एल्गो ट्रेडिंग क्या है, यह कैसे काम करती है, Algo Trading Kya hai?
एल्गो ट्रेडिंग एक एल्गोरिदम ट्रेडिंग सिस्टम है, जोकि इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बना है। यह ट्रेडर्स की जगह उसके बिहाफ पर ट्रेडिंग करता है। जिसमे फार्मूले लिखकर कम्प्यूटर् प्रोग्राम तैयार किये जाते हैं। इसमें ट्रेडिंग आप की जगह पर कंप्यूटर करता है और वो पहले से तय दिशा निर्देशों का पालन करता है।
आप कंप्यूटर को एक खास तरीके का आदेश देते हैं कि इस लेवल पर शेयर को खरीदना है। इस लेवल के नीचे Share को बेचना है। कौन सी स्ट्रेटजी को फॉलो करना है, इसका भी निर्देश दिया जाता है। आइए जानते हैं- एल्गो ट्रेडिंग क्या है और यह कैसे काम करती है? Algo Trading Kya hai in Hindi?
यदि आपस्टॉक मार्केट से इंट्राडे ट्रेडिंग करके पैसे कामना चाहते हैं तो आप जितेन्द गाला और अंकित गाला द्वारा लिखित इंट्राडे ट्रेडिंग की पहचान बुक को जरूर पढ़े। इस बुक के द्वारा आप इंट्राडे ट्रेडिंग के एक्सपर्ट बन सकते हैं।
Algo Trading क्या है?
जिस तरह आप किसी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी को देखकर शेयर खरीदते और बेचते हैं। उसी तरह आपको अपने कंप्यूटर में अपना फार्मूला लिखना होता है। यह फॉर्मूला अल्गोरिदम पर आधारित होता है इसलिए इसे एल्गो कहा जाता है।
इस फार्मूले के हिसाब से कंप्यूटर के द्वारा ऑटोमेटिक ट्रेडिंग की जाती है जिसे Algo Trading कहते हैं। कंप्यूटर आपका आदेश मानता है और आपके हिसाब से ट्रेड करता है। द अल्टीमेट डे ट्रेडर
जब आप कंप्यूटर पर फार्मूला सेट कर देते हैं कि इस लेवल पर इतनी संख्या में शेयर खरीदने हैं। तब Computer आपके बिहाफ पर, आपके बताए लेवल के आने पर आपके लिए शेयर खरीद लेता है। इसी तरह कंप्यूटर आपके बताए प्राइस पर आपके शेयर बेच भी देता है।
अगर आप कंप्यूटर को अपना स्टॉपलॉस भी बताएंगे तो वह आपके बताए stoploss level का भी पालन करेगा। यानी कि आप अपने ट्रेड में से जो भी चाहते हैं, उसे एक फार्मूले के रूप में लिखकर उसे कंप्यूटर में डाल देते हैं। तो कंप्यूटर आप की जगह Stock trading करता है और आप एक तरह से फ्री हो जाते हैं। मार्केट में नुकसान से कैसे बचें और धनवान बनें"
यह सुनने में तो बहुत अच्छा लगता है और आसान लगता है कि यदि हम कंप्यूटर में अपना फार्मूला लिखकर डाल दें तो कंप्यूटर आपकी जगह ट्रेडिंग करेगा और आप बिल्कुल फ्री रहेंगे। लेकिन यह इतना भी आसान नहीं है क्योंकि इसके अंदर आपको बहुत हाई क्वालिटी के प्रोग्राम लिखने होगें। साथ ही आपको ऐसे Stockbroker के साथ ही काम करना पड़ेगा। जिसने NSE और BSE से Algo Trading की परमिशन ले रखी है।
Algo Trading के फायदे
एल्गो ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें Emotionaless trading होती है। क्योंकि कंप्यूटर को नहीं पता होता है कि मार्केट कहां जा रहा है? शेयर प्राइस गिर रहे हैं या बढ़ रहे हैं? कंप्यूटर में fear & greed नहीं होता है। ज्यादातर रिटेल ट्रेडर्स लालच के कारण शेयर खरीद लेते हैं और डर के कारण बेच भी देते हैं।
जबकि कंप्यूटर के अंदर ऐसा नहीं है। जब तक उसका सर्टेन लेवल नहीं कटेगा तब तक कंप्यूटर ना ही शेयर बेचेगा और ना ही खरीदेगा। कंप्यूटर में मार्केट सेंटीमेंट से काम नहीं होता है और ना ही उस पर किसी ब्रेकिंग न्यूज़ का ही असर होता है। उसके अंदर जो फार्मूला लिखा होता है और जब फार्मूले के हिसाब से प्राइस लेवल आते हैं। तभी कंप्यूटर एक्शन लेता है।
