दिवाली पर घरों के साथ-साथ शेयर मार्केट में भी एक अनोखा उत्साह छा जाता है क्योंकि यह दिन सिर्फ लक्ष्मी पूजन का नहीं, निवेश की शुरुआत का भी माना जाता है। अतः इस दिन भारतीय शेयर मार्केट में एक घंटे की मुहूर्त ट्रेडिंग होती है। भारतीय स्टॉक एक्सचेंज NSE & BSE के नोटिफिकेशन के अनुसार इस वर्ष 21 अक्टूबर 2025 को मंगलवार के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग होगी। इसका समय शाम 6: 15 बजे से 7:15 बजे तक निर्धारित किया गया है। विस्तार से जानते हैं- दिवाली के शुभ दिन पर मुहूर्त ट्रेडिंग का सही समय और महत्व। Diwali muhurat Trading in Hindi.
Muhurat trading क्या है, इसकी शुरुआत कैसे हुई?
हर साल दिवाली का आगमन एक नई उम्मीद, रौनक और सकारात्मक उर्जा लेकर आता है। घरों में दीपक जगमगाते हैं, मन में सुख-समृद्धि की कामना होती है। दिवाली के अवसर पर वैसे तो शेयर मार्केट में हमेशा अनिवार्य रूप से अवकाश रहता है। लेकिन फिर भी प्रत्येक वर्ष दिवाली के अवसर पर स्टॉक एक्सचेंज एक घंटे के लिए खुलते हैं। इसे ही मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है।
“मुहूर्त” संस्कृत वाड शब्द है, जिसका मतलब है “शुभ समय / auspicious time”। जैसा कि धार्मिक अनुष्ठानों या शादी-विवाह आदि में किसी कार्य को मुहूर्त में करना शुभ माना जाता है। ठीक उसी तरह Share market में दिवाली के दिन एक विशेष घंटे की ट्रेडिंग को मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है।
इस पर्व पर जब लोग लक्ष्मी पूजन करते हैं, वहीँ शेयर मार्केट में एक छोटा-सा “मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन” आयोजित किया जाता है। यह एक प्रतीकात्मक मिनट ही सही, लेकिन इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्स के लिए आशा और विश्वास का प्रतीक बन जाता है। मुहूर्त ट्रेडिंग भारत के नागरिकों के लिए, भारत के सबसे बड़े त्यौहार दिवाली (Diwali) पर रखी जाती है। मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत 1957 से शुरू हुई है।
प्रत्येक वर्ष दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए प्री-ओपनिंग सेशन पंद्रह मिनट का होता है। जो 6:00 PM पर शुरू होता है और 6:15 PM पर समाप्त होता है। इसके बाद लगातार सेशन शुरू होता है। जो 6;15 PM से 7:15 PM तक चलता है। यानि मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन 6:00 PM से शुरू होकर 7;15 PM तक चलता है।
Muhurat trading एक ट्रेडिंग एक्टिविटी है जो आमतौर पर शाम के समय दिवाली ( Diwawli ) के अवसर पर आयोजित की जाती है। स्टॉक एक्सचेंजों के द्वारा मुहूर्त ट्रेडिंग की घोषणा की जाती है। स्टॉक एक्सचेंजों द्वारा ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स की जानकारी के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग का शेड्यूल जारी किया जाता है।
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Muhurat trading पर ट्रेडिंग एक्टिविटी
दिवाली के अवसर पर मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए लक्ष्मी जी का आवाह्न करने के लिए ब्रोकर्स के ऑफिस को बहुत ही खूबसूरत और करीने से रंगोली से सजाया जाता है। साथ ही दीयों और रंगोली से सजाया जाता है। मुहूर्त ट्रेडिंग, ब्रोकर्स कम्युनिटी के समृद्ध अतीत के बहुत से मौकों में से एक है। Muhurat trading की परंपरा 1957 से चली आ रही है।
