Mutual Funds में Invest करके Wealth कैसे Create करे -in Hindi
Updated September 30, 2024
म्यूच्यूअल फंड्स एक ऐसी कंपनियां होते हैं जो लोगों से पैसे एकत्र करते हैं। उस पैसे को स्टॉक, बांड्स और शार्ट-टर्म डेट जैसी सिक्युरिटीज में इन्वेस्ट करते हैं। म्यूच्यूअल फंड्स की संयुक्त होल्डिंग्स को उनका पोर्टफोलियो कहा जाता है। इन्वेस्टर्स म्यूच्यूअल फंड्स के शेयर खरीदते हैं।
सभी लोग अपने भविष्य के लिए बचत करते है। लेकिन हमे अपनी बचत को सही तरीके से invest करना भी जरूरी है। ताकि हमे अपनी बचत पर अच्छा रिटर्न मिल सके। इसलिए आइए जानते हैं- म्यूच्यूअल फंड्स में इन्वेस्ट करके वेल्थ कैसे बनायें? How to create wealth by investing in mutual funds?
अगर आप म्यूच्यूअल फंड्स के बारे में अधिक जानना चाहते हैं तो आपको योगेश शर्मा द्वारा लिखित म्यूच्यूअल फंड्स में इन्वेस्टमेंट द्वारा मुनाफा कैसे कमाएँ बुक जरूर पढ़नी चाहिए।
आर्टिकल में आप Mutual funds के बारे में विस्तार से जानेगे। ये कैसे काम करते है तथा आप इसमें कैसे investment कर सकते है? यह उन लोगों के लिए है, जो Share market में निवेश करना चाहते हैं। लेकिन उन्हें इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। म्यूचुअल फंड्स में निवेश करना ऐसे लोगों के लिए अच्छा विकल्प है।
जैसा कि आप सभी जानते होंगे कि mutual funds एक प्रसिद्ध investment tool है। जिसमें कोई भी व्यक्ति1000 रूपये से कम में investment की शुरूआत कर सकता है। इसमें बैंक तथा पोस्टऑफ़िस की बचत योजनाओ से काफी अच्छा रिटर्न मिलता है। हायर हाई एंड लोअर लो
Mutual funds में रिस्क तो रहता है, लेकिन सच्चाई यह है कि रिस्क तो जीवन के हर क्षेत्र में ही। इसमें आप समझदारी से निवेश करके अच्छा रिटर्न पा सकते है। इसमें आप SIP (सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के द्वारा 500 रूपये महीने भी आप इन्वेस्ट कर सकते है। इससे रिस्क काफी कम हो जाता है तथा अच्छा रिटर्न मिलता है। Mutual Funds क्या है?
Mutual शब्द काअर्थ है, लोगों का एक साथ आना तथा Funds का मतलब है। कुछ लोगों का अपने पैसे साथ में जमा करना। Stocks या Bonds खरीदने के लिए, तथा कभी-कभी दोनों एक साथ खरीदने के लिए लोग म्यूच्यूअल फंड्स में इन्वेस्ट करते हैं। स्टॉप-लॉस हंटिंग
इस पैसे को pool करके एक फंड हाउस को दे दिया जाता है। Fund house में तेजतर्रार तथा high qualified, मार्केट एक्सपर्ट फंड मैनेजर होते है। जो आपके पैसे को सभालते है। ये फंड मैनेजर आपके पैसे को अलग-अलग कंपनियों में invest करते है।
जो अच्छा प्रदर्शन कर रही हों। ये पैसे को bonds में भी निवेश करते है। जिससे रिस्क कम हो जाता है। इस तरह फंड मैनेजर आपका पोर्टफोलियो बनाते हैं। ऑप्शन डेल्टा
फंड मैनेजर प्रोफेशनल व्यक्ति होते है इसलिए वो आपका पोर्टफोलियो, आपके द्वारा पसंद की गई स्कीम के अनुरूप ही बनाते है। इस तरह आपका पोर्टफोलियो कई अलग-अलग सेक्टर या कंपनियो में निवेश करके बनाया जाता है।
