शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाए और कैसे कमाए?
शेयर मार्केट से पैसे कामने के दो ही मुख्य तरीके हैं, 1- ट्रेडिंग 2- लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टिंग। ट्रेडिंग से पैसा कमाने वाले Share market ट्रेडर्स मंथली इनकम के लिए शार्ट-टर्म ट्रेडिंग करते हैं। ताकि इससे उनके लिए मंथली इनकम का एक स्रोत बन जाये। स्केल्पिंग, स्विंग, इंट्राडे और पोजिशनल शार्ट-टर्म ट्रेडिंग के प्रकार हैं।
लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट में इन्वेस्टर्स का एक लक्ष्य होता है .जैसे की किसी को दस साल बाद घर लेना है, किसी को गाड़ी लेनी है या बच्चों की पढ़ाई और शादी का लक्ष्य भी होता है। आइए विस्तार से जानते हैं- शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगायें और कैसे कमाएँ? Share Market me Paisa Lagane aur kamane ke Tarike in Hindi
अगर आप शेयर मार्केट में पैसे लगाना और कमाना सीखना चाहते हैं तो आपको महेशचंद्र कौशिक द्वारा लिखित स्टॉक मार्केट बेस्ट बुक्स जरूर पढ़नी चाहियें।
Share market के बारे में
स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग की रोमांचक दुनिया में आपका स्वागत है। जहां कमाई का वादा उन लोगों को बुलाता है, जो इस साहसिक कार्य को करने का साहस करते हैं। लेकिन आइए ईमानदार रहें क्योंकि Stock market trading करना पार्क में टहलना नहीं है। इसके लिए अनुशासन, धैर्य और सावधानीपूर्वक रिसर्च की आवश्यकता होती है।
Share market में पैसा लगाकर लोग अपने लॉन्ग-टर्म उद्देश्यों जैसे बच्चों की पढ़ाई और शादी तथा अपने रिटायरमेंट के लिए धन संचय कर सकते हैं। इसमें investment आम लोगों की बचत रणनीतियों का अहम हिस्सा बन गया है। एक प्रभावी इन्वेस्टमेंट प्लान बनाना भी एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। शेयर मार्केट Demat account कैसे खोलें?
हालाँकि शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के सरल और सुलभ तरीके हैं। मार्केट सभी को समान अवसर प्रदान करता है। लेकिन शेयर मार्केट से सभी लोग पैसा नहीं कमा पाते हैं। जो लोग मार्केट पर गहरी पकड़ रखते हैं। उनके लिए मार्केट बहुत एक्साइटमेंट, ग्लोरी और प्रॉफिट का स्रोत हो सकता है। लेकिन अधीर, लालची और त्वरित प्रॉफिट कमाने की मानसिकता रखने वाले लोगों के लिए यह काँटों भरा बिस्तर हो सकता है।
शेयरों में disipline investing एक आजमाया हुआ वेल्थ क्रिएशन का एक सफल तरीका है। वेल्थ क्रिएशन के लिए Stocks का बुद्धिमानी से चयन करने के लिए मानदंड तय करने चाहिए। आउटस्टैंडिंग बिजनेस वाली कंपनियों को ढूढ़ने के trike डवलप करने चाहिए। डिसिप्लिन बनाने की प्रक्टिस करनी चाहिए।
इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि शेयर मार्केट ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स इसमें आने वाले उतार-चढ़ाव से कैसे निपट सकते हैं? रिस्क और रिवॉर्ड के बीच बैलेंस कैसे बनाया जा सकता है? How to make money in the Stock market?
