टॉप फाइव बुलिश कैंडलस्टिक रिवर्सल पैटर्न Bullish Reversal Pattern
कैंडलस्टिक चार्ट एक तरह से फाइनेंशियल चार्ट ही होता है। यह सिक्योरिटीज के प्राइस की मूवमेंट को बताता है। सदियों पहले जापान में चावल के व्यापारियों के द्वारा इनकी उत्पत्ति की गई। तब से लेकर अब तक चार्ट में इनका सफलतापूर्वक उपयोग किया जा रहा है।
बहुत से ट्रेडर और इन्वेस्टर इनको दूसरे मानक चार्ट (लाइन और बार चार्ट) की तुलना में, आसान और विश्वसनीय व्याख्या करने वाला पाते हैं। इसलिए अन्य चार्ट की तुलना में इसका सबसे ज्यादा उपयोग होता है। आइए विस्तार से जानते हैं- टॉप फाइव बुलिश कैंडलस्टिक रिवर्सल पैटर्न | Bullish Candlestick Patterns to buy stocks in Hindi
यदि आप कैंडलस्टिक पैटर्न के एक्सपर्ट बनना चाहते हैं तो आपको परमेश जैन द्वारा लिखित बुक ट्रेडिंग चार्ट पैटर्न बुक जरूर पढ़नी चाहिए।
Candlestick को कैसे समझे?
इसका कैंडलस्टिक चार्ट नाम इसलिए रखा गया क्योंकि इनकी शेप मोमबत्ती की तरह होती है। प्रत्येक कैंडलस्टिक सामान्यतः किसी शेयर के एक दिन के डाटा को बताता है। समय के साथ कैंडलस्टिक मिलकर एक पैटर्न बनाते हैं। जिनका उपयोग इन्वेस्टर और ट्रेडर स्टॉक्स खरीदने और बेचने के लिए कर सकते हैं।
कैंडलस्टिक के दोनों सिरों की रेखाएँ शैडो या विक कहलाती हैं और बीच के हिस्से को real body कहते हैं। ऊपर वाली शैडो शेयर के उस दिन के हाई प्राइस को बताती है और नीचे वाली शैडो उस दिन के लो प्राइस को बताती हैं। एक कैंडल किसी शेयर के एक दिन के डाटा के चार पॉइंट को बताता है। कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न क्या है
जिसमे वह शेयर के खुलने का प्राइस, बंद होने का प्राइस, हाई प्राइस और लो प्राइस। (open price, close price, high price & low price) रियल बॉडी के रंग से शेयर के प्राइस के गिरकर बंद होने और चढ़कर बंद होने का पता चलता है। यदि शेयर का प्राइस गिरकर बंद होता है तो कैंडल का रंग लाल या काला होता है।अगर शेयर का प्राइस चढ़ कर बंद होता है तो कैंडल का रंग हरा या सफेद होता है।
बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न | Bullish Candlestick Pattern
रोज बनने वाली कैंडल अकेले, दो या इससे अधिक कैंडल मिलकर Candlestick Pattern बनाते हैं। जैसे Hammer, Shooting Star, Morning Star, White soldiers, Dark cloud cover आदि। पैटर्न्स एक से चार सप्ताह में बनते हैं।
और बुलिश कैंडलेस्टिक पेटर्न बनाते हैं। डोव थ्योरी
इनके अंदर स्टॉक्स के प्राइस के भविष्य में बढ़ने का संकेत छिपा होता है। बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न को जानने से पहले निम्नलिखित दो सिद्धांतों को जानना बेहद जरूरी है।
- बुलिश रिवर्सल पैटर्न, डाउनट्रेन्ड के अंदर बनना चाहिए अन्यथा यह बुलिश पैटर्न नहीं माना जायेगा। इसे continuation pattern कहा जायेगा।
- सभी बुलिश रिवर्सल पैटर्न में बुलिश कन्फर्मेशन की आवश्यकता होती है। दूसरे शब्दों में, बुलिश रिवर्सल पैटर्न के बाद स्टॉक का प्राइस ऊपर की तरफ घूमना चाहिए। जो कि एक लम्बी कैंडल या गैपअप के रूप में हो सकता है। इसमें हाई ट्रेडिंग वॉल्यूम भी होना चाहिए। इसकी पुष्टि पैटर्न बनने के तीन दिन के अंदर होना चाहिए। फिबोनाची रिट्रेसमेंट
