Cryptocurrency क्या है, क्रिप्टोकरेंसी से पैसे कैसे कमायें?

आजकल आप बहुत से लोगों से क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin, Ethereum, Ripple आदि के बारे में सुन रहे होंगे। आपने यह भी सुना होगा कि लोग इनमें इन्वेस्ट करके बहुत जल्दी अमीर बन रहे हैं। आप भी जानना चाहेंगे कि Cryptocurrency kya hai? esse paise kaise kamaye? ये बिटकॉइन, एथेरेयम, रिप्पल आदि क्या हैं? 

क्या इनमे पैसे लगाना चाहिए? क्या यह लीगल हैं? क्रिप्टो करेंसी में पैसा कैसे इन्वेस्ट किया जाता है? आइए जानते हैं - क्रिप्टोकरेंसी क्या है, क्रिप्टोकरेंसी से पैसे कैसे कमाए? इस आर्टिकल में यह समझाने की कोशिश की गई कि क्या आप भी Cryptocurrency से पैसे कमा सकते है?
                                     
                                                                   

Cryptocurrency kya hai esse paise kaise kmaye?

यदि आप क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्टमेंट करने के एक्सपर्ट बनना चाहते हैं तो आपको क्रिप्टो करेंसी और ब्लॉकचैन भविष्य निवेश का एक क्षेत्र बुक जरूर पढ़नी चाहिए। 
 

Cryptocurrency क्या है?

इस पूरी दुनिया में करीब 199 देशों की अपनी-अपनी अलग करेंसी है। क्रिप्टो करेंसी भी एक ऐसी ही करेंसी है। जिसे digital currency भी कहते हैं, दुनिया के सभी देशों की करेंसी को अलग-अलग नामों से जाना जाता है। जैसे भारतीय करेंसी को इंडियन रूपी यानी INR के नाम से जाना जाता है।

ऐसे ही अमेरिकी करेंसी को US Dollars के नाम से जाना जाता है। इसी तरह यूरोप की कर्रेंसी को यूरो के नाम से जाना जाता है। इसी तरह Cryptocurrency भी एक करेंसी है और यह यूनिवर्सल करेंसी है, जिसके अंतर्गत बहुत सारी करीब 6000 के करीब करेंसी हैं। जैसे कि बिटकॉइन एथेरियम, रिप्पल आदि। भारतीय फाइनेंसियल

 Cryptocurrency क्यों बनाई गई?

2008 में जब भयंकर मंदी आई थी, जिसकी वजह से पूरी दुनिया में आर्थिक रूप से भारी उथल-पुथल हुई। सभी देशों के Share market भी बुरी तरह गिरने लगे, जिसकी वजह से लोगों को भारी नुकसान हुआ। उसी समय किसी व्यक्ति ने सोचा कि लोगों का अपने पैसों पर कोई कंट्रोल नहीं है।

कंपनियां डूब रही हैं, तो उनके निवेश किए हुए पैसे भी डूब रहे हैं। प्रॉपर्टी की कीमतें गिरने की वजह से जिन लोगों ने रियल एस्टेट में पैसा लगाया था। उनकी खरीदी हुई प्रॉपर्टी की कीमत भी बहुत कम हो गई है। जिसकी वजह से लोगों को लगा कि उनका अपनी मनी पर कंट्रोल होना चाहिए ।

इस तरह जन्म हुआ क्रिप्टोकरेंसी का क्योंकि बहुत से लोग दुनिया को बदलने की ताकत रखते हैं। यहीं से क्रिप्टो करेंसी की शुरुआत हुई, क्रिप्टोकरेंसी दो शब्दों से मिलकर बना है। पहला शब्द है क्रिप्टो, तथा दूसरा शब्द है करेंसी, जिसमें क्रिप्टो का अर्थ है छुपा हुआ यानी गोपनीय। हैजिंग स्ट्रेटेजी 

करेंसी के बारे में सभी जानते हैं, करेंसी मुद्रा को कहते हैं। इस तरह क्रिप्टोकरेंसी का अर्थ है गोपनीय मुद्रा या छुपी हुई करेंसी। क्रिप्टोकरेंसी इंक्रिप्टेड होती है, इसे देने वाला और लेने वाला ही देख सकते हैं। इनके अलावा और कोई भी इनके लेनदेन के बारे में नहीं जान सकता।

Cryptocurrency को किसने बनाया?

