Multibagger Stocks: मल्टीबैगर स्टॉक्स की पहचान कैसे करें?

मल्टीबैगर स्टॉक्स वे होते हैं जो निवेश पर कम समय में 100% से भी ज्यादा का रिटर्न देते हैं। आमतौर पर नई कंपनियों के स्टॉक्स मल्टीबैगर बनते हैं क्योंकि इनमें ग्रोथ की अपार संभावनाएं होती हैं। लेकिन इन कंपनियों में इन्वेस्टमेंट के साथ जोखिम भी जुड़ा होता है। आइए विस्तार से जानते हैं- मल्टीबैगर स्टॉक्स की पहचान कैसे करें? How to identify multibagger stocks in Hindi. 
                                                                             
Multibagger Stocks

मल्टीबैग स्टॉक्स कैसे खोजें और कब उनमें निवेश करें तथा कब प्रॉफिट बुक करें यह जानने के लिए आपको  बेंजामिन ग्राहम द्वारा लिखित द इंटेलीजेंट इन्वेस्टर बुक को जरूर पढ़ना चाहिए।

आप मल्टीबैगर स्टॉक्स में इन्वेस्ट करते हैं तो अपना भाग्य बना सकते हैं। आपने कभी सोचा है कि लोग कैसे stocks में निवेश करके करोड़ों रूपये कमाते हैं? आप भी मल्टीबैगर स्टॉक्स में निवेश करके लाखों रूपये कमा सकते हैं। Multibagger Stocks ऐसे होते हैं, जिनमें आपको आपके निवेश किये गए पैसे का दस गुना यहाँ तक कि हजारों गुना रिटर्न मिल सकता है। 

मल्टीबैगर स्टॉक्स में इन्वेस्ट करने से पहले आपको स्टॉक्स के बारे में अच्छे से रिसर्च और विश्लेषण कर लेना चाहिए। उसके बाद ही उनमें इन्वेस्टमेंट का निर्णय करना चाहिए। Multibagger stocks का प्राइस भी मार्केट के उतार-चढाव से प्रभावित होता है। अतः इनमें इन्वेस्टमेंट करने से पहले इन्वेस्टमेन्ट में शामिल रिस्क-रिवार्ड के बारे में जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए। 

मल्टीबैगर स्टॉक क्या होते हैं? 


एक मल्टीबैगर निवेश वह होता है, जिसमें स्टॉक्स के पर्चेसिंग प्राइस यानि खरीदी के मूल्य से कई गुना अधिक तक बढ़ने की संभावना होती है। मल्टीबैगर शब्द का प्रयोग सबसे पहले प्रसिद्ध फंड मैनेजर पीटर लिंच ने अपनी पुस्तक "वन उप ऑन वॉल स्ट्रीट" में किया था। 

जब किसी भी शेयर को मल्टीबैगर के रूप में परिभाषित किया जाता है। तब उसका मतलब होता है कि यह इन्वेस्टमेंट कई गुना (हजारों गुना तक भी बढ़ सकता है) बढ़ सकता है। पीटर लिंच ने यह शब्द इसलिए गढ़ा क्योंकि इन्हें बेसबॉल बहुत पसंद है। और बैग (bag) के बारे में तो सब जानते हैं कि इसमें सामान भरा जाता है। अतः मल्टीबैगर स्टॉक्स भी इन्वेस्टर को बैग भर-भरके मनी दे सकता है, इसका यही संकेत है। क्रिप्टो करेंसी

Multibagger stocks की शुरू में स्टॉन्ग ग्रोथ होती है लेकिन उनके शेयर की प्राइस रीजनेबल (मुनासिब कीमत) होती है। मल्टीबैगर स्टॉक्स खोजने के लिए इंडस्ट्री के बारे में जानने की आवश्यकता होती है।ग्रोथ वाली इंडस्ट्री में मल्टीबैगर स्टॉक्स मिलने की अधिक संभावना होती है। बनिस्पत एक परिपक्व इंडस्ट्री की तुलना में जिसे स्थापित खिलाडी चला रहे होते हैं। 

मल्टीबैगर शेयर का उदाहरण: एवेन्यू सुपरमार्ट इसे Dimart के नाम से भी जाना जाता है। यह एक मल्टीबैगर शेयर है क्योंकि मार्च 2017 में स्टॉक मार्केट में 295-299 पर शेयर इसका आईपीओ आया था। करीब 600 पर यह मार्केट में लिस्ट हुआ था, इस शेयर ने करीब 5900 का हाई बना चुका है। फिलहाल यह शेयर 4085 के आसपास ट्रेड कर रहा है। 

