ट्रेंड रिवर्सल चार्ट पैटर्न्स (Trend Reversal Chart Patterns) क्या होते हैं?
रिवर्सल पैटर्न बढ़ते share market से गिरते share market की ओर और गिरते मार्केट से बढ़ते मार्केट को रिवर्सल का संकेत देता है। यानि यह प्राइस मूवमेंट के विपरीत दिशा में बदलाव का संकेत देता है। आप इस पैटर्न का उपयोग करके stocks के प्राइस movement का अनुमान लगा सकते हैं। आप शेयर के प्राइस मूवमेंट के अनुसार ट्रेडिंग पोजीशन बना सकते हैं और ओपन पोजीशन को क्लोज कर सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं- ट्रेंड रिवर्सल चार्ट पैटर्न्स क्या होते हैं? What is Trend Reversal Chart Patterns in Hindi.
यदि आप शेयर मार्केट के टेक्निकल एनालिसिस में एक्सपर्ट बनना चाहते हैं तो आपको जगन्नाथ पटैत द्वारा लिखित बुक गाइड टू चार्ट पैटर्न्स जरूर पढ़नी चाहिए।
Reversal Chart Patterns क्या हैं?
जब किसी शेयर का प्राइस उसके वर्तमान trend के विपरीत चलने लगता है, तब उसे ट्रेन्ड रिवर्सल कहा जाता है। यानि अगर किसी शेयर का प्राइस गिर रहा है लेकिन फिर प्राइस चढ़ने लग जाये तो उसे trend reversal कहा जायेगा। एक प्राइस पैटर्न जो प्रचलित trend में बदलाव का संकेत देता है। उसे रिवर्सल पैटर्न के नाम से जाना जाता है।
ये चार्ट पैटर्न उस पीरियड को दर्शाते हैं, जहाँ शेयर मार्केट बुल्स या बेयर्स की ताकत खत्म हो जाती है। और स्थापित price trend समाप्त हो जाता है। इसके बाद प्राइस एक नई दिशा में आगे बढ़ता है।
जब रिवर्सल स्टॉक्स के टॉप पर आता है, तब इसे डिस्ट्रीब्यूशन पैटर्न के रूप में जाना जाता है। जब शेयर का टॉप बन जाता है तो शेयर को खरीदने से ज्यादा बेचा जाता है। इसके विपरीत रिवर्सल पैटर्न शेयर के बॉटम पर भी आता है। शेयर के निचले स्तर ( bottom ) पर शेयर को बेचने से ज्यादा खरीदा जाता है। तब इसे एक्युमुलेशन पैटर्न कहा जाता है।
Trend Reversal Chart Patterns पैटर्न को विकसित होने में जितना अधिक समय लगेगा। और पैटर्न के भीतर कीमत में उतार-चढ़ाव जितना बड़ा होगा, कीमत टूटने के बाद शेयर के प्राइस में अपेक्षित बदलाव उतना ही बड़ा होगा। कुछ मुख्य रिवर्सल पैटर्न निम्नलिखित हैं-
हेड एंड शोल्डर्स Chart Patterns
हेड एंड शोल्डर्स पैटर्न्स के अनुसार नेकलाइन सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस का काम करती है। ये पैटर्न दो प्रकार के होते हैं-
- Head and Shoulders Pattern- बुलिश से बेयरिश रिवर्सल पैटर्न की भविष्यवाणी करता है।
- Inverse Head and Shoulders- बेयरिश से बुलिश रिवर्सल पैटर्न की भविष्यवाणी करता है।
हेड एंड शोल्डर Chart Pattern
शेयर मार्केट technical analysis में यह एक रिवर्सल पैटर्न है। यह पैटर्न सिक्युरिटी प्राइस के टॉप बनने का संकेत देता है। यह एक विशेष चार्ट पैटर्न है, जो बुलिश टू बेयरिश ट्रेंड रिवर्सल को बताता है। जब यह पैटर्न बनता है, तब एक पीक (शोल्डर) के बाद उसे फॉलो करती दुसरी पीक (हैड) बनती है।
इसके बाद तीसरी लोअर पीक (शोल्डर) भी बनती है। तीनों पीक बनने के दौरान जब Stocks के प्राइस नीचे आकर जिन पॉइंट्स पर सपोर्ट लेते हैं, उन पॉइंट्स को मिलाने पर जो लाइन बनती है उसे ही नेकलाइन कहते हैं।