इस तरह इमोशनल ट्रेडिंग की वजह से जो नुकसान हो जाते हैं। उस नुकसान से Algo Trading के द्वारा बचा जा सकता है। कंप्यूटर अपने डिसिप्लिन से आपके द्वारा दिए गए फार्मूले के अनुसार ट्रेडिंग करता है। इनका एक फायदा यह भी है कि इसमें आप भी बहुत ही हाई फ्रीकवेंसी ट्रेडिंग कर सकते हैं।
यानी कि आप प्रत्येक 1, 2, 3, 5, 10 मिनट आदि में, चाहे जितनी ट्रेड डाल सकते हैं और उसको काट भी सकते हैं। लेकिन यदि इंसान इतने कम समय में इतनी जल्दी-जल्दी stocks buy & sell तो यह बहुत मुश्किल है। जो लोग बहुत बड़ी मात्रा में और बहुत ज्यादा सौदा करते हैं उनके लिए algo Trading बहुत अच्छी चीज है।
आज भारत में कुल ट्रेडिंग का करीब 45% एल्गो ट्रेडिंग होती है। चाहे वह स्टॉक मार्केट, कमोडिटी मार्केट या फॉरेक्स मार्केट हो सभी में एल्गो ट्रेडिंग होती है।
Algo Trading के नुकसान
अल्गो ट्रेडिंग आपको ट्रेन्डिंग (आप ट्रेंड या डाउन ट्रेंड) मार्केट में ही पैसा कमा कर दे सकता है। यानी एक रेंज में फंसे हुए शेयर मार्केट में इसे हमेशा दिक्कत आती है। जैसा कि आप जानते हैं, ज्यादातर समय करीब 60-70% मार्केट एक रेंज में ही रहता है। ब्रेकआउट ट्रेडिंग
करीब 30% समय में ही मार्केट में एकतरफा ऊपर या नीचे की ओर चाल आती है। एल्गो ट्रेडिंग ट्रेन्डिंग मार्केट के समय ही अच्छा प्रॉफिट कमा कर दे सकती है। Trending market में जब लोग डर की वजह से अपनी पोजीशन को बंद कर देते हैं। तब एल्गो ट्रेडिंग आपको पूरा मूव लेने का मौका देती है। ट्रेंड और ट्रेंडलाइन
कंप्यूटर के अंदर फियर एंड ग्रीड नहीं होता है इसलिए यह आपको पूरा मूव लेने का मौका देता है। लेकिन जब मार्केट एक रेंज में होता है। तब इसके बार-बार स्टॉपलॉस हिट होते हैं। आपने प्रोग्राम में ऐसा फार्मूला लिखा होता है कि इस प्राइस पर शेयर खरीद लीजिए और इस प्राइस पर बेच दीजिए।
जब प्राइस उस रेंज में बार-बार ऊपर-नीचे जाएगा तो एल्गो ट्रेडिंग में बार-बार आपके स्टॉपलॉस हिट होंगे। Algo Trading साइडवे में मार्केट में बिल्कुल भी काम नहीं करता है। बल्कि बार-बार स्टॉपलॉस हिट होने के कारण नुकसान ही ज्यादा करता है। जो लोग एल्गो ट्रेडिंग करते हैं, वे जब वह कंप्यूटर पर जाकर चेक करते हैं कि उन्हें कितना प्रॉफिट हुआ।
तब उन्हें बहुत ज्यादा प्रॉफिट नहीं मिलता क्योंकि Trending market में जो प्रॉफिट आता है। वह पूरा प्रॉफिट साइडवे में मार्केट में चला जाता है। आपने कंप्यूटर को एक फार्मूला लिखकर दिया है। आप यह भी नहीं कह सकते कि आप साइडवे में मार्केट में ट्रेड मत कीजिए। आपके फार्मूले के हिसाब से ट्रेड आएगा तो कंप्यूटर उस ट्रेड को जरूर लेगा।
कंप्यूटर कोई इंसान नहीं है, जो यह देख सके कि यह साइडवे ट्रेंड (sideway trend) है या यह फेक ब्रेकआउट है। आप के फार्मूले के हिसाब से यदि लेवल ट्रिगर हो गया तो उसे सौदा लेना ही है। बार-बार जब उस ट्रेड में नुकसान होता है तो पहले कमाया हुआ प्रॉफिट भी कम हो जाता है या बिल्कुल ही खत्म हो जाता है।
Algo Trading का दूसरा नुकसान यह भी है क्योंकि एल्गो ट्रेडिंग में कंप्यूटराइज ट्रेडिंग होती है इसलिए आपको यह भी ध्यान रखना होगा कि आपका कंप्यूटर बहुत ही अच्छी क्वालिटी का होना चाहिए। साथ ही इंटरनेट की कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही इलेक्ट्रिसिटी की भी अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। यदि उपयुक्त चीजों में से किसी एक भी चीज में समस्या हुई तो आपका पूरा सेटअप खराब हो जाएगा।
