Sensex Options Trading: सेंसेक्स ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है?

यदि आप सेंसेक्स इंडेक्स में ऑप्शन ट्रेडिंग करने में रूचि रखते है तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। सेंसेक्स ऑप्शंस ट्रेडिंग का अर्थ है कि एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स इंडेक्स के आधार पर ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्ट की खरीद और बिक्री करना शामिल है। सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ( BSE ) का एक बेंचमार्क इंडेक्स है। 

सेंसेक्स ऑप्शंस ट्रेडिंग निवेशकों को सेंसेक्स के फ्यूचर प्राइस मूवमेंट का अनुमान लगाने की अनुमति देता है। जिससे सेंसेक्स ऑप्शन ट्रेडिंग करने वाले ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स सेंसेक्स इंडेक्स को बनाने वाले स्टॉक्स को खरीदे और बेचे बिना ही उनमें बाइंग और सेलिंग कर सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं- सेंसेक्स ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है? What is Sensex Options trading in Hindi. 
                                                                                    
Sensex Options Trading


यदि आप ऑप्शंस ट्रेडिंग के एक्सपर्ट बनना चाहते हैं। तो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसों का पेड़ कैसे लगाएं बुक जरूर पढ़नी चाहिए।

सेंसेक्स में आप किस प्लेटफॉर्म पर ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते है। इसमें ट्रेड करने के लिए मार्जिन कितना चाहिए। इसकी ऑप्शन चैन आपको कहाँ पर मिलेगी आदि बातों के बारे में इस आर्टिकल में जानकारी दी गई है। Sensex Options trading कॉन्ट्रेक्ट का चक्र अधिकतम तीन महीनें का होता है- 
  1. वर्तमान महीना 
  2. अगला महीना 
  3. अगले महीने के बाद वाला महीना यानि दूर वाला महीना 
सेंसेक्स ऑप्शन ट्रेडिंग मंथली एक्सपायरी महीनें के आखिरी शुक्रवार को होती है। और इसकी साप्ताहिक एक्सपायरी प्रत्येक शुक्रवार को होती है। वर्तमान महीनें की एक्सपायरी डेट के बाद अगले महीनें का कॉन्ट्रेक्ट पेश किया जाता है। 

Sensex की Option Chain   

सेंसेक्स की ऑप्शन चैन आपको बीएसई इंडिया की वेबसाइट पर मिलेगी। सेंसेक्स में ऑप्शंस ट्रेडिंग को कुछ गिने चुने स्टॉक ब्रोकर्स की अनुमति दे रहे हैं। अतः इसमें वॉल्यूम भी कम है। सेंसेक्स की ऑप्शन चैन खोलने के लिए आपको बीएसई इंडिया की वेबसाइट पर 'मार्केट' के कॉलम को खोलना चाहिए। इसमें आपको डेरिवेटिव का कॉलम मिलेगा, अब आपको इसे भी खोलना है। ऑप्शन चैन के ऊपर मैंने कई आर्टिकल लिखे हैं। ऑप्शंस चैन के बारे में विस्तार से जानने के लिए आप उन्हें पढ़ सकते हैं। 

इसमें डेरिवेटिव की एक लिस्ट दी गई है। इसमें आपको डेरिवेटिव चैन पर क्लिक करना है। अब आपके सामने ऑप्शन चैन खुल जाएगी। इसमें आपको Instrument/Spread के सामने कॉलम में Index option बाईडिफ़ॉल्ट लिखा होता है। हाँलाकि इसके नीचे और भी ऑप्शन होते हैं। जिनमे से आप चुन सकते हैं। लेकिन आपको इसे यूँ ही रहने देना है। दूसरे कॉलम में बाईडिफाल्ट सेंसेक्स लिखा होता है। और इसके नीचे सेंसेक्स की ऑप्शन चैन होती है। जिसके डाटा को समझकर आपको सेंसेक्स ऑप्शन ट्रेडिंग करनी है। 

सेंसेक्स ऑप्शन चैन में आपको कई चीजों को देखना चाहिए। जैसे इसमें आउटस्टेंडिंग ओपन इंट्रेस्ट (OI ) और CHAN IN OI दिया गया है। इसके साथ ही बाकी का डाटा भी इसी ऑप्शन चैन में दिया गया है। जैसे LTP, ASK PRICE, traded  quantity आदि। अभी ( 11-10-2023 को सेंसेक्स का स्पॉट प्राइस 66500 के आसपास चल रहा है। Sensex Index के फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस का लॉट साइज 10 शेयर का है।

SENSEX Expiry 

सेंसेक्स डेरिवेटिव की वीकली एक्सपायरी सप्ताह के आखिरी दिन यानि शुक्रवार को होती है। सेंसेक्स डेरिवेटिव की मंथली एक्सपायरी महीनें के आखिरी शुक्रवार को होती है। शुक्रवार दिन इसलिए चुना गया है क्योंकि NSE ऑप्शंस की एक्सपायरी बृहस्पतिवार को होती है। इसलिए उससे सेंसेक्स की एक्सपायरी डेट ना टकराये। उससे बचने के लिए सेंसेक्स की एक्सपायरी शुक्रवार को राखी गयी है।