इसी तरह के शेयर को मल्टीबैगर शेयर कहते हैं। इससे आप सहज ही अनुमान लगा सकते हैं कि डीमॉर्ट के शेयर ने अपने इन्वेस्टर्स को कितना तगड़ा रिटर्न दिया है। इसी तरह के स्टॉक्स को मल्टीबैगर शेयर कहा जाता है।  

मल्टीबैगर शेयरों को समझें 


पीटर लिंच ने कई मल्टीबैगर स्टॉक्स को पहचान की और उनमें इन्वेस्ट किया। जब वे 1977 to 1990 तक फिडेलिटी मैग्नम फंड के मैनेजर थे। नतीजतन फिडेलिटी मैग्नम की सम्पति 18 मिलियन डॉलर से बढ़कर 14 बिलियन डॉलर हो गयी थी। टाटा मोटर्स 

इस दौरान जब से लिंच ने फिडेलिटी का प्रबंधन शुरू किया था तब से 29.2% की वार्षिक वर्द्धिदर हासिल की थी। और इसमें 1000 डॉलर का निवेश बढ़कर 28000 डॉलर हो गया था। लिंच ने उन स्टॉक्स को निवेश के लिए तरजीह दी जिनका प्राइस-टू-अर्निग्स रेश्यो (PE Ratio) इंडस्ट्री के अनुपात और पांच वर्ष के औसत से कम था।

साथ ही लिंच ने उन स्टॉक्स की तलाश की जिनका पांच वर्ष की ग्रोथ रेट ऑपरेटिंग अर्निग्स पर शेयर (EPS) हाई था लेकिन 50% से कम था। लिंच का तर्क था कि इस तरह की वर्द्धि दर न केवल टिकाऊ होती है बल्कि इनकी वृद्धि दर अन्य कम्प्टीटटर से ज्यादा भी रहती है। पतंजलि फूड्स

Multibeggar stocks कैसे खोजें? 


मल्टीबैगर स्टॉक्स की खोज करते समय निम्नलिखित पॉइंट्स को ध्यान में रखना रखना चाहिए। 

1. नई टेक्नॉलॉजी (new technology): टेक्नोलॉजी ही स्टॉक मार्केट को चलाती है, इन्वेस्टर्स ने शुरुआत में हाई-टेक कंपनियों (आईटी सेक्टर) में इन्वेस्टमेंट करके भारी मात्रा में धन कमाया था। हालाँकि सभी आईटी कंपनियों में इन्वेस्ट करना सही नहीं होता है। इन्वेस्ट करने योग्य आईटी कंपनियों का विशाल यूजर बेस होना चाहिए। कंपनी के पास बड़े-बड़े वर्क ऑर्डर होने चाहिए। ओएनडीसी

2. Debt on the books (कंपनी पर कर्ज): इन्वेस्टर्स को कम्पनी के इक्विटी के अनुपात में डेब्ट रेश्यो पर नजर रखना चाहिए क्योंकि ज्यादा कर्ज वाली कंपनी के परिचालन में दिक्क्त पैदा हो सकती है। इंडस्ट्री के बीच में डेब्ट इक्विटी रेश्यो भिन्न हो सकता है। फिर भी मार्केट एक्सपर्ट के अनुसार आमतौर पर यह 0.3 से ज्यादा नहीं होना चाहिए। ऐसे बहुत से उदाहरण हैं जब बहुत ही अच्छी कंपनियाँ अधिक कर्ज की वजह से डूब गयीं। 

3. Multibagger stocks के लिए उन शेयरों की तलाश करें। जिनमे पूँजी प्रवाह अच्छा हो और पूँजी पर लगातार रिटर्न मिल रहा हो। यदि कंपनी में ग्रोथ केवल केपिटल इंफ्यूशन से आती है। यानि बिना इनोवेशन या ROC के तो यह कंपनी के भविष्य के लिए ठीक नहीं है। रिलायंस इंडस्ट्री 

4. रैवेन्यू मल्टीपल्स को देखें: कंपनी का रेवेन्यू मल्टीप्ल उसकी इक्विटी की वैल्यू से रिलेट करता है। अगर किसी कंपनी का रवेन्यू कम है, तो उसे कमजोर माना जाता है। इसी तरह जिस कंपनी का रेवेन्यू ज्यादा होता है। उसे स्ट्रांग फंडामेंटल वाली कंपनी माना जाता है। जिसमें ग्रोथ की अधिक संभावनाएं होती हैं। 

5. P/E रेश्यो (Price to Equity Ratio) को जानें: यदि आप कंपनियों के प्राइस टू इक्विटी रेश्यो का अध्ययन करते हैं। तो यह आपको मल्टीबैगर शेयर के एक कदम और करीब ला देगा। क्योंकि यह कंपनी के शेयर की कीमत और प्रति शेयर कमाई का अनुपात होता है। जिस शेयर का P/E उसके प्राइस की तुलना में ज्यादा बढ़ता है। उस शेयर के मल्टीबैगर बनने के चांस बहुत ज्यादा होते हैं। 