Head and Shoulders Chart Patterns जब प्राइस पीक पर पहुँचकर वापस नेकलाइन तक नीचे आ जाते हैं। प्राइस फिर से हैड बनाने के लिए ऊपर चढ़ते हैं और फिर नेकलाइन पर वापस आ जाती हैं। अंत में सिक्युरिटी के प्राइस तीसरी बार नीचे गिरने से पहले एक छोटी पीक और बनाते हैं।
इस तरह इस पैटर्न में कुल तीन पीक बनते हैं। जिनमें दो बाहरी पीक की ऊँचाई करीब-करीब बराबर होती है और बीच वाली पीक की ऊँचाई बाहरी दोनों पीक से ज्यादा होती है। हेड एंड शोल्डर पैटर्न को सबसे विश्वसनीय ट्रेंड रिवर्सल पैटर्न्स में से एक माना जाता है। ये सबसे बढ़िया रिवर्सल पैटर्न में से हैं जो अपने सिग्नल की सटीकता के लिए जाने जाते हैं। कि वर्तमान मार्केट ट्रेंड अपने अंत के करीब है।
हेड एंड शोल्डर्स पैटर्न के पांच मुख्य घटक होते हैं-
- एक लम्बे बुलिश ट्रेंड के बाद, जब Stock price पीक यानि चोटी पर पहुंच जाता है। इसके बाद प्राइस में गिरावट होने पर गर्त यानि वैली बनती है।
- इसके बाद शेयर का प्राइस फिर से चढ़ता है, इस बार प्राइस पहली पीक से ऊँची, दूसरी पीक बनता है।
- इसके बाद शेयर के प्राइस प्राइस में फिर से गिरावट होती है और प्राइस दूसरी वैली बनाता है।
- शेयर का प्राइस तीसरी बार भी बढ़ता है लेकिन इस बार पहली पीक के बराबर ऊंचाई तक पहुंचकर प्राइस में फिर से गिरावट होती है। इस प्रकार तीसरी पीक की ऊंचाई पहली पीक के बराबर रह जाती है।
- नेकलाइन दोनों पीक के लो प्राइस यानि वैली के लो प्राइस को जोकर सीधी लाइन खींची जाती है।
इनवर्स हेड एंड शोल्डर्स Chart Pattern
इनवर्स हैड एंड शोल्डर पैटर्न, हैड एंड शोल्डर पैटर्न के बिलकुल विपरीत होता है। इसे हैड एंड शोल्डर पैटर्न का बॉटम भी कहा जाता है। इनवर्स हैड एंड शोल्डर पैटर्न लंबे डाउनट्रेंड के समय बनता है। यह पैटर्न डाउनट्रेंड समाप्त होने का संकेत देता है। यानि कि बॉटम बन चुका है, अब रिवर्सल आ सकता है।
इस पैटर्न में शेयर के प्राइस के गिरने से वैली यानि गर्त (शोल्डर) बनता है। उसके बाद फिर प्राइस ऊपर आता है, एक पॉइंट पर आकर रेजिस्टेंस फेस करके प्राइस वापस नीचे आ जाते हैं। उसके बाद दुसरी वैली (हैड) बनती है जो पहली वैली से ज्यादा गहरी होती है। उसके बाद प्राइस फिर पहले रेसिस्टेन्स पॉइंट के आसपास रेजिस्टेंस फेस करता है, और वापस नीचे वापस आ जाता है।
उसके बाद तीसरी लोअर वैली बनती है। ये फॉर्मेशन लम्बे डाउनवर्ड मूवमेंट के बाद बनती हैं। रेजिस्टेंस पॉइंट को मिलाने से नेकलाइन बनती है। Head and Shoulders Chart Patterns की पहचान तब की जाती है। जब किसी शेयर का प्राइस कार्रवाई निम्नलिखित विशेषताओं को पूरा करता है- एसजीएक्स निफ़्टी
- शेयर की प्राइस नीचे गिरती है, जिससे वैली बनती है, इसके बाद प्राइस फिर बढ़ती है।
- Share price दोबारा गिरती है, इस बार प्राइस पहले से ज्यादा गिरती है। जिससे दूसरी वैली पहले से ज्यादा गहरी होती है।
- शेयर की प्राइस फिर से गिरती है लेकिन दूसरी बार से कम गिरती है।
- एक बार अंतिम वैली बन जाने के बाद, प्राइस पिछली वैली के टॉप के पास पाए जाने वाले रेजिस्टेंस (नेकलाइन) की ओर बढ़ती है।
डबल टॉप Chart Pattern
