By: Manju Chaudhary | Jul 14, 2025
Sensex Options Trading: यदि आप सेंसेक्स इंडेक्स में ऑप्शन ट्रेडिंग करने में रूचि रखते है तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। सेंसेक्स ऑप्शंस ट्रेडिंग का अर्थ है कि एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स इंडेक्स के आधार पर ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्ट की खरीद और बिक्री करना। सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का एक बेंचमार्क इंडेक्स है।
सेंसेक्स ऑप्शंस ट्रेडिंग निवेशकों को सेंसेक्स के फ्यूचर प्राइस मूवमेंट का अनुमान लगाने की अनुमति देता है। जिससे सेंसेक्स ऑप्शन ट्रेडिंग करने वाले ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स सेंसेक्स इंडेक्स को बनाने वाले स्टॉक्स को खरीदे और बेचे बिना ही उनमें बाइंग और सेलिंग कर सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं- सेंसेक्स ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है? What is Sensex Options trading in Hindi.
यदि आप ऑप्शंस ट्रेडिंग के एक्सपर्ट बनना चाहते हैं। तो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसों का पेड़ कैसे लगाएं बुक जरूर पढ़नी चाहिए।
Sensex के बारे में
सेंसेक्स में आप किस प्लेटफॉर्म पर ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते है। इसमें ट्रेड करने के लिए मार्जिन कितना चाहिए। इसकी ऑप्शन चैन आपको कहाँ पर मिलेगी आदि बातों के बारे में इस आर्टिकल में जानकारी दी गई है। Sensex Options trading कॉन्ट्रेक्ट का चक्र अधिकतम निम्नलिखित तीन महीनें का होता है-
- वर्तमान महीना
- अगला महीना
- अगले महीने के बाद वाला महीना यानि दूर वाला महीना
Sensex की ऑप्शन चैन
सेंसेक्स की ऑप्शन चैन आपको बीएसई इंडिया की वेबसाइट पर मिलेगी। शरुआत में सेंसेक्स में ऑप्शंस ट्रेडिंग को कुछ गिने चुने स्टॉक ब्रोकर्स की अनुमति दे रहे थे। अतः इसमें ट्रेडिंग वॉल्यूम भी कम रहता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है क्योंकि अब सभी stockbrokers सेंसेक्स इंडेक्स में F&O ट्रेडिंग की अनुमति दे रहे हैं।
सेंसेक्स की ऑप्शन चैन खोलने के लिए आपको बीएसई इंडिया की वेबसाइट पर 'मार्केट' के कॉलम को खोलना चाहिए। इसमें आपको डेरिवेटिव का कॉलम मिलेगा, अब आपको इसे भी खोलना है। ऑप्शन चैन के ऊपर मैंने कई आर्टिकल लिखे हैं। ऑप्शंस चैन के बारे में विस्तार से जानने के लिए आप उन्हें पढ़ सकते हैं।
इसमें डेरिवेटिव की एक लिस्ट दी गई है, इसमें आपको डेरिवेटिव चैन पर क्लिक करना है। अब आपके सामने ऑप्शन चैन खुल जाएगी। इसमें आपको Instrument/Spread के सामने कॉलम में Index option बाईडिफ़ॉल्ट लिखा होता है। हाँलाकि इसके नीचे और भी ऑप्शन होते हैं, जिनमे से आप चुन सकते हैं। लेकिन आपको इसे यूँ ही रहने देना है।
दूसरे कॉलम में बाईडिफाल्ट सेंसेक्स लिखा होता है। और इसके नीचे सेंसेक्स की ऑप्शन चैन होती है। जिसके डाटा को समझकर आपको सेंसेक्स ऑप्शन ट्रेडिंग करनी है। सेंसेक्स ऑप्शन चैन में आपको कई चीजों को देखना चाहिए। जैसे इसमें आउटस्टेंडिंग ओपन इंट्रेस्ट (OI ) और CHAN IN OI दिया गया है।
इसके साथ ही बाकी का डाटा भी इसी ऑप्शन चैन में दिया गया है। जैसे LTP, ASK PRICE, traded quantity आदि। अभी ( 14-07-2025 को सेंसेक्स का स्पॉट प्राइस 82253.46 पर क्लोज हुआ है। Sensex Index के फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस का लॉट साइज 20 शेयर यूनिट का है।
SENSEX एक्सपायरी और ट्रेडिंग लेवरेज
सेंसेक्स डेरिवेटिव की वीकली एक्सपायरी सप्ताह के दूसरे दिन यानि मंगलवार को होती है। सेंसेक्स डेरिवेटिव की मंथली एक्सपायरी महीनें के आखिरी शुक्रवार को होती है। पहले इसकी वीकली एक्सपायरी शुक्रवार को होती थी जिसे बदलकर मंगलवार को कर दिया गया है।
