Trading Discipline: डिसिप्लिन के साथ शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे करें?

प्रत्येक ट्रेड एक्सीक्यूट करने से पहले ट्रेडर के माइंड में एक फिक्स प्लान होता है और होना भी चाहिए। इस प्लान में स्टॉप-लॉस के साथ ट्रेड में एंट्री और एग्जिट प्राइस का अनुमान भी शामिल होता है। इसी को ट्रेडिंग डिसिप्लिन कहते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं- डिसिप्लिन के साथ शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कैसे करें? Trading Discipline in Stock market in Hindi.

स्टॉक ट्रेडिंग से पैसे कमाना आसान काम नहीं है। शेयर मार्केट में करीब 90% ट्रेडर ट्रेडिंग में नुकसान करते हैं। जिससे वह मार्केट को छोड़कर दूसरे सुरक्षित कामों की तरफ मुड़ जाते हैं। Trading Discipline में एक ट्रेडिंग प्लान होता है जिसका ट्रेडर को सख्ती से पालन करना होता है।                                                                                    
Trading Discipline
डिसिप्लिन के साथ शेयर मार्केट में ट्रेडिंग
दि आप एक सफल स्टॉक ट्रेडर बनना चाहते हैं तो आप अंकित गाला और जितेंद्र गाला द्वारा लिखित इंट्राडे ट्रेडिंग की पहचान बुक पढ़ सकते हैं। 

ट्रेडिंग डिसिप्लिन क्या है?

अनुशासन किसी भी सफल कार्य का आधार है, और ट्रेडिंग भी इसका अपवाद नहीं है। यह सबसे पहले अपनी खुद की ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी और रिस्क मैनेजमेंट के सिद्धांतों का पालन करने से आता है। अक्सर शेयर मार्केट में होने वाली वौलेटिलिटी के कारण, शेयर प्राइस में होने वाले अप्रत्याशित बदलावों के लिए जल्दबाजी में इमोशनल तीव्रता से प्रेरित निर्णय हो जाते हैं। 

जिनके कारण ट्रेडर्स को भरी नुकसान का सामना करना पड़ता है। ट्रेडिंग डिसिप्लिन के द्वारा आप ट्रेडिंग के दौरान अपनी भावनाओ पर कंट्रोल करना सीख जाते हैं। ऑप्शंस ट्रेडिंग

ट्रेडिंग के लिए एक शिड्यूल बनाये, उसमे ट्रेड में एंटर और एग्जिट करने के सिग्नल लिखें। यानि आपको कब ट्रेड लेना है और कब ट्रेड से बाहर निकलना है। ट्रेड लेने से पहले ही प्रॉफिट फिक्स होना चाहिए। साथ ही स्टॉप-लॉस ऑर्डर और Take profit orders के द्वारा प्रॉपर रिस्क मैनेजमेंट करना चाहिए। 

यदि आप ट्रेडिंग प्लान का सख्ती से पालन करें तो 10% सफल बड़े ट्रेडर्स में शामिल हो सकते हैं। स्टॉक ट्रेडिंग में सफलता पाना बहुत कठिन है। लगातार प्रॉफिटेबल ट्रेड करने वाले ट्रेडर्स रेयर होते हैं, जिनमें खास गुण होते हैं। Stock trading में लगातार प्रॉफिट कमाने वाले ट्रेडर्स ट्रेडिंग रूल्स का हमेशा ट्रेडिंग के दौरान पालन करते हैं। 
  1. ट्रेडिंग से पैसे कमाना कठिन काम है, सफल ट्रेडर्स में विशिष्ट दुर्लभ गुण होते हैं, वे मार्केट को फील करते हैं। 
  2. ऐसा अनुमान है कि 80% ट्रेडर्स नुकसान करते हैं किसके कारण वे मार्केट को छोड़ देते हैं। 
  3. ट्रेडिंग में सफल होने की केवल एक कुंजी है, ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी खोजे, जिसमे नुकसान से ज्यादा प्रॉफिट हो। 
  4. बहुत सारे ट्रेडर्स इसलिए Stock trading में असफल हो जाते हैं क्योंकि उनकी स्ट्रेटजी मार्केट की बदलती परिस्थितियों के अनुरूप बदल नहीं पाती है। 
  5. सफल ट्रेडर्स प्रॉफिट कमाने के क्लासिक नियमों पर हमेशा अपनी तेज निगाह गड़ाए रहते हैं और उनका पालन भी करता है।  

ट्रेडिंग डिसिप्लिन के द्वारा ट्रेडिंग में प्रोफेबिल्टी कैसे बनाये रखें? 

