Option Trading Strategy: ऑप्शन ट्रेडिंग की सबसे अच्छी और सबसे प्रॉफिटेबल स्ट्रेटजी

यदि ऑप्शन ट्रेडिंग को सीखकर सही तरीके से किया जाये तो इससे थोड़े पैसे लगाकर ज्यादा प्रॉफिट कमाया जा सकता है। यूँ तो ऑप्शन ट्रेडिंग की बहुत सारी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी हैं लेकिन प्रत्येक व्यक्ति की अपनी स्ट्रेंथ होती है। 

जब वह अपनी स्ट्रेंथ के साथ सही ट्रेडिंग स्ट्रेट्जी को जोड़ लेता है। तब इसके जादुई परिणाम होते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं- ऑप्शन ट्रेडिंग की सबसे अच्छी और सबसे प्रॉफिटेबल स्ट्रेटजी  Simple and best option trading strategy in Hindi. 
                                                                                   
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दुनिया के सबसे बड़े स्टॉक मार्केट इन्वेस्टर वारेन बफे का नाम तो आपने जरूर सुना होगा। उनके ऊपर लिखी बुक आप को आप एक बार जरूर पढ़ें। बहुत कुछ सीखने को मिलेगा।
 

OptionTradingStrategy क्या होती है? 

ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी का आशय ऑप्शन ट्रेडिंग के दौरान अपनायी जाने वाली विभिन्न ट्रेडिंग स्ट्रैटेजियों से है। ऑप्शन स्ट्रेटेजी एक या एक से अधिक ऑप्शन की एक साथ, और अक्सर मिक्स, ऑप्शन की खरीद या बिक्री की होती हैं। जिस ऑप्शन में मनीनेस होता है, उससे संबंधित स्ट्रेटेजी बनाकर ट्रेडर्स अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं। 

ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटेजीज अक्सर ट्रेडर्स मार्केट सेंटीमेंट (bearish, bullish or neutral) के आधार पर अंडरलाइंग स्टॉक के प्राइस मूवमेंट से प्रॉफिट कमाने का मौका देती हैं। ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी नुकसान को कम करने और असीमित प्रॉफिट कमाने के उद्देश्य से बनाई जाती है। 

इसमें पुट और कॉल दोनों को एक साथ मिक्स करके खरीदने या बेचने के ऑप्शन में सौदे किये जाते हैं। इसी को ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी कहते हैं। इसके लिए इस आर्टिकल में एक सिंपल और प्रभावी ट्रेडिंग स्ट्रेट्जी बताई गई है। 

सबसे अच्छी ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी (Best Option Trading Strategy)

इस स्ट्रेटेजी के लिए आपको बावन सप्ताह के उच्तम स्तर पर जो शेयर हैं, उनकी लिस्ट बनानी है। इसी तरह दूसरी लिस्ट उन शेयरों की बनानी है, जो शेयर बावन सप्ताह के लोअर लेवल पर हैं। आपको दोनों लिस्ट में से टॉप फाइव स्टॉक्स को छाँटना है। फिर उसमें से जो टॉप फाइव स्टॉक्स बावन सप्ताह के हाई प्राइस पर चल रहे हैं, उन्हें खरीदना है। यानि इनकी कॉल खरीदनी है।

इसी तरह जो टॉप फाइव स्टॉक्स बावन सप्ताह के लोअर प्राइस पर चल रहे हैं, उन्हें शार्ट करना है। यानि इसकी पुट खरीदनी है। इन पुट और कॉल को तब तक होल्ड करना है। जब तक वे प्रीवियस मंथ की एक्सपायरी के नीचे न जाये, यानि ये इस स्ट्रैटजी का स्टॉप लॉस है। अगर सौदे प्रॉफिट में हैं तो प्रॉफिट बुक नहीं करना है, प्रॉफिट को बढ़ने देना चाहिए।

इस स्ट्रेटेजी में यह होता है, जब मार्केट गिरता है। तब बावन सप्ताह के हाई प्राइस पर चलने वाले स्टॉक्स कम गिरते हैं। जिन्हे आपने लॉन्ग किया है, तथा बावन सप्ताह के लो प्राइस पर चलने वाले शेयर ज्यादा गिरते हैं। जिन्हे आपने शार्ट किया है। इसी तरह जब मार्केट ऊपर चढ़ता है तो बावन सप्ताह के हाई प्राइस पर चलने वाले स्टॉक्स हायर हाई बनाते हैं, जिससे आपको ज्यादा प्रॉफिट होता है। 

