STBT फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी Sell Today Buy Tomorrow
STBT यानि स्टॉक्स या इंडेक्स को F&O में आज खरीदो और कल बेचो। एसटीबीटी कैश ट्रेडिंग में नहीं होती है, इसे आप केवल फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस में ही कर सकते हैं। इस ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी को लोग इसलिए अधिक पसंद करते हैं। क्योंकि किसी खराब न्यूज आदि के कारण स्टॉक के प्राइस में बड़ी गिरावट हो सकती है।
इसी वजह से STBT के ट्रेड बहुत प्रॉफिटेबल रहते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं- STBT फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी की सम्पूर्ण जानकारी। STBT Future & Options Trading Strategy (Sell Today Buy Tomorrow) in Hindi.
अगर आप फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस में एक्सपर्ट बनना चाहते हैं तो आपको अंकित गाला और जितेंद्र गाला द्वारा लिखित फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस की पहचान बुक जरूर पढ़नी चाहिए।
STBT (Sell Today Buy Tomorrow) क्या है?
एसटीबीटी 'आज खरीदो और कल बेचो' शार्ट-टर्म ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी है। इस ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी का उपयोग मुख्य रूप से भारतीय शेयर मार्केट NSE & BSE में किया जाता है। खासकर फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस ट्रेडिंग में क्योंकि कैश में आप Stocks/Indices को ओवरनाईट शार्ट सेल नहीं कर सकते हैं।
STBT Strategy में स्टॉक या इंडेक्स को आज F&O में आज बेचा और अगले दिन उसे वापस खरीदा जाता है।इस strategy का उपयोग मुख्य रूप से तब किया जाता है, जब ट्रेडर्स को शॉर्ट टर्म में Stock market या किसी खास स्टॉक में गिरावट की उम्मीद होती है। फिबोनाची रिट्रेसमेंट
STBT ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी का कॉन्सेप्ट निम्नलिखित प्रकार से काम करता है-
- आज बेचना (Short selling): जब ट्रेडर्स को लगता है कि मार्केट, शेयर या कोई पर्टिकुलर इंडेक्स के प्राइस गिर सकते हैं तो वह अपने पास न होने वाले स्टॉक या F&O कॉन्ट्रैक्ट को बेचकर शॉर्ट पोजीशन बनाता है। यह आमतौर पर Futures & Options में किया जाता है क्योंकि कैश मार्केट में शॉर्ट-सेलिंग की ओवरनाइट पोजीशन रखने की अनुमति नहीं होती है।
- कल खरीदना (Covering the Short): अगले दिन, अगर स्टॉक का प्राइस उम्मीद के मुताबिक गिरता है। तो ट्रेडर उसी स्टॉक या डेरिवेटिव को कम प्राइस पर वापस खरीदता है। ट्रेडर को Buy and Sell के अंतर से प्रॉफिट होता है। वह शॉर्ट पोजीशन को कवर करके ट्रेड को पूरा करता है। अगर शेयर के प्राइस में गिरावट नहीं होती है तो ट्रेडर को लॉस होता है।
फ्यूचर्स एंड ऑप्शन में STBT स्ट्रेटेजी कैसे काम करती है?
Futures contract: एक ट्रेडर तब फ्यूचर्स कॉन्ट्रेक्ट बेचता (Short Sell ) है, जब उसे किसी स्टॉक या इंडेक्स (टीसीएस, निफ्टी आदि) के प्राइस में गिरावट की उम्मीद होती है। Sell Today Buy Tomorrow ट्रेड में अगले दिन ट्रेडर उस स्टॉक या इंडेक्स को कम प्राइस पर वापस खरीदता है।
अगर price नहीं गिरता है तो ट्रेडर को नुकसान में पोजीशन बंद करनी पड़ती है। बाइंग और सेलिंग के बीच का अन्तर प्रॉफिट या लॉस को निर्धारित करते हैं। डबल बॉटम
Put Option: ट्रेडर्स पुट ऑप्शन इसलिए खरीदते हैं। ताकि अगले दिन स्टॉक या इंडेक्स के प्राइस में गिरावट होने पर भी उससे प्रॉफिट कमा सकें। पुट ऑप्शन इसके बायर को एक निश्चित प्राइस पर स्टॉक बेचने का अधिकार देता है। जब शेयर का प्राइस गिरता है तो Put option का प्रीमियम बढ़ जाता है। बढ़े हुए प्रीमियम पर पुट ऑप्शन को वापस बेचकर ट्रेडर प्रॉफिट कमा सकता है।
Call option: STBT ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी में ट्रेडर्स कॉल ऑप्शन बेचते हैं। ताकि अगले दिन Stock या इंडेक्स के प्राइस गिरने पर उससे प्रॉफिट कमा सकें। कॉल या पुट ऑप्शन सेलिंग को ऑप्शन सेलिंग के नाम से जाना जाता है। जब अंडरलाइंग स्टॉक का प्राइस गिरता है तो कॉल ऑप्शन का प्रीमियम घट जाता है। जिससे कॉल सेलर को प्रॉफिट होता है। शार्ट कवरिंग
