The Snowball Warren Buffett: द स्नोबॉल वॉरेन बफेट एंड बिजनेस ऑफ लाइफ बुक की सम्पूर्ण जानकारी

By; Manju chaudhary Update May, 2025

"द स्नोबॉल: वॉरेन बफेट एंड द बिजनेस ऑफ लाइफ" बुक दुनिया के सबसे सफल और प्रसिद्ध निवेशकों में से एक अमेरिकी निवेशक वॉरेन बफेट की बायोग्राफी है। यह पुस्तक "ऐलिस श्रोएडर" द्वारा लिखी गई थी और 2008 में प्रकाशित हुई थी। यह वॉरेन बफेट के जीवन, उनकी इन्वेस्टमेंट फिलॉसफी और बिजनेस के प्रति उनके दृष्टिकोण का विस्तृत विवरण प्रदान करती है। जानते हैं- स्नोबॉल वॉरेन बफेट और बिजनेस ऑफ लाइफ बुक की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में। The Snowball: Warren Buffett and the Business of Life" is a biography of Warren Buffett, in Hindi.  

                                                                                         
The Snowball: warren Buffett in Hindi


आप बफेट के इन्वेस्टमेंट करने के तरीके पर लिखी  गयी बुक वारेन बफेट के मैनेजमेंट सूत्र पढ़ सकते हैं।

स्नोबॉल वॉरेन बफेट और बिजनेस ऑफ लाइफ बुक के बारे में 

The Snowball: Warren Buffett and the Business of Life पुस्तक बफेट की व्यक्तिगत और व्यावसायिक जर्नी, बचपन में ही उनकी बिजनेस  में प्रारंभिक रुचि से लेकर दुनिया के सबसे धनी व्यक्तियों में से एक के रूप में उभरने तक के बारे में विस्तार बताती है। इस बुक में बफेट के रिश्तों, उनके निवेशों और उन सिद्धांतों की विस्तृत जानकारी दी गई है। जिन्होंने उनके पूरे करियर में निर्णय लेने में बफेट का मार्गदर्शन किया। 

इस पुस्तक में वारेन बफेट की वैल्यू इन्वेस्टिंग की फिलॉसफी के बारे में विस्तार से बताया गया है। जिसे लॉन्ग टर्म दृष्टिकोण, धैर्य और स्ट्रांग फंडामेंटल्स वाली अंडरवैल्यू कंपनियों ने इन्वेस्टमेंट के नाम से भी जाना जाता है। The Snowball: Warren Buffett and the Business of Life बुक बताती है कि वारेन बफेट ने यह दृष्टिकोण कैसे विकसित किया। बफेट ने बर्कशायर हैथवे कंपनी को इतना शक्तिशाली बनाने के लिए इन सिद्धांतों को कैसे लागू किया। 

"द स्नोबॉल" बुक बफेट के व्यक्तिगत जीवन पर भी प्रकाश डालती है। जिसमे उनकी फ्रेंडशिप, लाइफस्टाइल और परिवार के बारे में भी बताया किया गया है। इतनी अपार संपत्ति होने के बावजूद बफेट कितना सादगी भरा और मित्तव्ययी जीवन जीते हैं। यह बुक वारेन बफेट के बारे में एक सम्पूर्ण दृष्टिकोण प्रदान करने का प्रयास करती है। जिसमे उनकी सफलताओं और चुनौतियों दोनों के बारे में बताया गया है। 

कुल मिलकर The Snowball: Warren Buffett and the Business of Life बुक बफेट के जीवन, इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजीज और उनके अनुभवों से सीखे जा सकने वाले सबक की अंतर्दृष्टि प्रदान करती है। यह किताब उन लोगों के लिए एक शानदार विकल्प है जो शेयर मार्केट से अपार धन कमाना चाहते हैं। और शेयर मार्केट की सबसे लोकप्रिय हस्ती वारेन बफेट के बारे में जानना चाहते हैं।

The Snowball: Warren Buffett and the Business of Life बुक से आप क्या सीख सकते हैं?