Stock trading में लम्बे समय तक प्रोफेबिल्टी को बनाये रखने के लिए दो तरह की स्किल का होना जरूरी है। सबसे पहले ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी की पहचान करें, जो नुकसान से ज्यादा प्रॉफिट देती हो। ऐसी स्ट्रेटजी को अपने ट्रेडिंग प्लान का हिस्सा बनाए। 

दूसरा ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी का चयन करें, जिससे  Stock Market में तेजी हो या मंदी ट्रेडर को प्रॉफिट ही होना चाहिए। सरल भाषा में कहें तो बहुत से ट्रेडर्स को पता होता है कि स्ट्रॉग डाउनट्रेंड या स्ट्रॉग अपट्रेंड में पैसा कैसे बनता है। ऐसे ट्रेडर्स लॉन्ग-टर्म में विफल हो जाते हैं क्योंकि मार्केट ट्रेंड के बदले पर उनकी स्ट्रेटजी फेल हो जाती है और उनको नुकसान हो जाता है। 

अधिकांश रिटेल ट्रेडर्स की Trading Strategy मार्केट के ट्रेंड में अचानक होने वाले परिवर्तनों के अनुसार चेंज नहीं हो पाती है। इसलिए उनको नुकसान होता है। आपको ऐसी स्ट्रेटजी को फॉलो नहीं करना चाहिए। 

आपको लगातार और लम्बे समय तक  प्रॉफिट कमाने वाले जो 10% या 11% ट्रेडर्स हैं उनके ग्रुप में शामिल होना चाहिए। इसके लिए आपको ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी को खोजना चाहिए जो लम्बे समय तक प्रॉफिट दे सके। 

आपको नुकसान उठाने वाले ट्रेडर की भीड़ से अलग होना होगा। फिर ट्रेडिंग में सफलता पाने के लिए एक योजना की शुरुआत करें। उसके बाद लगातार प्रॉफिट कमाने वाले ट्रेडर्स के द्वारा अपनाये जाने वाले नियमों को आप भी फॉलो करें।

Trading Discipline  in Stock Trading में लगातार प्रॉफिट कमाने वाले ट्रेडर्स के द्वारा फॉलो किये जाने वाले नियम निम्नलिखित हैं-  

अपने अनुशासन को बनाये रखें 

Trading Discipline को आप किसी सेमिनार में नहीं सीख सकते और ना ही किसी महँगे सॉफ्टवेयर में ट्रेडिंग अनुशासन होता है। ट्रेडिंग डिसिप्लिन अनुशासन से आता है और यह खुद बनाना पड़ता है। स्टॉक ट्रेडर्स अपने आत्म-नियंत्रण की कमी की भरपाई करने के लिए लाखों रूपये खर्च करते हैं। 

ट्रेडिंग डिसिप्लिन सीखने के लिए ट्रेडर को आत्म-नियंत्रण की जरूरत होती है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि  यदि आपको अपने ट्रेडिंग प्लान पर पूरा भरोसा है। तो उस प्लान पर बने रहने के लिए आपमें अनुशासन होना चाहिए। 

भीड़ का अनुसरण न करें 

Stock trading में लम्बे समय तक प्रॉफिटेबल बने रहने के लिए आपको भीड़ से आगे रहना चाहिए या भीड़ के पीछे रहें। कभी भी भीड़ के साथ नहीं रहना चाहिए क्योंकि प्रॉफिट कमाने वाले 10% ट्रेडर्स भीड़ को टार्गेट करके ही अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी बनाते हैं। स्टॉक बोर्ड और चैट रूम से दूर रहें क्योंकि यहाँ कम गंभीर लोग रहते हैं और इनमें से कुछ के गुप्त रहस्य हो सकते हैं। जिसके अनुसार ही वे अपने विचार व्यक्त करेंगे। 

