Sensex Market Share Market: सेंसेक्स मार्केट शेयर बाजार क्या है?
By: Manju Chaudhary Update Jun, 2025
बीएसई सेंसेक्स, जिसे अक्सर सेंसेक्स कहा जाता है। भारत का एक प्रमुख शेयर मार्केट इंडेक्स है। इसका रखरखाव बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) द्वारा किया जाता है इसलिए इसे बीएसई सेंसेक्स भी कहा जाता है। यह एशिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंजों में से एक है। सेंसेक्स का उपयोग भारतीय शेयर बाजार के प्रदर्शन को मापने के लिए किया जाता है।
यह बीएसई स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध महत्वपूर्ण शेयरों के एक चुनिंदा समूह के प्रदर्शन को दर्शाता है। आइए विस्तार से जानते हैं- सेंसेक्स मार्केट शेयर बाजार क्या है? SENSEX Market, Share Bazar kya hai?
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सेंसेक्स मार्केट शेयर बाजार क्या है?
बीएसई सेंसेक्स (जिसे एसएंडपी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज सेंसिटिव इंडेक्स या केवल सेंसेक्स के रूप में भी जाना जाता है) बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध 30 सबसे अच्छी तरह से स्थापित और वित्तीय रूप से मजबूत कंपनियों का एक फ्री-फ्लोट मार्केट-वेटेड स्टॉक मार्केट इंडेक्स है। इसकी 30 कंपनियाँ भारतीय शेयर बाजार की सबसे मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों में से हैं।
जिनके शेयर भारतीय शेयर बाजार के सबसे लिक्विड और एक्टिवली ट्रेडेड शेयर हैं। सेंसेक्स में शामिल कंपनियां भारतीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करती हैं। 1 जनवरी 1986 से प्रकाशित, एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स को भारत में घरेलू शेयर बाजारों की नब्ज माना जाता है। 1 अप्रैल 1979 को सेंसेक्स का आधार मान 100 माना गया और इसका आधार वर्ष 1978-79 माना गया।
25 जुलाई 2001 को बीएसई ने सेंसेक्स का डॉलर-लिंक्ड संस्करण DOLLEX-30 भी लॉन्च किया था। Sensex के बारे में यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह और इसके इंडेक्स Share bazaar स्थितियों को प्रतिबिंबित करते हैं। साथ ही सेंसेक्स की प्रासंगिकता और सटीकता सुनिश्चित करने के लिए उनके घटक शेयरों की गणना पद्धतियों में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं। यह जानना भी अति महत्वपूर्ण है कि सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में समय-समय पर बदलाव होते रहते हैं।
सेंसेक्स का उपयोग अक्सर म्यूचुअल फंड, पोर्टफोलियो मैनेजर्स और संस्थागत निवेशकों द्वारा अपने प्रदर्शन को मापने के लिए एक बेंचमार्क इंडेक्स के रूप में भी किया जाता है। सेंसेक्स के अलावा, बीएसई एक्सचेंज भारतीय Share bazaar का अधिक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करने के लिए बीएसई 100, बीएसई 200 और सेक्टर-विशिष्ट सूचकांकों सहित अन्य सूचकांकों की भी गणना करता है।
BSE Sensex में शामिल कंपनियों के नाम
Company Name | Symbol | Sector |
---|---|---|
1. एशियन पेंट्स लिमिटेड | ASIANPAINT. | पेंट्स |
2 .एक्सिस बैंक | AXISBANK. | बैंकिंग प्राइवेट |
3. रिलायंस | BAJAJ-AUTO. | ऑइल एक्सप्लोरेशन, प्रोडक्शन |