इस किताब में बफेट के बारे में बहुत विस्तार से बताया गया है लेकिन आपके काम की जो बातें हैं। वह इस आर्टिकल में बताई गयी हैं। जैसे शेयर मार्केट में वेल्थ कैसे बनायीं जाती है? यह आप इस किताब से सीख सकते हैं। इस बुक में शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट के बारे में निम्नलिखित मुख्य बातें बताई हैं-

लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट करने की सोचें

Warren Buffett का एक बहुत ही प्रसिद्ध quote है- "Our favorite holding period is forever" जिसका मतलब यह है कि जब भी वह कोई भी शेयर खरीदते हैं तो उसे बेचने की सोचते ही नहीं हैं। फिर बफेट प्रॉफिट कैसे कमाते हैं? क्योंकि शेयर मार्केट में सस्ते में शेयर खरीदकर और महंगे में बेचकर ही प्रॉफिट कमाया जाता है।

यदि आप दुनिया के सबसे अमीर लोगों के बारे में जनकारी करेंगे। तो आप पाएंगे कि उन्होंने कभी भी अपनी कंपनियों के शेयर बेचें ही नहीं हैं। जैसे आप ऐमज़ॉन के जेफ़ बेंजोस को ही देखें, वह वर्तमान में दुनिया के सबसे अमीर आदमी हैं। वह ऐमज़ॉन में इंवेस्टिड हैं और उसमे इंवेस्टिड रहते हैं। 

आप ऐमज़ॉन से सामान खरीदते हैं लेकिन ऐमज़ॉन के शेयर नहीं खरीदते हैं। यही चीज भारत के सबसे अमीर आदमी रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी पर भी लागू होती है। क्योंकि इनकी संपत्ति का सबसे बड़ा हिस्सा रिलायंस में इंवेस्टिड है जिसे वे कभी भी नहीं बेचते हैं। वे केवल उसके डिविडेंड का उपभोग करते हैं, उसके शेयरों का नहीं।  

Warren Buffett का लॉजिक बहुत ही सरल है, किसी भी कंपनी में आपको तभी निवेश करना चाहिए। जब आपको लगे की वह कंपनी भविष्य में अपना बिजनेस और मार्केट शेयर बनाये रखेगी। अगर कंपनी ऐसा कर पायी तो आपको प्रत्येक वर्ष डिविडेंड मिलेगा (जो अमीर लोगों की सैलरी होती है) आप डिविडेंड को कंज्यूम करके फाइनेंशियल फ्रीडम हांसिल कर सकते हैं। 

जब आप किसी कम्पनी में निवेश करते हैं तो आपको उसका डिविडेंड बहुत छोटा लगता है। लेकिन जब आप डिविडेंड और फिक्स डिपॉजिट की तुलना करेंगे। तो आप शॉक हो जायेंगे कि डिविडेंड फिक्स डिपॉजिट से बहुत ज्यादा बैठता है।

"द स्नोबॉल' बुक में इसे एक उदाहरण के द्वारा बताया गया है। कि एक वर्ष में कोका कोला कंपनी के सीईओ को एक करोड़ यूएस डॉलर सैलरी मिली लेकिन वारेन बफेट को उसी साल 59 करोड़ यूएस डॉलर का डिविडेंड मिला। जबकि उन्होंने इसके लिए पूरे साल मेहनत भी नहीं की। जब सीईओ जॉब छोड़ देगा तो उसकी सैलरी बंद हो जाएगी। 

लेकिन बफे जब तक उसमे इंवेस्टिड रहेंगे उन्हें डिविडेंड मिलता रहेगा। डिविडेंड इसलिए मिलेगा क्योंकि उन्होंने अपनी नॉलेज से ऐसी कंपनी में निवेश किया। जिसके लॉन्ग-टर्म सर्वाइव करने के चांस बहुत ज्यादा थे। इसी को कहते हैं रियल फाइनेंशियल फ्रीडम कहते हैं। लेकिन यह तभी संभव हो सकता है जब आप अपने शेयरों को लॉन्ग टर्म होल्ड रखने की सोच रखते हैं। 

बफेट जब भी किसी कंपनी में निवेश करते हैं तो उसके बारे में बहुत ज्यादा रिसर्च करते हैं। उसका एक सबसे महत्वपूर्ण क्राइटएरिया चैक करते हैं जिसे वह कॉम्पिटेटिव एडवांटेज या मोट कहते हैं। मोट का मतलब होता है किसी भी बंगले या किले के चारों तरफ गहरी खाई में पानी का भरा होना। जिसकी वजह से दूर से आ रहे दुश्मन आसानी से हमला नहीं कर पाते हैं। 

बल्कि दुश्मन उस किले के अंदर भी नहीं आ सकते हैं क्योंकि उन्हें तैर के आना पड़ेगा। जितनी देर उन्हें तैर कर किले तक आने में लगेगी तब तक किले के सिपाही अलर्ट हो जायेंगे। बिजनेस की दुनिया में एक वाक्य होता है- "Wide Economic Moat" इसकी वजह से किसी भी कंपनी की कॉम्पिटिटर कंपनियां उनके कस्टमर्स को छीन नहीं पाते हैं। 

