Options Trading: ऑप्शन ट्रेडिंग के शानदार फ़ायदे, कम पैसे में ज़्यादा मुनाफ़ा
शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के कई तरीके होते हैं। जिनमें से ऑप्शन ट्रेडिंग भी एक तरीका है। यह डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स का एक प्रकार होता है। जो इन्वेस्टर्स को एक निश्चित प्राइस पर उसकी एक्सपायरी डेट तक के लिए उसे खरीदने या बेचने का अधिकार देता है। पिछले कुछ वर्षों में, भारत सहित पूरी दुनिया में ऑप्शन्स ट्रेडिंग की लोकप्रियता तेज़ी से बढ़ी है। इसका मुख्य कारण इसके द्वारा मिलने वाले कई फ़ायदे हैं। जानते हैं- ऑप्शन ट्रेडिंग के शानदार फायदे, कम पैसे में ज्यादा मुनाफा। What are the advantages of options trading. Hindi.
अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसे कमाना चाहते हैं तो आपको बैंक निफ्टी से पैसे कैसे कमाएं बुक जरूर पढ़नी चाहिए।
ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है?
ऑप्शन्स एक प्रकार का डेरिवेटिव इंस्ट्रूमेंट है, जिसका प्राइस किसी अन्य एसेट (जैसे स्टॉक्स, इंडेक्स, कमोडिटी आदि) पर आधारित होता है। इसमें दो मुख्य प्रकार होते हैं-
- कॉल ऑप्शन (Call Option): यह खरीदार को भविष्य में एक निश्चित प्राइस पर स्टॉक को खरीदने का अधिकार देता है।
- पुट ऑप्शन (Put Option): यह खरीदार को भविष्य में एक निश्चित प्राइस पर स्टॉक को बेचने का अधिकार देता है।
यह भी जानेंगे कि यह कैसे एक कुशल इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्स के लिए एक सशक्त उपकरण बन सकता है। जिससे कम पैसों में अधिक प्रॉफिट कमाया जा सकता है। साथ ही इससे जोखिम प्रबंधन (Risk Management), हेजिंग (Hedging), और इनकम जनरेशन भी किया जा सकता है।
ऑप्शन ट्रेडिंग के मुख्य फायदे
Options trading में निम्नलिखित मुख्य फायदे हैं-
1. कम पैसों में हाई रिटर्न: ऑप्शन्स ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें कम पूंजी लगाकर भी अच्छा रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है। ऑप्शन प्रीमियम, स्टॉक प्राइस की तुलना में बहुत कम होता है। जिससे आप बड़ी पोजीशन को कम लागत में ले सकते हैं। साथ ही इसमें रिटेल ट्रेडर्स, इंडेक्स ऑप्शन जैसे निफ्टी, बैंक निफ्टी, फिननिफ्टी आदि में भी कम पैसों ट्रेडिंग भी कर सकते हैं।
उदाहरण: यदि किसी स्टॉक की कीमत 1000 रूपये है, और उसका कॉल ऑप्शन प्रीमियम 50 रूपये का है, तो आप 1000 रूपये वाले स्टॉक के संभावित मूवमेंट पर सिर्फ 50 रूपये के गुणांक में उसके लॉट साइज के हिसाब से दांव लगा सकते हैं। इसी तरह आप निफ्टी इंडेक्स जोकि इस समय 22,000 के करीब ट्रेड कर रहा है लेकिन आपको इसका ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट 100 के प्रीमियम पर यहाँ तक की इससे भी कम में मिल सकता है।
जिससे आप बड़ी आसानी से ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं। आप मात्र 10,000 रूपये या इससे भी कम में ऑप्शन ट्रेडिंग की शुरुआत कर सकते हैं। यह ऑप्शन ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फायदा है।
2. रिस्क मैनेजमेंट और हेजिंग: ऑप्शन्स का दूसरा महत्वपूर्ण फायदा है, जोखिम प्रबंधन (Risk Management)। यदि आप किसी स्टॉक में निवेश कर चुके हैं और आप मार्केट की दिशा को लेकर अनिश्चित हैं, तो पुट ऑप्शन खरीदकर अपने पोर्टफोलियो को सुरक्षित किया जा सकता है। यह तकनीक हेजिंग कहलाती है।
इसी तरह अगर आपको लगता है कि मार्केट में एक दिशा में बड़ा मूवमेंट आ सकता है लेकिन आप इस बात का अनुमान नहीं लगा पा रहे हैं कि मार्केट किस दिशा में बड़ा मूव देगा तो आप Put & Call दोनों में ऑप्शन पोजीशन बनाकर इस बड़े मूवमेंट से प्रॉफिट कमा सकते हैं। इससे प्रॉफिट थोड़ा कम जरूर होता है लेकिन प्रॉफिट होता जरूर है। साथ ही जोखिम बिलकुल खत्म हो जाता है। इसके लिए स्ट्रैडल ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी सही रहती है।
3. इनकम जनरेशन: ऑप्शन्स का उपयोग नियमित इनकम जनरेशन के लिए भी किया जा सकता है। विशेष रूप से, यदि आपके पास स्टॉक्स हैं, तो आप उन पर कॉल ऑप्शन (Options sell) बेच सकते हैं- जिसे कवर्ड कॉल स्ट्रेटेजी कहा जाता है। इससे आपको प्रीमियम के रूप में नियमित मिलेगी।
उदाहरण: आप 2000 रुपये मूल्य का स्टॉक होल्ड कर रहे हैं। आप उस पर 2100 रूपये का कॉल ऑप्शन बेचते हैं और 50 का प्रीमियम प्राप्त करते हैं। प्रीमियम प्रत्येक यूनिट के हिसाब से होता है और कई यूनिटों को मिलकर एक लॉट बनता है।
