Head and Shoulders Pattern: हैड एंड शोल्डर पैटर्न से शेयर ट्रेडिंग स्ट्रेटजी कैसे बनाये?
टेक्निकल एनालिसिस चार्ट पर Head and Shoulders pattern तब बनता है। जब मार्केट में ट्रेंड रिवर्सल आने वाला होता है। ट्रेंड रिवर्सल में यदि शेयर के प्राइस गिर रहे हैं तो बढ़ने लगते हैं। इसके विपरीत यदि शेयर के प्राइस बढ़ रहे हैं तो ट्रेंड रिवर्सल आने पर प्राइस गिरने लगते हैं।
ट्रेंड रिवर्सल बुलिश (तेजी) या बेयरिश (मंदी) दोनों में से कोई भी हो सकता है। इस पैटर्न की शेप व्यक्ति के सिर और कंधों के समान होती है। यानि कि इस पैटर्न में तीन चोटियाँ (peak) होती हैं। आइए विस्तार से जानते हैं- हैड एंड शोल्डर पैटर्न से शेयर ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी कैसे बनायें? Head and Shoulders Pattern se trading kaise kren? In Hindi.
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हैड एंड शोल्डर पैटर्न से शेयर ट्रेडिंग स्ट्रेटजी बनाये |
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इस चार्ट पैटर्न को आप शेयर मार्केट के साथ-साथ कमोडिटी, फोरेक्स ट्रेडिंग और क्रिप्टो ट्रेडिंग के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
हेड एंड शोल्डर्स चार्ट पैटर्न के बीच वाली चोटी व्यक्ति के सिर की तरह कंधों से ऊँची होती है और इसके आसपास वाली दोनों चोटियाँ बीच वाली छोटी से नीची होती हैं। शेयर के प्राइस पीक बनाकर नीचे आने के बाद जिस पॉइंट पर सपोर्ट लेते हैं।
उन पॉइंट को मिलाने पर जो लाइन बनती है, उसे नेकलाइन कहते हैं। इन तीनों चोटियों का सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस लेवल करीब-करीब एक समान होता है जिसे नेकलाइन (Neckline) कहते हैं। Head and Shoulders Pattern दो प्रकार के होते हैं-
- Head and Shoulders Pattern- बुलिश टू बेयरिश ट्रेंड रिवर्सल पैटर्न की भविष्यवाणी करता है।
- Inverse Head and Shoulders Pattern- बेयरिश टू बुलिश ट्रेंड रिवर्सल पैटर्न की भविष्यवाणी करता है।
पैटर्न के ट्रेंड के अनुसार नेकलाइन सपोर्ट और रेजिस्टेंस का काम करती है।
Head and Shoulders Chart Pattern
टेक्निकल एनालिसिस में हेड एंड शोल्डर पैटर्न का उपयोग किया जाता है। यह एक रिवर्सल पैटर्न है। यह पैटर्न सिक्युरिटी प्राइस के टॉप बनने का संकेत देता है। यह एक विशेष चार्ट पैटर्न है, जो बुलिश टू बेयरिश ट्रेंड रिवर्सल को बताता है। जब यह पैटर्न बनता है तब एक पीक (शोल्डर) के बाद उसे फॉलो करती दुसरी पीक (हैड) बनती है।
इसके बाद तीसरी लोअर पीक (शोल्डर) भी बनती है। तीनों पीक बनने के दौरान जब सिक्युरिटी के प्राइस नीचे आकर जिन पॉइंट्स पर सपोर्ट लेते हैं, उन पॉइंट्स को मिलाने पर जो लाइन बनती है उसे ही नेकलाइन कहते हैं। मार्केट सेंटीमेंट
Head and Shoulders Pattern तब बनता है, जब प्राइस पीक पर पहुँचकर वापस नेकलाइन तक नीचे आ जाते हैं। प्राइस फिर से हैड बनाने के लिए ऊपर चढ़ते हैं और फिर नेकलाइन पर वापस आ जाती हैं। अंत में शेयर के प्राइस तीसरी बार नीचे गिरने से पहले एक छोटी पीक और बनाते हैं।
इस तरह इस पैटर्न में कुल तीन पीक बनते हैं। जिनमें दो बाहरी पीक की ऊँचाई करीब-करीब बराबर होती है और बीच वाली पीक की ऊँचाई बाहरी दोनों पीक से ज्यादा होती है।
हेड एंड शोल्डर पैटर्न को सबसे विश्वसनीय ट्रेंड रिवर्सल पैटर्न्स में से एक माना जाता है। ये सबसे बढ़िया रिवर्सल पैटर्न में से हैं जो अपने सिग्नल की सटीकता के लिए जाने जाते हैं। कि वर्तमान मार्केट ट्रेंड अपने अंत के करीब है।
हेड एंड शोल्डर्स ट्रेडिंग स्ट्रेटजी
इस पैटर्न के अनुसार आप सेल या शार्टसेल का ऑर्डर पैटर्न की नेकलाइन के नीचे प्लेस कर सकते हैं। आपको इस पोजीशन में हैड के हाई पॉइंट और नेकलाइन के बीच के डिस्टेंस के बराबर टार्गेट रखना चाहिए। साथ ही आपको इस पोजीशन में हैड के हाई पॉइंट का स्टॉपलॉस अवश्य लगाना चाहिए।
