पुट-कॉल रेश्यो, PCR क्या है put-call ratio से टॉप और बॉटम कैसे पहचाने?
इस आर्टिकल में पीसीआर के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। PCR क्या है? PCR का फुल फॉर्म है Put-Call Ratio. ज्यादातर फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस ट्रेडर्स शेयर मार्केट के सेंटीमेंट को समझने के लिए पुट-कॉल रेश्यो का इस्तेमाल करते हैं। पुट-कॉल रेश्यो को ट्रेडेड पुट ऑप्शंस की संख्या को ट्रेडेड कॉल ऑप्शंस की संख्या से विभाजित करके निकला जाता है। इस आर्टिकल में पुट-कॉल रेश्यो क्या है put-call ratio (PCR) से टॉप और बॉटम कैसे पहचाने? Put Call Ratio PCR in equity stock market Hindi.
अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग में एक्सपर्ट बनना चाहते हैं तो आपको ऑप्शन स्ट्रेटेजी की पहचान बुक को जरूर पढ़ना चाहिए।
ऑप्शन डाटा, ऑप्शन की OI (ओपन इंटरेस्ट) की मदद से आप यह पता लगा सकते हैं कि मार्केट अभी ओवरबॉट जोन में है या ओवरसोल्ड जोन में है। अगर मार्केट ऊपर जाता है तो कितना जा सकता है और यदि मार्केट गिरता है तो कितना गिर सकता है। सामान्यतः इसे फीयर एंड ग्रीड का मीटर भी कहा जाता है, यानी कि कब लोग मार्केट से डर रहे हैं और कब लोग लालची हो रहे हैं।
Put-Call Ratio को समझने के लिए आपको ऑप्शन चैन देखना पड़ेगा, ऑप्शन चैन देखने के लिए आपको गूगल में nse option chain लिखकर सर्च करना चाहिए। अब आपको सबसे पहले लिंक Option Chain (Equity Derivatives) - NSE India पर क्लिक करना चाहिए, अब आपके सामने ऊपर इमेज में दिखाई गई। इमेज की तरह nseindia.com की वेबसाइट पर ऑप्शन चैन ओपन हो जाएगी।
जो स्टॉक्स और इंडेक्स फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस में लिस्ट होते हैं, उनके स्ट्राइक प्राइस पर कितनी मात्रा में ओपन इंट्रेस्ट पड़ा हुआ है यह कभी option-chain में दिया होता है। अब आप दिए हुए सर्च कॉलम में निफ्टी, बैंक निफ़्टी और अपने पसंदीदा शेयर का ओपन इंट्रेस्ट देखकर उसका पुट-कॉल रेश्यो निकाल सकते हैं।
पुट-कॉल रेश्यो (PCR) कैसे निकाले?
यहां पर आपको बैंक निफ़्टी का उदाहरण देकर पुट-कॉल रेश्यो निकालना बताया जा रहा है जिससे कि आप खुद PCR निकालना सीख जाएं। सबसे पहले आपको एक्सपायरी डेट के कॉलम में आप जिस एक्सपायरी डेट का ओपन इंटरेस्ट निकालना चाहते हैं, उसे सेलेक्ट करना है। एक्सपायरी डेट आप चाहे वीकली निकाले या मंथली आप जो भी एक्सपायरी डेट चाहे सेलेक्ट कर सकते हैं। पुट-कॉल ऑप्शन
इसके बाद आपको View Option Contracts for: के नीचे दिए गए कॉलम में BankNifty सेलेक्ट करना है। अब आपको नीचे दी गई शीट में OI और STRIKE PRICE देखना है। ओपन इंटरेस्ट आपको पुट-कॉल दोनों का देखना चाहिए। अब आप शीट के बिल्कुल नीचे (बॉटम) में आ जाएं, नीचे आपको टोटल (Tot) ओपन इंटरेस्ट लिखा हुआ मिल जाएगा।
CALLS की साइड में जितने भी स्ट्राइक प्राइस इस पुट-कॉल ऑप्शन शीट में लिखे हुए हैं, उनका ओपन इंटरेस्ट भी लिखा हुआ है। इसी तरह PUTS की साइड में भी कॉल की तरह ही सभी स्ट्राइक प्राइस का टोटल ओपन इंटरेस्ट लिखा हुआ होता है। अब आपको पुट के ओपन इंटरेस्ट को कॉल के ओपन इंटरेस्ट से डिवाइड करना है। इसे आप केलकुलेटर के द्वारा बहुत ही आसानी से कर सकते हैं क्योंकि सभी मोबाइल और कंप्यूटर में केलकुलेटर तो होता ही है। फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट
पुट-कॉल रेश्यो (Put-Call ratio) की रेंज
पुट-कॉल रेश्यो (PCR) की एक रेंज होती है इसकी रेंज 0-2 तक होती है पुट-कॉल रेश्यो की रेंज मार्केट के फियर और ग्रीड को दर्शाती है। पुट-कॉल रेश्यो के अलग-अलग लेवल होते हैं और उनका अलग-अलग ही अर्थ होता है जो निम्नलिखित प्रकार है-
पुट-कॉल रेश्यो- 0.6-0.65 तक
