स्टॉक चार्ट्स को पढ़कर मार्केट से कमाएं लाखों Read Stock Charts
शेयरों के चार्ट्स को पढ़ना या समझना टेक्निकल एनालिसिस के अंतर्गत आता है। आइए विस्तार से जानते हैं- स्टॉक चार्ट्स को पढ़कर शेयर मार्केट से कमाएं ढेरों रूपये How to read stock charts? Full Guide in Hindi.
अगर आप भी शेयर मार्केट में नुकसान से बचना और पैसे कमाना चाहते हैं तो आपको महेशचंद्र कौशिक द्वारा लिखित शेयर मार्केट में अब्दुल जीरो से हीरो कैसे बना बुक जरूर पढ़नी चाहिए।
Stock Chart के बारे में
यदि आप किसी विशेष कंपनी के शेयर में investment करना चाहते हैं। तो आपको उसके शेयर प्राइस को जस्टिफाइड करने के लिए टेक्निकल एनालिसिस करने की जरूरत होती है। इसमें मुख्य रूप से चार्ट्स को पढ़ना और समझना शामिल होता है।
Stock Charts आपको यह देखने में मदद करते हैं कि पर्टिकुलर शेयर का प्राइस, मार्केट में होने वाले बदलावों के साथ कैसी प्रतिक्रिया करता है। यह आपको trend को पहचानने में मदद कर सकता है। जिससे आप सही निर्णय ले सकते हैं। स्टॉक ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग करते समय स्टॉक प्राइस का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करना चाहिए। डब्बा ट्रेडिंग
आजकल कई ऐसे एडवांस चार्ट्स ऑप्शंस उपलब्ध हैं। जिनके द्वारा आप स्टॉक मार्केट के चार्ट्स अच्छी तरह से समझ सकते हैं। अगर आप charts को अच्छी तरह से पढ़ना सीख जाते हैं तो आप शेयर मार्केट से पैसे कमाने में जरूर सफल होंगे। स्टॉक चार्ट मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं-
- बेसिक चार्ट
- एडवांस चार्ट
Basic Chart
बेसिक चार्ट में आप अपने द्वारा चुनी गए टाइम पीरियड में स्टॉक प्राइस के प्रदर्शन का मूल्यांकन कर सकते हैं। बेसिक चार्ट स्टॉक्स के बारे में निम्नलिखित जानकारियाँ प्रदान करता है- अंडरवैल्यूड शेयर
- वर्तमान स्टॉक प्राइस
- लाइन और कैंडलस्टिक दो प्रकार के स्टॉक चार्ट
- NSE & BSE दोनों स्टॉक एक्सचेंजों पर शेयर का प्रदर्शन, आप जिस पर चाहें देख सकते हैं।
- Company के कुल शेयरहोल्डर्स की संख्या
- टाइम पीरियड
- एक दिन (1D)
- एक सप्ताह (1W)
- एक महीना (1M)
- एक साल (1Y)
- तीन साल (3y)
- पाँच साल (5Y)
- ज्यादा से ज्यादा (Max)
Avanced Chart
एडवांस चार्ट में बहुत सारे फीचर्स होते हैं। जैसे कि आप चार्ट को एक मिनट, दो मिनट, तीन मिनट,चार मिनट, पाँच मिनट से लेकर पाँच साल तक के टाइम फ्रेम में देख सकते हैं। साथ बहुत सारे टेक्निकल इंडीकेटर्स और ट्रेंडलाइंस लगाकर आप शेयर खरीदने और बेचने के सिग्नल ढूंढ सकते हैं। आपको मार्केट में पोजीशन बनाने से पहले Stock chart पर क्या-क्या देखना चाहिए?
चार्ट पर stock के बारे में बहुत ज्यादा जानकारियां दी होती हैं। अगर एक शुरूआती ट्रेडर् और इन्वेस्टर सभी टेक्निकल इंडीकेटर्स को एक साथ चार्ट पर अप्लाई करके देखने लग जायेगा तो इससे वह कन्फ्यूज भी हो सकता है। अगर आप एक साथ चार्ट पर बहुत सारे इंडीकेटर्स लगा लेंगे तो इससे चार्ट गंदा हो जाता है और उस chart को read करने में परेशानी हो सकती है। 90% ट्रेडर्स नुकसान करते हैं?