शेयर मार्केट से पैसे कमाने के तरीके ( Share market se paise kamane ke trike )
इन्वेस्टर्स के पास अपने उद्देश्यों और रिस्क उठाने की क्षमता के अनुसार शेयर मार्केट से पैसे कमाने के कई trike हैं। निम्नलिखित कुछ strategies हैं, जो आपको शेयर मार्केट से पैसे कमाने में मदद कर सकती हैं-
- वैल्यू इन्वेस्टिंग: Value investing एक इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी है। जिसमें ऐसे स्टॉक्स को चुना जाता है, जो अपनी इन्ट्रिंसिक या बुक वैल्यू से कम पर ट्रेड कर रहे होते हैं। वैल्यू इन्वेस्टर्स उन स्टॉक्स को सक्रिय रूप से खोजते रहते हैं। जिनके बारे में उन्हें लगता है कि वे अपने आंतरिक मूल्य से कम पर ट्रेड कर रहे हैं। यानि कि उन स्टॉक्स का मार्केट प्राइस जितना होना चाहिए वे उससे कम पर ट्रेड कर रहे हैं।
- लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टिंग: शेयरों को तीन साल या उससे अधिक समय तक होल्ड करना Long-Term investing कहलाता है। इसमें शेयर मार्केट के शार्ट-टर्म मूवमेंट के आधार पर कोई फेरबदल नहीं किया जाता है। हालाँकि यदि शेयर के प्राइस में ज्यादा गिरावट होती है। तो इन्वेस्टर्स के इन्वेस्टमेंट की मार्केट वैल्यू खत्म भी हो सकती है। लेकिन लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टिंग से बहुत ज्यादा वेल्थ क्रिएट भी हो सकती है। इसलिए बहुत से लोग अपने वित्तीय भविष्य की योजना बनाने के लिए लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट से मिलने वाले रिटर्न पर भरोसा करते हैं।
- ग्रोथ इन्वेस्टिंग: जिन कंपनियों के बिजनेस की भविष्य में तेज गति से विकास करने की संभावना होती है। उनके स्टॉक्स में निवेश करने को Groth investing कहा जाता है। ये कंपनियां अक्सर यूनिक गुड्स और सर्विस प्रदान करती हैं। जिनकी नकल करना मुश्किल होता है। ग्रोथ शेयरों का आकर्षण अच्छी तरह से स्थापित कंपनियों की तुलना में उनके प्राइस के काफी तेजी से बढ़ने की क्षमता में निहित है। बशर्ते अंडरलाइंग बिजनेस में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी जाए।
- डिविडेंड इन्वेस्टिंग: Dividend Stocks को खरीदना एक लॉन्ग-टर्म स्ट्रेटेजी है और ये स्टॉक्स स्थिर इनकम प्रदान कर सकते हैं। डिविडेंड शेयरों में invest करने के लिए आपको मार्केट volatility के आधार पर निर्णय लेने से बचना चाहिए। उन कंपनियों की तलाश करें, जिनका स्थिर और बढ़ते क्रम में डिविडेंड देने का इतिहास है।
- डायवर्सिफिकेशन: इन्वेस्टिंग में रिस्क मैनेजमेंट पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन के द्वारा किया जा सकता है। इन्वेस्टर्स अपनी पूंजी को केवल एक बिजनेस, सेक्टर या एसेट क्लास में लगाने करने के बजाय विभिन्न कंपनियों, सेक्टर्स और एसेट क्लास में लगाकर अपनी हिस्सेदारी में विविधता ला सकते हैं। आप अपने पैसे को घरेलू और विदेशी, बड़े और छोटे, स्टॉक और बॉन्ड के बीच फैलाकर अपने सभी अंडे एक टोकरी में रखने का जोखिम कम कर सकते हैं। अपने निवेश में डायवर्सिफिकेशन करने का मतलब निवेश पर अपना रिटर्न बढ़ाना।
- सेक्टर रोटेशन: सेक्टर रोटेशन से तात्पर्य स्टॉक निवेश फंड को एक उद्योग से दूसरे उद्योग में स्थानांतरित करना है। जब इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्स इकनोमिक साईकल के अगले चरण के लिए तैयारी करने लगते हैं। अर्थव्यवस्था बड़े पैमाने पर पूर्वानुमानित चक्रों में चलती है। चक्र के आधार पर, विभिन्न क्षेत्र और उनके भीतर प्रमुख निगम समृद्ध या ध्वस्त हो जाते हैं। इसलिए सही समय पर अपने इन्वेस्टमेंट को एक सेक्टर से दूसरे सेक्टर्स में ट्रांसफर करने से इन्वेस्टमेंट की वैल्यू लगातार बढ़ती रहती है।