अपने ट्रेडिंग प्लान की समीक्षा करते रहें 

अपने Trading Plan की साप्ताहिक और मासिक आधार पर समीक्षा करते रहें, जिसमें से खराब चीजों को बाहर करते रहें और नये अच्छे विचारों को शामिल करते रहें। अपने शेयर ट्रेडिंग प्लान को पढ़ें और कल्पना करें कि यदि आप किसी खराब पोजीशन में फंस जाते हैं तो उससे कैसे बाहर निकलेंगे। 

सफल ट्रेडर्स अपनी स्ट्रेटजी को परफेक्ट बनाने के लिए घंटों-घंटों तैयारी करते हैं अगर आपकी तैयारी उनसे कम होगी तो आप प्रॉफिट नहीं पाएंगे। लम्बे समय तक ट्रेडिंग में सफल रहने का एकमात्र तरीका हार्डवर्क और Trading Discipline ही है।  

मेजोरिटी ट्रेडर्स को फॉलो करने वाले ट्रेडर शायद ही कभी प्रॉफिट कमा पाते हैं। जब आप एक परफेक्ट ट्रेडिंग सेटअप देखते हैं तो आपको यह भी पता होना चाहिए कि हर कोई उसी सेटअप को देख रहा है। यदि आप ट्रेडर्स की भीड को फॉलो करोगे तो आपका असफल होना निश्चित है। 

ट्रेडिंग के दौरान जब भी आपकी ट्रेडिंग पोजीशन आपके अनुमान के अनुरूप ना चले। तो ऐसी स्थिति में अपनी पोजीशन से बाहर निकलने के लिए अपने ट्रेडिंग रूल्स बनाइये। गलत पोजीशन में फँसने पर अपने ट्रेडिंग रूल्स के अनुसार अपनी पोजीशन से बाहर निकले। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो इसका मतलब आपने अपना Trading Discipline तोड़ दिया है। अपने लिए आपने पहले से भी अधिक नुकसान का दरवाजा खोल दिया है।

मार्केट टिप्स देने वाले एक्सपर्ट की सलाह पर Stock trading ना करें क्योंकि आपका पैसा मार्केट में लगा है उनका नहीं। ये भी हो सकता है कि मार्केट एक्सपर्ट की खुद की कोई पोजीशन हों जिनके हिसाब से वो ट्रेडिंग टिप्स दे रहें हो। इसलिय फ्री की टिप्स देने वालों से सावधान रहें। फाल्स ब्रेकआउट

ट्रेडिंग आपके दिमाग के गणितीय और कलात्मक पक्षों का उपयोग करता है। इसलिए लम्बे समय तक ट्रेडिंग में सफल होने के लिए इन दोनों को सुधारे और अपने सहज ज्ञान का प्रयोग ट्रेडिंग के लिए करें। साथ ही अपने दिमाग को शांत रखने के लिए योग, मेडिटेशन, सैर आदि भी करें। 

आपके निजी जीवन में जो कुछ भी गलत है वह अंततः आपके ट्रेडिंग प्रदर्शन में शामिल हो जायेगा। यह आपके ट्रेडिंग कैरियर के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए अपनी ट्रेडिंग जरूरतों और अपनी निजी जरूरतों को अलग-अलग रखें। दोनों का ध्यान रखें। फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस 

बराबरी करने की कोशिश ना करें 

ड्रॉडाउन (ट्रेडिंग में लगातार नुकसान होना) ट्रेडर्स के जीवन का एक जरूरी हिस्सा होता है। उसे शालीनता से स्वीकार करें। जिन ट्रेडिंग स्ट्रेटजी से आपको बार-बार प्रॉफिट होता है या जिन्हें आप अच्छे से यूज करना जानते हैं।

उन ट्रेडिंग स्ट्रेटजी से चिपके रहें, बार-बार स्ट्रेटजी ना बदलें। अंततः यही स्ट्रेटजी आपके प्रदर्शन को वापस ट्रेक पर लाएगी। Trading Discipline का अवश्य पालन करें। अधिक Stock trading करके ट्रडिंग में हुए नुकसान को कम करने की कोशिश ना करें। 

ट्रेडिंग में नुकसान से बचने के लिए ट्रेड लेने से पहले मार्केट और स्टॉक्स या इंडेक्स का टेक्निकल एनालिसिस करें। इससे मिलने वाले सिग्नल को इग्नोर ना करें। ऐसा करके आप संभावित ट्रेंड रिवर्सल को जल्दी भांप सकते हैं और नुकसान की आशंका को कम कर सकते हैं। 