डबल टॉप अत्यधिक बेयरिश टेक्निकल रिवर्सल पैटर्न है। जो शेयर प्राइस के लगातार दो बार हाई प्राइस पर पहुंचने के बाद बनता है और दोनों टॉप के बीच मध्यम गिरावट होती है। इसमें शेयर के टॉप पर प्राइस एक शार्ट-टर्म स्विंग हाई बनाता है, उसके बाद दूसरे प्रयास में पहले स्विंग हाई को तोड़ने का असफल प्रयास करता है।
Reversal की पुष्टि तब होती है, जब stock का प्राइस सपोर्ट लेवल से नीचे आता है। सपोर्ट लेवल दोनों tops का लो प्राइस होता है। उसके बाद शेयर के प्राइस में बड़ी गिरावट आती है। दोनों स्विंग हाई को Double top pattern कहा जाता है।
डबल टॉप एक trend reversal chart pattern है, जिसका उपयोग ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स ट्रेंड रिवर्सल की पहचान करने के लिए करते हैं। आमतौर पर, किसी शेयर का प्राइस सपोर्ट के स्तर पर वापस आने से पहले एक बार टॉप प्राइस को क्रॉस करने का प्रयास जरूर करता है। प्रचलित ट्रेन्ड के विपरीत स्थायी रूप से वापस लौटने से पहले यह एक बार फिर ऊपर चढ़ेने का प्रयास करता है। तभी डबल टॉप पैटर्न बनता है।
इसे पहचानना हमेशा आसान नहीं होता क्योंकि सपोर्ट लेवल के नीचे ब्रेक के साथ पुष्टि की आवश्यकता होती है। जबकि एक डबल टॉप chart pattern शेयर के प्राइस में गिरावट होने का संकेत देता है। एक डबल बॉटम chart pattern share के प्राइस में तेजी का संकेत देता है। double top chart pattern आमतौर पर जब बनता है। तब एक अपस्विंग के बाद पहली चोटी बनती है।
उसे बाद प्राइस में गिरावट होने पर एक गर्त बनता है। उसके बाद प्राइस फिर से ऊपर जाने का प्रयास करता है और दूसरी चोटी और नेकलाइन बनती है। ट्रेडर्स नैकलाइन टूटने के बाद एक शार्ट सेल का ट्रेड लेकर प्रॉफिट कमा सकते हैं। डबल टॉप चार्ट पैटर्न अंग्रेजी के अक्षर "M' के समान दिखाई देता है। डबल टॉप चार्ट पैटर्न यह बताता है कि शेयर के प्राइस का लॉन्ग टर्म और मीडियम टर्म trend चेंज हो गया है।
डबल टॉप Chart Pattern की पहचान कैसे करें?
डबल टॉप की पहचान करने में कई महत्वपूर्ण चरण हैं। ध्यान रखें कि डबल टॉप का प्रत्येक उदाहरण थोड़ा अलग हो सकता है, और गलत संकेत निवेशकों को यह विश्वास दिला सकते हैं कि डबल टॉप बन रहा है जबकि ऐसा नहीं है। सामान्यतया, यहां डबल टॉप की पहचान करने के निम्नलिखित चरण होते हैं-
- उछाल की तलाश करें: डबल टॉप के निर्माण से पहले Stocks price में उतार-चढ़ाव स्पष्ट रूप से ऊपर की ओर होना चाहिए। इससे पता चलता है कि शेयर का प्राइस लगातार हायर हाई और हायर लो बना रहा है।
- शुरूआती टॉप खोजें: डबल टॉप के बनने से पहले शेयर के प्राइस में उतार-चढ़ाव स्पष्ट रूप से ऊपर की ओर होना चाहिए। इससे पता चलता है कि प्राइस लगातार हायर हाई और हायर लो स्तर पर बनी हुई है।
- वैली/गर्त का पता लगाएँ: शुरूआती टॉप बनने के बाद stocks price में थोड़ी गिरावट आती है। शुरूआती टॉप बनने के बाद वैली यानि गर्त विकसित होता है। आपको उसका पता लगाना चाहिए।
- दूसरा टॉप खोजें: नई ऊंचाई पर पहुंचने के प्रयास में शेयर का प्राइस एक बार फिर बढ़ेगा। लेकिन यह दूसरी रैली पहली चोटी यानि टॉप की ऊंचाई से कम हो जाएगी और प्राइस एक बार फिर गिरने लगेगा।
- Pattern वेरीफाई करें: डबल टॉप Chart Pattern को वेरीफाई करने के लिए सुनिश्चित करे कि दूसरे टॉप के बाद आने वाली गिरावट पहले टॉप के बाद आने वाली वैली से कम होना चाहिए। यह दर्शता है कि पिछले रेजिस्टेंस लेवल को शेयर प्राइस क्रॉस नहीं कर पाया।