जब PCR 0.6-0.65 होता है, तब इसका मतलब होता है कि मार्केट ओवरसोल्ड जोन में है। अब मार्केट में खरीदारी आ सकती है जैसे कि जब आरएसआई 20-30 के आसपास होता है तब भी मार्केटसोल्ड जोन में होता है। आप इसे इस तरह समझ सकते हैं, यानी यहां से मार्केट बुलिश हो सकता है उसमें खरीदारी आ सकती है। फॉरवर्ड कॉन्ट्रेक्ट
पुट-कॉल रेश्यो- 0.75 के आसपास
यदि पुट-कॉल रेश्यो 0.75 के आसपास है, तो इसका मतलब मार्केट बेयरिश है मार्केट में काफी गिरावट आ गई है।लेकिन मार्केट ओवरसोल्ड नहीं है, यहां से मार्केट में तेजी आनी चाहिए। लेकिन यहां से मार्केट थोड़ा और गिर भी सकता है। शेयर मार्केट में आंकड़े बिल्कुल सटीक तरीके से काम नहीं करते, यदि ऐसा हो जाए तो शेयर मार्केट में सभी लोग करोड़पति बन जाएं।
जब Put-Call ratio- 1 (एक) होता है
अगर पुट-कॉल रेश्यो की वैल्यू एक आती है तो इसका मतलब मार्केट सेंटीमेंट न्यूट्रल है यानी मार्केट ना ही ओवरबॉट है और ना ही ओवरसोल्ड जोन में है यानी कि मार्केट साइडवेज है। ऐसे मार्केट में मोमेंटम आने का इंतजार करना चाहिए। रूस के शेयर मार्केट
जब पुट-कॉल रेश्यो 1.75-1.80 तक होता है
यदि PCR 1.75 - 1.80 तक है, तो इसका मतलब मार्केट को ओवरबॉट जोन में चला गया है। इसका मतलब है, यहां से मार्केट में बड़ी गिरावट आ सकती है और मार्केट स्ट्रांग बियर जोन में जा सकता है। वैसे यहां से मार्केट ऊपर भी जा सकता है क्योंकि मार्केट में असंभव कुछ भी नहीं है। ब्रेकआउट ट्रेडिंग
यदि Put-Call Ratio- 1.60-1.4 तक है
अगर पुट-कॉल रेश्यो 1.60-1.40 के बीच में है, तो मार्केट एक्सेस बुलिश है। यानी मार्केट में काफी तेजी आ चुकी है अब यहां से गिरावट आ सकती है। लेकिन मार्केट में थोड़ी तेजी और आ सकती है वैसे इस जोन में खरीदारी करने पर रिस्क होगा। कहने का मतलब है, इस रेंज में बाइंग और सेलिंग दोनों में ही खतरा है।
इस तरह आप पुट-कॉल रेश्यो की वैल्यू को समझ सकते हैं। इसके साथ ही आप चेंज ऑफ़ ओपन इंटरेस्ट भी निकाल सकते हैं। जिससे आप आज मार्केट में क्या हो रहा है, आप यह भी पता लगा सकते हैं। यदि आप भी शेयर मार्केट से पैसे कमाकर जीरो से हीरो बनना चाहते हैं, तो आप इस बुक शेयर मार्केट में अब्दुल जीरो से हीरो कैसे बना ? को पढ़ सकते हैं।
चेंज इन ओपन इंटरेस्ट(CHANG IN OPEN INTREST)
इसे आप लाइव मार्केट के दौरान ही देख सकते हैं ओपन इंट्रेस्ट चैन में जो CHANGE IN OI लिखा है। उसमें चेंज इन ओपन इंटरेस्ट लिखा होता है, यानी कि वर्तमान समय में नई पोजीशन बनने की वजह से ओपन इंटरेस्ट में जो बदलाव हो रहा होता है,वह यहां पर लिखा होता है।
आप PUTS चेंज इन ओपन इंटरेस्ट को CALLS के चेंज इन ओपन इंटरेस्ट से डिवाइड करके उसका करंट पुट-कॉल रेश्यो भी निकाल सकते हैं। इसके द्वारा आप करंट ओपन इंटरेस्ट में जो बदलाव हो रहे हैं। उसे भी जान सकते हैं यह आपके लिए काफी फायदेमंद होगा। क्योंकि इसके द्वारा आप अनुमान लगा सकते हैं कि वर्तमान समय में मार्केट में किस तरफ ज्यादा पोजीशन बन रही है। फ्री में अपना डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोले
उम्मीद है अब आपको पुट-कॉल रेश्यो, PCR क्या है put-call ratio से टॉप और बॉटम कैसे पहचाने? साथ ही आपको यह Put Call Ratio PCR in equity stock market Hindi आर्टिकल भी पसंद आया होगा। अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया हो तो आप इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। यदि आप शेयर मार्केट से जुड़े किसी अन्य टॉपिक पर भी जानकारी चाहते हैं या आप के मन में कोई सवाल है तो आप कमेंट बॉक्स में लिखकर पूछ सकते हैं। आप मुझे Facebook पर भी फॉलो कर सकते हैं।
AAp ne achha samjhaya
जवाब देंहटाएंThankyou
हटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंThank you
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