कुछ ट्रेडर्स अपनी ट्रेडिंग स्किल को बढ़ाने के बजाय मँहगे सॉफ्टवेयर के द्वारा जैनरेट किये जाने वाले Buy-Sell के सिग्नल  पर ज्यादा भरोसा करते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है, ये टूल्स आपके बहुमूल्य ट्रेडिंग ज्ञान और अनुभव का मुकाबला नहीं कर सकते हैं। आपको ऐसे ट्रेडिंग टूल्स का उपयोग करना चाहिए जो आपके ट्रेडिंग प्लान के साथ फिट बैठें। अंततः निर्णय आप ही लेने वाले हैं। 

यह बहुत स्वभाविक है कि आप मार्केट के अपने हीरो को फॉलो करना चाहेंगे। लेकिन यह Share market में नुकसान करने का बहुत बड़ा कारण भी है। मार्केट में दूसरों को फॉलो करने के बजाय आप अपने ट्रेडिंग कौशल, रिस्क उठाने की क्षमता के साथ-साथ Trading Discipline को अपनाये। 

स्टॉक ट्रेडिंग में नुकसान करने वाले ज्यादातर ट्रेडर्स ऐसे गुप्त फॉर्मूले की तलाश में रहते हैं। जिसके द्वारा वे मार्केट से अथाह पैसे कमा सकें, जबकि वास्तव में कोई ऐसा रहस्य नहीं है। सफलता की राह हमेशा सावधानीपूर्वक स्टॉक्स का चुनाव, प्रभावी रिस्क मैनेजमेंट और प्रॉफिट लेने के कौशल पर निर्भर करती है। 

यदि आप सोचते हैं कि आप मंथली तनख्वाह की तरह ट्रेडिंग से पैसा कमा लेगें। तो इस मानसिकता को तुरंत खत्म करना चाहिए। ट्रेडिंग से महीनें या सप्ताह में अपने अनुमान के अनुसार प्रॉफिट कमाने की आदत, आपके ट्रेडिंग के नेचुरल फ्लो को प्रभावित करेगी। 

आंकड़े बताते हैं कि स्टॉक ट्रेडिंग का अधिकांश प्रॉफिट वर्ष के केवल कुछ दिनों में ही कमाया जाता है। इसलिए शेयर ट्रेडिंग में ट्रेडिंग डिसिप्लिन रखना बहुत ही  जरूरी है। 

जब आपका ट्रेड आपके अनुमान के अनुसार चल रहा होता है। तब आपका खुश होना अच्छी बात है। लेकिन जब तक आप अपनी पोजीशन को कवर या बंद नहीं करते हैं। यह मार्केट का कड़वा सच है कि तब तक पैसा आपका नहीं है। 

अतः जितनी जल्दी हो सके, उतनी जल्दी ट्रेलिंग स्टॉप लॉस या पार्शियल प्रॉफिट के साथ अपने प्रॉफिट को लॉक कर लेना चाहिए। जब तक मार्केट के छुपे हुए हाथ, अंतिम समय में आपके प्रॉफिट को हड़प ना लें। उससे पहले ही आपको अपने प्रॉफिट को बुक कर लेना चाहिए। 

सबसे पहले प्राइस एक्शन पर फोकस करें, यह समझते हुए कि बाकी सब इसके बाद है क्योंकि प्राइस ही सब कुछ है। उसके बाद टेक्निकल इंडिकेटर यूज करें यह समझने के लिए कि वे प्राइस एक्शन को कन्फर्म कर रहे हैं अथवा नहीं। आप इनको समझकर अपने ट्रेड के बारे में एंट्री और एग्जिट का निर्णय करें। 

ट्रेडिंग एक ऐसा प्रोफेशन है जिसमे करीब-करीब रोज नुकसान करने के बाद ही सफलता मिलती है। प्रत्येक ट्रेड में होने वाले नुकसान से आपको कोई न कोई सीख मिलती है। अगर आप उससे मिलने वाली सीख पर ध्यान देंगे और Trading Discipline  in Stock Trading अपनाएँगे। उसके बाद ही आप प्रॉफिट कमाने में सक्षम हो पायेंगे।  
आपको यह भी सीखना चाहिए कि कब ट्रेडिंग को बंद करना है और कब ब्रेक लेना है। ट्रेडिंग से होने वाले नुकसान को स्वीकारना सीखें फिर से तैयार होने के लिए समय निकालें। दोबारा नए दृष्टिकोण के साथ मार्केट में आये। मार्किट टर्म्स को सीखें उनका मतलब समझें। 