आपको हमेशा ट्रेडिंग डिसिप्लिन का पालन अवश्य करना चाहिए। एक बार जब प्राइस नेकलाइन के नीचे चले जाते हैं। तब प्राइस तेजी से (हैड के हाई पॉइंट से नेकलाइन के डिस्टेंस के बराबर) नीचे की तरफ गिर जाते हैं। आपका टार्गेट पूरा होने पर आप प्रॉफिट बुक कर सकते हैं या ट्रेलिंग स्टॉपलॉस लगाकर पूरे मूव को राइड कर सकते हैं। अगर आप चाहे तो पार्शियल प्रॉफिट भी बुक करके बाकी की पोजीशन से पूरा मूव राइड करके अपने प्रॉफिट को बढ़ा सकते हैं।
Inverse Head and Shoulders Chart Pattern
इनवर्स हैड एंड शोल्डर पैटर्न, हैड एंड शोल्डर पैटर्न के बिलकुल विपरीत होता है। इसे हैड एंड शोल्डर पैटर्न का बॉटम भी कहा जाता है। इनवर्स हैड एंड शोल्डर पैटर्न डाउनट्रेंड के समाप्त होने का संकेत देता है। यानि कि बॉटम बन चुका है, अब रिवर्सल आ सकता है।
इस पैटर्न में वैली (शोल्डर) बनती है और फिर प्राइस एक पॉइंट पर आकर रेजिस्टेंस फेस करके वापस नीचे आ जाते हैं। उसके बाद दुसरी वैली (हैड) बनती है जो पहली से ज्यादा गहरी होती है, उसके बाद प्राइस फिर पहले रेसिस्टेन्स पॉइंट के आसपास रेजिस्टेंस फेस करते हैं और वापस नीचे वापस आ जाते हैं।
उसके बाद तीसरी लोअर वैली बनती है। ये फॉर्मेशन डाउनवर्ड मूवमेंट के बाद बनती हैं। रेजिस्टेंस पॉइंट को मिलाने से नेकलाइन बनती है। ट्वीज़र्स बॉटम कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में भी जानें।
इनवर्स हैड एंड शोल्डर्स ट्रेडिंग स्ट्रेटजी
आप नेकलाइन के ऊपर एक लॉन्ग एंट्री ऑर्डर प्लेस कर सकते हैं। इसमें आप टार्गेट इनवर्स हैड एंड शोल्डर पैटर्न के हैड से लेकर नेकलाइन तक जितने पॉइंट होते हैं। उतने ही पॉइंट का आपका टार्गेट होना चाहिए। यानि हैड और नेकलाइन के डिस्टेंस के बराबर पॉइंट का आपका टार्गेट होना चाहिए। साथ ही आपको इनवर्स हैड के लो पॉइंट का स्टॉपलॉस भी अवश्य लगाना चाहिए।
आप ऊपर दिखाई गई इनवर्स हैड एंड शोल्डर पैटर्न की इमेज में देख सकते हैं कि नेकलाइन को ब्रेक करने के बाद प्राइस तेजी से ऊपर की मूव कर जाते हैं। यदि आपका टार्गेट पूरा हो गया है तो आप अपने प्रॉफिट को बुक करके इंजॉय कर सकते हैं। फाल्स ब्रेकआउट
हालाँकि अब ऐसी टेक्निक्स आ गई हैं, जिनसे आप अपने प्रॉफिट को बनाये रखते हुए भी और ज्यादा प्रॉफिट की उम्मीद में ट्रेड को ओपन रख सकते हैं। जैसे ट्रेलिंग स्टॉपलॉस लगाकर आप अपने प्रॉफिट को सिक्योर करते हुए अपने ट्रेड को ओपन रखा जा सकता है। अगर आप चाहे तो पार्शियल प्रॉफिट बुक करके बाकी पोजीशन को ओपन रख सकते हैं। इस तरह आप अपने प्रॉफिट को बढ़ा सकते हैं।
Head and Shoulders Pattern के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न FAQs
क्या हैड एंड शोल्डर चार्ट पैटर्न बुलिश पैटर्न है?
हैड एंड शोल्डर चार्ट चार्ट पैटर्न Bullish to Bearish reversal chart pattern है। जो संकेत देता है कि वर्तमान मार्केट ट्रेंड का अंत करीब है और नया ट्रेंड शुरू होने वाला है। ट्रेडर्स इसे सबसे विश्वसनीय ट्रेंड रिवर्सल पैटर्न मानते हैं।
क्या इनवर्स हैड एंड शोल्डर चार्ट पैटर्न बेयरिश पैटर्न है?
इसी तरह इनवर्स हैड एंड शोल्डर Bearish to Bullish reversal chart pattern है। जो संकेत देता है कि वर्तमान मार्केट ट्रेंड का अंत होने वाला है और नया ट्रेंड शुरू होने वाला है। ट्रेडर्स इसे सबसे विश्वसनीय ट्रेंड रिवर्सल पैटर्न मानते हैं।
बुलिश ट्रेंड का संकेत देने के लिए सबसे अच्छा पैटर्न कौन सा है?
बुलिश एनगल्फिंग पैटर्न और असेंडिंग ट्राएंगल पैटर्न को सबसे अनुकूल सिग्नल देने वाले पैटर्न माना जाता है। टेक्निकल एनालिसिस की अन्य फॉर्म्स की तरह इनमें भी बुलिश ट्रेंड का कन्फर्मेशन करना चाहिए। क्योंकि कोई भी पैटर्न शतप्रतिशत परिणाम नहीं देता है।
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