Penny Stocks ट्रेडिंग से 63 करोड़ रूपये से अधिक कैसे कमाए?

Penny Stocks से 10 लाख रुपयों से 63 करोड़ रूपये से अधिक कमाने वाले पैनी स्टॉक ट्रेडर टिमोथी साइक्स ने पैनी स्टॉक्स में ट्रेडिंग से 63 करोड़ रूपये अधिक कमाएं हैं। अतः आपको भी उनके पैनी स्टॉक्स में ट्रेडिंग के तरीके को जानना चाहिए। ज्यादातर रिटेल ट्रेडर्स के पास ट्रेडिंग के लिए पैसे कम होते हैं इसलिए वह पैनी स्टॉक्स में ट्रेडिंग के लिए बहुत उत्सुक रहते हैं। 

यदि आप Penny Stocks में पैसा लगाना चाहते हैं तो जल्दी ना करें। पहले यह जानें कि पैनी शेयर कैसे काम करते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं- पैनी शेयरों में ट्रेडिंग से 63 करोड़ रूपये से अधिक कमाने वाले ट्रेडर, टिमोथी साइक्स के विचार| Timothy Sykes Penny Stocks Trading Strategy in Hindi. 

                                                                                       
How to Invest in Penny Stocks


अगर आप सच में शेयर मार्केट में सफल होकर पैसे कमाना चाहते हैं तो आप महेशचंद्र कौशिक द्वारा लिखित शेयर मार्केट में सफल कैसे हों बुक जरूर पढ़ें। 

Penny Stocks ट्रेडर टिमोथी sykes कौन हैं? 

टिमोथी साइक्स को पैनी स्टॉक्स में ट्रेडिंग पंद्रह से ज्यादा साल हो गए हैं। उन्होंने पॉकेट मनी के पैसों से ट्रेडिंग की शुरुआत की थी। उनका कहना है कि बहुत से ट्रेडर्स इसलिए फेल हो जाते हैं क्योंकि वे पैनी शेयरों में इन्वेस्ट करना चाहते हैं। लेकिन वे इनके बारे में सीखने के लिए टाइम इन्वेस्ट नहीं करना चाहते। 

सही माइंडसेट और सही दृष्टिकोण के साथ शेयर मार्केट में नुकसान से बचा जा सकता है। टिमोथी ने अपने ट्रेडिंग कैरियर की शुरुआत 12415 डॉलर से की थी। जोकि उनकी पॉकेट मनी थी। उन्होंने कॉलेज में रहते हुए ही अपना पहला मिलियन यानि 8.22 करोड़ रूपये कमाए थे। जोकि बहुत बड़ी रकम होती है। 

Timothi Sykes पैनी स्टॉक्स में छोटा-छोटा प्रॉफिट बुक करते हैं और पोजीशन लॉस में जाने पर बहुत जल्दी लॉस बुक करके पोजीशन को बंद कर देते हैं। यही उनकी Penny stocks से पैसा कमाने की मुख्य स्ट्रेटेजी हैं। पैनी स्टॉक्स में invest करना बहुत रिस्की होता है। बहुत सी स्मॉलकैप कंपनियां फेल हो जाती हैं इसलिए इनमें इन्वेस्ट करना गलत माना जाता है।    

Penny Stocks किसे कहते हैं?

पैनी स्टॉक्स कम प्राइस और लो वॉल्यूम पर ट्रेड करते हैं। भारत में पैनी स्टॉक का सबसे कम प्राइस 00.1 पैसा है। भारत में ये NSE & BSE स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड करते हैं। वे छोटे व्यवसाय, स्टार्टअप, ऐसी कंपनियाँ हैं, जो अपने-अपने बिजनेस में अपनी पहचान बनाना शुरू कर रही हैं। वॉरेन बफेट वे

लेकिन इनके आकार से मूर्ख नहीं बनना चाहिए। भले ही वे छोटे हों, लेकिन इन कंपनियों में पर्याप्त रिटर्न देने की क्षमता भी हो सकती है। सही रिसर्च और टेक्निक के साथ ट्रेडिंग करके Penny stocks से पैसा कमाया जा सकता है। पैनी स्टॉक में एक हाई रिस्क और हाई रिटर्न trading strategy हो सकती है। 