आपको Chart क्यों पढ़ना चाहिए?
स्टॉक चार्ट को पढ़ें बिना Share market में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग करना अंधेरे में तीर चलाने के बराबर है। आपको स्टॉक चार्ट्स को पढ़ने में एक्सपर्ट होना ही चाहिए।
- जिससे आप सफल ब्रेकआउट वाले stock ढूंढ सकें और चुन सकें।
- आप फाल्स ब्रेअकाउट्स के जाल में फसनें से बच सकें। यह जान सकें कि स्टॉक को कब buy & sell करना है।
- स्टॉक के डिमांड और सप्लाई एरिया यानि सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस लेवल को पहचान सकें।
- Stoploss कहाँ लगाना है, उस एरिया को पहचान सकें।
- स्टॉक प्राइस में उतार-चढ़ाव यानि वोलेटिलिटी लेवल को जान सकें।
- सबसे जरूरी स्टॉक के trend को पहचान सकें। भारत के बिगबुल राकेश झुनझुनवाला साहब कहते थे "ट्रेंड इज अवर फ्रेंड"
Stock Charts को कैसे read करें?
आप किसी भी स्टॉक चार्ट को निम्नलिखित तरीके से पढ़ सकते हैं। आप किसी भी स्टॉक के चार्ट को देखकर चार्ट देखने की शुरुआत कर सकते हैं। आपको चार्ट में क्या-क्या देखना चाहिए-
- स्टॉक, एक्सचेंज और सिंबल: ऊपर बाईं ओर आपको कंपनी का नाम, उसका स्टॉक सिंबल (जिसे टिकर भी कहा जाता है) और उस एक्सचेंज का नाम मिलेगा जिस पर शेयर ट्रेड होता है।
- Stock price में बदलाव: स्टॉक सिंबल के सामने आपको उस दिन OHLC डाटा दिखेगा। जिसमें आपको निम्नलिखित जानकारी मिलेगी- दिन का open प्राइस, दिन का low प्राइस, दिन का closing प्राइस। 52 वीक हाई और लो प्राइस भी आपको धयान में रखना चाहिए।
- टाइम पीरियड: स्टॉक चार्ट आपको समय के साथ स्टॉक के प्राइस में होने वाले उतार-चढ़ाव का अध्ययन करने का ऑप्शन देता है। इसमें एक दिन से लेकर कई वर्षों तक का देता होता है। आमतौर पर शार्ट टर्म ट्रेडर्स share price के उतार-चढ़ाव को जानने के लिए उसका इंट्राडे या वीकली चार्ट देखते हैं। लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स मंथली या ईयरली चार्ट देखना पसंद करते हैं।
- नेट चेंज: stock chart पर आपको उसके प्राइस में परिवर्तन को प्रतिशत में दिखाया जाता है। यदि शेयर का प्राइस गिरता है तो उसे लाल रंग में और अगर शेयर का प्राइस चढ़ता है तो उसे हरे रंग में दिखाया जाता है। इस डाटा को आप लाइन चार्ट और कैंडलस्टिक चार्ट में बड़ी आसानी से देख सकते हैं।
- ट्रेडिंग वॉल्यूम: आप चार्ट की लाइंस या कैंडल्स पर माउस घुमाकर उस दिन का वॉल्यूम देख सकते हैं। ट्रेडिंग वॉल्यूम को जरूर देखना चाहिए क्योंकि अगर बढ़े हुए वॉल्यूम के साथ किसी स्टॉक प्राइस में बढ़त या गिरावट होती है। तो इसका मतलब यह ट्रेंड आगे भी जारी रह सकता है। यदि कम वॉल्यूम के साथ किसी स्टॉक के प्राइस में परिवर्तन हो रहा है तो यह फाल्स ब्रेकआउट हो सकता है।
Trendline को पढ़ें
चार्ट पर आपको जो ऊपर-नीचे जाती हुई लाइन दिखाई देती है। इसी को ट्रेंड लाइन कहते हैं। कैंडलस्टिक चार्ट पर यह लाल और हरी कैंडल्स से बनी होती है और लाइन चार्ट पर यह लाइन नीले रंग की होती है। यह शेयर के रियल प्राइस मूवमेंट को दर्शाती है।