STBT में Risk-Reward Ratio
STBT ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी (Sell Today Buy Tomorrow) का उपयोग करते समय ट्रेडर्स को निम्नलिखित रिस्क-रिवॉर्ड रेश्यो मिल सकता है-
- एसटीबीटी ट्रेडर्स को शार्ट टर्म में स्टॉक या इंडेक्स में होने वाली गिरावट से अप्रत्याशित प्रॉफिट हो सकता है। F&O में ट्रेडर्स को बहुत ज्यादा ट्रेडिंग मार्जिन मिलता है। जिससे वे कम पैसों में बड़ी पोजीशन बना सकते हैं।
- यदि शेयर मार्केट गिरने के बजाय बढ़ने लगता है तो STBT ट्रेडर्स को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। रिवर्स ऑप्शन स्ट्रेटजी
- यदि ट्रेडर ऑप्शन का उपयोग करता है, तो टाइम डिके के कारण ऑप्शन का प्रीमियम बहुत तेजी से कम (विशेष रूप से एक्सपायरी डेट के निकट) कम हो जाता है। जिससे प्राइस गिरने के बाद भी ट्रेडर्स की पोजीशन नुकसान में रहती है।
- शार्ट टर्म ट्रेडिंग में हाई वोलैटिलिटी होती है। जिससे निपटने के लिए बहुत अच्छी ट्रेडिंग स्किल की जरूरत होती है। बहुत अच्छी ट्रेडिंग स्किल सभी लोगों में नहीं होती है। विशेषकर शुरूआती लोगों में तो बिलकुल नहीं होती है। सेंसेक्स ऑप्शंस
STBT के दौरान ध्यान देने योग्य बातें
- Trading margin की जरूरत: शॉर्ट-सेलिंग और डेरिवेटिव ट्रेडिंग के लिए आपको अपने स्टॉक ब्रोकर के पास जरूरी मार्जिन बनाए रखना आवश्यक होता है।
- लेनदेन की लागत: बार-बार बाइंग और सेलिंग करने से brokrage fee ज्यादा हो जाती है। जिससे लेनदेन की लागत बढ़ जाती है।
- मार्केट कंडीशन: STBT Strategy वौलेटाइल मार्केट या शेयरों में अच्छा काम करती है। आपको ऐसे शेयरों को शार्ट सेल करना चाहिए जिनमें ज्यादा गिरावट की संभावना हो। वीवैप इंडिकेटर
STBT और BTST अन्तर है?
बीटीएसटी में जिस दिन शेयरों को खरीदा जाता है उसके अगले दिन प्रॉफिट कमाने के लिए उन्हें बेचा जाता है।जबकि एसटीबीटी में पहले शेयरया इंडेक्स को बेचाजाता है और उसके अगले दिन प्राइस में गिरावट की आशंका के साथ उन्हें वापस खरीदा जाता है। STBT को कैश और F&O मार्केट दोनों सकते हैं। जबकि BTST को केवल F&O कर सकते हैं। क्योंकि कैश में ओवरनाईट शार्ट सेल की पोजीशन बनाने की अनुमति नहीं है।
STBT ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी क्या है?
एसटीबीटी (Sell Today Buy Tomorrow ) एक शार्ट टर्म ट्रेडिंग टेक्निक है, जिसमें मार्केट सेशन के अंत में पुट ऑप्शन को buy किया जाता है। अथवा कॉल ऑप्शन को sell किया जाता है। फिर अगले दिन मार्केट सेशन के शुरू में ही पुट ऑप्शन को वापस बेचकर और कॉल ऑप्शन को वापस खरीदकर प्रॉफिट बुक किया जाता है।
इस स्ट्रेटेजी stocks को बेचा जाता है जो ट्रेडर्स के पास नहीं होते हैं। इस उम्मीद में बेचा जाता है कि अगले दिन प्राइस गिरने पर उन्हें खरीदकर प्रॉफिट कमा लेंगे। जो Traders किन्हीं कारणों से प्राइस में होने वाली अनुमानित गिरावट से प्रॉफिट कमाना चाहते हैं। वही इस ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी का उपयोग करते हैं।
क्या मैं आज ऑप्शन बेच सकता हूँ और कल खरीद सकता हूँ?
ऑप्शन खरीदार को ऑप्शन की भविष्य की एक्सपायरी डेट तक एक निर्दिष्ट प्राइस पर एसेट खरीदने या बेचने का अधिकार होता है। लेकिन दायित्व नहीं होता है। ऑप्शन खरीदार केवल डील लॉक करने के लिए प्रीमियम का भुगतान करता है।
उम्मीद है, आपको यह STBT फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपको यह STBT Future & Options Trading Strategy (Sell Today Buy Tomorrow) in Hindi. आर्टिकल पसंद आये तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
शेयर मार्केट के बारे में ऐसी ही ज्ञानवर्धक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप इस साइट को जरूर सब्स्क्राइब करें। आपको यह आर्टिकल कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताएं। आप मुझे फेसबुक पर भी जरूर फॉलो करें क्योंकि मैं वहाँ शेयर मार्केट के बारे में नई-नई जानकारियां शेयर करती रहती हूँ।
कोई टिप्पणी नहीं