क्रिप्टोकरेंसी को सातोंसी नाको मोटो नामक एक जापानी व्यक्ति ने बनाया था। अब इस व्यक्ति के बारे में कोई भी जानकारी नहीं है, कि यह कौन है, कहां पर रहता है, जीवित भी है या नहीं? Cryptocurrency बनाने के बाद यह व्यक्ति गायब हो गया। फांग शेयर

Cryptocurrency में कैसे इन्वेस्ट किया जा सकता है?

2009  में जब क्रिप्टोकरेंसी बनाई गई थी। तब उसका मूल्य जीरो था तथा इसका नाम बिटकॉइन था क्योंकि तब किसी को यह नहीं मालूम था कि Cryptocurrency होती क्या है? इसे क्यों और कैसे खरीदा जाता है? धीरे-धीरे इसके बारे में लोगों को जानकारी हुई और लोग इसे खरीदने लगे।

2010 में इसकी कीमत दो रूपये पिच्चासी पैसे के करीब हो गई थी। आप को जानकर आश्चर्य होगा कि आज (15-07-2024) एक बिटकॉइन की कीमत 52,73,390 INR से भी ज्यादा हो गई है। भारतीय रूपये में इसका अब तक का हाईएस्ट प्राइस 60,57,834.21 रुपये रह चुका है। 

अब आप ही सोचिए यदि किसी व्यक्ति ने दो रूपये पिच्चासी पैसे में बिटकॉइन खरीदे और उन्हें होल्ड किया होगा, तो आज उसको कितना ज्यादा मुनाफा होगा। वह व्यक्ति मालामाल हो गया होगा उसे करोड़ों नहीं, अरबों का मुनाफा हुआ होगा। मार्केट रिस्क

क्रिप्टोकरेंसी का प्राइस बढ़ता कैसे हैं?


क्रिप्टो करेंसी की कीमत इतनी बढ़ क्यों रही है, इसका सीधा सा कारण है डिमांड और सप्लाई का फार्मूला क्योंकि जैसे-जैसे क्रिप्टो करेंसी की डिमांड बढ़ रही है। तो उसका प्राइस भी बढ़ रहा है। जैसे ही इसकी डिमांड कम हो जाती है, इसका प्राइस भी कम हो जाता है।

जिस व्यक्ति ने Bitcoin बनाया था, उसने पूरी दुनिया के लिए कुल 21 मिलियन बिटकॉइन ही बनाए थे। ना ही इससे ज्यादा और ना ही इससे कम। अभी तक 18 मिलियन के लगभग बिटकॉइन मार्केट में आ चुके हैं, ऐसा माना जाता है कि करीब तीन मिलियन बिटकॉइन को उनके मालिक अपनी लापरवाही की वजह से खो हो चुके हैं। 

यह लोग अपने वॉलेट का पासवर्ड अपनी लापरवाही की वजह से भूल गए या किसी वजह से खो गया। ये Bitcoin मार्केट में आ भी सकते हैं। बिटकॉइन का प्राइस बढ़ने का एक कारण इसकी बढ़ती हुई मान्यता भी है। 

कुछ महीने पहले टेस्ला के चेयरमैन एलन मस्क ने घोषणा की थी कि लोग उनकी कार खरीदने के लिए बिटकॉइन का लीगल टेंडर कर सकेंगे। जिसके कारण कुछ ही दिनों में बिटकॉइन का प्राइस 43 लाख रुपए के करीब पहुंच गया था। 

बिटकॉइन में बड़े बड़े बिजनेसमैन ने पैसा इन्वेस्ट किया है। इसमें एलन मस्क ने भी पैसा इन्वेस्ट किया है। उन्होंने यह बयान दिया था कि आने वाला समय Cryptocurrency का है। 