ट्रेडिंग मार्जिन 

अतः आप इसकी ऑप्शन चैन में दिए गए। अपनी पसंद के स्ट्राइक प्राइस के प्रीमियम के LTP ( लास्ट ट्रेड प्राइस ) को दस गुणा करके, एक लॉट का प्राइस निकाल सकते हैं। क्योंकि ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए कम से कम एक लॉट खरीदना या बेचना जरूरी है। यदि आपके पास ज्यादा बजट है तो आप उसके हिसाब से बड़ी ट्रेडिंग पोजीशन भी बना सकते हैं। अभी Sensex Options Trading की नई-नई शुरुआत हुई। 

अभी सभी स्टॉक्स ब्रोकर्स ने सेंसेक्स ऑप्शंस ट्रेडिंग की अनुमति नहीं दी है। अतः अभी इसमें वॉल्यूम कम है। इसलिए इसमें आपको ATM ( एट द मनी ) के बिल्कुल आसपास के स्ट्राइक प्राइस के पुट और कॉल ऑप्शन खरीदने और बेचने चाहिए। ट्रेडिंग वॉल्यूम कम होने की वजह से आप दूर के ITM और OTM खरीदकर उसमें फंस सकते हैं। 

Sensex Options Trading के बारे में अक्सर पूछे जानें वाले प्रश्न FAQs

क्या आप सेंसेक्स में ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं? 

भारत में S&P BSE SENSEX के ऑप्शंस यूरोपियन शैली के हैं और अलग-अलग स्टॉक्स के ऑप्शंस अमेरिकन स्टाइल के हैं। मार्केट में खुले हुए ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्ट की संख्या को ओपन इंट्रेस्ट कहा जाता है। जो ट्रेडर्स ऑप्शंस खरीदते हैं ( पुट या कॉल ) उन्हें ऑप्शंस होल्डर्स कहा जाता है। 

सेंसेक्स ऑप्शन का लॉट साइज कितना है?

BSE स्टॉक एक्सचेंज ने सेंसेक्स के फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्ट का लॉट साइज 15 से घटाकर 10 कर दिया है। बैंकेक्स इंडेक्स के फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्ट का लॉट साइज 20 से घटाकर 15 कर दिया है। 

सेंसेक्स ऑप्शन में ट्रेडिंग कैसे करें? 

स्पॉट ट्रेडिंग सेंसेक्स में ट्रेडिंग करने का सबसे सरल तरीका है। डेरिवेटिव ट्रेडिंग के द्वारा भी आप सेंसेक्स में ट्रेड और इन्वेस्ट कर सकते हैं। डेरिवेटिव एक फाइनेंशियल कॉन्ट्रेक्ट होते हैं, जो अंडरलेइंग एसेट से अपनी वैल्यू प्राप्त करते हैं। सेंसेक्स में फ्यूचर्स ट्रेडिंग के द्वारा आप भविष्य की पूर्वनिर्धारित तारीख और प्राइस पर आप सेंसेक्स इंडेक्स खरीदने और बेचने के लिए सहमत होते हैं।

BSE ऑप्शंस में किस प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग कर सकते हैं?  

आपको बीएसई सेंसेक्स ऑप्शंस में ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले एंजल वन, जिरोधा, अपस्टॉक्स या ग्रो आदि स्टॉक ब्रोकर्स में से किसी एक के यहाँ डीमैट अकाउंट खोलना चाहिए। इसके बाद आप पहले कैश में स्टॉक ट्रेडिंग की शुरुआत करें। उसके बाद ही आपको ऑप्शंस ट्रेडिंग करना चाहिए क्योंकि इसमें बहुत ज्यादा जोखिम है। स्टॉक ट्रेडिंग शुरू करने से पहले आपको ट्रेडिंग सीखना चाहिए उसके बाद ही स्टॉक ट्रेडिंग की शुरुआत करनी चाहिए।

बीइसई या एनएसई कौन से ऑप्शंस अच्छे हैं? 

स्टॉक मार्केटमे नई शुरुआत करने वाले लोगों के लिए बीएसई सही है। जबकि एनएसई अनुभवी ऑप्शंस ट्रेडर्स के लिए सही है। 

उम्मीद है, आपको यह सेंसेक्स ऑप्शंस ट्रेडिंग ( Sensex Options Trading ) क्या है? आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपको यह What is Sensex Options trading in Hindi. आर्टिकल पसंद आया हो तो। इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। ऐसी ही ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए इस साइट को जरूर सब्स्क्राइब करें। यदि आपके मन में इस आर्टिकल बारे में कोई सुझाव या सवाल हो तो कृपया कमेंट बॉक्स में कमेंट जरूर लिखें। आप मुझें फेसबुक पर भी फॉलो कर सकते हैं। 

कोई टिप्पणी नहीं

Jason Morrow के थीम चित्र. Blogger द्वारा संचालित.