गए होंगे कि कैंडलस्टिक पैटर्न सीखकर बनें शेयर मार्केट के अंबानी?अगर आपको यह Candlestick pattern analysis in Hindi. आर्टिकल पसंद आया हो सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। ऐसी ही ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए इस साइट को जरूर सब्स्क्राइब करें। आप किस टॉपिक पर आर्टिकल पढ़ना चाहते है तो प्लीज कमेंट बॉक्स मेंकमेंट जरूर लिखें। आप मुझे फेसबुक पर भी फॉलो कर सकते हैं।
,
Thanks for sharing Article. Please Click Trading website in India
जवाब देंहटाएंvaluable article thanks you
जवाब देंहटाएं