यदि आपको इसके द्वारा शेयर प्राइस में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नजर आता है तो उसके बारे में आपको गहराई से जानना चाहिए कि ऐसा क्यों हुआ और इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं? उसके बाद ही आपको उस शेयर को buy or sell करने का निर्णय लेना चाहिए।
टेक्निकल चार्ट को पढ़ने के लिए आपको टेक्निकल इंडीकेटर्स के ऑप्शन पर क्लिक करना चाहिए। वहां से आप स्टॉक प्राइस का MACD, RSI, SMA, EMA सहित अन्य बहुत सारे इंडीकेटर्स को लगाकर शेयर प्राइस का गहन विश्लेषण कर सकते हैं।
Price और Volume का सही विश्लेषण:
आपको शेयर के प्राइस में होने वाले बदलाव के साथ-साथ उसके ट्रेडिंग वॉल्यूम में क्या चेंज हुआ? उसको भी समझना होगा, तभी आप शेयर मार्केट ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग की पोजीशन बनाने के सही निर्णय ले पाएंगे। यदि शेयर के प्राइस में कोई बड़ा बदलाव होता है। फिर चाहे प्राइस गिरे या चढ़े, अगर इसके साथ ट्रेडिंग वॉल्यूम भी बढ़ता है तो ट्रेंड कंटीन्यू करेगा। अगर वॉल्यूम नहीं बढ़ता है तो प्राइस में चेंज एक बार के लिए ही होगा
उदाहरण के लिए अगर मान लें कि पिछले दिन की तुलना में किसी शेयर के प्राइस में 4% की गिरावट या 4% की बढ़ोतरी हुई है। यह जानकारी ही आपको बेचैन कर सकती है। लेकिन अगर आप देखते हैं कि ट्रेडिंग वॉल्यूम औसत से कम रहा है। तो आपको पता चल जाएगा कि यह एक बार का बदलाव है और बड़े इन्वेस्टर्स अभी भी बाहर बैठे हैं।
सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस लेवल को जानें
स्टॉक का चार्ट शेयर के प्राइस का support and resistance level जानने का एक बहुत ही शानदार विजुअल टूल है। इसे देखने पर आप पाएंगे की शेयर के प्राइस भले ही updown हो रहे हों। लेकिन वे एक प्राइस बैंड का अनुसरण कर रहे होते हैं। जिसके भीतर वे आगे घूम रही हैं और निचले लेवल पर सपोर्ट पा रही होती हैं।
इसी तरह शेयर का प्राइस ऊपर की तरफ रेजिस्टेंस फेस कर रहा होता है। और उस लेवल से आगे नहीं बढ़ पाता हैं। लेकिन शेयर के बारे में किसी पॉजिटिव या नेगेटिव न्यूज की वजह से सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस लेवल टूट भी सकते हैं। आपको सपोर्ट लेवल पर शेयर को खरीदना चाहिए और रेजिस्टेंस लेवल पर बेचना चाहिए।
सारांश: संक्षेप में कहें तो stock chart मुख्य रूप से शेयर की डिमांड और सप्लाई को दर्शाता है। जिसे शेयर के प्राइस मूवमेंट के माध्यम से दर्शाया जाता है। जब आप स्टॉक चार्ट को अच्छी तरह से read करना सीख जायेंगे। तो आप टेक्निकल इंडीकेटर्स स्टॉक ट्रेंड, ओवरबॉट, ओवरसोल्ड, बाय और सेल पैटर्न आदि का उपयोग करके स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग के सही निर्णय लेने भी सीख जायेंगे।
उम्मीद है, आपको यह स्टॉक चार्ट्स को पढ़कर मार्केट से कमाएं लाखों आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपको यह How to read stock charts? Full Guide in Hindi आर्टिकल पसंद आये तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। ऐसी ही ज्ञानवर्धक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप इस साइट को जरूर सब्स्क्राइब करें। यह आर्टिकल आपको कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताएं। आप मुझे फेसबुक पर भी फॉलो कर सकते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं