फॉलिंग वेज चार्ट पैटर्न की सम्पूर्ण जानकारी। Falling Wedge Chart Pattern
वेज पैटर्न, चार्ट पैटर्न का एक प्रकार है। जिसमे दो ट्रेंड लाइन अलग जगह से आकर एक बिंदु पर मिलती हैं। यह कंटीन्यूएशन पैटर्न हैं लेकिन ये रिवर्सल पैटर्न में भी बदल सकते हैं। वेज पैटर्न दो प्रकार के होते हैं-
- Rising Wedge Chart Pattern
- Falling wedge Chart pattern
अगर आप शेयर मार्केट के टेक्निकल एनालिसिस में एक्सपर्ट बनना चाहते हैं तो आपको मुकुल अग्रवाल द्वारा लिखित द सिपलेस्ट बुक फॉर टेक्निकल एनालिसिस व्यू प्रोडक्ट जरूर पढ़नी चाहिए।
Falling Wedge Chart Pattern कैसे बनता है?
फॉलिंग वेज चार्ट पैटर्न चार्ट पर गिरते हुए कील की तरह दिखाई देता है। यह डाउनट्रेंड के दौरान बनने वाला Bullish reversal chart pattern है। इसका मतलब है कि वर्तमान में मार्केट में जो डाउनट्रेंड चल रहा है, वह अब समाप्त हो चुका है। अब यहां से Uptrend की शुरुआत होने वाली है।
फॉलिंग वेज चार्ट पैटर्न लंबी मंदी (downtrend) के दौरान ही बनता है। लंबे डाउनट्रेंड के दौरान प्राइस नीचे की तरफ सपोर्ट लेकर ऊपर की तरफ बढ़ता है। लेकिन यह बढ़त डाउनट्रेंड को बरकरार रखते हुए पास में ही एक रजिस्टेंस बना लेती है और वहीं पर रुक जाती है। इस प्रकार पहला रेजिस्टेंस और पहला सपोर्ट बनता है। फिबोनाची रिट्रेसमेंट
इसके बाद प्राइस वापस नीचे की दिशा में आने लगता है और पहले support से भी नीचे चला जाता है। वहां से प्राइस दूसरा सपोर्ट लेकर फिर से ऊपर आ जाता है। कुछ ऊपर आकर प्राइस कुछ समय के लिए रुक जाता है। इसके बाद दूसरा resistance level बनाता है। प्राइस फिर से नीचे की तरफ आने लगता है। दूसरा रेजिस्टेंस पहले रेजिस्टेंस की तुलना में lower होता है।
इस प्रकार आपको चार्ट पर दो सपोर्ट और दो रेजिस्टेंस मिल जाएंगे। अब आपको दोनों रेजिस्टेंस को छूते हुए एक ट्रेंड लाइन खींचने है। इसे रेजिस्टेंस लाइन कहते हैं। इसी प्रकार आपको दोनों सपोर्ट को छूते हुए दूसरी Trendline खींचने है। इसे सपोर्ट लाइन कहते हैं। फॉलिंग वेज चार्ट पैटर्न में कम से कम दो सपोर्ट और दो रजिस्टेंस का होना जरूरी है। अगर इससे ज्यादा सपोर्ट और रेजस्टेंस हो तो बहुत अच्छा है।
Falling Wedge Chart Pattern के समय किन बातों का ध्यान रखें?
फॉलिंग वेज चार्ट पैटर्न के दौरान आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए-
- पहली ध्यान देने योग्य बात यह है कि इसमें रजिस्टेंस लाइन का ढलान सपोर्ट लाइन की तुलना में नीचे की तरफ अधिक होना चाहिए। जिससे कि यह एक पॉइंट पर आ कर एक दूसरे को क्रॉसओवर कर सकें।
- फॉलिंग वेज चार्ट पैटर्न में सपोर्ट और रेजिस्टेंस को मिलाने वाली लाइन एक दूसरे के समानांतर नहीं होनी चाहिए। वरना ये एक दूसरे को क्रॉसओवर नहीं कर पाएंगी। अगर ऐसा होता है तो इसे Falling Wedge Chart Pattern नहीं माना जाएगा।
- इस चार्ट पैटर्न में दोनों Trend lines को एक पॉइंट पर आकर क्रॉसओवर करना ही पड़ेगा। तभी इसे फॉलिंग वेज चार्ट पैटर्न माना जाएगा।
- प्रत्येक Support & Resistance लेवल पिछले सपोर्ट और रेजिस्टेंस की तुलना में नीचे होने चाहिए। यदि दो या दो से अधिक सपोर्ट और असिस्टेंट बनते हैं और ऊपर- नीचे की ट्रेंड लाइन को छूते हैं। इससे फॉलिंग वेज चार्ट पेटर्न की विश्वसनीयता और बढ़ जाती है। डबल बॉटम
- जब प्राइस Falling wedge chart pattern बनाने के बाद रेजिस्टेंस लाइन को तोड़कर उसके ऊपर आने लगता है। तब अगर ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़ने लगे तो इसे मजबूत तेजी की निशानी समझना चाहिए।
- दो सपोर्ट और दो रेजिस्टेंस के बीच में कम से कम सात-आठ कैंडल का अंतर होना चाहिए। अगर अंतर इससे कम हो तो इसे एक विश्वसनीय सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल नहीं माना जा सकता है। कॉमन स्टॉक्स एंड अनकॉमन प्रॉफ़िट्स
इस प्रकार फॉलिंग वेज चार्ट पैटर्न की रचना होती है, इस चार्ट पैटर्न के साथ टाइम फ्रेम का इतना ज्यादा महत्व नहीं है। यह पैटर्न प्रत्येक टाइमफम नहीं बन सकते हैं और अच्छी तरह काम भी कर सकते हैं।
दो Support & Resistance के बीच में कितना अंतर होना चाहिए?