आप इसकी ऑप्शन चैन में दिए गए, अपनी पसंद के स्ट्राइक प्राइस के प्रीमियम के LTP ( लास्ट ट्रेड प्राइस ) को बीस से गुणा करके, एक लॉट का प्राइस निकाल सकते हैं। ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए कम से कम एक लॉट खरीदना या बेचना जरूरी है। यदि आपके पास ज्यादा बजट है तो आप उसके हिसाब से बड़ी ट्रेडिंग पोजीशन भी बना सकते हैं।
अभी Sensex Options Trading की नई-नई शुरुआत हुई। बीएसई ने निफ़्टी इंडेक्स में F&O ट्रेडिंग की सफलता को देखते हुए सेंसेक्स इंडेक्स में फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस ट्रेडिंग शुरू की है। अतः अभी इसमें वॉल्यूम कम है इसलिए इसमें आपको ATM (एट द मनी) के बिल्कुल आसपास के स्ट्राइक प्राइस के पुट और कॉल ऑप्शन खरीदने और बेचने चाहिए। ट्रेडिंग वॉल्यूम कम होने की वजह से आप दूर के ITM और OTM खरीदकर उसमें फंस सकते हैं।
Sensex Options Trading के बारे में अक्सर पूछे जानें वाले प्रश्न FAQs
क्या आप सेंसेक्स में ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं?
भारत में S&P BSE SENSEX के ऑप्शंस यूरोपियन शैली के हैं और अलग-अलग स्टॉक्स के ऑप्शंस अमेरिकन स्टाइल के हैं। मार्केट में खुले हुए ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्ट की संख्या को ओपन इंट्रेस्ट कहा जाता है। जो ट्रेडर्स ऑप्शंस खरीदते हैं ( पुट या कॉल ) उन्हें ऑप्शंस होल्डर्स कहा जाता है।
सेंसेक्स ऑप्शन का लॉट साइज कितना है?
BSE स्टॉक एक्सचेंज ने सेंसेक्स के फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्ट का लॉट साइज 15 से बढ़ाकर 20 कर दिया है। ऐसा ऑप्शन ट्रेडिंग को हतोत्साहित करने के लिए किया गया है क्योंकि 91 प्रतिशत ऑप्शंस ट्रेडर्स को नुकसान उठाना पड़ रहा है। बैंकेक्स इंडेक्स के फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्ट का लॉट साइज 20 से बढ़ाकर 30 कर दिया गया है।
सेंसेक्स ऑप्शन में ट्रेडिंग कैसे करें?
स्पॉट ट्रेडिंग सेंसेक्स में ट्रेडिंग करने का सबसे सरल तरीका है। डेरिवेटिव ट्रेडिंग के द्वारा भी आप सेंसेक्स में ट्रेड और इन्वेस्ट कर सकते हैं। डेरिवेटिव एक फाइनेंशियल कॉन्ट्रेक्ट होते हैं, जो अंडरलेइंग एसेट से अपनी वैल्यू प्राप्त करते हैं। सेंसेक्स में फ्यूचर्स ट्रेडिंग के द्वारा आप भविष्य की पूर्वनिर्धारित तारीख और प्राइस पर आप सेंसेक्स इंडेक्स खरीदने और बेचने के लिए सहमत होते हैं।
BSE ऑप्शंस में किस प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग कर सकते हैं?
आपको बीएसई सेंसेक्स ऑप्शंस में ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले एंजल वन, जिरोधा, अपस्टॉक्स या ग्रो आदि स्टॉक ब्रोकर्स में से किसी एक के यहाँ डीमैट अकाउंट खोलना चाहिए। इसके बाद आप पहले कैश में स्टॉक ट्रेडिंग की शुरुआत करें। उसके बाद ही आपको ऑप्शंस ट्रेडिंग करना चाहिए क्योंकि इसमें बहुत ज्यादा जोखिम है। स्टॉक ट्रेडिंग शुरू करने से पहले आपको ट्रेडिंग सीखना चाहिए उसके बाद ही स्टॉक ट्रेडिंग की शुरुआत करनी चाहिए।
बीइसई या एनएसई कौन से ऑप्शंस अच्छे हैं?
स्टॉक मार्केटमे नई शुरुआत करने वाले लोगों के लिए बीएसई सही है। जबकि एनएसई अनुभवी ऑप्शंस ट्रेडर्स के लिए सही है।
उम्मीद है, आपको यह सेंसेक्स इंडेक्स में ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करें? आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपको यह What is Sensex Options trading in Hindi. आर्टिकल पसंद आया हो तो। इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
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