6. अंडरवैल्यूड शेयर खोजें: जिस कंपनी के वैल्यूएशन सस्ते होते हैं जरूरी नहीं है कि वह कंपनी अच्छी नहीं हो। यदि किसी स्टॉक का प्राइस अधिक है तो जरूरी नहीं है कि आगे भी उस शेयर के प्राइस में ऐसी ही बढ़त जारी रहेगी। बल्कि ऐसे शेयरों के प्राइस में गिरावट होने के चांस ज्यादा रहते हैं। अगर किसी शेयर का प्राइस कम है और उसके फंडामेंटल अच्छे हैं तो ऐसे शेयर के भविष्य में मल्टीबैगर शेयर बनने के चांस बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं।

7. स्ट्रांग इंडस्ट्री खोजें: ऐसे स्टॉक्स के भी Multibagger stocks बनने के चांस ज्यादा होते हैं। जिसके सेक्टर में अगले पांच-दस वर्ष अच्छी ग्रोथ की संभावना होती है। यदि कोई सेक्टर ग्रोथ के हिसाब से टॉप आउट दिखाई दे रहा है। अथवा किन्ही अन्य कारणों से किसी सेक्टर की ग्रोथ में रुकावट दिखाई दे रही है। तो ऐसे सेक्टर में मल्टीबैगर स्टॉक्स मिलना मुश्किल होता है।

वर्तमान समय में रियल्टी, FMCG और ऑटो सेक्टर में ग्रोथ की काफी अच्छी संभावनाएं है। अतः इन सेक्टर्स में आने वाले समय में कई मल्टीबैगर स्टॉक्स बन सकते हैं। वर्तमान समय में कई देशों में आर्थिक मंदी की वजह से आईटी सेक्टर के स्टॉक्स में गिरावट हो रही है। आपको इन्वेस्टमेंट करने से पहले शेयरों का स्टॉक्स एनालिसिस करना चाहिए? 

8. स्ट्रांग प्रतिस्पर्धी लाभ वाली कंपनी ढूंढे: ऐसी कंपनी देखें जिसे वारेन बुफे इकनोमिक मोट (economic moat) कहते हैं, ऐसी कंपनी की अपनी प्रतिस्पर्धी कंपनियों के मुकाबले लम्बे समय तक प्रॉफिट में रहने की संभावना होती है। इकनोमिक मोट अपनी प्रतिस्पर्धी कंपनियों की तुलना में अधिक ग्रोथ और प्रोफिटेबिल्टी को बढाती है। 

ऐसी कंपनियों जो अपने सेक्टर में मार्केट लीडर हो, कम उत्पादन लागत, ठोस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क, नीतिगत कमियों का नहीं होना, पेटेंट और बौद्धिक सम्पदा, स्ट्रांग ब्रांड लीडरशिप, उच्च मार्केट हिस्सेदारी, अनुसंधान और विकास में निवेश करने वाली कंपनियों के Multibagger stocks बनने की ज्यादा संभावना होती है। फंडामेंटल एनालिसिस Vs टेक्निकल एनालिसिस

9. धैर्य बनाये रखें: स्टॉक मार्केट से अथाह धन वही इन्वेस्टर्स कमा पाते जो अपने निवेश को लॉन्ग-टर्म तक बनाये रखते हैं। स्टॉक्स में लॉन्ग-टर्म तक अपने निवेश को वही इन्वेस्टर्स बनाये रख पाते हैं जिनमें धैर्य होता है। अगर कोई इन्वेस्टर मल्टीबैगर शेयर पहचान लेता है और उसे रीजनेबल प्राइस पर खरीद भी लेता है। 

किंतु यदि इन्वेस्टर शेयर के प्राइस के थोड़ा सा ही बढ़ने पर कम समय में ही उसे बेच देता है। तो इससे उसे थोड़ा ही प्रॉफिट होगा, हायर रिटर्न नहीं मिलेंगे। इसके विपरीत यदि इन्वेस्टर इस शेयर को लॉन्ग-टर्म के लिए होल्ड करेगा तो उसे इस शेयर से मल्टीबैगर रिटर्न मिल सकते हैं। 

अगर यदि आपको लगता है कि अमुक शेयर आपको कई गुना रिटर्न दे सकता है तो आपको उस शेयर को लम्बे समय यानि कई वर्ष तक होल्ड करना चाहिए। वारेन बुफेट पोर्टफोलियो  