अगर आप falling wedge Chart Pattern को इंट्राडे चार्ट में देख रहे हैं तो सपोर्ट और दो रजिस्टेंस के बीच में 7-8 कैंडल का अंतर होना चाहिए। इसी तरह शार्ट-टर्म ट्रेडिंग के लिए इस पैटर्न में दो सपोर्ट और दो रेजिस्टेंस के बीच में तीन-चार सप्ताह का अंतर होना चाहिए।
मीडियम टर्म ट्रेडिंग के लिए दो सपोर्ट और दो रेजिस्टेंस के बीच में तीन से चार महीने का अंतर ठीक रहता है। इसी तरह लॉन्ग-टर्म investment के लिए दो सपोर्ट और दो रजिस्टेंस के बीच में सात-आठ महीनों का अंतर ठीक रहता है। यह तीनों नियम डेली चार्ट के हिसाब से हैं। स्केल्पिंग ट्रेडिंग
Falling Wedge Chart Pattern के अनुसार शेयर कैसे खरीदें?
शेयर खरीदने से पहले हमेशा रिश्क-रिवॉर्ड रेश्यो और स्टॉपलॉस का उपयोग जरूर करना चाहिए। अगर आपको किसी शेयर के चार्ट पर फॉलिंग वेज पैटर्न दिखायी दे रहा हैं। तो आपको इसे खरीदने के लिए सबसे पहले दोनों सपोर्ट को छूते हुए एक ट्रेंड लाइन खींचनी चाहिए।
इस लाइन को सपोर्ट लाइन कहते हैं। इसके बाद दोनों रेसिस्टेंट के हाई को छूते हुए दूसरी ट्रेंड लाइन खींचनी चाहिए, इस लाइन को रेजिस्टेंस लाइन कहते हैं। इनवर्टेड हैमर पैटर्न
इस शेयर को आपको तब खरीदना चाहिए अगली कैंडल, रेजिस्टेंस लाइन के ऊपर जाकर क्लोजिंग दे। तब उसके बाद वाली कैंडल में आपको खरीदारी करना चाहिए। जिसने रेजिस्टेंस लाइन के ऊपर क्लोज दिया है, आपको उस कैंडल के low प्राइस का स्टॉपलॉस लगाना है।
रिश्क-रिवॉर्ड रेश्यो के हिसाब से दो प्रतिशत का स्टॉप-लॉस लगाना चाहिए। ट्रेड लेने से पहले आपको एक बात का ध्यान रखना जरूरी है कि शेयर खरीदने के पॉइंट से लेकर stoploss लगाने के पॉइंट के बीच का अन्तर यदि रिस्क-रिवॉर्ड रेश्यो के 2% के नियम के अनुसार नहीं है तो आपको यह ट्रेड नहीं लेना चाहिए। ट्रेड लेने बाद आपको ट्रेलिंग स्टॉप-लॉस का उपयोग करना चाहिए। राइजिंग वेज चार्ट पैटर्न
Profit Book कहां पर करें?
प्रॉफिट बुक करने के लिए आपको पहले सपोर्ट के प्राइस और पहले रेजिस्टेंस के प्राइस के बीच के अंतर के पॉइंट का टारगेट रखना चाहिए। जैसे कि पहले सपोर्ट और असिस्टेंट के बीच दस पॉइंट का अंतर है। तो इतना ही आपको प्रॉफिट टारगेट भी रखना चाहिए। यानी कि जब प्राइस पहले रेजिस्टेंस लेवल से ऊपर चला जाए। तब आपको तुरंत प्रॉफिट बुक कर लेना चाहिए।
इस तरह आप किसी शेयर के चार्ट पर फॉलिंग वेज चार्ट पैटर्न बनने पर शेयर खरीदकर प्रॉफिट कमा सकते हैं। यह पैटर्न Downtrend के समय बनता है। अतः इसके सफल होने के चांस ज्यादा रहते हैं। सुपरट्रेंड इंडिकेटर
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