ट्रिपल टॉप्स चार्ट पैटर्न (Triple Tops Chart Pattern ) क्या है?

 ट्रिपल टॉप्स चार्ट पैटर्न एक बियरिश रिवर्सल चार्ट पैटर्न है। यह फाइनेंशियल मार्केट में एक बड़े अपट्रेंड के बाद बनता है। जिसका उपयोग स्टॉक्स, कमोडिटी, करेंसी आदि के टेक्निकल एनालिसिस में किया  जाता है। यह Share market के सेंटीमेंट में बुलिश से बियरीश की ओर बदलाव का संकेत देता है। इस पैटर्न में लगभग एक समान प्राइस की तीन चोटियाँ होती हैं, जिनके बीच में दो छोटे पुलबैक होते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं- ट्रिपल टॉप्स चार्ट पैटर्न क्या है? Triple Tops Chart Pattern in Hindi.

                                                                            
Triple Tops Chart Patern
TradingView 


अगर आप टेक्निकल एनालिसिस के एक्सपर्ट बनना चाहते हैं तो आकाश कुंदर द्वारा लिखित बुक ट्रेडिंग चार्ट पैटर्न पढ़ सकते हैं। 

Triple Tops Chart Pattern क्या है?

ट्रिपल टॉप एक प्रकार का चार्ट पैटर्न है, जिसका उपयोग टेक्निकल एनालिसिस में किसी फाइनेंशियल एसेट के प्राइस के उतार-चढ़ाव अनुमान लगाने के लिए किया जाता है। तीन चोटियों वाला यह पैटर्न संकेत देता है कि शेयर के प्राइस में अब तेजी नहीं आ सकती है। यानि यहाँ से शेयर के प्राइस गिर सकते हैं। 

इस पैटर्न को ट्रिपल टॉप माने जाने के लिए, इसे अपट्रेंड के बाद बनना चाहिए। इसका विपरीत Chart pattern ट्रिपल बॉटम होता है, जिसके बनने के बाद माना जाता है कि अब Stock के प्राइस में और गिरावट नहीं होनी चाहिए। यानि यहाँ से शेयर के प्राइस बढ़ने चाहिए। 

एक ट्रिपल टॉप Chart pattern का निर्माण तीन चोटियों के एक ही क्षेत्र में बनने से होता है। जिनके बीच में दो पुलबैक भी होते हैं। एक Triple Tops चार्ट पैटर्न को तब कम्प्लीट माना जाता है। जब शेयर का प्राइस पैटर्न के सपोर्ट लेवल से नीचे आने पर और गिरावट का संकेत देता है। यानि शेयर के प्राइस में सपोर्ट लेवल से नीचे डाउनसाइड ब्रेकआउट होता है। और प्रॉफिट टार्गेट निचले सपोर्ट लेवल तक का होना चाहिए। 

इस पैटर्न के पूरा बनने पर ट्रेडर्स को अपनी लॉन्ग पोजीशन को बंद कर देना चाहिए और शार्ट सेल की पोजीशन मार्केट में बनानी चाहिए। इस पैटर्न के अनुसार ट्रेडिंग पोजीशन बनाते समय स्टॉप-लॉस चोटियों के ऊपर रेजिस्टेंस लेवल पर लगाना चाहिए। 

Triple Tops Chart Pattern कैसे काम करता है? 

ट्रिपल टॉप पैटर्न तब बनता है, जब प्राइस चार्ट पर, शेयर का प्राइस तीन चोटियाँ लगभग एक समान प्राइस पर बनाता है। चोटियों का एरिया रेजिस्टेंस लेवल होता है और चोटियों के बीच की खाई को स्विंग लो कहा जाता है। तीसरी चोटी के बाद यदि शेयर का प्राइस स्विंग लो से नीचे आता है तो इस पैटर्न को पूर्ण माना जाता है। इसके बाद ट्रेडर्स शेयर के प्राइस के गिरने की प्रतीक्षा करते हैं। 

लगातार बनी तीन चोटियां इस पैटर्न को हैड एंड शोल्डर्स पैटर्न के समान बनाती हैं। लेकिन इसमें बीच की छोटी अपने पास वाली छोटी से ऊँची होने के बजाय लगभग उनके बराबर होती है। यह Chart pattern डबल टॉप पैटर्न के समान होता है। जिसमे Stock price दो बार रेजिस्टेंस एरिया को छूकर आते है और गिरने से पहले हाई पॉइंट्स की एक जोड़ी बनाते हैं। Triple tops चार्ट पैटर्न के अनुसार ट्रेडिंग हैड एंड शोल्डर्स पैटर्न के अनुसार की जाती है। 