ऐसी कंपनियों में निवेश करना सही होता है क्योंकि इन कंपनियों से मिलने वाला डिविडेंड कुछ वर्षों में आपके कुल निवेशित अमाउंट से भी ज्यादा हो जाता है। इसलिए Warren Buffett आज को कल के लिए सैक्रिफाइस करते हैं। और लॉन्ग-टर्म के लिए इंवेस्टिड रहते हैं। आप ऐसा तभी कर पाएंगे जब आपके पास इन्वेस्ट माइंडसेट होगा।

कमजोर और असफल लोगों की एक निशानी होती है कि वे ज्यादा लंबे समय के लिए सोच नहीं पाते हैं। दूसरी तरफ दुनिया के सभी सफल और अमीर लोग जैसे बिजनेसमैंन और सफल इन्वेस्टर हमेशा लम्बे समय का सोचकर की योजनाएं बनाते हैं। तभी वह इतने ज्यादा सफल भी होते हैं। 

शार्ट-टर्म में पैसा कम होता है इसलिए अगर आपको जल्दी अमीर बनना है। तो आपको दूसरों की जेब का पैसा अपनी जेब में डालना होगा। जैसे लॉटरी जीतने वाले होते हैं। किन्तु लॉन्ग-टर्म में पैसा ज्यादा होता है जैसे जॉब्स, कंपनियां और बिजनेस आदि। अन्यथा आज भी हम जंगल में होते और शिकार कर रहे होते। Buffett portfolio के शायरों के बारे में जानें। 

इन्वेस्टिंग जल्दी शुरू करें

Warren Buffett ने बचपन में ही पिनबॉल का बिजनेस शुरू कर दिया था। इसके लिए उन्होंने पुरानी पिनबॉल मशीन खरीदकर हेयर कटिंग सैलून में रख दी थी क्योंकि वहाँ पर लोगों को अपनी बारी आने का इंतजार करना पड़ता था। इसलिए वे टाइमपास करने के लिए गेम खलने लगते थे। 

उस समय बफेट बहुत छोटे थे परन्तु उन्हें पता था कि सैलून के मालिक उनका फायदा उठा सकते हैं। अतः वह उनसे कहते थे कि वह अपने बॉस के बिहाफ पर आये हैं। जबकि हकीकत में बफेट खुद ही अपने बॉस थे। काफी कम उम्र में उन्होंने अपना बिजनेस और इन्वेस्टमेंट शुरू किया था। 

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9 वर्ष की उम्र में बफेट ने कोक बेचने का बिजनेस शुरू किया और 10 वर्ष की उम्र में उन्होंने फुटबॉल के मैदान में मूंगफली बेचने का काम किय था। 11 वर्ष की उम्र में बफेट ने 120 डॉलर खुद कमाकर एकत्र कर लिए थे। जो उस समय के हिसाब से काफी बड़ी रकम थी। 12 वर्ष की उम्र में बफेट ने घर-घर जाकर अख़बार बेचने का काम किया जिससे उन्हें हर महीनें तनख्वाह मिलती थी। 

बाद में Warren Buffett उस यूनिवर्सिटी में पढ़ने गए जहाँ पर बेंजामिन ग्राहम उनके प्रोफ़ेसर थे। उन्होंने बैंजामिन ग्राहम की लिखी हुई सभी किताबें पहले से ही पढ़ी हुई थी। लेकिन फिर भी बफेट उस यूनिवर्सिटी में इसलिए पढ़ने गए कि वह देखना चाहते थे कि ग्राहम कैसे सोचते हैं और लोगों का पैसा किस तरह हैंडल करते हैं। 

इस तरह बहुत कम उम्र में बफेट ने अपना पैसन ( जुनून ) ढूंढ लिया था। आजकल सभी लोग कम से कम स्नातक की पढ़ाई करने के बाद भी जॉब ढूंढते रहते हैं। पढ़ाई केवल तब करते हैं जब कोई एग्जाम देना होता है और हमेशा भाग्य को दोष देते रहते हैं। अगर आप इलोन मस्क जैसे किसी सफल व्यक्ति से पूछेंगे कि सफलता कैसे प्राप्त करें? 

