शेयर कैसे खरीदते ( How to buy Share ) हैं?

स्टॉक खरीदने के लिए सबसे पहले एक स्टॉक ब्रोकर चुनें और उन Stocks पर रिसर्च करें। जिन्हें आप खरीदना चाहते हैं। यह तय करें कि आप कितनें शेयर खरीदना चाहते हैं। अपने लिए सही ऑर्डर टाइप का उपयोग करके शेयर खरीदें। अपने स्टॉक पोर्टफोलियो को अनुकूलित करें। यह सीखें कि स्टॉक कब बेचना है और कब नहीं। अब तो आप बहुत आसानी से मोबाइल फोन से भी घर बैठे शेयर खरीद सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं- शेयर कैसे खरीदते ( how to buy Share ) हैं? Share kaise khridte aur bechte hain?

                                                                                  
How to buy Stocks


यदि आप शेयर मार्केट के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप वैभव खरे द्वारा लिखित शून्य से सीखें शेयर बाजार बुक पढ़ सकते हैं। 

किसी कंपनी के Stock khridna और बेचना इलेक्ट्रॉनिक रूप से अधिकृत ब्रोकरों, या स्टॉक ब्रोकरेज कंपनियों के माध्यम से किया जाता है। स्टॉक ब्रोकर को स्टॉक मार्केट नियामक संस्था भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड ( SEBi ) के साथ पंजीकृत होना चाहिए। Share market में निवेश करने के लिए आपको शेयर khridne और bechne ka तरीका सीखना जरूरी है। भारतीय शेयर मार्केट में जीरोधा, मोतीलाल ओसवाल, ग्रो, ऐंजल वन आदि कुछ प्रमुख स्टॉक ब्रोकर हैं। 

शुरुआत में सभी लोगों को लगता है कि Share khridna कितना मुश्किल काम है। लेकिन यकीन मानिये शेयर खरीदना और शेयर मार्केट में अपना अकाउंट खोलना बहुत ही आसान काम हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि सभी लोग अपना बिजनेस बढ़ाना चाहते हैं और शेयर खरीदना भी ऑनलाइन सामान खरीदने के समान ही आसान काम है।

मुश्किल काम तो शेयर मार्केट से पैसे कमाना है क्योंकि इसके लिए आपको शेयर मार्केट एक्सपर्ट होना चाहिए। तभी आप यहाँ से वेल्थ क्रिएट कर पाएंगे। इसलिए शेयर खरीदने से पहले आपको Share market से प्रॉफिट कैसे कमाए यह सीखना चाहिए। आपको शेयर खरीदने और बेचने के लिए एक अच्छा Share trading plan भी बनाना चाहिए। तभी आप शेयर मार्केट से पैसे कमाने में सफल हो सकते हैं। 

Share Khridne के लिए डीमैट अकाउंट खोलें 

किसी भी कंपनी के शेयर खरीदने के लिए डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत होती है। इसके लिए आपको SEBI में पंजीकृत स्टॉक ब्रोकर या Sub Stock Broker से संपर्क करना चाहिए। आजकल आप ऑनलाइन घर बैठे भी डीमैट एकाउंट खोल सकते हैं।

स्टॉक ब्रोकर का पंजीकरण नंबर आमतौर पर उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर पाया जाता है। आप इसे सेबी की वेबसाइट पर जांच कर सत्यापित कर सकते हैं। एक बार जब आप अपना पसंदीदा ब्रोकर चुन लेते हैं। तो आप ऑनलाइन डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकते हैं। आप डीमैट सेवाएं प्रदान करने वाले बैंक की शाखाओं में जाकर भी अपना डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं। 

ब्रोकर या सब ब्रोकर जिसके यहाँ आप अपना डीमैट एकाउंट खोलना चाहते हैं। वह आपका अकाउंट खोलने में आपकी मदद करेगा। Demat account आपके शेयरों को डीमटेरियलाइज्ड रूप में या इलेक्ट्रॉनिक रूप में संग्रहीत करता है। जब आप स्टॉक्स को buy & sell करते हैं। तो यह आपका लेनदेन आपके डीमैट अकाउंट में दिखाई देता है। शेयरों को रखने और स्थानांतरित करने के उद्देश्य से एक इन्वेस्टर के नाम पर एक डीमैट खाता खोला जाता है।

Demat account खोलने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की जरूरत पढ़ती है- 
  1. दो से तीन पासपोर्ट आकार के फोटो 
  2. पहचान प्रमाणपत्र आधार कार्ड, पैनकार्ड, मतदाता कार्ड और पासपोर्ट आदि। 
  3. बैंक अकाउंट का प्रमाण बैंक का नाम, अकाउंट नंबर या केंसिल चैक आदि। 
  4. पते का प्रमाण: राशन कार्ड, पासपोर्ट, मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, बैंक पासबुक, बिजली बिल, आदि। 
डीमैट खाते दो प्रकार के होते हैं, प्रत्यावर्तनीय और गैर-प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाते। एक प्रत्यावर्तन योग्य डीमैट  अकाउंट ट्रेडर्स को विदेश में पैसे ले जाने की अनुमति देता है। जबकि गैर-प्रत्यावर्तनीय डीमैट अकाउंट में पैसे वापस नहीं भेजा जा सकते हैं। शेयर कैसे खरीदें और बेचें?