टेक्निकली ट्रिपल टॉप्स चार्ट पैटर्न संकेत देता है कि शेयर का प्राइस चोटियों (peak) के रेजिस्टेंस लेवल के ऊपर नहीं जा पायेगा। कई बार प्रयास करने के बाद भी जब शेयर का प्राइस गिरने लगता है। तो जिन ट्रेडर्स ने पैटर्न के शुरुआत में ही शेयर को खरीदा था, उन पर शेयर को बेचने का दबाव पड़ने लगता है। यदि Share price रेजिस्टेंस लेवल से ऊपर नहीं बढ़ पाता है तो उसे होल्ड करने से कोई फायदा नहीं होता है। 

जैसे ही शेयर का प्राइस स्विंग लो से नीचे गिरता है, शेयर प्राइस में सेलिंग प्रेशर बढ़ जाता है। क्योंकि जिन्हें इस पोजीशन में नुकसान हो रहा होता है वो ट्रेडर्स इस नुकसान वाली पोजीशन से बाहर होना चाहते हैं। और नए ट्रेडर्स इसमें शार्ट-सेल की पोजीशन बनाने का मौका ढूंढते हैं। इसलिए शेयर का प्राइस तेजी से गिरने लगता है। 

ट्रेडर्स की साइकोलॉजी चार्ट पैटर्न पूरा होने के बाद शेयर में सेलिंग प्रेशर बढ़ाने में मदद करती है। कोई भी पैटर्न हर समय काम नहीं करता। कभी ट्रिपल टॉप pattern बनेगा और पूरा होगा। जिससे ट्रेडर्स को विश्वास हो जाएगा कि शेयर के प्राइस में गिरावट जारी रहेगी। लेकिन शेयर की कीमत फिर से ठीक हो सकती हैं और रेजिस्टेंस एरिया से ऊपर जा सकती है।  

नुकसान से बचने के लिए ट्रेडर्स को शार्ट सेलिंग पोजीशन पर आखिरी पीक के टॉप पॉइंट का या रीसेंट हाई पॉइंट का स्टॉप-लॉस लगाना चाहिए। यदि शेयर का प्राइस गिरता नहीं है या बढ़ने लगता है। तब स्टॉप-लॉस ट्रेडिंग में होने वाले नुकसान को सीमित करता है। 

Triple Tops Patterns ट्रेडिंग 

जब Stocks का प्राइस पैटर्न के सपोर्ट लेवल से नीचे गिरता है तो ट्रेडर्स शार्ट सेलिंग पोजीशन लेते हैं और लॉन्ग पोजीशन से बाहर होते हैं। इस पैटर्न का स्विंग लो प्राइस जो दूसरी चोटी के बाद बनता है। आप दोनों पीक के बीच बनने वाले स्विंग लो को जोड़ती हुई ट्रेंडलाइन खींचकर आप स्विंग लो का पता लगा सकते हैं। जब शेयर का प्राइस ट्रेंडलाइन से नीचे आता है। तब पैटर्न को पूर्ण माना जाता है और प्राइस में और गिरावट की उम्मीद की जाती है। 

Triple Tops चार्ट पैटर्न के कन्फर्मेशन के लिए ट्रेडिंग वॉल्यूम पर नजर रखना चाहिए क्योंकि जब प्राइस सपोर्ट लेवल से नीचे गिरता है तो ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़ना चाहिए। यदि वॉल्यूम नहीं बढ़ता है, तो पैटर्न के फैल होने की अधिक आशंका रहती है। यानि शेयर के प्राइस में उम्मीद के मुताबिक गिरावट नहीं होती है। 

इस पैटर्न में डाउनसाइड प्रॉफिट टार्गेट ब्रेकआउट पॉइंट से घटाए गए पैटर्न की ऊंचाई के बराबर टार्गेट प्रदान करता है। प्रॉफिट टार्गेट का यह एक अनुमान होता है। कभी-कभी Share price टार्गेट से बहुत नीचे गिर जाता है और कभी-कभी प्राइस टार्गेट तक नहीं पहुंच पाता है। क्योंकि शेयर प्राइस बहुत वोलेटाइल होते हैं। 