- स्विंग ट्रेडिंग: Swing trading नुकसान को कम करने और टेंपरेरी price trend का लाभ उठाकर छोटे-छोटे प्रॉफिट कमाने पर जोर देती है। इसमें मामूली कमाई की संभावना के बावजूद, अगर समय के साथ बार-बार स्विंग ट्रेडिंग किया जाए तो बहुत अच्छे रिटर्न कमाए जा सकते हैं। स्विंग ट्रेडिंग की पोजीशन को अक्सर एक या दो सप्ताह के लिए रखा जाता है। हालाँकि इसकी पोजीशन को कई महीनों तक भी रखा जाता है।
- डे-ट्रेडिंग: शेयर मार्केट से पैसा कमाने का Day trading एक सबसे आसान और tej trika है। डे ट्रेडर्स एक दिन में ही स्टॉक्स को खरीदकर उसी दिन बेचकर प्रॉफिट कमा लेते हैं। डे ट्रेडिंग में कभी-कभी एक शेयर को दिन में कई बार खरीदा और बेचा जाता है। Day trading उन ट्रेडर्स के लिए प्रॉफिटेबल हो सकती है। जिन्हें Share market trend की गहरी समझ होती है।
शेयर मार्केट से पैसे कमाने में सफल होने के तरीके ( Share market se Paise Kamane mai safal hone ke trike )
यदि आप चाहते हैं कि शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाए और कैसे शेयर मार्केट से कमाए? तो Share trading and Investing के प्रकार के बारे में जानने से पहले। आपको इसके लिए आपमें क्या गुण होने चाहिए, जानना चाहिए। और उन्हें अपनाना चाहिए। तभी शेयर मार्केट में आपके सफल होने के चांस बढ़ सकते हैं। शेयर मार्केट से पैसे कमाने के लिए आपमें निम्नलिखित कुछ गुण होने चाहिए-
Stocks Buy & Hold की शक्ति
शेयर मार्केट से सही तरीके से पैसे कमाने के लिए शेयरों को खरीदने के बाद लॉन्ग-टर्म तक होल्ड करने की स्ट्रेटेजी अपनानी चाहिए। इस स्ट्रेटेजी में Stocks को बार-बार खरीदने और बेचने के बजाय लम्बे समय तक होल्ड करना होता है। ऐसा करके आप बढ़िया वार्षिक रिटर्न कमा सकते हैं।
बार-बार स्टॉक्स को खरीदने और बेचने से आप इन्वेस्टिंग के सही समय से चूक सकते हैं, जिससे प्रॉफिट कम होता है। साथ ही आपको ब्रोकरेज भी ज्यादा चुकाना पड़ता है। और इस पर आपको टैक्स भी देना पड़ सकता है। Share market के टॉप और बॉटम को पकड़ना मुश्किल है। इसलिए ज्यादा प्रॉफिट के लिए लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी को अपनाना सही रहता है।
Stocks से मिलने वाले डिविडेंड को रीइन्वेस्ट करें
बहुत सी कंपनियां अपने इन्वेस्टर्स को नियमित अंतराल पर डिविडेंड देती हैं। यह डिविडेंड स्टॉक मार्केट ग्रोथ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हालाँकि शुरुआत में यह नगण्य प्रतीत होता है। यदि आप डिविडेंड से और स्टॉक्स खरीद लेते हैं तो तो यह लम्बे समय में वेल्थ एक्युमुलेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
फाइनेंशियल एक्सपर्ट कम्पाउंडिंग की पावर का फायदा उठाने के लिए डिविडेंड से मिलने वाले पैसे को मार्केट Reinvest करने की सलाह देते हैं। कई ब्रोकरेज फर्म अपने ग्राहकों को रीइन्वेस्टमेंट प्लान भी पेश करती हैं। जो ऑटोमैटिक रीइन्वेस्टमेंट की सुविधा अपने ग्राहकों को देती है। जिससे इन्वेस्टर्स के पोर्टफोलियो का ग्रोथ पोटेंशियल बढ़ जाता है।
Stock market को टाइमिंग नहीं करें
स्टॉक मार्केट के लिए समय निर्धारित करने का प्रयास आपकी मेहनत की कमाई के लिए हानिकारक हो सकता है। अनुभवी इन्वेस्टर्स इसके प्रति बहुत सतर्क रहते हैं। वे जानते हैं कि स्टॉक मार्केट के टॉप और बॉटम को पकड़ना बहुत मुश्किल है इसलिए शेयर मार्केट में होने वाली प्रत्येक बड़ी गिरावट पर अपने पोर्टफोलियो का 10-15 प्रतिशत पैसा market में इन्वेस्ट करना चाहिए। यदि आप लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट में सफल होना चाहते हैं। तो आपको शेयर मार्केट में डिसिप्लिन अप्रोच रखनी चाहिए।