ये स्टॉक्स investment के लिए नहीं होते हैं। डिविडेंड स्टॉक में इन्वेस्टमेंट करके पैनी स्टॉक की वोलैटिलिटी को संतुलित कर सकते हैं। साथ ही एक स्थिर इनकम भी पा सकते हैं। शेयर मार्केट से जुड़े जोखिम को कम करने और लॉन्ग-टर्म टारगेट को अचीव करने के लिए पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन जरूरी है। 

भारत में, Penny stocks को उन कंपनियों के शेयरों के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। जिनका मार्केट केपेटलाइजेशन मूल्य 10 करोड़ रुपये से कम है। अगर निवेशकों के पास सही जानकारी और सहायता उपलब्ध है। तो इन शेयरों में निवेशकों के लिए बहुत संभावनाएं हो सकती हैं। लेकिन इसमें कई प्रकार के मार्केट जोखिम जुड़े होते हैं।

सबसे अच्छे Penny Stocks कौन से होते हैं? 

सस्टेनेबल ट्रेडिंग के लिए कोई भी पैनी स्टॉक अच्छा नहीं होता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप उनमें ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं। पैनी स्टॉक्स में ट्रेडिंग के लिए आपको अपनी investing & trading की पिछली लर्निंग्स को भूलना होगा। 

Penny stocks की दुनिया में रेटिंग और वैल्यूएशन का कोई मतलब नहीं है। इसके डिविडेंड का भी कोई फायदा नहीं है। इनमें केवल एक एक्साइटमेंट है कि ये टारगेट को अचीव कर सकते हैं। आप दिवालिया हो चुकी कंपनी के Penny stock में भी ट्रेडिंग कर सकते हैं। 

टिमोथी साइक्स का कहना है कि वे एक दशक से भी ज्यादा समय से पैनी स्टॉक्स में ट्रेडिंग कर रहे हैं। उनका कहना है कि अच्छे पैनी स्टॉक्स को चुनने के बजाय उसके चार्ट पैटर्न को देखना चाहिए। 

Penny stocks में investing के फायदे 

Timothy Sykes का कहना है कि पैनी स्टॉक्स अक्सर जिस चार्ट पैटर्न को फॉलो करते हैं। वो स्टॉक के प्राइस मोमेंटम और किसी आने वाले इवेंट से जुड़ा होता है। जैसे किसी कंपनी द्वारा नए प्रोडक्ट की लांचिंग या घोषणा आदि। 

इसी चार्ट पैटर्न को फॉलो करते हुए Timothy Sykes ने अपने प्रॉफिट का अधिकांश हिस्सा कमाया है। पैनी स्टॉक का आकर्षण उनकी क्षमता में निहित है। ये स्टॉक अक्सर कम समय में बहुत अधिक लाभ की संभावना प्रदान करते हैं। स्टॉक चार्ट्स

जो लोग stocks हाई अपसाइड मोमेंटम ढूढ़ते हैं। उनके द्वारा इन स्टॉक्स से प्रॉफिट कमानें की बहुत अधिक संभावनाएं हैं। Timothy Sykes पैनी स्टॉक्स में इंट्राडे ट्रेडिंग की सलाह देते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग आपको स्टॉक के प्राइस में शार्ट-टर्म उतार-चढ़ाव का लाभ उठाने में मदद कर सकती है। हालांकि, इसके लिए बाजार की ठोस समझ और एक सुविचारित ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी की जरूरत होती है। 

बेस्ट Penny Stocks चुनने के लिए रिसर्च और विश्लेषण करें?