ट्रेडिंग की लत से बचें  

एक्टिव ट्रेडिंग से ट्रेडर्स की बॉडी में एड्रेनालाईन और एंडोर्फिन्स हार्मोन्स रिलीज होते हैं। जब आपको ट्रेडिंग में नुकसान होता हैं। तब एड्रेनालाईन और एंडोर्फिन्स हार्मोन्स आपकी बॉडी में उत्साह की भावना भरते हैं। यह एक तरह से नशे की लत की तरह ही है। 

जिसके कारण ट्रेडर्स ट्रेडिंग में गलत फैसले लेते हैं और उनको नुकसान होता रहता है। यदि आप भी Stock trading रश और उत्तेजना के लिए कर रहे हैं तो यह गलत है इसे तुरंत छोड़ें। इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग में डायवर्सिफिकेशन और Trading Discipline बहुत जरूरी है। 

ट्रेडिंग के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न FAQs-

क्या नये ट्रेडर्स असफल होते हैं? 

हाँ, अधिकांश नये और इंट्राडे ट्रेडर्स, ट्रेडिंग में नुकसान करते हैं। ट्रेडिंग शुरू के कुछ समय बाद नये और इंट्राडे ट्रेडर्स असफल होते हैं। 

क्या इन्वेस्टर्स स्टॉक्स चुनकर मार्केट से अच्छा रिटर्न कमा सकते हैं? 

ऐसा नहीं लगता क्योंकि छोटी अवधि में एक्टिव ट्रेडिंग स्ट्रेटजीज में लागत (ब्रोकरेज, टैक्स आदि) काफी बढ़ जाती है। लम्बी अवधि के लिए स्टॉक्स या इंडेक्स में इन्वेस्ट करके होल्ड करने पर ब्रोकरेज और टैक्स का चार्ज काफी कम लगता है। यही स्ट्रेटजी सर्वोत्तम प्रतीत होती है। 

ट्रेडर्स के ऐसे बिहेविरियल पूर्वाग्रह क्या हैं जिनके कारण उनका नुकसान और बढ़ता है? 

ट्रेडर्स के पैसे को लेकर ऐसे कई बिहेवरियल साइकोलॉजिकल पूर्वाग्रह हैं। जिनके कारण ट्रेडर्स का नुकसान बढ़ता है और प्रॉफिट भी कम होता है। ऐसा ही एक कारण है नुकसान से घृणा करना। इसकी वजह से ट्रेडर्स जब लॉस में होते हैं तब वे और ज्यादा जोखिम लेने को तैयार रहते हैं। 

जिसके कारण ट्रेडर्स नुकसान वाली पोजीशन को लम्बे समय तक होल्ड करते हैं और प्रॉफिट वाली पोजीशन को जल्दी बेच देते हैं। बिहेवरियल पूर्वाग्रह के ही कारण इन्वेस्टर्स लॉन्ग-टर्म ट्रेड के लिए भी करंट न्यूज को ज्यादा महत्व देते हैं। उसके हिसाब से अपनी पोजीशन को एडजस्ट करते हैं। जबकि लॉन्ग-टर्म स्ट्रेटजी पर उस न्यूज का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। 

अंत में- अधिकांश ट्रेडर्स ट्रेडिंग के लिए अपनी पूरी क्षमता का उपयोग नहीं करते हैं। अंततः छोटे-मोटा प्रॉफिट ही कमा पाते हैं। ऐसे ट्रेडर्स पैसा कमाने के लिए दूसरे ट्रेडिशनल रास्ते अपनाते हैं। 

शेयर मार्केट पैसे का समुद्र है, अब यह आपके ऊपर है कि आप यहाँ से कितना पैसा निकाल पाते हैं। इसके लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस का एक्सपर्ट बनना पड़ेगा। साथ ही अपने अंतर्ज्ञान (इनर सेंस) के द्वारा मार्केट को फील करना आना चाहिए।  

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