Crypto Trading: क्रिप्टो ट्रेडिंग की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में
आज के समय में अगर किसी को ट्रेडिंग से अमीर बनना है तो उसके लिए स्टॉक मार्केट से बेहतर तरीका क्रिप्टो ट्रेडिंग है। क्योंकि शेयर मार्केट में हो रही गिरावट के कारण रिटेल ट्रेडर्स पैसा नहीं कमा पा रहे हैं।
अतः बहुत से ट्रेडर्स क्रिप्टो ट्रेडिंग की तरफ जा रहे हैं। जहाँ कम पैसों में ज्यादा प्रॉफिट कमाया जा सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं- क्रिप्टो ट्रेडिंग की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में। Crypto trading se profit kaise kamaye?
अगर आप क्रिप्टो ट्रेडिंग के एक्सपर्ट बनना चाहते हैं तो आपको बुद्धिल व्यास द्वारा लिखित क्रिप्टो में Trade कैसे करें बुक जरूर पढ़नी चाहिए।
क्रिप्टोकरेंसी के बारे में
आज के डिजिटल युग में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक प्रमुख ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग का विकल्प बन चुका है। बिटकॉइन (Bitcoin), एथेरियम (Ethereum), रिपल (Ripple), डॉगकॉइन (Dogecoin) और अन्य कई डिजिटल करेंसीज दुनिया भर में तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं। क्रिप्टो ट्रेडिंग (Crypto Trading) से आप भी प्रॉफिट कमा सकते हैं
वर्तमान समय में क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग का एक लोकप्रिय तरीका बन गया है। डिजिटल करेंसीज में इन्वेस्टमेंट करने से न केवल अच्छा रिटर्न मिल सकता है। बल्कि यह फाइनेंशियल फ्रीडम का भी एक माध्यम बन सकता है।
Crypto trading प्रॉफिट कमाने के लिए सही स्ट्रेटेजी, ज्ञान और धैर्य की आवश्यकता होती है। इस लेख में, आप विस्तार से समझेंगे कि क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग कैसे की जाती है? इसमें मुनाफा कैसे कमाया जा सकता है?
इसके साथ ही क्रिप्टो ट्रेडिंग में हाई रिस्क भी जुडा होता है। यदि आप एक शुरुआती ट्रेडर हैं और क्रिप्टो ट्रेडिंग के बारे में जानना चाहते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। पीआई (पाई) कॉइन
क्रिप्टो ट्रेडिंग क्या है?
क्रिप्टो ट्रेडिंग डिजिटल मुद्राओं की खरीद और बिक्री की प्रक्रिया है। यह ट्रेडिंग विभिन्न एक्सचेंजों पर की जाती है और यह स्टॉक मार्केट की तरह ही काम करती है, लेकिन इसमें अस्थिरता (Volatility) स्टॉक मार्केट से अधिक होती है। क्रिप्टो ट्रेडिंग भी शेयर मार्केट ट्रेडिंग की ही तरह होती है।
क्रिप्टो ट्रेडिंग में भी शेयरों के टेक्निकल एनालिसिस की ही तरह क्रिप्टो करेंसीज के टेक्निकल एनालिसिस करने की जरूत पड़ती है। इस साइट पर टेक्निकल एनालिसिस जैसे RSI, MACD, ADX इंडिकेटर, सुपर ट्रेंड इंडिकेटर आदि के ऊपर बहुत सारे आर्टिकल लिखे गए हैं। आप उन्हें पढ़कर क्रिप्टो करेंसी का टेक्निकल एनालिसिस करना सीख सकते हैं।
यदि आप क्रिप्टो ट्रेडिंग की स्पॉट ट्रेडिंग करते हैं तो आपको इसके लिए क्रिप्टो की कीमत पूरा पैसा देना होगा। जोकि बहुत अधिक होती, जैसे वर्त्तमान समय में एक बिटकॉइन का प्राइस 85000 रूपये के करीब चल रहा है। इतना पैसा ट्रेडिंग में लगाना प्रत्येक रिटेल ट्रेडर्स के बसकी नहीं होता है।