जब आप एक बार रिसर्च और विश्लेषण करके कुछ स्टॉक्स को चुन लेते हैं। तो उनके चार्ट को पढ़ना बिल्कुल भी नहीं भूलना चाहिए। इस तरह आप प्री-स्पाइक penny stocks खोजने में सफल हो सकते हैं। आप जितने ज्यादा सचेत रहेंगे। उतनी ही ज्यादा प्रॉफिट वाले trade खोजने में सफल होने की संभावनाएँ बनेंगी। आप पैनी स्टॉक्स में trading करने के लिए बेस्ट स्टॉक्स निम्नलिखित प्रकार से ढूंढ सकते हैं- 

1. स्टॉक्स स्क्रीनर टूल्स: ये टूल्स किसी भी पैनी स्टॉक ट्रेडर के सबसे अच्छे दोस्त हो सकते हैं। ये टूल आपको मार्केट कैप, कीमत, वॉल्यूम और अन्य जैसे विभिन्न मानदंडों के आधार पर स्टॉक फ़िल्टर करने की अनुमति देते हैं। स्टॉक्स स्क्रीनर टूल्स स्टॉक्स की छटनी करने और संभावित ट्रेड खोजने का एक शानदार तरीका हैं। 

2. सस्ते VS. लो वॉल्यूम Stocks: सभी Penny stocks एक समान नहीं होते हैं। कुछ सस्ते होते हैं क्योंकि उनका मूल्यांकन कम किया जाता है। जबकि अन्य सस्ते होते हैं क्योंकि वे बहुत अच्छे नहीं होते हैं। इसी तरह, कुछ स्टॉक में कम ट्रेडिंग वॉल्यूम होता है क्योंकि वे हिडन जेम्स होते हैं। जबकि अन्य में कम वॉल्यूम इसलिए होता है क्योंकि कोई भी उन्हें नहीं चाहता है। इस अंतर को समझना बहुत जरूरी है। 

पैनी स्टॉक्स का मूल्यांकन करते समय उसके प्राइस से अलग देखना भी बहुत जरूरी है। कम प्राइस का मतलब यह नहीं है कि स्टॉक ट्रेडिंग के लिए अच्छा है। इसी तरह जरूरी नहीं है कि प्रत्येक लो ट्रेडिंग वॉल्यूम वाला स्टॉक हिडन जेम्स है। 

यह निर्धारित करने के लिए कि क्या यह स्टॉक ट्रेड करने के लिए एक अच्छा है। आपको उसका निम्नलिखित तरीके से फंडामेंटल एनालिसिस करना चाहिए- 

EPS: ईपीएस company की प्रोफिटिबिल्टी का माप होता है। इसकी गणना कंपनी की नेट इनकम को उसके बकाया शेयरों की संख्या से विभाजित करके की जाती है। हाई EPS मतलब कंपनी को ज्यादा प्रॉफिट हो रहा है।

Penny stock का मूल्यांकन करते समय, कंपनी के EPS को उसके प्राइस के संबंध में देखना चाहिए। हाई EPS एक अच्छा संकेत है, लेकिन अगर स्टॉक का प्राइस भी अधिक है, तो यह एक अच्छा मूल्य नहीं हो सकता है। इसके विपरीत, कम EPS एक बुरा संकेत नहीं हो सकता है अगर स्टॉक का प्राइस भी कम है। 

P/E रेश्यो: इसकी गणना कंपनी के share price को उसके EPS से विभाजित करके की जाती है। कम P/E रेश्यो अक्सर सस्ते प्राइस वाले स्टॉक को दर्शाता करता है। लेकिन यह विचार करने के लिए एकमात्र कारक नहीं है।

Penny stocks का मूल्यांकन करते समय, कंपनी के P/E रेश्यो की तुलना उसी बिजनेस की अन्य कंपनियों से करना जरूरी है। कम P/E अनुपात यह संकेत दे सकता है कि स्टॉक का मूल्यांकन कम किया गया है।लेकिन अगर उसी बिजनेस अन्य कंपनियों का P/E अनुपात और भी कम है, तो यह सबसे अच्छे प्राइस का स्टॉक नहीं हो सकता है। 

