Bank Nifty की सबसे बढ़िया Option Trading Strategy सरल शब्दों में।

Bank Nifty इंडियन स्टॉक मार्केट NSE का एक इंडेक्स है। इसमें इंडिया के सबसे ज्यादा liquid और सबसे ज्यादा केपिटल वाले बैंकिंग स्टॉक्स शामिल हैं। यह इन्वेस्टर्स एक बेंचमार्क इंडेक्स है, जो बैंकिंग सेक्टर की कैपिटल परफॉर्मेंस को दर्शाता है। बैंक निफ़्टी बहुत ही वोलेटाइल इंडेक्स है। इसमें  ट्रेडर बहुत बड़ी मात्रा में ट्रेडिंग करते हैं। 

जो ट्रेडर अच्छी तरह से टेक्निकल एनालिसिस को समझते हैंवे। अच्छी-अच्छी ट्रेडिंग स्ट्रेट्जी बनाकर इससे पैसा भी बहुत कमाते हैं। इस आर्टिकल में आपको बैंक निफ्टी की सबसे बढ़िया और सरल स्ट्रेट्जी के बारे में बताया गया है। आइए जानते हैं- बैंक निफ्टी की सबसे बढ़िया ट्रेडिंग स्ट्रेटजी सरल शब्दों में। Best Bank Nifty option trading strategy in Hindi.
                                                                                      
Best Bank Nifty option trading strategy


यदि आप ऑप्शन ट्रेडिंग में परफेक्ट बनना चाहते हैं तो आपको फ्यूचर और ऑप्शन की पहचान बुक जरूर पढ़ना चाहिए।

ऑप्शन मार्केट में समय बढ़ने के साथ-साथ ही कॉल और पुट का स्ट्राइक प्राइस कम होने लगता है। जिसे टाइम डिके भी कहा जाता है। इसलिए वीकली एक्सपायर को होने वाले ऑप्शन को ज्यादा समय तक होल्ड करना ठीक नहीं रहता है। Option trading करने से पहले, आपको कैंडलस्टिक पैटर्न अच्छे से सीख लेना चाहिए। ऑप्शन ट्रेडिंग

Bank Nifty के चार्ट को देखकर बाइंग और सेलिंग करें? 

अगर आप यह जान गए कि बैंक निफ़्टी की कॉल कब खरीदनी चाहिए और पुट कब खरीदनी चाहिए।  तो आप ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसे कामना भी सीख जाएंगे। आपको यह जानना बेहद जरूरी है कि चार्ट पर किस कैंडल का यूज़ बैंक निफ्टी के खरीदने के लिए और किस कैंडल का यूज़ उसे बेचने के लिए करना चाहिए।

चार्ट पर जब हैमर ( Hammer & Inverted Hammer) कैंडल बने। तब बैंक निफ्टी में बाइंग करना चाहिए। जबकि शूटिंग स्टार कैंडल बनने पर Bank Nifty में खरीदारी करना चाहिए। लेकिन इन कैंडल्स के कहीं भी बनने पर इनका यूज़ नहीं करना चाहिए। सही जगह पर सही कैंडल बने तभी आपको बैंक निफ्टी में trading position बनानी चाहिए। STBT ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी

                                                                                        
Hammer candlestick


Bank Nifty option trading strategy

उपर्युक्त चार्ट के हिसाब से Bank Nifty option trading strategy को समझते हैं, यदि बैंक निफ़्टी 500/600 पॉइंट गैपअप खुलता है। ज्यादा गैपअप खुलने पर, ऊपर नहीं खरीदना चाहिए क्योंकि जिन्होंने पहले दिन निचले लेवल पर बैंक निफ़्टी की कॉल खरीदी है। वे लोग यह प्रॉफिट बुक जरूर करेंगे। यदि आपने ऊपरी स्तर पर खरीदारी की तो आपके  ऊपरी लेवल पर ट्रेप होने के चांस बहुत ज्यादा रहेंगे। 

ऑप्शन ट्रेडिंग में पैसा तभी बनता है जब आप मोमेंटम को पकड़ेंगे। साइडवे मार्केट में पैसा बनाना बहुत मुश्किल है। यदि आप एक प्राइस पर एक डेढ़ घंटे रुक गए तो आपने जो ऑप्शन सौ रूपये में लिया था। उसकी कीमत घटकर 70-75 रूपये रह जाएगी। इसलिए आपको  मूमेंटम का इंतजार करना चाहिए। ऑप्शन डेल्टा

इंट्राडे ट्रेडिंग में सफलता पाने के लिए शेयर मार्केट की सिस्टमैटिक लर्निंग जरूरी है। यदि आप को अंग्रेजी आती है तो आप, भारतीय शेयर मार्केट के अनुकूल बहुत सारी ऑप्शन स्ट्रेटजी जानने के लिए इंद्रजीत शांतराज लिखित बुक  The Subtle Art of Intraday Trading पढ़ सकते हैं।