पोर्टफोलियो डायवर्सिफाइड रखें
प्रसिद्ध अमेरिकी निवेश Warren Buffett का कोट है कि "कभी भी अपने सभी अंडे एक ही टोकरी में नहीं रखें" यानि आपको एक ही स्टॉक में अपना सारा पैसा इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए। क्योंकि अगर आपके स्टॉक का प्राइस गिर गया तो आपका सारा पैसा डूब जायेगा। इसलिए इससे जोखिम बढ़ जाता है।
अतः आपको अलग-अलग सेक्टर्स की कंपनियों के Stocks में invest करना चाहिए। Portfolio Daversification किसी विशेष कंपनी के खराब प्रदर्शन के प्रभाव को कम करने में मदद करता है और संभावित रूप से आपके समग्र पोर्टफोलियो रिटर्न को बढ़ा सकता है।
रिस्क मैनेजमेंट टेक्निक्स और स्ट्रेटेजी
अपने निवेश की सुरक्षा के लिए आपको पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन के साथ-साथ risk managment techniques & strategies को भी अपनाना चाहिए। अपने संभावित नुकसान को कम करने के लिए स्टॉप-लॉस ऑर्डर सेट करना चाहिए। साथ ही प्रॉफिट की सुरक्षा के लिए ट्रेलिंग स्टॉप का उपयोग करना चाहिए।
साथ ही अपने पोर्टफोलियो की नियमित समीक्षा भी करनी चाहिए। इसके अतिरिक्त अपने लिए रिस्क टॉलरेंस का एक आरामदायक लेवल भी सेट करना चाहिए। आप अपने इन्वेस्टमेंट के कितने प्रतिशत तक का जोखिम सहन कर सकते हैं।
झुंड की मानसिकता से बचें
शेयर मार्केट इन्वेस्टिंग में Herd mentality से बचना चाहिए। तभी शेयर मार्केट में सही समय पर पैसा लगाने और कमाने में सफल हो पाएंगे। अमेरिकी निवेशक वॉरेन बफेट ने कहा है कि "मार्केट में दूसरे लालची हो तब आपको भयभीत होना चाहिए और जब दूसरे भयभीत हो तब आपको लालची होना चाहिए। ( Be Fearful When Others are Greedy and Greedy When Others are Fearful ).
बिना सोचे-समझे झुंड के पीछे चलने से निवेश संबंधी गलत फैसले हो सकते हैं। प्रत्येक निवेशक का एक अलग व्यक्तित्व, उद्देश्य और ट्रेडिंग तरीके होते हैं। इसलिए अपनी व्यक्तिगत परिस्थितियों पर विचार करने के बाद ही market में investment के निर्णय लेने चाहिए।
निवेश के लिए वैयक्तिकृत दृष्टिकोण अपनाएं और आंख बंदकर लोकप्रिय ट्रेंड के अनुरूप चलने से बचें। ऐसा करने से, आप भ्रम से दूर रह सकते हैं। आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों के अनुरूप ही अपने इन्वेस्टमेंट के निर्णय करने चाहिए।
Stock Market Volatility से निपटें
सबसे बड़े Bull marker में भी निवेशकों को घबराहट होती है। तब भी traders शेयर बाजार में Volatility के क्षणों का अनुभव करते हैं। हालाँकि, जो इन्वेस्टर्स डिसिप्लिन इन्वेस्टिंग स्ट्रेटेजी का पालन करते हैं। उन्होंने ऐतिहासिक रूप से उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त किए हैं। यानि शेयर मार्केट से ज्यादा profit कमाया है। वोलेटिलिटी शेयर मार्केट का एक अनिवार्य अंग है और वोलेटिलिटी ही Share market traders को पैसे कमाने का मौका देती है।
Share market में धैर्य और अनुशासन को शामिल करते हुए investment के लिए एक व्यवस्थित दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। हालांकि market trend का अध्ययन करके आप अपने trading & investing के निर्णयों को सुधार सकते हैं। लेकिन शेयर मार्केट में सफलता की कुंजी लॉन्ग-टर्म के लिए इक्विटी पर पकड़ बनाए रखने की आपकी क्षमता पर निर्भर करती है। यानि आप जितने लम्बे समय के लिए अपने stocks को होल्ड करेंगे। आपकी सफलता की दर उतनी ही ज्यादा बढ़ जाएगी।