इसकी वजह से भी क्रिप्टोकरंसी के भाव बढ़ने लगे कुछ समय पहले एलन मस्क ने यह घोषणा की थी। कि वह क्रिप्टोकरेंसी को लीगल टेंडर के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे। उनके ऐसे बयान देने के बाद बिटकॉइन का भाव ₹43000 से गिरकर 33 लाख के करीब आ गया था। यानी कि जिस भी इन्वेस्टर के पास एक बिटकॉइन था उसे सीधे ₹1000000 का नुकसान हुआ

Cryptocurrency भारत में लीगल है या नहीं?

 Bitcoin भारत में लीगल है, लेकिन केवल ट्रेडिंग के लिए। 6 अप्रैल 2018 को पहले तो आरबीआई ने इसकी ट्रेडिंग पर बैन लगा दिया था, फिर फरवरी 2020 में इसकी ट्रेडिंग से बैन हटा दिया। क्रिप्टोकरेंसी लीगल बिल्कुल भी नहीं है। शेयर बाजार

Cryptocurrency का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि इसमें कोई भी मीडिएटर नहीं होता है। जैसे कि मान लीजिए आप इंडिया में रहते हैं और आपके पास विदेश से पैसा आता है।  तो पैसा सबसे पहले बैंक में आएगा। बैंक आपसे वेरीफाई करेगा, कई तरह के सवाल करेगा। जैसे यह पैसा किसने भेजा है? किस उद्देश्य से भेजा है आदि।  

इसके बाद ही वह पैसा आपके पास पहुंच पाएगा। Cryptocurrency में ऐसा बिलकुल भी नहीं है। इसमें एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पैसा जाना बहुत ही आसान है। क्रिप्टोकरसी एक ग्लोबल मनी है, आप इसे बिना किसी की इजाजत के एक देश से दूसरे देश में इमीडीएटली भेज सकते हैं।

इसका एक बहुत ही बड़ा फायदा यह भी है कि इसमें ट्रांजैक्शन फीस बहुत ही कम होती है। वहीँ दूसरी तरफ यदि आपको डॉलर से इंडियन रूपी में या इंडियन रूपी से डॉलर में मनी को कन्वर्ट करवाना है। तो उसमें आपको एक अमाउंट देना होता है, जबकि क्रिप्टोकरेंसी में ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।

Cryptocurrency के नुकसान

Cryptocurrency इसका सबसे बड़ा नुकसान यह है कि यदि आप  इसे किसी को भेजते समय, इसका एक भी नंबर गलत या आगे पीछे कर देते हैं। तो आप इसका कभी भी पता नहीं लगा सकते कि आपकी करेंसी किस व्यक्ति के पास पहुंच गई। आपको यह वापस भी नहीं मिल सकती। Mutual Funds

जबकि बैंक में ऐसा नहीं है, बैंक में गलत ट्रांजैक्शन होने पर पता चल जाता है कि आपका पैसा किस व्यक्ति के पास चला गया। आप बैंक से रिक्वेस्ट करके अपना पैसा वापस भी पा सकते हैं। Cryptocurrency में  एक बार ट्रांजेक्शन होने के बाद आप यह पता यह पता नहीं लगा सकते कि यह किस व्यक्ति के पास पहुंच गयी। इसलिए गलत ट्रांजक्शन होने पर क्रिप्टोकरेंसी को वापस असंभव है। 

जिससे अवैध कार्यों को बढ़ावा मिलता है, बहुत सारे आतंकवादी इसका इस्तेमाल आतंक फैलाने के लिए करते हैं। Cryptocurrency का तीसरा नुकसान यह है कि आप इसकी वैल्यू का अनुमान नहीं लगा सकते कि इसकी वैल्यू घटेगी या बढ़ेगी।

Cryptocurrency टर्म Blockchain और mining 

ब्लॉकचेन (Blockchain)