जब ट्रेड का मौका आया और वह आपके खराब सेटअप के कारण छूट गया तो इसकी वजह से आपको बहुत नुकसान हो सकता है। इसी कारण एल्गो ट्रेडिंग को एचएनआई और एफआईआई जैसे बड़े-बड़े लोग ही कर पाते हैं। Algo Trading को करने के लिए बहुत बड़े और एक्सपेंसिव सिस्टम की जरूरत पड़ती है। सपोर्ट और रेजिस्टेंस
इसके लिए जो फार्मूला लिखा जाता है, वह भी बिल्कुल सही होना चाहिए। यदि आप के फार्मूले में कोई छोटी सी भी कमी रह गई। तो आपको इसकी वजह से बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है। फार्मूले को टेस्ट भी करना पड़ता है, इसके लिए इसे पिछले पांच-दस साल के चार्ट पर लगाकर टेस्ट किया जाता है।
बहुत सारी समस्याएं हैं, जिनकी वजह से प्रत्येक व्यक्ति एल्गो ट्रेडिंग नहीं कर सकता है। रिटेल इन्वेस्टर के लिए सबसे बड़ी दिक्कत की बात यह है कि उनका बजट बहुत कम होता है। इसलिए उनके ट्रेड ही छोटे-छोटे साइज के होते है। रिटेल इन्वेस्टर का निवेश भी कोई बहुत बड़ा नहीं होता है और Algo Trading के सिस्टम को लगाने के लिए ही बहुत बड़ी रकम की जरूरत पड़ती है। ट्रेडिंग प्लान
इस वजह से भी रिटेल ट्रेडर इसे इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। लेकिन आपको यह जरूर पता होना चाहिए कि आपके साथ-साथ Stock market में एल्गो ट्रेडिंग भी हो रही होती है। आपको यह भी पता होना चाहिए कि आपके साथ-साथ ऐसे सिस्टम भी काम कर रहे हैं। जिसके अंदर डर, लालच और इमोशंस बिलकुल नहीं हैं।
वह इस समय किस तरह की ट्रेडिंग कर रहा होगा। यदि आप यह सोचकर ट्रेडिंग करेंगे तो आप के ज्यादातर फैसले सही हो सकते हैं। अतः आपको Algo Trading क्या है? इस बारे में जरूर पता होना चाहिए। क्योंकि यह भी शेयर मार्केट का हिस्सा है। एल्गो ट्रेडिंग समय के साथ बढ़ती ही जा रही है यह खत्म नहीं होने वाली है। ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटजी
बहुत से लोग और स्टॉक ब्रोकर भी इस तरह की सर्विस शुरू कर चुके हैं। आने वाले समय में यह और भी ज्यादा हो सकती है। हो सकता है, यह काफी सस्ती हो जाए। अगर आप को सस्ते में अल्गो ट्रेडिंग की सुविधा मिल जाए। तब आप अपनी टोटल इन्वेस्टमेंट का कुछ हिस्सा Algo Trading के द्वारा कर सकते हैं।
इस आर्टिकल में आपने जाना कि एल्गो ट्रेडिंग क्या होती है? यह कैसे काम करती है? एल्गो ट्रेडिंग के फायदे क्या है? इसके नुकसान क्या है? इस आर्टिकल का सारांश यह है कि एल्गो ट्रेडिंग एक खास तरह का आदेश है। जो आप अपने कंप्यूटर को देते हैं, कंप्यूटर आपके आदेश को फॉलो करता है।
Algo Trading का नुकसान यह है कि ये साइडवे में मार्केट में यह काम नहीं करती है। इसका ट्रेडिंग सेटअप बनाना भी काफी महंगा पड़ता है, एल्गो ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें भावना नहीं होती है। अतः इसके अंदर डर और लालच नहीं होता इसलिए यह ट्रेन्ड के आखिर तक जितना भी प्रॉफिट होता है वह आपको दिलाता है।
सही जगह पर आपको अपनी पोजीशन से बाहर भी निकाल देता है। जैसा कि आप जानते हैं, प्रत्येक चीज में कुछ अच्छाइयां भी होती हैं और कुछ कमियां भी होती हैं। यह आपका निर्णय होता है कि आपको उस चीज का उपयोग करना चाहिए या नहीं। शेयर मार्केट हॉलीडेज
उम्मीद है, आपको आज का आर्टिकल एल्गो ट्रेडिंग क्या है और यह कैसे काम करती है? पसंद आया होगा। आपको यह यह Algo Trading Kya hai in Hindi? आर्टिकल कैसा लगा। इसके बारे में अपने विचार कमेंट करके जरूर बताएं। यदि आपको यह जानकारी ज्ञानवर्धक लगे तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। आप मुझे Facebook पर भी फॉलो कर सकते हैं।
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