10. कंपनी के मैनेजमेंट को जांचें-परखें: आप जिस कंपनी का शेयर खरीदना चाहते हैं उसके मैनेजमेंट के बारे में जानकारी एकत्र करें कि इस कंपनी को कौन लीड कर रहा है। आपको उसकी प्रबंध नीतियां, कंपनी के भविष्य के लिए विजन, स्थिरता, कॉर्पोरेट गवर्नेंस, शेयरहोल्डर्स एंड डिविडेंड पॉलिसी की जानकारी एकत्र करना चाहिए। 

कंपनी मैनेजमेंट के इस गुण को भी देखें कि संकट के समय वह कंपनी को कितनी अच्छी तरह से संभालते हैं। यदि कोई कंपनी अपने बिजनेस मॉडल को बार-बार बदल रही है तो यह खतरे की घंटी हो सकती है। डॉव थ्योरी

निष्कर्ष: यदि आपके पोर्टफोलियो के कुछ स्टॉक भी Multibeggar stocks बन जाते हैं तो इससे आपके सम्पूर्ण पोर्टफोलियो के रिटर्न में बहुत सुधार हो सकता है। यानि कि साल दर साल आपके पोर्टफोलियो का प्रॉफिट प्रतिशत बढ़ सकता है। 

लेकिन विजेता स्टॉक्स (रियल मल्टीबैगर स्टॉक्स) चुनने के लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस, स्टॉक्स का ट्रेंड और गहन रिसर्च करना चाहिए। साथ ही स्टॉक्स को लम्बे समय तक होल्ड करना भी बेहद जरुरी है। तभी आप stock market से हजारों गुना रिटर्न कमाकर बहुत अमीर बन सकते हैं। ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग  

मल्टीबैगर स्टॉक्स के बारे में अक्सर पूछे जानें वाले प्रश्न 

क्या Multibagger stocks रिस्की होते हैं? 

यदि आप आधी-अधूरी जानकारी के आधार पर किसी स्टॉक में निवेश करते हैं तो यह बहुत रिस्की हो सकता है। इन्वेस्टर्स को किसी भी स्टॉक में इन्वेस्ट करने से पहले, शेयर के प्राइस को प्रभावित करने वाले तत्वों के बारे में जानने के लिए गहन रिसर्च की आवश्यकता होती है। 

एक आदर्श पोर्टफोलियो बनाने के लिए आपको अपने पोर्टफोलियो में अलग-अलग सेक्टर के स्टॉक्स शामिल करें। साथ ही Stock market की वोलेटिलिटी से बचने के लिए एकमुश्त निवेश से भी बचें। 

अगले दस वर्ष के कौन-कौन से stocks मल्टीबैगर हो सकते हैं?  

कुछ ऐसे फेक्टर हैं जो सभी मल्टी-बैगर बनने वाले स्टॉक्स में समान रूप से होते हैं। जैसे जिस कंपनी पर कम ऋण (loan), अंडरवैल्यू शेयर प्राइस, अच्छा P/E रेश्यो, हाई परफॉर्मिंग इंडस्ट्री, स्ट्रांग रेवेन्यू स्ट्रीम और अपने कॉम्पिटिटर्स पर एडवांटेज आदि ही कुछ ऐसे गुण है। जो किसी भी शेयर को मल्टी-बैगर बनाते हैं। 

कैसे पता चलेगा कि कोई शेयर मल्टीबैगर शेयर है? 

ऐसी कंपनियां जिनके प्रोडक्ट्स के मार्केट शेयर में बढ़ोतरी हो और जिनके शेयर अंडरवैल्यू या मॉडरेट वैल्यू हो। उस कंपनी के शेयर के Multibagger stocks बन सकते हैं। मल्टीबैगर स्टॉक्स को चुनने का मुख्य पॉइंट यह होना चाहिए। कि लार्ज कैप के बजाय उन स्टॉक्स को चुनें जिनकी इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही हो।  

Multibagger stocks क्या हैं? 

मल्टीबैगर स्टॉक्स वे स्टॉक्स होते हैं, जिनकी लागत कम होती है। जिनका शेयर प्राइस समय के साथ एक्सपोनेंशियल (exponential) रिटर्न देते हैं। आमतौर पर जो भी शेयर 100% से अधिक का रिटर्न देता है, उसे मल्टी-बैगर माना जाता है। 

उम्मीद है, आपको यह मल्टीबैगर स्टॉक्स की पहचान कैसे करें? आर्टिकल पसंद आया होगा अगर आपको यह आर्टिकल How to identify multibagger stocks in Hindi. पसंद आये तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। 

ऐसी ही ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए इस साइट को जरूर सब्स्क्राइब करें। आप अगला आर्टिकल किस टॉपिक पर पढ़ना चाहते हैं कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।    

कोई टिप्पणी नहीं

Jason Morrow के थीम चित्र. Blogger द्वारा संचालित.