मार्केट के ऊपर चढ़ने पर बावन सप्ताह के निचले प्राइस पर चलने वाले शेयर कम गिरते है। जिसकी वजह से आपको  स्टॉक्स में कम नुकसान होता है। इस तरह आप इस Option Trading strategy का उपयोग करके अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं। इस स्ट्रैटजी को लॉन्ग-शार्ट स्ट्रेटेजी कहा जाता है।

यह ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी बहुत ही सिंपल और प्रॉफिटेबल है। लेकिन इसे लागु करना बहुत कठिन है क्योंकि प्रॉफिट को होल्ड करना सबसे मुश्किल टास्क है। लॉस को ज्यादातर लोग सहन कर लेते हैं और प्रॉफिट को जल्दी बुक कर लेते हैं। इसीलिए ऑप्शन ट्रेडिंग में नब्बे प्रतिशत लोग नुकसान करते हैं। 

यदि कभी रिटेल ट्रेडर्स का भाग्यवश कोई ट्रेड प्रॉफिट में हो तो उसे जल्दी से बुक कर लेते हैं। लेकिन जब ट्रेड लॉस में होता है तब उसे पकड़े बैठे रहते हैं। जब आपका ट्रेड प्रॉफिट में होता है तब आप धैर्य नहीं बनाये रख पाते और अपने स्टॉक्स बेच देते हैं। परन्तु जब आप लॉस में होते हैं और आपका शेयर गिरता रहता है फिर भी आप उसके ऊपर आने का इंतजार करते रहते हैं।

इस तरह आपका लॉस बढ़ता जाता है, यहाँ तक की आपकी इन्वेस्ट की गई सम्पूर्ण राशि खत्म हो जाती है। इसलिए Option Trading करते समय आपको बहुत सतर्क रहना चाहिए। आपका जो भी ट्रेड लॉस में हो उससे लॉस बुक करके जल्दी बाहर निकलना चाहिए। 

जब आपका ट्रेड प्रॉफिट में हो तो प्रॉफिट को राइड करना चाहिए। यानि उस ट्रेड में देर तक बने रहना चाहिए। किन्तु ट्रेलिंग स्टॉप लॉस भी लगाना चाहिए।

यदि आपको ऑप्शन ट्रेडिंग में लगातार नुकसान हो रहा है तो आपको प्रॉफिट कमाने के लिए इसकी रिवर्स स्ट्रेटजी अपनानी चाहिए। यानि आपको जिस Option Trading Strategy से नुकसान हो रहा है। उसकी उल्टी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी अपनानी चाहिए। 

जब भी आपका ट्रेड नुकसान में हो तो उसमे लॉस बुक करके आपको उस ट्रेड से बहार आ जाना चाहिए। जब आपका ट्रेड प्रॉफिट में हो तब आपको धैर्य बनाये रखना चाहिए और प्रॉफिट को बढ़ने देना चाहिए। 

हाँ आपको ट्रेलिंग स्टॉपलॉस लगाना चाहिए। जिससे आप अपने प्रॉफिट को सुरक्षित रख सके जब आपको चार्ट पर एग्जिट के संकेत दिखे तब आपको प्रॉफिट बुक करना चाहिए। लेकिन इसे करना बड़ा ही मुश्किल है क्योंकि इसके लिए आपको अपने आप को बदलना पडेगा। 

जो की एक बहुत ही मुश्किल काम है लेकिन असंभव नहीं है। आपकी अपनी साइकोलॉजी जो आपसे गलतियां करवाती है उसको रोकने का एक तरीका चार्ट के हिसाब से ट्रेड लेना चाहि। चार्ट देखकर आप यह जान सकते हैं कि आपको कब ट्रेड में एंटर करना है और कब ट्रेड से बाहर होना है। 

जब आप स्टॉक के चार्ट को समझकर ट्रेडिंग का निर्णय लेगें तो आप उपर्युक्त गलतियों को करना बंद कर देंगे। 

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