डीमैट अकाउंट के साथ एक Trading account भी खोला जाता है। जो दोनों के बीच एक सेतु का काम करता है। डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दोनों का KYC एक साथ ही हो जाता है। एक बार ट्रेडिंग अकाउंट बन जाने के बाद आप कभी भी ट्रेडिंग सेशन के दौरान कंपनी के Share खरीद और बेच सकते हैं।

उदाहरण के लिए, जब आप किसी कंपनी के एक निश्चित संख्या में Share Khridte  हैं। तो आप लेनदेन शुरू करने के लिए अपने ट्रेडिंग खाते में धनराशि डालते हैं। आपके द्वारा खरीदे गए शेयर आपके डीमैट खाते में जमा हो जाते हैं।

इसी तरह, जब आप अपने शेयरों की एक निश्चित संख्या बेचते हैं। तो राशि ट्रेडिंग खाते में जमा कर दी जाती है। आप चाहें तो अपने ट्रेडिंग खाते से राशि को बैंक खाते में ट्रांसफर कर सकते हैं। डायवर्सिफिकेशन क्या है?

अपने अकाउंट में Share Khridne

शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया तीन चरणों में होती है- 
  1. ट्रेडिंग: शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते हैं। Trader or investors निर्णय करते हैं कि कौन सा stock खरीदना है और कौन सा बेचना है और वे ही ट्रेडिंग ऑर्डर एक्जिक्यूट करते है। प्रत्येक स्टॉक ब्रोकर एक क्लियरिंग हाउस नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) या सेंट्रल डिपॉजिटरी सिक्योरिटी लिमिटेड (सीएसडीएल), या दोनों के साथ पंजीकृत होता है। जो सुचारू लेनदेन सुनिश्चित करने के लिए निवेशकों और कंपनी के बीच एक सेतु का काम करता है। 
  2. क्लीयरिंग: डिपॉजिटरी ऑर्गेनाइजेशन ट्रेडिंग ऑर्डर को मैच करते हैं। Share Khridne की प्रक्रिया में जितने शेयर खरीदे जाते हैं, उतने ही शेयर बेचने वाले के डीमैट अकाउंट से खरीदने वाले के अकाउंट में ट्रांसफर किये जाते हैं। और इसी तरह सेलर के अकाउंट में शेयर खरीदने वाले के अकाउंट से फंड ट्रांसफर किया जाता है। 
  3. सेटलमेंट: ट्रेडर्स के अकाउंट से स्टॉक खरीदने और बेचने की प्रक्रिया में लेनदेन को उनके ट्रेडिंग खाते में दिखाई देने में लगभग 1-2 कार्य दिवस लग सकता हैं। पेटीएम शेयर 

Share Khridne के प्रकार 

शेयर खरीदने और बेचने के निम्नलिखित दो सबसे सामान्य प्रकार हैं- 

1. मार्केट ऑर्डर: इस प्रकार का आदेश ब्रोकर को शेयर बाजार में उपलब्ध मौजूदा कीमत पर तुरंत स्टॉक खरीदने का निर्देश देता है। हालाँकि, जिस कीमत पर निवेशक किसी कंपनी के शेयर खरीदने या बेचने के लिए बाजार ऑर्डर देते हैं। उस प्राइस पर वह ऑर्डर पूरा भी हो जाय यह जरूरी नहीं है। अगर आपका stock buy ऑर्डर किसी स्टॉक के सेल ऑर्डर से मैच कर जायेगा तभी पूरा हो पायेगा। अन्यथा पूरा नहीं हो पायेगा क्योंकि share के प्राइस वोलेटाइल होते हैं और प्रति मिलीसैकेंड बदलते रहते हैं। 

2. लिमिट ऑर्डर: इस प्रकार के ऑर्डर में ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स अपने द्वारा khride जाने वाले स्टॉक्स का प्राइस बताते हैं। जिस प्राइस पर वे शेयर खरीदना और बेचना चाहते हैं। लिमिट ऑर्डर पर शेयर खरीदने का ऑर्डर केवल तभी पूरा होता है। जब स्टॉक्स का प्राइस लिमिट आर्डर में दिए गए प्राइस तक गिर जाता है। यदि लिमिट आर्डर पूरा होने से पहले ही मार्केट सेशन समाप्त हो जाता है तो लिमिट ऑर्डर ऑटोमेटिकली खत्म हो जाता है। 

