Systematic Investment Plan - SIP सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) क्या है?
एसआईपी Stock Market के उतार-चढ़ाव के जोखिम से बचने और शानदार रिटर्न पाने का आसान तरीका है। साथी ही SIP में नियमित रूप से लगातार इन्वेस्ट करके एक बड़ी रकम भी एकत्र की जा सकती है।
यह एक इन्वेस्टमेंट टूल है। जो इन्वेस्टर्स को म्यूचुअल फंड स्कीम में नियमित अंतराल पर एक निश्चित रकम इन्वेस्ट करने की अनुमति देता है। आइए विस्तार से जनता हैं- सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) क्या है? Systematic Investment Plan -SIP
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सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान |
अगर आप शेयर मार्केट से अथाह धन कमाना चाहते हैं तो आपको मुकुल अग्रवाल द्वारा लिखित द सिम्पलेस्ट बुक फॉर टेक्निकल एनालिसिस जरूर पढ़नी चाहिए।
Systematic Investment Plan क्या है?
SIP में आप निश्चित समय पर निश्चित मात्रा में लगातार पैसा निवेश करते है, जैसे महीने में एक बार या सप्ताह में एक बार तथा तीन महीने में एक बार भी निवेश कर सकते है। यानी कि आप अपनी सुविधा के हिसाब से निवेश प्लान चुन सकते है।
SIP Investment का एक योजनाबद्ध तरीका है, इसके द्वारा आप Mutual funds में इन्वेस्ट करके अच्छा रिटर्न कमाया जा सकता है। SIP की सहायता से आप रेगुलर बचत करने की आदत बनाकर भविष्य के लिए सम्पति एकत्र कर सकते है। ऑनलाइन स्टॉक्स ट्रेडिंग
SIP कैसे काम करता है?
Systematic Investment Plan - SIP पैसे निवेश करने का एक आसान और लचीला तरीका है। आप जितने रूपये, जितने समय बाद mutual funds के SIP प्लान में जमा करने का निर्णय करते है। उतने रूपये नियत समय पर आपके बैंक अकाउंट से काटकर आपके द्वारा चुनी गयी म्युच्युचल फंड स्कीम में में निवेश हो जाते है।
जिस दिन आपके बैंक अकाउंट से पैसे आपके म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम में जायगे। उसी दिन के मार्केट रेट के हिसाब से खरीदी गयी यूनिट आपके Demat account में जमा होगी। इस तरह धीरे-धीरे आपके पास एक एवरेज प्राइस पर बहुत यूनिट जमा हो जाएगी। जिन्हे आप अपने तय समय पर बेचकर मुनाफा कमाकर अपने उस लक्ष्य को पा सकते हैं। जिसके लिए आपने Systematic Investment Plan - SIP को शुरू किया था।
प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन के बड़े खर्चों के लिए एक मुश्त बड़ी रकम चाहता है। यदि व्यक्ति सही म्युचुअल फंड्स या अच्छे फंडामेंटल वाले स्टॉक्स में लम्बे समय के लिए SIP करे। तो वह अपने बड़े-बड़े खर्चों के लिए बड़ी रकम एकत्र कर सकता है, और अपने सपनों को पूरा कर सकता है।
हर बार जब आप SIP में पैसा invest करेंगे। तभी अतिरिक्त यूनिट उस समय के मार्केट रेट पर खरीदकर आपके डीमैट अकाउंट में जमा कर दी जाएगी। इसलिए अलग-अलग रेट पर खरीदी गयी यूनिट की वजह से इन्वेस्टर को rupee-cost-averaging फायदा मिलता है। जिसे पावर ऑफ़ कम्पाउंडिंग (Power of Compounding कहते है।
रुपी-कॉस्ट-एवरेजिंग। Rupee-Cost-Averaging
Systematic Investment Plan - SIP के द्वारा रुपी-कॉस्ट एवरेजिंग बड़ी आसानी से हो जाता है। क्योंकि उतार-चढ़ाव से भरे शेयर बाजार में ज्यादातर इन्वेस्टर लगातार संशय में रहते है। जब Share market ऊपर होता है। तब वो सोचते है कि मार्केट ज्यादा चढ़ गया है तथा जब मार्केट गिरता है।तब सोचते है कि पता नहीं कितना और नीचे गिरेगा? इसलिए लोग शेयर बाजार में निवेश करने के लिए सही समय का इंतज़ार करते रहते है। इस कारण लोग सही समय पर इन्वेस्ट करने से चूक जाते हैं। द अल्टीमेट डे ट्रेडर