कैश और रेवेन्यू ग्रोथ: एक मजबूत कैश रिच कंपनी को कैश कठिन समय से निपटने में मदद कर सकता है। जबकि मजबूत रेवेन्यू ग्रोथ भविष्य की सफलता के लिए कंपनी की क्षमता को दर्शाती है। Penny stock का मूल्यांकन करते समय, कंपनी की कैश पोजीशन को उसके लोन के संबंध में देखना चाहिए। 

बहुत ज़्यादा कैश रिच और कम कर्ज वाली कंपनी मजबूत वित्तीय स्थिति में होती है। इसके विपरीत, कम नकदी और बहुत ज़्यादा कर्ज वाली कंपनी वित्तीय संकट में हो सकती है।

मार्केट केपेटलाइजेशन: मार्केट कैपिटलाइज़ेशन पैनी स्टॉक का मूल्यांकन करने के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है। यह किसी कंपनी के आकार का एक माप है, जिसकी गणना कंपनी के स्टॉक्स के प्राइस को उसके बकाया शेयरों की संख्या से गुणा करके की जाती है। ज़्यादा मार्केट कैप अक्सर एक ज़्यादा स्थापित कंपनी को इंगित करता है।

Penny stocks में ज्यादा मार्केट कैप दोधारी तलवार की तरह काम करता है। एक तरफ, यह संकेत दे सकता है कि कंपनी के पास एक ठोस आधार है और इसके डूबने की संभावना कम है। दूसरी तरफ, इसका यह भी मतलब हो सकता है कि कंपनी के शेयर में नाटकीय मूल्य उतार-चढ़ाव का होने की संभावना कम है जो बड़े मुनाफे की ओर ले जा सकता है। 

Penny Stocks कैसे खरीदें?

अगर आपने रिसर्च करके एक अच्छा पैनी स्टॉक चुन लिया है। तो आपको निम्नलिखित सावधानियाँ रखते हुए पैनी स्टॉक को खरीदना चाहिए- 
  1. भारत में दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज हैं: NSE & BSE, जिस एक्सचेंज पर आपके द्वारा खरीदें जाने वाले स्टॉक में ज्यादा ट्रेडिंग वॉल्यूम हो आपको उस स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेडिंग करनी चाहिए। 
  2. पैनी स्टॉक बहुत अधिक जोखिम भरे होते हैं। अतः इनमें ट्रेडिंग करने से पहले अपनी रिस्क उठाने की क्षमता को देखना चाहिए। यदि आप अपने पूरे निवेश को संभावित रूप से खोने के विचार से सहज नहीं हैं। तो पैनी स्टॉक आपके लिए सही विकल्प नहीं हो सकता है।
  3. लिमिट ऑर्डर: पैनी स्टॉक में ट्रेडिंग के लिए एक उपयोगी टूल हो सकता है। क्योंकि Penny stocks अक्सर अधिक वोलाटाइल होते हैं। इसलिए लिमिट ऑर्डर आपको स्टॉक के लिए बहुत अधिक भुगतान करने या इसे बहुत कम प्राइस पर बेचने से बचने में मदद कर सकता है। 
  4. मार्केट ऑर्डर: मार्केट ऑर्डर सबसे अच्छी उपलब्ध price पर स्टॉक खरीदने या बेचने का ऑर्डर होता है। इस प्रकार के ऑर्डर के जल्दी भरे जाने की संभावना है, लेकिन कीमत पर आपका नियंत्रण कम होता है। मार्केट ऑर्डर बहुत जोखिम भरे होते हैं। चूँकि Penny stocks का अक्सर कम कारोबार होता है। इसलिए मार्केट ऑर्डर को मौजूदा मार्केट प्राइस से काफी अलग कीमत पर भरा जा सकता है। 
  5. खरीदने से पहले आपके द्वारा चुने गए पैनी स्टॉक की अन्य अच्छे पैनी स्टॉक से तुलना करनी चाहिए। जिसमें कंपनी के EPS, P/E रेश्यो, कैश एंड रेवेन्यू, बुक वैल्यू की आपस में तुलना कर सकते हैं। 
  6. पैनी स्टॉक की तुलना करने में कई तरह के कारकों को देखना चाहिए। ऊपर बताए गए कारकों के अलावा, आपको कंपनी के बिजनेस, उसकी प्रतिस्पर्धी स्थिति और उसकी विकास संभावनाओं पर भी विचार करना चाहिए। 