अन्य टेक्निकल इंडीकेटर्स और Chart patterns का उपयोग Triple Tops Chart Pattern के साथ भी किया जा सकता है। उदाहरण के लिए ट्रेडर्स तीसरी चोटी बनने के बाद कन्फर्मेशन के लिए आप एमएसीडी क्रॉसओवर पर भी नजर रख सकते हैं। इसी तरह शेयर के प्राइस में गिरावट का कन्फर्मेशन करने के लिए RSI इंडिकेटर के ओवरबॉट एरिया से बाहर निकले का इंतजार कर सकते हैं। 

डबल टॉप और डबल बॉटम Chart pattern की तरह इस चार्ट पैटर्न में भी रिस्क-रिवॉर्ड रेश्यो ट्रेडर्स के फेवर में नहीं है। चूंकि स्टॉप-लॉस और प्रॉफिट टार्गेट दोनों पैटर्न की ऊंचाई पर आधारित होते हैं, लगभग बराबर ही होते हैं। ऐसे चार्ट पैटर्न जिनमें संभावित प्रॉफिट रिस्क से अधिक होता है। वे पैटर्न अधिकांश प्रोफेशनल ट्रेडर्स  द्वारा पसंद किए जाते हैं। 

ट्रेड में एंट्री पॉइंट, हालिया पुलबैक के लो पॉइंट्स को मिलाकर खींची गयी ट्रेंडलाइन के निचले पॉइंट पर होना चाहिए। जब शेयर का प्राइस नीचे की तरफ ब्रेकआउट देता है। इसमें प्रॉफिट टार्गेट ब्रेकआउट पॉइंट से रेजिस्टेंस लेवल के बराबर नीचे की तरफ होना चाहिए। 

Triple Tops Chart Pattern के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न ( FAQs ) 

क्या ट्रिपल टॉप्स पैटर्न बुलिश पैटर्न है? 

ट्रिपल टॉप्स एक बियरिश रिवर्सल चार्ट पैटर्न है। जो शेयर के बुलिश ट्रेंड को बियरिश डाउनट्रेंड में बदल देता है।  इसके विपरीत ट्रिपल बॉटम चार्ट पैटर्न एक बुलिश चार्ट पैटर्न है। जो शेयर के बियरिश ट्रेंड को बुलिश अपट्रेंड में बदल देता है।  

ट्रिपल टॉप पैटर्न कितना सटीक है? 

ट्रिपल टॉप पैटर्न को एक विश्वसनीय रिवर्सल पैटर्न माना जाता है, लेकिन यह हमेशा 100% सटीक नहीं होता है। यह चार्ट पैटर्न डबल टॉप पैटर्न की तरह ही सटीक परिणाम देता है। 

ट्रिपल टॉप अच्छा या बुरा चार्ट पैटर्न है? 

ट्रिपल टॉप्स चार्ट शार्ट सेलिंग करने वाले ट्रेडर्स के लिए अच्छा चार्ट पैटर्न है और लॉन्ग पोजीशन बनाने वाले ट्रेडर्स के लिए अच्छा पैटर्न है। 

फाइनेंशियल एसेट के प्राइस में होने वाले उतार -चढ़ाव का अनुमान लगाने के लिए Triple Tops Chart Pattern का उपयोग किया जाता है। यह पैटर्न तब बनता है जब शेयर का प्राइस हाई पॉइंट को छूकर गिरता है। इसके बाद प्राइस दोबारा से हाई पॉइंट पर पहुंचकर पीक बनाता है और फिर से गिरता है। 

इसके बाद शेयर का प्राइस ऊपर जाने का एक प्रयास और करता है। यदि प्राइस फिर से गिर जाता है तो इसमें सेलिंग प्रेशर बन जाता है। यदि प्राइस अपने लो पॉइंटस के सपोर्ट लेवल को तोड़कर नीचे चला जाता है। तब ट्रिपल टॉप्स चार्ट पैटर्न को कम्प्लीट माना जाता है। इसके बाद ट्रेडर्स लॉन्ग पोजीशन से बाहर निकलने और शार्ट सेलिंग पोजीशन बनाने का निर्णय ले सकते हैं। 

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