बुलिश रिवर्सल पैटर्न को कन्फर्म करने के लिए आप टेक्निकल एनालिसिस करने के तरीके जैसे कि मूमेंटम, ट्रेन्ड लाइन, वॉल्यूम इंडिगेटर्स, ऑसिलेटर्स का उपयोग कर सकते हैं। बहुत सारे कैंडलस्टिक पैटर्न stock को खरीदने का संकेत देते हैं। इस आर्टिकल में सबसे मजबूत रिवर्सल का सिग्नल देने वाले निम्नलिखित पांच बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में बताया जा रहा है।
1. बुलिश एंगुलफिंग पैटर्न | Bullish Engulfing Pattern
यह एक Bullish Candlestick Pattern है जो दो कैंडल से बना रिवर्सल पैटर्न है। दूसरी कैंडल पहली कैंडल की रियल बॉडी को पूर्णतया घेर लेती है या निगल लेती है। इसलिए इसका नाम जापान के लोगों ने सूर्य ग्रहण के ऊपर रखा है। बुलिश एंगुलफिंग पैटर्न डाउनट्रेन्ड के समय दिखाई देता है। इसमें एक बड़ी हरी कैंडल से पहले एक लाल छोटी कैंडल बनती है।
लाल कैंडल के दूसरे दिन प्राइस लाल कैंडल के लो प्राइस से भी नीचे खुलते हैं लेकिन बाइंग प्रेशर की वजह से शेयर का प्राइस पहले दिन के हाई से ऊपर निकल जाता है। जिससे बायर्स की जीत होती है। बुलिश एंगुलफिंग पैटर्न हमेशा बड़ी गिरावट के बाद, चार्ट के बॉटम पर बनता है। इस पैटर्न के बनने के एक-दो दिन बाद, जब प्राइस हरी कैंडल के हाई प्राइस को क्रॉस कर जाते हैं तब रिवर्सल की पुष्टि हो जाती है। बेयरिश एंगल्फिंग पैटर्न
2. हैमर और इनवर्टेड हैमर | Hammer or Inverted hammer
बुलिश हैमर एक बुलिश रिवर्सल पैटर्न (Bullish Candlestick Pattern) है। यह डाउनट्रेन्ड के समय सिग्नल देता है कि बॉटम निकट ही है। इस पैटर्न के बनने के बाद शेयर के प्राइस में और गिरावट की आशंका खत्म हो जाती है।
इसकी रियल बॉडी छोटी होती है और लोअर शैडो लम्बी होती है। जो इस बात का संकेत देती है कि ट्रेडिंग सेशन के दौरान सेलर प्राइस को नीचे की तरफ खींचते हैं। लेकिन शक्तिशाली बाइंग प्रेशर के कारण सेशन के आखिर में प्राइस ऊपर बंद होते हैं। कैंडलस्टिक पैटर्न सीखकर मार्केट से पैसे कमाए?
आपको कोई भी पोजीशन लेने से पहले रिवर्सल कन्फर्म जरूर करना चाहिए। आप ट्रेडिंग वॉल्यूम का विश्लेषण करके भी रिवर्सल को पहचान सकते हैं। ट्रेडिंग वॉल्यूम का बढ़ना भी रिवर्सल का संकेत माना जाता है।
Inverted Hammer यानि उल्टा हैमर भी डाउन ट्रेन्ड के समय बनता है। यह भी ट्रेन्ड रिवर्सल का संकेत देता है, इसकी लंबी ऊपरी शैडो इस बात का संकेत देती है कि शेयर के लोअर लेवल पर खुलने के बाद बाइंग प्रेशर बनता है और शेयर का प्राइस ऊपर की तरफ जाता है।
लेकिन फिर से सेलिंग प्रेशर बनने की वजह से प्राइस नीचे आ जाता है। लेकिन फिर भी प्राइस उसके खुलने के प्राइस से नीचे नहीं आ पाता है। ट्रेन्ड रिवर्सल के कन्फ़र्मेशन के लिए फिर से तेजी की पुष्टि की जरूरत होती है जो कि अगले दिन गैपअप के रूप में सामने आ सकता है साथ ही हाई ट्रेडिंग वॉल्यूम का होना भी जरूरी है। डबल बॉटम कैंडलस्टिक पैटर्न
3. थ्री व्हाइट सोल्जर्स | The Three White soldiers