Penny Stocks की विशेषताएं 

पैनी स्टॉक्स में निम्नलिखित विशेषताएं होती हैं- 
  • इनमें लिक्विडिटी कम होती है, जिसके कारण इन स्टॉक्स के बायर और सेलर कम होते हैं। इससे स्टॉक के प्राइस को प्रभावित किए बिना शेयर buy & sell मुश्किल हो सकता है। कम लिक्विडिटी दोधारी तलवार होती है। एक तरफ, अगर स्टॉक  का प्राइस गिरने लगे तो आपके शेयर बेचना मुश्किल हो सकता है। दूसरी तरफ, यह बड़े मूल्य उतार-चढ़ाव के अवसर भी पैदा कर सकता है। जिससे अगर आप ट्रेड के सही पक्ष में हैं तो बड़ा मुनाफ़ा हो सकता है। 
  • अधिकतर पैनी स्टॉक्स नई कंपनियों के होते हैं, जिनको मार्केट में लिस्ट हुए ज्यादा समय नहीं हुआ होता है। इसलिए इनका डेटा भी सीमित होता है। अतः इनके प्राइस का अनुमान लगाना भी कठिन होता है। लेकिन यह उन traders के लिए एक मौके की तरह होता है जो खुद रिसर्च करते हैं और कंपनी की फाइनेंसियल स्थिती के बारे में गहरी समझ रखते हैं। 
  • Penny stocks का प्राइस अक्सर कम होता है इसलिए  ट्रेडर्स इनकी तरफ ज्यादा आकर्षित होते हैं। रिटेल ट्रेडर्स कम पैसों में भी इन stocks को बड़ी मात्रा में खरीद पाते हैं। कम प्राइस होने के कारण अक्सर इनकी वैल्यू भी अच्छी नहीं होती है। अतः इनमें trade लेने से पहले इनके फंडामेंटल और ग्रोथ की संभावनाओं को भी देखना चाहिए। 
  • Timothy Sykes कहते हैं कि पैनी स्टॉक्स ने इन्वेस्टमेंट नहीं करना चाहिए। लेकिन अगर आप हाई प्रॉफिट की संभावनाओं वाले ट्रेड तलाश कर रहे हैं। तो आपको पैनी स्टॉक अच्छा कमाकर दे सकते हैं। 
  • पैनी स्टॉक्स में लार्ज कैप और मिडकैप की तुलना में ट्रेडिंग के लिए कम कम्पटीशन मिलेगा। लेकिन ये हाई-रिटर्न की संभावनाओं से भर होते हैं।  
सारांश:

पैनी स्टॉक्स में trading सभी के लिए नहीं है। सही रिसर्च और इनमें शामिल रिस्क की सही समझ के साथ इनमें ट्रेडिंग फायदे का सौदा हो सकती है। इनमें ट्रेड लेने से पहले होमवर्क जरूर करें और अपनी क्षमता से ज्यादा रिस्क कभी ना उठाएं।

ट्रेडिंग कोई रॉकेट साइंस नहीं है। यह एक ऐसा कौशल है, जिसे आप किसी अन्य कौशल की तरह विकसित कर सकते हैं और उस पर काम कर सकते हैं। टिमोथी सैक्स का कहना है "ट्रेडिंग ने मेरी ज़िंदगी बदल दी है, और मुझे लगता है कि इस तरह की ज़िंदगी को और लोगों के लिए भी खोला जाना चाहिए" इस तरह आप पैनी स्टॉक्स में ट्रेडिंग करके अथाह धन कमा सकते हैं। 

उम्मीद है, आपको यह Penny Stocks ट्रेडिंग से 63 करोड़ रूपये से अधिक किस strategy से कमाए आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपको यह Timothy Sykes Penny Stocks Trading Strategy in Hindi आर्टिकल पसंद आये तो इसे सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। 

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