Option Delta को पकड़िए और 10 मिनट में 10 हजार बनाइए
अंडरलाइंग एसेट के स्पॉट प्राइस में होने वाले परिवर्तन की वजह से ऑप्शन के प्रीमियम में जो परिवर्तन होता है। डेल्टा उसके माप को बताता है। कि किस स्ट्राइक प्राइस पर किस दर से परिवर्तन होगा।
ऑप्शन ट्रेडिंग में सारा खेल ही डेल्टा को समझने का है। यानि डेल्टा मैनिपुलेशन का है। आपको यह जरूर पता होना चाहिए कि डेल्टा कैसे काम करता है? आइए विस्तार से जानते हैं- Option chain में Delta देखकर ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसे कमाएँ? Option delta in option chain in Hindi.
अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग में एक्सपर्ट बनना चाहते हैं तो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसों का पेड़ कैसे लगाएँ बुक जरूर पढ़नी चाहिए।
Option Delta क्या है?
डेल्टा का माप प्रतिशत में होता है। कॉल में हमेशा 0 से 1.00 के बीच पॉजिटिव (+) डेल्टा होता है। जबकि पुट में हमेशा 0 से 1.00 के बीच नेगेटिव (-) डेल्टा होता है।
आप इसे एक उदाहरण के द्वारा इस तरह समझ सकते हैं। जैसे 25300 की निफ्टी की एट-द-मनी कॉल का डेल्टा 0.5.68 चल रहा है। निफ्टी की 25200 इन-द-मनी (ITM) ऑप्शन का डेल्टा 65.55 चल रहा है। इसके बाद और इन-द-मनी जायँगे तो देख्नेगे की निफ्टी की 25150 का डेल्टा 72.1 चल रहा है। जितना डीप जायेंगे, उतना ही आईटीएम ऑप्शन का डेल्टा और भी बढ़ता हुआ मिलेगा।
इस तरह की पोजीशन में आउट-ऑफ-द-मनी पोजीशन का देता इस प्रकार होगा। 25350 की ओटीएम कॉल ऑप्शन का डेल्टा 35.55 चल रहा होगा। इसके बाद अगर डीप आउट-ऑफ़-द-मनी जायेंगे। डेल्टा उतना ही कम होता जायेगा।
डेल्टा के एक्सपायरी के दिन इन-द-मनी बंद होने कितने प्रतिशत चांस है? यह उसके डेल्टा से पता चलता है। एट-द-मनी ऑप्शन का डेल्टा 0.5 के आसपास होता है। जिसका मतलब उसके एक्सपायरी से दिन इन-द-मनी बंद होने के फिफ्टी-फिफ्टी चांस हैं।
Options के रिस्क को मापने के कई तरीके हैं। जैसे डेल्टा, Gama, वेगा और थीटा। इस आर्टिकल में Delta के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है। डेल्टा ऑप्शन सेलर के लिए भी बहुत अधिक महत्व रखता है। यह दर्शाता है कि अंडरलाइंग एसेट में लॉन्ग या शार्ट पोजीशन को Hedge करने के लिए कितने ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट की जरूरत है।
डेल्टा एक रेश्यो है जो अंडरलाइंग एसेट के स्पॉट प्राइस में होने वाले परिवर्तन की तुलना ऑप्शन प्रीमियम मे होने वाले परिवर्तन से करता है।
Option Delta को समझें
डेल्टा ऑप्शन ट्रेडर्स द्वारा उपयोग किए जाने वाले ऑप्शन ट्रेडिंग से जुड़े रिस्क को मापने वाले टूल्स में से एक है। ऑप्शन रिस्क को मापने वाले टूल गामा, थीटा और वेगा और डेल्टा हैं। डेल्टा उस डिग्री तक को मापता है। जहाँ तक ऑप्शन, अंडरलाइंग एसेट (stock) के स्पॉट प्राइस में होने वाले परिवर्तन के सम्पर्क में आता है। यह रेंज 0 से -10 तक होते हैं।