 Cryptocurrency  में ट्रांजैक्शन ब्लॉकचेन के द्वारा होते हैं। ट्रांजैक्शन की सारी जानकारी ब्लॉक्स में भरी जाती है, जैसे ही एक ब्लॉक जानकारी से भर जाता है। उसमें दूसरा ब्लॉक जोड़ दिया जाता है फिर उस में जानकारी भरने लग जाती है। इसी तरह इसकी चैन बनती जाती है, जिसे ब्लॉकचेन कहते हैं इसी Blockchain में क्रिप्टोकरेंसी की पूरी जानकारी सुरक्षित रहती है। इनसाइडर ट्रेडिंग

माइनिंग (Mining)

Cryptocurrency  में पैसा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को फिजिकली फॉर्म में यानी कि नगद नहीं भेजा जाता है। क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल है, यानी कि इसमें पैसा कोडिंग के रूप में रहता है। कोडिंग करने वाले व्यक्तियों को ही माइनर कहा जाता है. कोई भी इसे पढ़ नहीं सकता। माइनर भी यह नहीं कि  क्रिप्टोकरेंसी किस से किस व्यक्ति पास ट्रांसफर हो  रही है। 

कोडिंग के रूप में रखी  कोक्रिप्टोकोर्रेंसी को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को भेजने की प्रक्रिया ही mining कहलाती है। एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को भेजने के लिए बीच में जो व्यक्ति होते हैं उन्हें कहते हैं माइनर कहते हैं।

क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग में बहुत सारे लोग लगे रहते हैं। जो लोग माइनिंग का काम करते हैं, उन्हें mining  करने के लिए उन्हें अपने घरों में बहुत बड़े-बड़े कंप्यूटर लगाने पड़ते हैं। क्योंकि छोटे कंप्यूटरों से माइनिंग नहीं हो सकती। इसके लिए बहुत पावरफुल कंप्यूटर की जरूरत पड़ती है। Warren Buffet biography

माइनिंग में बहुत सारा डाटा रिसीव होता है और बहुत सारा डाटा ट्रांसफर किया जाता है। इसीलिए बहुत बड़े-बड़े कंप्यूटर लगाने पड़ते हैं, कंप्यूटरों के द्वारा क्रिप्टो के डाटा को रिकॉर्ड करके क्रिप्टोकरेंसी को सही व्यक्ति तक पहुंचाया जाता है। माइनिंग करने के बदले में माइनर को थोड़ा सा क्रिप्टोकरेंसी मिलता है।

क्रिप्टो करेंसी को कोई भी व्यक्ति बना सकता है। अभी मार्केट में 6000 से भी ज्यादा क्रिप्टोकरंसी उपलब्ध है। इनमे से करीब दो हजार डेड चुकी है क्योंकि इनका कोई भी इस्तेमाल नहीं हो रहा है। यानी कि कोई भी व्यक्ति इन्हे खरीद ही नहीं रहा है। केवल 5 से 6 क्रिप्टोकरंसी ही फेमस क्रिप्टोकरसी है।

करीब पांच या छह क्रिप्टो ने इसके करीब  80% हिस्से पर काबू कर रखा है। क्रिप्टोकरेंसी खरीद ने वाले लोगों में करीब 80% लोगों ने केवल 5-6 फेमस क्रिप्टोकरेंसी में ही इन्वेस्ट कर रखा है। कोई भी आम इंसान क्रिप्टोकरेंसी खरीद सकता है क्योंकि पूरी क्रिप्टोकरेंसी खरीदने की जरूरत नहीं है। आप इसकी थोड़ी सी मात्रा भी ले सकते हैं। गामा ब्लास्ट ऑप्शन ट्रेडिंग

जैसे कि मान लीजिए आप बिटकॉइन खरीदना चाहते हैं। एक बिटकॉइन की कीमत करीब 4500000 रूपये है तो आपको पूरा बिटकॉइन खरीद ने की जरूरत नहीं है। आप इसका एक छोटा टुकड़ा भी खरीद सकते हैं। आप अपने बजट के हिसाब से 100 या 200 रूपये की  क्रिप्टोकरेंसी भी खरीद सकते हैं और उसे बेच भी सकते हैं। 

Cryptocurrency को खरीदना चाहिए या नहीं?