4. बजाज फाइनेन्स | BAJFINANCE. | फाइनेन्स (NBFC) |
5. बजाज फिनसर्व | BAJAJFINSV. | फाइनेशियल इन्वेस्टमेंट |
6. भारती एयरटेल | BHARTIARTL | टेलिकम्युनिकशन |
7. टाइटन | TITANCOMPANY | डायमंड एंड ज्वैलरी |
8. एचसीएल टेक | HCLTECH | इनफार्मेशन सर्विस |
9. सन फार्मा | SUNPHARMA. | फार्मास्यूटिकल्स एंड ड्रग |
10. एचडीएफसी बैंक | HDFCBANK. | बैंकिंग प्राइवेट |
11. हिदुस्तान यूनिलीवर | HINDUNILVR. | कंज्यूमर गुड्स |
12. आईसीआईसीआई बैंक | ICICIBANK. | बैंकिंग- प्राइवेट |
13. इंडसइंड बैंक | INDUSINDBANK. | बैंकिंग- प्राइवेट |
14. इन्फ़ोसिस | INFY. | आई टी सर्विस एंड कंसल्टिंग |
15 आईटीसी लिमिटेड | ITC. | कंज्यूमर गुड्स एंड सिगरेट |
16. कोटक महेंद्रा बैंक | KOTAK.MHINDRABANK | बैंकिंग- प्राइवेट |
17. लार्सन एंड टुब्रो | L & T | इंजीनियरिंग एंड कंट्रक्शन |
18. टेक महिंद्रा | TECHMHINDRA. | इनफार्मेशन सर्विस |
19. मारुति सुजुकी | MARUTI. | ऑटोमोबाइल |
20. स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया | SBI. | बेंकिग सार्वजनिक |
21. एनटीपीसी | NTPC | पावर जेनरेशन, डिस्ट्रीब्युशन |
22. विप्रो | WIPRO. | इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी |
23. पावर ग्रिड | POWERGRID. | पावर डिस्ट्रीब्यशन एंड जेनरेशन |
24. टाटा मोटर्स | TATAMOTORS. | ऑटोमोबाइल |
25. टीसीएस | TCS. | इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी |
26. टाटा स्टील | TATASTEEL. | स्टील |
27. महिंद्रा & महिंद्रा | M&M. | ऑटोमोबाइल |
28. जे.एस.डब्ल्यू लिमिटेड | JSWLIMITED | आयरन एंड स्टील |
29. नेस्ले इंडिया लिमिटेड | NESTLEIND. | फूड- प्रोसेसिंग |
30. अल्ट्राटेक सीमेंट | ULTRATECHCEMENT | सीमेंट |
SENSEX Market के बारे में मुख्य बातें
सेंसेक्स मार्केट शेयर बाजार की मुख्य बातें निम्नलिखित हैं-
1. सेंसेक्स की संरचना: सेंसेक्स एक वेटेड इंडेक्स (भारित सूचकांक) है। जिसका अर्थ है कि Sensex Index में शामिल प्रत्येक कंपनी के शेयर को उसके प्राइस के आधार पर वेटेड किया जायेगा। सेंसेक्स का प्राइस इसमें शामिल सभी कंपनियों के शेयर प्राइस का औसत होता है। प्राइस-वेटेड-इंडेक्स का मतलब है कि जिस शेयर का जितना ज्यादा प्राइस होता है उसे इंडेक्स में ज्यादा महत्व दिया जाता है।
यानि सेंसेक्स में शामिल शेयरों के प्राइस में होने वाले उतार-चढ़ाव से SENSEX के प्राइस के में भी उतार-चढ़ाव होता है। यानि कि सेंसेक्स में शामिल शेयरों के प्राइस में होने वाले परिवर्तन के कारण ही सेंसेक्स के प्राइस में भो परिवर्तन होता है। Sensex का प्रदर्शन उनके बाजार पूंजीकरण के आधार पर भारित होता है। इसमें जिन कंपनियों के शेयर शामिल हैं, वे कंपनियां भारतीय अर्थव्यवस्था में विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करती हैं।
2. Sensex की गणना (Calculation): सेंसेक्स भारतीय Share bazar की वर्तमान स्थिति को दर्शाता है। इसकी समीक्षा करने के लिए BSE Exchange ने इसकी कुछ समीक्षाएँ सुनिश्चित कर रखी हैं। जिनके आधार पर बीएसई सेंसेक्स के मार्केट केपेटलाइजेशन को केलकुलेट किया जाता है। सेंसेक्स इंडेक्स की गणना फ्री-फ्लोट बाजार पूंजीकरण ( Capitalization ) पद्धति का उपयोग करके की जाती है।