शेयर मार्केट स्ट्रॅटजी में महारत हांसिल करें
शेयर बाज़ार में निवेश करके पैसा बनाने के कई तरीके हैं, लेकिन सफलता के लिए सावधानीपूर्वक तैयारी और Share market Strategies को सीखने की जरूरत होती है। शेयर मार्केट ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स के पास अपने उद्देश्यों और जोखिम सहनशीलता को पूरा करने के लिए कई प्रकार के ऑप्शंस होते हैं। जिनमें लगातार विकास के लिए लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टिंग, वैल्यू इन्वेस्टिंग, डिवीडेंड इनकम और हाई रिस्क/हाई रिटर्न वाले ग्रोथ स्टॉक शामिल हैं। बाज़ार विशेषज्ञ दिन के कारोबार और स्विंग ट्रेडिंग का लाभ उठा सकते हैं। जबकि सेक्टर रोटेशन और Portfolio Diversification महत्वपूर्ण रिस्क मैनेजमेंट स्ट्रॅटजीज हैं। इस प्रकार, अच्छी तरह से सूचित निर्णय लेना, धैर्य रखना और क्लियर इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी बनाना Stock market में सफलता की कुंजी है।
Profit target वास्तविक रखें
प्रॉफिट टार्गेट ऊँचा रखना प्रत्येक इन्वेस्टर की एक स्व्भविक इच्छा होती है। लेकिन बहुत ऊँचा प्रॉफिट टारगेट हाँसिल करना बहुत मुश्किल हो सकता है। इसलिए इसमें जोखिम भी बहुत बढ़ जाता है। अतः अवास्तविक प्रॉफिट टार्गेट नहीं रखने चाहिए। शेयर मार्केट अकाउंट कैसे खोलें?
प्रत्येक ट्रेडिंग दिन पहले से अलग होता है, और कोई भी दो स्टॉक एक जैसे नहीं होते हैं। स्टॉक स्वाभाविक रूप से वोलेटाइल होते हैं। और मार्केट ट्रेंड कभी भी बदल सकते हैं। अतः मार्केट से संतुलित और टिकाऊ प्रॉफिट बनाए रखने के लिए व्यावहारिक और प्राप्य लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए।
Share market में होने वाली गलतियाँ
उपर्युक्त जानकारी के आधार पर आप जान गए होंगे कि Share market se paise kaise kamaye? लेकिन शेयर मार्केट में थोड़ी से लापरवाही से प्रॉफिट नुकसान में बदल सकता है। अतः निम्नलिखित शेयर मार्केट इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग के दौरान कुछ सावधानियाँ रखकर आप नुकसान से बच सकते हैं या कम कर सकते हैं-
Share खरीदने से पहले पर्याप्त रिसर्च न करना
Stock खरीदने से पहले, यदि आप उसके बारे पर्याप्त नहीं किया है। तो यह ऐसा है जैसे कि बिना जीपीएस के अनजान जगह पर घूमना। जिस कंपनी के शेयर आप खरीद रहे हैं, उसके फंडामेंटल को समझना चाहिए। कंपनी की बेलेंश शीट देखें कि कंपनी कितना प्रॉफिट कमा रही है। शेयर मार्केट में हेजिंग
कहीं कंपनी ज्यादा कर्ज में तो नहीं डूबी है आदि। कंपनी के बारे में उचित रिसर्च करने से आपको कंपनी के बारे में जरूरी जानकारी मिल जाएगी। जिससे आप उसके Share खरीदने या नहीं खरीदने का सही निर्णय कर पाएंगे।
Share की buying & selling पर भावनाओं का हावी होना
भावनाएं आपके शेयर खरीदने और बेचने के निर्णय को प्रभावित कर सकती सकती हैं। क्योंकि शेयर मार्केट में फियर & ग्रीड की भावनाओं में बहकर इन्वेस्टर्स अक्सर गलत स्टॉक्स में investment का निर्णय ले लेते हैं। Share market में शार्ट-टर्म उतार-चढ़ाव से प्रभावित होकर या झुंड की मानसिकता के आगे झुककर आवेगपूर्ण कदम उठाने से बचना चाहिए।
पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन ना करना