तो मस्क आपसे यही कहेंगे कि Learn More, Try More, Fail More. इस सब से यही सीख मिलती है कि आपको अपने जीवन में पैसा कमाने की शुरुआत जितना जल्दी हो सके करनी चाहिए। फिर चाहे आप कोई साइड बिजनेस शुरू करो कोई हॉबी या इन्वेस्टमेंट। आप जितना जल्दी शुरू करोगे आप उतना ही जल्दी उसे सीखोगे और आप उतना ही जल्दी फाइनेंनशियल फ्रीडम हांसिल करोगे। 

कम्पाउंडिंग का प्रभाव 

यदि आप लगातार लम्बे समय तक छोटा-छोटा अमाउंट भी इन्वेस्ट करते हो तो उसका ब्याज भी ब्याज कमाता है। यदि आप 10 हजार रूपये किसी कंपनी में इन्वेस्ट करते हो तो उसका उसका 5 प्रतिशत 500 रूपये होता है। लेकिन जब वो धीरे-धीरे कुछ वर्षों तक ग्रो होकर एक बड़ा अमाउंट बन जाता है। तब उसका 5 प्रतिशत भी एक बड़ा अमाउंट होगा। यही Compounding Effect होता है। 

यदि आपका अमाउंट बढ़कर 5 लाख रूपये हो जाता है तो उसका 5 प्रतिशत 25,000 रूपये हो जायेंगे। जोकि आपके शुरू में इन्वेस्ट किये गए रुपयों से भी अधिक हैं। यदि आप इसका एक रियल लाइफ उदाहरण लेना चाहें तो आप राकेश झुनझुनवाला जी का ले सकते हैं। जिनका अगस्त 2923 में निधन हो गया था, भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।

राकेश झुनझुनवाला जी ने  2003 में टाइटन कंपनी के शेयर 3 रूपये प्रति शेयर पर खरीदे आजकल इस स्टॉक का प्राइस 3000 रूपये से भी ऊपर ट्रेड कर रहा है। इससे झुनझुनवाला जी  ने करीब 1,00000 प्रतिशत रिटर्न कमाए हैं और अभी भी उनका टाइटन में इन्वेस्टमेंट है। टाइटन के शेयर में मल्टीबैगर रिटर्न देने के बाद भी फिर से,अब मई 2025 में भी Rakesh Jhunjhunwala की कंपनी रेयर इंटरप्राइजेज में टाइटन में अपना निवेश बढ़ाया है। 

आप कल्पना भी नहीं कर सकते कि कम्पाउंडिंग से कितना ज्यादा लाभ कमाया जा सकता है। प्रसिद्ध वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टाइन ने इसे दुनिया का आठवां आश्चर्य कहा था। यही कम्पाउंडिंग रिटर्न Warren Buffett ने अपने इन्वेस्टमेंट को लॉन्ग टर्म होल्ड करके कमाए हैं। आप भी इससे सीख लेकर इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। नैस्डेक

स्नोबॉल वॉरेन बफेट और बिजनेस ऑफ लाइफ बुक के मुख्य बिंदु-


स्नोबॉल का प्रभाव

The Snowball: Warren Buffett and the Business of Life बुक का शीर्षक कंपाउंडिंग की अवधारणा को संदर्भित करता है। इसमें शेयर मार्केट से लॉन्ग टर्म में धन के बढ़ने की तुलना पहाड़ी से लुढ़कने वाले बर्फ के गोले से की गयी है। जो आगे बढ़ते हुए अधिक बर्फ और गति एकत्र करता जाता है। जिसका मतलब मार्केट से होने वाले प्रॉफिट को रीइन्वेस्ट करना और समय के साथ पावर ऑफ़ कम्पाउंडिंग (चक्रवृद्धि ब्याज) का लाभ लेना शामिल है।

प्रारंभिक जीवन पर प्रभाव 

यह किताब Warren Buffett के प्रारंभिक जीवन पर प्रभाव डालती है। इस बुक में बताया गया है कि उनके पिता एक स्टॉकब्रोकिंग फर्म में सेल्समैन का काम किया करते थे। उनके ऑफिस में शेयर मार्केट से सम्बन्धित बहुत सारी किताबें रखी रहती थी। बफेट को बुक्स पढ़ना बहुत अच्छा लगता था। 

उन्होंने बहुत कम समय में अपने पिता के ऑफिस में रखी सभी किताबों को पढ़ डाला था। बफेट ने बचपन में बहुत सारे छोटे-छोटे बिजनेस किये, जिनसे उन्होंने काफी पैसा कमाया था। जिसे उन्होंने शेयर मार्केट में इन्वेस्ट किया था। 