उदाहरणस्वरूप अगर आप कोई आउट-ऑफ़-द-मनी (OTM) Call & Put option खरीदते हैं। तो आपके द्वारा खरीदे गए OTM ऑप्शन का डेल्टा हमेशा 1.0 से -1.0 के बीच कहीं होगा। आमतौर पर एट-द-मनी (ATM) ऑप्शन का डेल्टा 05 से -05 के बीच होता है।
ऑप्शन रिस्क को मापने वाले Option Greeks डेल्टा, वेगा, थीटा और गामा का संक्षिप्त परिचय निम्नलिखित है-
- Gamma: डेल्टा के परिवर्तन की दर को मापता है।
- Vega: इम्प्लॉइड वोलेटिलिटी में परिवर्तन के प्रभाव को मापता है।
- Theta: एक्सपायरी में बचे शेष समय परिवर्तन के प्रभाव को मापता है।
- Delta: अंडरलाइंग स्टॉक के स्पॉट प्राइस में परिवर्तन का ऑप्शन प्रीमियम पर प्रभाव को मापता है।
Call option का डेल्टा
कॉल ऑप्शन के डेल्टा की वैल्यू 0 से 1.0 तक होते है। इसे एक उदाहरण के द्वारा इस तरह समझ सकते हैं। निफ्टी का स्पॉट प्राइस 24000 पर चल रहा है तो निफ्टी के कॉल ऑप्शन का डेल्टा निम्नलिखित क्रम में होगा-
- निफ्टी की 24000 के एटीएम Call option का डेल्टा 0.5 होगा।
- निफ़्टी की 23350 की आईटीएम कॉल ऑप्शन का डेल्टा 0.75 होगा।
- निफ्टी की 24450 की ओटीएम कॉल ऑप्शन का डेल्टा 0.25 होगा।
Put option का डेल्टा
जबकि पुट डेल्टा ऑप्शन की वैल्यू 0 से -1.0 तक होती हैं। माइनस (-) का चिह्न यह दर्शाता है कि जब अंडरलाइंग स्टॉक का स्पॉट प्राइस बढ़ता है। तब पुट ऑप्शन का प्रीमियम कम हो जाता है। इसे भी उपर्युक्त उदाहरण की तरह ही इस तरह समझ सकते हैं। निफ्टी का स्पॉट प्राइस 24000 पर चल रहा है तो निफ्टी के पुट ऑप्शन का डेल्टा निम्नलिखित क्रम में होगा-
- निफ्टी की 24000 के एटीएम पुट ऑप्शन का डेल्टा - 0.5 होगा।
- निफ्टी की 23350 की आईटीएम पुट ऑप्शन का डेल्टा
- - 0.75 होगा।
- निफ्टी की 24450 की ओटीएम पुट ऑप्शन का सेल्टा 0.25 होगा।
ऑप्शन चैन में ऑप्शन डेल्टा क्या है?
डेल्टा एक रेश्यो है जिसे कभी-कभी हेज रेश्यो के रूप में भी संदर्भित किया जाता है। जो अंडरलाइंग स्टॉक के स्पॉट प्राइस में होने वाले परिवर्तन की तुलना ऑप्शन प्रीमियम में परिवर्तन से करता है। डेल्टा उन चार ऑप्शन ग्रीक्स में से एक है। जिनका उपयोग ऑप्शन ट्रेडर्स ऑप्शन के रिस्क को मापने के लिए करते हैं।
अगर ऑप्शन का डेल्टा नेगेटिव हो तो क्या होगा?
डेल्टा को कई फेक्टर्स प्रभावित करते हैं। जैसे वोलेटिलिटी, एक्सपायरी डेट का समय और इंट्रेस्ट रेट आदि। डेल्टा डायरेक्शन इंडिकेटर का काम करता है। पॉजिटिव डेल्टा का मतलब आपको कॉल ऑप्शन में लॉन्ग पोजीशन बनानी चाहिए। नेगेटिव डेल्टा का मतलब आपको पुट ऑप्शन को खरीदना चाहिए।
क्या ऑप्शन का हाई डेल्टा बेहतर होता है?
डेल्टा ऑप्शन प्रीमियम में होने वाले परिवर्तन की सेंसिविटी को मापता है। यह पुट ऑप्शन के लिए -1 से 1 और कॉल ऑप्शन के लिए 0 से 1 तक होता है। हाई डेल्टा ऑप्शन प्रीमियम में स्टॉन्ग मूवमेंट को इंगित करता है। लेकिन मूवमेंट की दिशा को नहीं बताता है।
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