यहां पर सवाल ये है कि आपको क्रिप्टो करेंसी को खरीदना चाहिए या नहीं? कब खरीदना चाहिए? आपको इससे फायदा होगा या नुकसान? आपने यह भी सुना होगा कि मौके पर चौका मारना, जिन लोगों ने 2008 में एक बिटकॉइन को दो रूपये पिच्चासी पैसे की दर से खरीद कर मौके पर चौका मारा था।

आज उन लोगों के एक बिटकॉइन की कीमत 52 लाख रूपये से भी ज्यादा हो चुकी है। 2010 में एक बिटकॉइन की कीमत दो रूपये पिच्चासी पैसे थी। आप इससे ही अनुमान लगा सकते हैं कि उन लोगों को कितना प्रॉफिट हो गया। यानी उन्होंने क्रिप्टो करेंसी से कितना मुनाफा कमाया? Cryptocurrency शेयर मार्केट की तरह नहीं है, यह एक तरह से लीगल सट्टा है। पंप एंड डंप स्कीम

आप इसमें केवल अनुमान लगाते हैं कि इसका प्राइस गिरेगा या चढ़ेगा। इसमें निवेश करने से आपको नुकसान हो गया फायदा? यह समय ही बताएगा। जून 2021 में Bitcoin को El Salvador की सरकार ने अपने देश में लीगल मुद्रा की अनुमति दे दी है. यानी वहां पर इसे लीगल टेंडर के रूप में स्वीकार कर लिया गया है।

इससे इसका भविष्य काफी उज्जवल नजर आ रहा है. विश्व के दिग्गज उद्योगपति और निवेशकों की राय क्रिप्टोकरेंसी के बारे में अलग-अलग है, जैसे कि प्रसिद्ध निवेशक वॉरेन बफेट कहते हैं कि क्रिप्टोकरसी एक जुआ है या सट्टा है। इसलिए आपको इसमें अपना पैसा बिल्कुल भी इन्वस्ट नहीं करना चाहिएं। फ्रंट रनिंग

वहीं दूसरी तरफ प्रसिद्ध उद्योगपति एलन मस्क क्रिप्टोकरेंसी को भविष्य की मुद्रा बताते हैं। उन्होंने इसमें भारी इन्वेस्ट भी किया है। आने वाले समय में क्रिप्टोकरसी का भविष्य कैसा होगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा। आपको क्रिप्टोकरेंसी के बारे में मेरी यही राय है कि आप बहुत ही सोच समझ कर निर्णय करें कि आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए या नहीं।  

जोखिम तो जीवन के हर क्षेत्र में है लेकिन सही जानकारी के द्वारा जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है। आपने Share market के बिगबुल रहे हर्षद मेहता का प्रसिद्ध वाक्य तो सुना ही होगा "रिश्क है तो इश्क है" आप क्रिप्टोकरसी में अपना थोड़ा सा पैसा लगाने का रिस्क तो ले ही सकते हैं। लेकिन इसमें ज्यादा पैसा लगाने की भी गलती आपको नहीं करनी चाहिए। हर्षद मेहता स्कैम 1992

उम्मीद है, आपको इस Cryptocurrency क्या है? क्रिप्टोकरेंसी से पैसे कैसे कमायें? आर्टिकल से क्रिप्टोकरेंसी के बारे में काफी जानकारी मिल गई होगी। अगर आपको Cryptocurrency kya hai esse  paise kaise kmaye आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। 

मेरी हमेशा यही कोशिश कि आर्टिकल लिखूँ ज्ञानवर्धक लिखूँ। इस आर्टिकल में क्रिप्टोकरेंसी क्या है?  क्रिप्टो करेंसी से पैसे कैसे कमायें? के बारे में विस्तार से बताया गया है। अगर आप ऐसे और भी ज्ञानवर्धक आर्टिकल पढ़ना चाहते हैं तो इस साइट को जरूर सब्स्क्राइब करें। आप मुझे facebook पर भी फॉलो कर सकते हैं। 

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