एक संतुलित इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो बनाये रखने के लिए investors को शेयर मार्केट में शेयर khridne और bechne के निर्णय विवेकपूर्ण ढंग से लेने चाहिए। हालाँकि Share market बहुत वोलेटाइल रहता है और शेयरों का प्राइस प्रत्येक मिलीसैकेंड बदलता रहता है। इसलिए शेयर मार्केट इन्वेस्टर्स को अपने निवेश संबंधी निर्णय स्वयं लेने चाहिए। आवश्यकता पड़ने पर वित्तीय सलाहकारों से परामर्श करने के बाद ही मार्केट में निवेश करने का निर्णय लेना चाहिए। 

Share kaise khriden? के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न FAQs 

पहली बार शेयर कैसे खरीदें? 

एक बार जब आप स्टॉक ब्रोकर के यहाँ अपना डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट बना लेते हैं। तब आपको ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म दिया जायेगा। जिसके बाद आप शेयर मार्केट के स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट Stocks और अन्य फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट खरीद सकते हैं। Share khridne से पहले आपको अपने अपने लिए सही स्टॉक्स का चुनाव करना चाहिए। इसके लिए आपको स्टॉक्स पर रिसर्च करना चाहिए। 

शेयर कहाँ से खरीदें?

शेयर मार्केट में आप किसी भी कंपनी के लिस्टेड शेयर खरीद सकते है। जिसके लिए आपको स्टॉक ब्रोकर की आवश्यकता होती है। लेकिन अगर आप अनलिस्टेड शेयर खरीदना चाहते है तो वह आप बिना स्टॉक ब्रोकर के भी खरीद सकते है। 

एक दिन में शेयर मार्केट से कितना रुपया कमा सकते हैं? 

शेयर मार्केट से आप एक दिन में एक रूपये से लेकर सौ करोड़ रूपये भी कमा सकते हैं। स्कैम 1992 नामक वेबसीरीज का यह डायलॉग बिल्कुल सही है कि "शेयर मार्केट एक ऐसा कुआँ है जो सबकी प्यास बुझा सकता है" बल्कि Stock market मार्केट पैसे के समुद्र के समान है। 

जिससे आप चाहे जितना पैसा निकाल सकते हैं परन्तु आपमें मार्केट से अथाह धन कमाने की काबलियत भी होनी चाहिए। जोकि बहुत ही कम लोगों में होती है। ऐसा कहा जाता है कि शेयर मार्केट में इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग करने वाले लोगों में से केवल पांच प्रतिशत लोग ही पैसा कमा पाते हैं। बाकी पिचानवें प्रतिशत लोग नुकसान करके जाते हैं। 

क्या मैं 500 रूपये से Share market में शुरुआत कर सकता हूँ? 

500 रूपये में आप बहुत कम संख्या में Share khrid पाएंगे। इससे आपको बाजार की उतार-चढ़ाव से होने वाले नुकसान को कम करने में मदद मिलेगी। आप 500 रुपये से शेयर बाजार शुरू कर सकते हैं। 

शेयर मार्केट को कैसे समझें? 

शेयर मार्केट शेयरों की khrid & bikri करने वाला एक मंच है, जहाँ पर stocks की खरीद और बिक्री की जाती है। शेयर बाजार में शेयर के साथ बांड, डेरिवेटिव, विदेशी मुद्रा आदि की भी trading होती है। भारत में प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) हैं। 

कैसे पता करें कि शेयर का प्राइस घटेगा या बढ़ेगा?

किसी भी शेयर का प्राइस मूवमेंट का अनुमान उसका टेक्निकल एनालिसिस करके किया जा सकता है। जबकि शेयर के भविष्य के प्राइस का अनुमान उसके फंडामेंटल एनालिसिस द्वारा पता चलता है। टेक्निकल एनालिसिस में चार्ट के जरिए शेयर के प्राइस एक्शन को समझा जाता है। वहीं फंडामेंटल एनालिसिस में कंपनी की वित्तीय स्थिति को देखते हुए भविष्य में उसके शेयरों के प्राइस का अंदाजा लगाया जाता है। 

एक शेयर बेचने पर कितना चार्ज लगता है?

अगर आप शेयर मार्केट में लिस्टेड किसी शेयर को खरीदने के 12 महीनों के अंदर बेचते हैं, तो इस पर आपको 15 फीसदी की दर से टैक्स देना होगा. भले ही आप इनकम टैक्स देनदारी के 10 फीसदी के स्लैब में आते हों या 20 या 30 फीसदी के स्लैब के तहत, आपने शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन किया है तो इस पर 15 फीसदी का ही टैक्स लगेगा.

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