सभी अंडे एक ही टोकरी में रखना शेयर मार्केट में एक जोखिम भरी स्ट्रेटेजी मानी जाती है। इसलिए जोखिम को कम करने के लिए अलग-अलग सेक्टर्स की कंपनियों के Stocks में invest करना एक सही investment strategy है। यह दृष्टिकोण किसी एक निवेश में खराब प्रदर्शन के प्रभाव को कम करने में मदद करता है। जिससे समग्र पोर्टफोलियो रिटर्न में सुधार की संभावना प्रदान करता है।
Stocks को जल्दी-जल्दी खरीदना और बेचना
स्टॉक्स को लम्बे समय तक होल्ड रखना बहुत से लोगों को बोरिंग लगता है। या यूँ कहें कि बहुत से लोगों में धैर्य की कमी होती है। जबकि धैर्यवान लोग ही शेयर मार्केट से बड़ी वेल्थ बनाने में कामयाब होते हैं। आप वॉरेन बफेट और राकेश झुंझुनवाला के उदाहरण से इसे अच्छी तरह समझ सकते है। वॉरेन बफेट आज भी ( करीब 95 वेश की उम्र ) लॉन्ग टर्म इन्वेस्टिंग करते हैं।
ऐसे दिनों में जब Share price में कोई हलचल नज़र नहीं आती। तो इन्वेस्टर्स को उसे होल्ड करना बेकार लगने लगता है और वे अपने स्टॉक को बेच देते हैं। जिसे उन्होंने लॉन्ग-टर्म का सोचकर खरीदा था। अक्सर ऐसा होता है कि जैसे ही अपने अपने शेयर को बेचा उसके तुरंत बाद उसका प्राइस बढ़ जाता है।
तब आपको बहुत दुःख होता है इसलिए खरीदते समय ही तय कर लें कि उसे कब तक होल्ड करना है। और अपने निर्णय पर कायम रहें। हालाँकि, एक बुद्धिमान निवेशक के रूप में, आप समय के साथ कम्पाउंडिंग की शक्ति को समझते हैं तो उसका फायदा उठाने से नहीं चूकना चाहिए।
Share price के बढ़ने और गिरने का इंतजार करना
जब शेयर की कीमतों में गिरावट आती है, तो कई Investors सहज रूप से रक्षात्मक रुख अपना लेते हैं। उनका मानना है कि प्राइस और गिरेंगे इसलिए अभी और इंतजार करना सुरक्षित है। हालांकि, यह दृष्टिकोण शार्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म प्रॉफिट दोनों में बाधा बन सकता है। यदि आपको भी ऐसा लगता है तो आप Stocks में SIP कर सकते हैं क्योंकि मार्केट के टॉप और बॉटम को पकड़ना बहुत मुश्किल काम है। स्टॉक इन्वेस्टिंग
जब शेयरों के प्राइस में गिरावट होती है तब ज्यादातर रिटेल इन्वेस्टर्स को मार्केट में इन्वेस्टिंग से डर लगता है। इसी तरह जब मार्केट टॉप पर होता है, तब ज्यादातर रिटेल इन्वेस्टर्स की शेयरों में हाई प्राइस पर खरीदारी करके फंस जाते हैं। अतः आपको Share market में ऐसी गलतियों से बचना चाहिए।
इन सामान्य गलतियों से अवगत होकर और उनसे बचकर, आप अपने आप को सफल Share market investor की राह पर स्थापित कर सकते हैं। याद रखें, धैर्य, अनुशासन, अनुसंधान और लॉन्ग-टर्म प्रोस्पेक्टिव आपके निवेश की पूर्ण लाभ क्षमता को अनलॉक करने की कुंजी हैं। अतः बार-बार खरीदनें और बेचने के प्रलोभन से बचें और अपने स्टॉक को लगातार बढ़ने दें। प्रतिबद्ध और धैर्यवान रहकर, आप अपने निवेश की वास्तविक क्षमता का दोहन कर सकते हैं। बुलिश फ्लैग चार्ट पैटर्न
उम्मीद है, आपको शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाए और कैसे कमाए? ( invest and earn money in share market? ) आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपको यह Share Market me Paisa Lagane aur kamane ke Tarike in Hindi आर्टिकल पसंद आया हो तो। इसे दोस्तों दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। ऐसी ही ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए इस साइट को जरूर सब्स्क्राइब करें। इस आर्टिकल के सम्बन्ध में आपके कोई सुझाव या सवाल हो तो कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें। आप मुझे फेसबुक पर भी फॉलो कर सकते हैं।
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