- नेकलाइन बनायें: दोनों वैलियों के निचले बिंदुओं को एक एक सीधी लाइन द्वारा जोड़ना चाहिए। यह लाइन सपोर्ट लेवल को दर्शाती है।
- डबल टॉप Chart Pattern को वेरीफाई करें: डबल टॉप पैटर्न को वेरीफाई करने के लिए नेकलाइन के नीचे प्राइस टूटना चाहिए। यदि शेयर का प्राइस नेकलाइन से नीचे की तरफ टूटता है। और इस दौरान ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़ जाता है तो इसे डबल टॉप बनने का कंफ्रंर्टिओं समझना चाहिए। यहाँ पर आप शार्ट सेल की पोजीशन बना सकते हैं क्योंकि यह एक संभावित trend reversal का संकेत होता है। इस ट्रेड में आपको नेकलाइन के ऊपर स्टॉपलॉस लगाना चाहिए।
डबल बॉटम Chart Pattern
डबल बॉटम पैटर्न एक क्लासिक तकनीकी विश्लेषण चार्टिंग पैटर्न है। जो price trend में एक बड़े बदलाव को दर्शाता है। जब stock का प्राइस डाउनट्रेंड में होता है, तब यह पैटर्न बनता है और इस chart pattern के बनने के बाद शेयर के प्राइस में तेजी देखने को मिलती है।
यह एक शेयर या इंडेक्स के प्राइस में गिरावट होती है। और उसके बाद प्राइस में एक रिबाउंड आता है। उसके बाद मूल गिरावट के समान या समान स्तर पर एक और गिरावट आती है। अंत में एक और रिबाउंड (जो एक नया अपट्रेंड बन सकता है) आता है। दोहरा निचला भाग "W" अक्षर जैसा दिखता है। दो बार छुआ गया निचला स्तर अब एक महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल माना जाता है। जो दो निचले स्तर पर बनता हैं, इसके बाद प्राइस में ऊपर की ओर उछाल आने की नई संभावनाएं बनती हैं।
डबल बॉटम chart pattern के अनुसार ट्रेड लेने पर इसमें प्रॉफिट टारगेट तय करने का एक परम्परागत तरीका है। बॉटम के दोनों लो प्राइस से उनके बीच के हाई प्राइस तक की दूरी के बराबर का प्रॉफिट टार्गेट तय करना चाहिए। अगर आप एक अग्रेसिव ट्रेडर हैं तो आप इस दूरी के दोगुने का भी प्रॉफिट टारगेट तय कर सकते हैं।
डबल बॉटम चार्ट पैटर्न हमेशा किसी शेयर में लॉन्ग टर्म या मीडियन टर्म डाउनट्रेंड के बाद बनता है। यह शेयर के प्राइस मर trend reversal का संकेत देता है। जिसके बाद शेयर के प्राइस में संभावित अपट्रेंड की शुरुआत हो सकती है।
डबल बॉटम पैटर्न चार्ट पर अलग-अलग टाइमफ्रेम में बनता रहता है। डेली चार्ट पर यह पैटर्न एक लॉन्ग-टर्म रिवर्सल का संकेत देता है। जबकि आवरली चार्ट पर यह पैटर्न डाउनट्रेंड में केवल एक विराम का संकेत देता है। Share market का टेक्निकल एनालिसिस करने मिलने वाला डबल बॉटम पैटर्न महत्वपूर्ण को लेवल जोकि शक्तिशाली सपोर्ट लेवल भी होता है उसको दर्शाता है। यह नए trend की शुरुआत का संकेत देता है।
कई अन्य चार्ट पैटर्न की तरह, बाजार के लॉन्गटर्न से लेकर मीडियम टर्म दृष्टिकोण का विश्लेषण करने के लिए एक डबल बॉटम पैटर्न सबसे उपयुक्त पैटर्न है। इस पैटर्न में दोनों लो प्राइस के बीच का पीरियड जितना ज्यादा होगा। पैटर्न के सटीक होने की संभावना भी उतनी ही अधिक होगी। सबल बॉटम chart pattern का विश्लेषण डेली या वीकली चार्ट पर करना सबसे अच्छे परिणाम देता है। टॉप फाइव बुलिश रिवर्सल पैटर्न
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