ऑप्शंस ट्रेडिंग के लिए आपको कम से कम एक लॉट buy & sell करना जरूरी होता है। यदि स्टॉक 2100 रूपये से ऊपर नहीं गया, तो वह प्रीमियम आपकी कमाई बन जाता है। यदि एक 100 यूनिट वाले लॉट में ट्रेड कर रहे हैं तो आपका प्रॉफिट 100 × 50 = 5000 रूपये होगा।
4.मल्टी-लेग ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी: मल्टी-लेग ऑप्शन ऑर्डर ट्रेडर्स को एक जटिल ऑप्शन स्ट्रेटेजी को पूरा करने की अनुमति देते हैं। जिसमें एक ही ऑर्डर के साथ कई अलग-अलग ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट शामिल होते हैं। जैसे- स्प्रेड्स (Spreads), स्ट्रैडल्स (Straddles), स्ट्रैंगल्स (Strangles), बटरफ्लाई स्प्रेड (Butterfly Spread) आदि। ये ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटेजीज विभिन्न तरह की मार्केट परिस्थितियों में प्रॉफिट कमाने के लिए बनाई जाती हैं।
5. लिमिटेड रिस्क अनलिमिटेड प्रॉफिट: ऑप्शंस बायर्स के लिए रिस्क इसलिए सीमित होता है क्योंकि उसे केवल प्रीमियम का ही लॉस हो सकता है। अगर मार्केट ऑप्शन बायर की दिशा में चलता है तो उसे असीमित प्रॉफिट भी हो सकता है।
6.मार्केट की प्रत्येक दिशा में कमाई: ऑप्शन ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि मार्केट गिरे या बढ़े आप दोनों दिशा में कमाई कर सकते हैं। अगर आपको लगता है कि आज शेयर मार्केट गिरेगा तो आप निफ्टी, बैंक निफ्टी या किसी अन्य स्टॉक का पुट ऑप्शन (Put optons) खरीद सकते हैं।
इसी तरह अगर आपको लगता है कि आज मार्केट चढ़ेगा तो आप निफ्टी, बैंक निफ्टी या अन्य की इंडेक्स या स्टॉक का कॉल ऑप्शन (Call Options) खरीद सकते हैं। इस तरह आप मार्केट बढ़े या गिरे दोनों दिशाओं में ऑप्शन ट्रेडिंग करके पैसा कमा सकते हैं।
7. टाइम डिके (Time Decay) से प्रॉफिट कमाना: ऑप्शंस प्रीमियम पर समय का प्रभाव पड़ता है। जितनी एक्सपायरी नजदीक आती है ऑप्शन का प्रीमियम उतना ही तेजी से कम होता जाता है। जिसे Theta Decay भी कहा जाता है, ऑप्शन सेलर इसी से पैसे कमाते हैं।
8. ऑप्शंस के द्वारा बहुत सी एसेट्स में ट्रेडिंग: ऑप्शन्स सिर्फ स्टॉक्स पर ही नहीं बल्कि इंडेक्स (जैसे – NIFTY, BANKNIFTY), कमोडिटी (जैसे – सोना, चांदी) और करेंसी, क्रिप्टो पर भी उपलब्ध होते हैं। इससे ट्रेडर्स को अधिक विकल्प मिलते हैं।
9. हाई लिक्विडिटी (High Liquidity): India में NSE और BSE के प्लेटफॉर्म पर ऑप्शंस जैसे NIFTY, Bank Nifty,आदि में बहुत अधिक लिक्विडिटी रहती है। इससे आप ट्रेड में एंट्री और एग्जिट बहुत आसानी से कर सकते हैं।
ऑप्शन ट्रेडिंग के जोखिम और सावधानियां
Options trading के अनेक फायदे हैं लेकिन लगातार प्रॉफिट कमाने के लिए आपको सावधानियां रखने की भी जरूरत होती है।
- ऑप्शन ट्रेडिंग की शुरुआत करने वाले ट्रेडर्स के लिए ऑप्शन ट्रेडिंग कठिन होती है।
- जैसे-जैसे एक्सपायरी नजदीक आती है प्रीमियम कम होता जाता है। जिससे प्रीमियम खोने की आशंका बनी रहती है।
- गलत ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी और गलत समय पर trade लेने से नुकसान हो सकता है। ऑप्शन सेलिंग में नुकसान कम होने की संभावना रहती है।
- ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करने से पहले से सीख लेना चाहिए।
- नुकसान से बचने के लिए असली ट्रेडिंग करने से पहले पेपर ट्रेडिंग करनी चाहिए।
- नुकसान से बचने के लिए आपको रिस्क मैनेजमेंट स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल करना चाहिए।
- ट्रेड लेते समय स्टॉप लॉस जरूर लगाएं और टार्गेट पहले से सेट कर लेना चाहिए।
- आपको वर्तमान market trend और न्यूज इवेंट पर नजर बनाये रखनी चाहिए।
यदि आप सावधानीपूर्वक ट्रेड करते हैं और सही Trading strategy का पालन करते हैं। तो ऑप्शन ट्रेडिंग आपके पोर्टफोलियो को मजबूती प्रदान कर सकती है।
उम्मीद है आपको यह ऑप्शन ट्रेडिंग के अद्भुत फ़ायदे, कम पूंजी में ज़्यादा मुनाफ़ा आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपको यह What are the advantages of options trading आर्टिकल पसंद आये तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। शेयर मार्केट के बारे में ऐसी ही ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए इस साइट को जरूर सब्स्क्राइब करें। आपको इस आर्टिकल में कौन सी जानकारी सबसे अच्छी लगी कमेंट करके जरूर बताएं।
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