इन्वेस्टमेंट जर्नी

The Snowball: Warren Buffett and the Business of Life किताब में बफेट की शेयर मार्केट की इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजी वेल्यू इन्वेस्टिंग के बारे में बताया गया है। वैल्यू इन्वेस्टिंग उन्होंने कोलंबिया बिजनेस स्कूल में अपने प्रोफ़ेसर बेंजामिन ग्राहम से सीखी है। ग्राहम से उन्होंने सीखा कि स्टॉक्स को उनकी इन्ट्रिंसिक वैल्यू से कम पर खरीदना चाहिए। 

जिससे मूल्य की सुरक्षा होती है। वैल्यू इन्वेस्टिंग के सिद्धांत का पालन करने और लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट की वजह से बफेट को आश्चर्यजनक सफलता हाँसिल करने में सक्षम बनाया है। 
 
कंपनी के बिजनेस को समझकर निवेश करें 
  
इस किताब में बफेट ने बताया है की उन्होंने उन कंपनियों में निवेश किया जिनके बिजनेस को वो समझते हैं। जैसे उन्होंने बचपन में घर-घर जाकर अख़बार बेचे थे तो वह इस बिजनेस को अच्छे से समझते थे। अतः उन्होंने "द वाशिंगटन पोस्ट" न्यूज पेपर के शेयर खरीदे। 

इसी तरह उन्हें कोका कोला ड्रिंक पीने का बचपन से शौक था तो वे इसके बिजनेस को भी अच्छे से समझते हैं इसमें भी बफेट ने निवेश कर रखा है। कहने का मतलब यह है कि कोई भी आम निवेशक अपने दैनिक जीवन में उपयोग किये जाने वाले उत्पादों की उन कंपनियों को निवेश के लिए चुन सकते हैं। जिनके बिजनेस को वह समझते हैं। 

प्रबंधन और पूँजी आवंटन

इस किताब में बफेट के यूनिक डाइवर्सिफिकेशन के सिद्धांत और मैनेजमेंट के तरीकों के बारे में बताया गया है। डायवर्सिफिकेशन का मतलब अलग-अलग स्टॉक्स और सेक्टर में निवेश करना। बफेट बर्कशायर हैथवे की सब्सिडयरीज कंपनियों के CEOs को कंपनियों के हित में फैसले लेने की पूर्ण स्वतंत्रता देते हैं। और उन्हें अपने व्यवसायों को मैनेज करने का भरोसा भी देते हैं।  

इसके अतिरिक्त Warren Buffett सावधानीपूर्वक धन का आवंटन करने के लिए जाने जाते हैं। बफेट हमेशा अपने सिद्धांतों के अनुरूप हमेशा ऐसे मौके की तलाश में रहते हैं जब वह अपने धन को मार्केट मे इन्वेस्ट कर सकें। जिससे उनके शेयरहोल्डर्स को अधिकतम लाभ हो।

परोपकार और व्यक्तिगत जीवन

"The Snowball: Warren Buffett and the Business of Life" किताब के अंत में बफेट के व्यक्तिगत जीवन के बारे में बताया गया है। कि अपार धन होने के बावजूद वह बेहद सादगीपूर्ण जीवन जीते हैं। साथ ही उन्होंने आम लोगों की भलाई के लिए अपनी संपत्ति का 99% हिस्सा बिल एंड मेलिंडा के गेट्स फॉउंडेशन को दान करने का वादा किया है। यह उनकी उदारता और दूसरों के लिए अवसर प्रदान करने के लिए अपने धन का प्रयोग करने के उनके जज्बे को दर्शाता है। 

उम्मीद है, आपको यह स्नोबॉल वॉरेन बफेट और बिजनेस ऑफ लाइफ बुक की जानकारी हिंदी में आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपको यह The Snowball: Warren Buffett and the Business of Life" is a biography of Warren Buffett, in Hindi. आर्टिकल पसंद आया हो तो ऐसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मिडिया पर जरूर शेयर करें। 

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2 टिप्‍पणियां:

  1. हिंदी भाषी युवाओं और शेयर बाजार में रुचि रखने वालों के लिए एक बहुत ही उम्दा प्लेटफार्म है ये। आप से गुजारिश है कि कृपया
    The Intelligent Investor, Investment Psychology Explained (by Martin Pring) जैसी किताबों की भी summary ले आइए। आपको आपके उज्ज्वल भविष्य की हार्दिक शुभकामनाएं।

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