यह पैटर्न भी अन्य बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न (Bullish Candlestick Pattern) की तरह लम्बे डाउन ट्रेंड के बाद बनता है। इसमें लगातार तीन कैंडल बनती हैं, प्रत्येक नई कैंडल पहली कैंडल से बड़ी बनती है। यानि की पहली कैंडल से हाई पर और अपने दिन के हाई प्राइस के करीब बंद होती है।
इससे शेयर में बाइंग प्रेशर का पता चलता है। इन्वेस्टर्स को सावधान रहना चाहिए क्योंकि शार्ट-सेलर इससे आकर्षित होकर शेयर के प्राइस को दोबारा गिराने की कोशिश कर सकते हैं। ईएमए
4. मॉर्निंग स्टार | The Morning Star
जैसा कि इसके नाम से ही आशा का संकेत मिलता है, उसी तरह यह पैटर्न भी डाउन ट्रेंड के दौरान आशा की किरण बनकर आता है। यह पैटर्न भी तीन कैंडल से मिलकर बनता है। इनमे बीच वाली कैंडल की रियल बॉडी बहुत छोटी (Doji or Spinning Top) होती है।
इसका रंग हरा या लाल कोई सा भी हो सकता है। इससे पहले लम्बी काले या लाल रंग की कैंडल होती है और इसके बाद लम्बी हरे या सफेद रंग की कैंडल होती है। इलियट वेव थ्योरी
पहली लाल कैंडल और बीच वाली छोटी कैंडल के बीच में कोई ओवरलैप (Overlap) नहीं होता। इससे पता चलता है कि बिकवाली का दबाव अब कम हो रहा है। तीसरी हरी कैंडल लाल कैंडल के साथ ओवरलैप होती है। इससे बाइंग प्रेशर दिखता है। जो कि एक बुलिश रिवर्सल पैटर्न की शुरुआत को दर्शाता है। यदि इस समय हाई ट्रेडिंग वॉल्यूम होता है तो इसे Bullish Candlestick Reversal Pattern का कंफर्मेशन ही़ मानना चाहिए।
5. पियर्सिंग लाइन पैटर्न | Piercing Line Pattern
यह बुलिश एंगुलफिंग पैटर्न के समान, दो कैंडल्स से बना एक बुलिश रिवर्सल पैटर्न है। इस पैटर्न में downtrend के दौरान एक अपवर्ड शार्ट-टर्म रिवर्सल आता है। पहली लाल कैंडल हाई प्राइस के पास खुलती है और लौ (Low) प्राइस के पास बंद होती है। इसकी लार्ज-साइज ट्रेडिंग रेंज होती है। (दूसरे दी गैप-डाउन ओपनिंग भी हो सकती है) Lot Size क्या है?
लाल कैंडल के बाद दूसरे दिन एक बड़ी green candle बनती है। जो कि पिछली लाल कैंडल के लौ प्राइस से कम पर खुलती है और हाई के पास बंद होती है। बाइंग प्रेशर के कारण प्राइस, लाल कैंडल की रियल बॉडी के हाफ या इससे भी ऊपर आ जाता है।
दूसरे दिन यदि हाई ट्रेडिंग वॉल्यूम होता है तो वह Bullish Reversal Candlestick Pattern का कन्फ़र्मेशन होता है। इस आर्टिकल में आपने टॉप फाइव बुलिश कैंडलस्टिक रिवर्सल पैटर्न के बारे में जाना। ये पैटर्न निम्नलिखित हैं-
1. बुलिश एंगुलफिंग पैटर्न
2. हैमर और इनवर्टेड हैमर
3. थ्री व्हाइट सोल्जर्स
4. मॉर्निंग स्टार
5. पियर्सिंग लाइन पैटर्न
ये सभी बुलिश रिवर्सल पैटर्न हैं, इसकी कन्फ़र्मेशन के लिए आपको ट्रेडिंग वॉल्यूम पर भी ध्यान देना चाहिए क्योंकि हाई ट्रेडिंग वॉल्यूम को ट्रेंड रिवर्सल का कन्फ़र्मेशन माना जाता है। शार्ट कवरिंग
उम्मीद है, आपको यह टॉप फाइव बुलिश कैंडलेस्टिक पैटर्न (Bullish Candlestick pattern) हिंदी में आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपको यह Bullish Candlestick Patterns to buy stocks in Hindi. आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
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