Rupee-Cost-averaging इसी संशय को दूर करता है क्योंकि यदि आप लगातार invest करते है तो जब मार्केट गिरता है। तब आप ज्यादा यूनिट खरीद पाते है तथा जब मार्केट चढ़ता है। तब आप कम यूनिट खरीदते है। stock market के इसी उतार-चढ़ाव की वजह से ही आप की पर यूनिट-कॉस्ट-एवरेजिंग कम हो जाती है।
Rupee-Cost-averaging इसी संशय को दूर करता है क्योंकि यदि आप लगातार invest करते है तो जब मार्केट गिरता है। तब आप ज्यादा यूनिट खरीद पाते है तथा जब मार्केट चढ़ता है। तब आप कम यूनिट खरीदते है। stock market के इसी उतार-चढ़ाव की वजह से ही आप की पर यूनिट-कॉस्ट-एवरेजिंग कम हो जाती है।
पावर ऑफ़ कम्पाउंडिंग। Power of Compounding
प्रसिद् वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंसटाइन ने भी एक बार कहा था कि Compounding interest दुनिया का आठवाँ आश्चर्य है। इसे हम इस तरह से समझ सकते है कि माना जब आप की उम्र चालीस वर्ष थी। तब आपने 10000 रूपये महीने systematic investment plan में निवेश करना शुरू किया। शेयर मार्केट में नुकसान से कैसे बचें और धनवान बनें"
यदि आपको इस पर 7% वार्षिक का भी ब्याज मिला, तो जब आप 60 वर्ष के होगें तब यह राशि बढ़ कर 52.4 लाख हो जाएगी। यदि आप इसे बिना इन्वेस्ट किये एकत्र करते तो 20 वर्षो में यह राशि 24 लाख रूपये ही हो पाती।
मान लीजिये यदि आपने और 10 साल पहले इन्वेस्टिंग शुरू की होती तो आपकी उम्र 60 वर्ष होने पर आपकी जमा राशि 36 लाख रूपये होती। यदि इस पर भी 7% का ब्याज लगाया जाये तो यह राशि एक करोड़ बीस लाख (1.20 करोड़) रूपये होगी। यानी की आपके investment से डबल तो यह होता है। कम्पाउंडिंग की ताकत का कमाल। कम्पाउंडिंग से आपकी मूल राशि के डबल से भी ज्यादा ग्रोथ हो सकती है। शेयरों में इन्वेस्ट क्यों करना चाहिए?
सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के लाभ Systematic Investment Plan के और भी कई निम्नलिखित लाभ होते है।
- नियमित बचत: Disciplined Saving SIP में लगातार इन्वेस्ट करना पड़ता है, जिससे आप रेग्यूलर सेविंग करने के लिए वचनबद्ध हो जाते है। इस तरह आप अपने भविष्य की जरूरतों के लिए सम्पति एकत्र कर सकते है।
- लचीलापन: (Flexibility) हालाँकि यह सलाह दी जाती है कि Systematic Investment Plan को लम्बे समय तक बनाये रखना चाहिए। तभी ज्यादा मुनाफा होता है लेकिन ऐसी कोई बाध्यता नहीं है। आप जब चाहे तब इसे बंद कर सकते है तथा अपनी निवेशित राशि निकल सकते है।
- लॉन्ग-टर्म गेन: रूपी-कॉस्ट एवेरेजिंग तथा Power of Compounding की वजह से SIP लम्बे समय में बहुत ही अच्छा रिटर्न देती है। क्योंकि नियमित रूप से थोड़ा-थोड़ा निवेश करने से आपकी धन-राशि कल्पना से भी ज्यादा बढ़ जाती है। ट्रेडिंग सिस्टम सेटअप
- उपयुक्तता- Convenience: SIP एक hassle-free इन्वेस्टमेंट प्लान है। आपको अपनी पसंद का SIP प्लान चुनना है तथा बैंक में अपने अकाउंट से auto-debits का निर्देश देना है। आप जितने लम्बे समय तक तथा जितनी जल्दी SIP में निवेश करना शुरू करेंगे। आपके भविष्य के लिए उतनी ही सम्पति एकत्र होगी।
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