मुहूर्त ट्रेडिंग के समय हमेशा स्टॉक मार्केट NSE और BSE बढ़त के साथ बंद होते हैं। इस तरह दलाल स्ट्रीट नए साल का स्वागत सकारात्मकता के साथ करते हैं। मुहूर्त ट्रेडिंग को शेयर मार्केट पार्टिसिपेंट नए साल की तरह ट्रीट करते हैं। इस परंपरा को कई वर्षों से एक अनुष्ठान की तरह निभाया जाता रहा है।
Muhurat trading शेयर मार्केट के लिए परम्परागत रूप से नए साल की शुभ शुरुआत का एक अवसर होता है। इस शुभ अवसर पर निवेशक अपने बच्चों के लिए स्टॉक्स खरीदते हैं। यानि लम्बी अवधि के लिए शेयर मार्केट में निवेश करते हैं।
NSE और BSE ने घोषणा की है कि मुहूर्त ट्रेडिंग 2025, 21 अक्टूबर, 2025 (मंगलवार) को होगी। यह दिवाली (लक्ष्मी पूजन) का दिन है। उसी दिन Stock market की नियमित ट्रेडिंग बंद रहेगी, केवल यह विशेष सत्र होगा। NSE के वर्ष 2025 के हलिदेवल (holiday calendar) में यह भी उल्लेख है कि 21 अक्टूबर को Diwali Laxmi Pujan के कारण एक विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग होगा।
कभी-कभी इस शुभ अवसर पर खरीदे गए स्टॉक्स को कभी बेचा ही नहीं जाता है। यानि स्टॉक्स नेक्स्ट जेनरेशन को ट्रांसफर होते हैं। शार्ट टर्म ट्रेडर्स इस अवसर पर अपना प्रॉफिट बुक करते हैं फिर चाहे प्रॉफिट कितना ही छोटा क्यों ना हो। आप भी इस शुभ मुहूर्त पर शेयरों में इन्वेस्ट करके अपनी नेक्स्ट जेनरेशन को भेंट कर सकते हैं।
Muhurat trading परंपरा
भारत के कई समुदायों के बीच नए वर्ष की शुरुआत दिवाली से ही होती है। धन तेरस के दिन लोग अपने बही-खातों की पूजा करते हैं। नए बही खाते खरीदकर लाते हैं। इस दिन तिजोरियों की भी पूजा का अनुष्ठान किया जाता है। इस दिन एक सिक्का जो धन का प्रतीक है, उसे बही के ऊपर रखा जाता है। Muhurat trading पर स्टॉक ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज में लक्ष्मी पूजन करते हैं और तब पारंपरिक मुहूर्त ट्रेडिंग होती है।
ऐसा माना जाता है, दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजन वाले स्थान पर लक्ष्मी जी निवास करने आतीं हैं। इस दिन लोग घरों में, दुकानदार दुकान पर, स्टॉक एक्सचेंज में और स्टॉक ब्रोकर अपने ऑफिस में सभी पूरी रात रौशनी करके रखते हैं। ऐसा माना जाता है मुहूर्त ट्रेडिंग से पूरे वर्ष धन और समृद्धि की कृपा बनी रहती है। दिवाली के दिन से धन और समृद्धि की शुभ शुरुआत होती है।
अधिकतर इन्वेस्टर्स यह सोचते हैं कि दिवाली पर शेयर लेना शुभ है तो एक सकारात्मक सेंटीमेंट बनती है। जिससे शेयर मार्केट में हल्की बढ़त उत्पन्न हो सकती है। इन्वेस्टर्स इस दिन “शुभ शुरुआत” की भावना के साथ मार्केट में प्रवेश करते हैं। जिससे उनके निर्णयों में सकारात्मक दृष्टिकोण हो सकता है। बहुत से लोग इस सत्र में एक-एक शेयर खरीदते हैं (token buy) । वे इसे पवित्र, शुभ और पारंपरिक क्रिया की तरह देखते हैं, न कि भारी मुनाफे की उम्मीद से।
इस वर्ष दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग का समय
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