सेंसेक्स और बीएसई इंडेक्स के बारे में बीएसई इंडिया की वेबसाइट से आप सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
इसका मतलब यह है कि Sensex के मार्केट केपेटलाइजेशन का केलकुलेशन करने के लिए इसमें शामिल कंपनियों के बकाया शेयरों का उपयोग करने के बजाय उनके फ्री फ्लोट शेयरों या ऐसे Stocks का उपयोग किया जाता है।
जो ट्रेडिंग के लिए आसानी से उपलब्ध होते हैं। फ्री-फ्लोट पद्धति शेयर बाजार सूचकांक (Index) में शामिल कंपनियों के मार्केट केपेटलाइजेशन की गणना करने की एक विधि है। इस पद्धति का उपयोग करके, किसी कंपनी के मार्केट केपेटलाइजेशन की गणना Stocks के मार्केट प्राइस को लेकर और उसे बाजार में आसानी से उपलब्ध शेयरों की संख्या से गुणा करके की जाती है।
इसमें वे शेयर शामिल नहीं किये जाते जो शेयर बाजार में ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध नहीं हैं। जैसे प्रमोटर होल्डिंग्स, सरकारी होल्डिंग्स और अन्य लॉक-इन शेयरों को सेंसेक्स के केपेटलाइजेशन में शामिल नहीं किया जाता है। Sensex Index का स्तर हमेशा इसमें शामिल 30 घटक शेयरों के फ्री फ्लोट मार्केट केपेटलाइजेशन को दर्शाता है।
किसी कंपनी का मार्केट केपेटलाइजेशन उसके स्टॉक की कीमत को कॉर्पोरेट कार्यों, शेयरों के प्रतिस्थापन द्वारा जारी किए गए शेयरों की संख्या से गुणा करके निर्धारित किया जाता है। जून 1990 से वर्तमान तक सेंसेक्स सूचकांक 670 गुना से भी अधिक बढ़ गया है। अप्रैल 1979 इसके आधार वर्ष के बाद से जानकारी का उपयोग करते हुए, एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स पर रिटर्न की लंबी अवधि की दर 18.6% प्रति वर्ष है।
3. Sensex Index को बनाने का उद्देश्य: सेंसेक्स, भारतीय शेयर बाजार के स्वास्थ्य के बैरोमीटर के रूप में कार्य करता है। यानि सेंसेक्स के प्रदर्शन से पता चलता है कि भारतीय Share market कैसा प्रदर्शन आकर रहा है। सेंसेक्स देखकर आप बहुत आसानी से अनुमान लगा सकते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था कैसा प्रदर्शन कर रही है क्योंकि जब देश की अर्थव्यवस्था खराब होती है तब सेंसेक्स में भी लंबी गिरावट चलती है और वह डाउनट्रेंड में रहता है।
इसी तरह जब देश की अर्थव्यवस्था अच्छा प्रदर्शन करती है तो सेंसेक्स अपट्रेंड में होता है। अतः हम यह कह सकते हैं कि Sensex भारत के समग्र आर्थिक और व्यावसायिक स्थितियों के बारे में अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। निवेशक और विश्लेषक इसका उपयोग मार्केट ट्रेंड को ट्रैक करने, मार्केट सेंटीमेंट का आंकलन करने और निवेश करने के निर्णय लेते हैं।
4. BSE Sensex का ऐतिहासिक प्रदर्शन: पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कारकों की प्रतिक्रिया में सेंसेक्स में महत्वपूर्ण उतार-चढ़ाव देखा गया है। इसने तेजी और मंदी दोनों तरह के Share bazaar को देखा है। यह भारतीय शेयर बाजार की अस्थिरता को दर्शाता है।
जब मैं इस आर्टिकल 04-06-2025 को अपडेट रही हूँ। तब बीएसई सेंसेक्स अपने ऑल टाइम हाई (85,978.25) जो इसने 23-09-2025 को बनाया था। उससे महज 4980 अंक नीचे 80998.25 पर ट्रेड कर रहा है। वर्तमान समय में सेंसेक्स का शनदार प्रदर्शन जारी है।
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