लेकिन अगर आप फ्यूचर्स और मार्जिन ट्रेडिंग करते हैं तो आप बहुत कम पैसे 500 रूपये से भी Crypto trading कर सकते हैं। लेकिन फिर भी आपको 15-20 हजार रुपयों से इसकी शुरुआत करना ठीक रहेगा। साथ ही आपको इसके रिस्क को भी मैनेज करके चलना चाहिए।
ट्रेडिंग रिस्क को मैनेज करने के लिए आपको स्टॉपलॉस जरूर लगाना चाहिए। जब आपका ट्रेड प्रॉफिट में आ जाता है, तब आपको अपने प्रॉफिट को सुरक्षित करने के लिए ट्रेलिंग स्टॉपलॉस का उपयोग जरूर करना चाहिए। कम प्राइस पर क्रिप्टो खरीदने और ज्यादा पर बेचने के लिए आपको लिमिट ऑर्डर लगाना चाहिए।
आप क्रिप्टो ट्रेडिंग निम्नलिखित प्रकार से कर सकते हैं-
- स्पॉट ट्रेडिंग (Spot Trading): स्पॉट ट्रेडिंग सबसे सरल तरीका है, जहाँ दो पक्ष मौजूदा मार्केट प्राइस पर तुरंत क्रिप्टो खरीदने और बेचने के लिए सहमत होते हैं। इसका उपयोग आमतौर पर तत्काल लेनदेन के लिए किया जाता है। जहाँ ट्रेडर्स का टार्गेट कम प्राइस पर खरीदना और प्रॉफिट कमाने के लिए अधिक प्राइस पर बेचना होता है।
- फ्यूचर्स ट्रेडिंग (Futures Trading): वास्तविक क्रिप्टो टोकन या सिक्के के विपरीत, क्रिप्टो फ्यूचर कॉन्ट्रेक्ट एक निश्चित अवधि के लिए होता है। जिसका मतलब है कि यह एक्सपायरी डेट पर एक्सपायर हो जाता है।
- मार्जिन ट्रेडिंग (Margin Trading): इसमें ब्रोकर से उधार ली गई पूंजी के साथ ट्रेड किया जाता है। जिससे ट्रेडिंग में प्रॉफिट और रिस्क दोनों बढ़ जाते हैं।
- डे ट्रेडिंग (Day Trading): इसमें एक ही दिन में कई बार क्रिप्टो की बाइंग और सेलिंग की जाती है।
- स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading): इसमें Cryptocurrency में कुछ दिनों से हफ्तों तक निवेश को होल्ड किया जाता है।
क्रिप्टो ट्रेडिंग कैसे शुरू करें?
आपको Crypto trading करने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया अपनानी चाहिए-
- सही एक्सचेंज का चुनाव: भारत में CoinDCX, WazirX, Binance, Unocoin, ZebPay क्रिप्टो एक्सचेंज हैं। जिनमें से आप अपनी इच्छानुसार अपने लिए सही एक्सचेंज चुन सकते हैं।
- एक डिजिटल वॉलेट बनाएं: अपने पैसे की सुरक्षा के लिए आपको हार्डवेयर वॉलेट (Ledger, Trezor) या सॉफ़्टवेयर वॉलेट का उपयोग करना चाहिए।
- क्रिप्टो मार्केट का एनालिसिस सीखें: फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस को समझें यह स्टॉक ट्रेडिंग के साथ-साथ क्रिप्टो ट्रेडिंग के भी काम आता है।
- रिस्क मैनेजमेंट: संभावित नुकसान को कम करने के लिए स्टॉप-लॉस और टारगेट प्राइस, ट्रेड लेने से पहले सेट करन चाहिए।
- सुरक्षा उपाय अपनाएं: अपने ट्रेडिंग अकाउंट को सुरक्षित करने के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) और मजबूत पासवर्ड का उपयोग करना चाहिए।
यदि आप सही तरीके से रिसर्च करके अपनी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी को सटीक तरीके से लागू करते हैं। तो क्रिप्टो ट्रेडिंग आपके लिए प्रॉफिटेबल साबित हो सकती है। हमेशा सतर्क रहकर ट्रेडिंग करें और सही रिस्क मैनेजमेंट करें। ताकि नुकसान को कम किया जा सके। उचित ज्ञान और सतर्कता के साथ, क्रिप्टो ट्रेडिंग आपके लिए प्रॉफिटेबल साबित हो सकती है।
उम्मीद है, आपको यह क्रिप्टो ट्रेडिंग की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपको यह Crypto trading se profit kaise kamaye? आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
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