चार्ट के हिसाब से, मार्केट खुलने के बाद धीरे-धीरे नीचे आता है। नीचे की तरफ जो हैमर कैंडल बनी है। उसका दो तरह से यूज हो सकता है। पहला मार्केट के गैपअप होने पर हैमर कैंडल का अलग तरीके से यूज होगा। यदि यह हैमर कैंडल पिछले दिन के लो प्राइस से नीचे बनता है। तब इसका अलग तरीके से यूज होगा। 

उपर्युक्त चार्ट Bank Nifty के चार्ट पर जो हैमर कैंडल बना है और यह मार्केट के पहले दिन के क्लोजिंग प्राइस से भी काफी ऊपर बना है। इसका मतलब है मार्केट में थोड़ी सी प्रॉफिट बुकिंग हुई। इस हैमर कैंडल को यूं ही नहीं छोड़ना है क्योंकि एक तो मार्केट का ट्रेन्ड बुलिश है। SIP 

दूसरा जिन लोगों ने पहले दिन मार्केट में पोजीशन बनायीं थी। उनके प्रॉफिट बुक करने के कारण यह कैंडल बनी है। इसीलिए बहुत ज्यादा चांस है कि यह कैंडल आपको प्रॉफिट देगी। यदि यह कैंडल आज के हाई से 100/150 पॉइंट नीचे बनी है तो इसलिए इसकी सफलता के 90% चांस हैं। अगर यह कैंडल 70/80 पॉइंट नीचे ही होती तो इसकी सफलता के चांस बहुत कम होते। 

इस स्थिति में बनने वाली हैमर कैंडल पर आपको ट्रेड नहीं लेना चाहिए। जब तक मार्केट एक ही जगह साइडवे घूमता रहेगा तब तक नए लोग पोजीशन नहीं बना पाएंगे। जिनकी पहले से पोजीशन बनी हुई है, वह लोग कभी भी अपना प्रॉफिट बुक कर सकते हैं। आपको तब पोजीशन बनानी है, जब कुछ लोग अपना प्रॉफिट बुक करके निकल जाए। एट-द-मनी ऑप्शन

Trading Position कब बनायें और प्रॉफिट कब बुक करें?

आपको Bank nifty में अपनी पोजीशन तब बनानी चाहिए। जब हैमर के बाद बनने वाली कैंडल, हैमर के हाई प्राइस को ब्रेक कर दे। तब आपको ट्रेड लेना चाहिए तथा  हैमर कैंडल के लो प्राइस का स्टॉपलॉस लगाना चाहिए। टारगेट पहले से फिक्स नहीं होना चाहिए। आपको प्रॉफिट बुक तब करना है, जब मार्केट एक या दो कैंडल के नीचे  ट्रेड करना शुरू कर दें। तब इस पोजीशन से निकल जाना चाहिए। यानी प्रॉफिट बुक कर लेना चाहिए। नैस्डेक इंडेक्स क्या है?

प्रॉफिट रेड कैंडल बनने पर बुक करना चाहिए, रेड कैंडल जब पहली ग्रीन कैंडल के लो प्राइस को ब्रेक करें, तब आपको प्रॉफिट बुक करना चाहिए। Options trading में अक्सर यह होता है कि जब मार्केट तेजी से ऊपर जाता है। तब सौ रूपये की पुट/कॉल बहुत जल्दी 150 की हो जाती है। 

अगर मार्केट थोड़ी देर एक जगह पर रुका रहता है तो 100 रूपये की पुट/कॉल 80 रूपये की हो जाती है। ऑप्शन ट्रेडिंग मैं आप छोटे-छोटे टारगेट लेकर ही पैसा बना सकते हैं। अगर आप एक बार में ही बहुत ज्यादा पैसा बनाना चाहेंगे तो इस चक्कर में आप अपनी पूंजी भी गवाँ सकते हैं। इसमें सौ पॉइंट का प्रॉफिट ही काफी है।

आप ऐसा भी कर सकते हैं कि इस पोजीशन में आप एक ही बार में पूरा प्रॉफिट बुक ना करके केवल 70% प्रॉफिट बुक करें। बाकी की बची पोजीशन पर रेड कैंडल के बाद बनने वाली कैंडल का स्टॉपलॉस लगाकर कुछ देर के लिए होल्ड कर सकते हैं। 

इसमें जब आपको लगे कि अब चार्ट पर टॉप बन रहा है। या जैसे ही आपको चार्ट पर शूटिंग स्टार कैंडल बनता दिखे तो आपको प्रॉफिट प्रॉफिट बुक कर लेना चाहिए। 

उम्मीद है आपको यह बैंक निफ्टी की सबसे बढ़िया और सरल ट्रेडिंग स्ट्रेटजी सरल शब्दों में। Best Bank Nifty option trading strategy in Hindi. आर्टिकल पसंद आया होगा। यदि आपको यह आर्टिकल पसंद आये तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। 

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