ऐसा इसलिए क्योंकि सभी Stocks तथा सेक्टर एक समय पर एक ही दिशा में और उतनी ही मात्रा में नहीं चलते। जिससे संतुलन बना रहता है तथा रिस्क भी कम हो जाता है। इंस्ट्रिन्सिक वैल्यू
Mutual Funds के प्रकार म्युचूअल फंड्स एक बड़े छाते की तरह है। इसमें बहुत सारी कैटेगरी है, जैसे इक्विटी, डेट में बहुत सारी एसेट क्लास है। यदि आप अपना एक investment portfolio बनाना चाहते है। तो अपना पूरा पोर्टफोलियो mutual funds के अंदर ही बना सकते है।
म्यूच्यूअल फंड्स इक्विटी, डेट, गोल्ड, तथा ग्लोबल फंड्स आदि काफी तरह के फंड्स उपलब्ध है।म्यूच्यूअल फंड्स निम्नलिखित प्रकार के होते हैं- - इक्विट फंड: Equity fund के अंदर लार्ज कैप, मिड कैप तथा स्माल कैप आदि फंड होते है। जैसा कि नाम से ही जाहिर है। लार्ज कैप फंड ब्लू चिप कंपनियों में ही पैसा निवेश करते है। जबकि मिड कैप फंड मिड कैप कंपनियों में पैसा निवेश करते है। तथा स्माल कैप फंड् छोटी कंपनियों में अपना पैसा निवेश करते है। स्माल कैप फंड में जोखिम ज्यादा रहता है परन्तु रिटर्न काफी अच्छा मिलने की संभावना रहती है।
- बैलेंस फंड: Balance funds इक्विटी के साथ-साथ डेट में भी investment करते हैं। जिससे रिस्क कम हो जाता है, यह बहुत अच्छा फंड है। यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी बहुत प्रसिद्ध हो रहा है। जब Stock market गिरता है तब यह इक्विटी फंड की तुलना में कम गिरता है।
- डेट फंड: Debt fund में लम्बे समय के लिए निवेश किया जाता है। डेट फंडस bonds और डिबेंचर आदि में निवेश किया करते हैं। डेट mutual funds के पोर्टफोलियो में कई तरह के बॉन्ड्स है। जैसे गवर्नमेंट सिक्युरिटीज, कॉर्पोरेट्स बॉन्ड्स, कन्वर्टेबल डिबेंचर अदि जिससे रिस्क काफी कम हो जाता है। स्मॉल-कैप
- गोल्ड फंड: Gold fund में निवेश करने के लिए आप गोल्ड फंड में पैसा लगा सकते है। इसका एक बड़ा फायदा है, कि सोने पर जो मेकिंग चार्ज देना पड़ता है। उसके भी पैसे बच जाते है। सोने की रखवाली भी करनी पड़ती है जबकि gold fund को संभालना आसान है।
- ओपन-एंडेड फंड: Open ended fund को आप कभी भी खरीद तथा बेच सकते है। यदि आपको बीच में पैसे की जरूरत है। अथव ये फंडस आपके मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर रहा तो इसे आप जब चाहे बेच सकते है। शेयर मार्केट में इन्वेस्ट
- क्लोज-एंडेड फंड: Close ended fund को केवल ऑफर अवधि के दौरान ही खरीदा जा सकता है। तथा इसे परिपक़्वता अवधि तक होल्ड रखना ही पड़ता है। इसे आप परिपक़्वता अवधि से पहले नहीं बेच सकते।
Updated September 30, 2024
म्यूच्यूअल फंड्स एक ऐसी कंपनियां होते हैं जो लोगों से पैसे एकत्र करते हैं। उस पैसे को स्टॉक, बांड्स और शार्ट-टर्म डेट जैसी सिक्युरिटीज में इन्वेस्ट करते हैं। म्यूच्यूअल फंड्स की संयुक्त होल्डिंग्स को उनका पोर्टफोलियो कहा जाता है। इन्वेस्टर्स म्यूच्यूअल फंड्स के शेयर खरीदते हैं।
सभी लोग अपने भविष्य के लिए बचत करते है। लेकिन हमे अपनी बचत को सही तरीके से invest करना भी जरूरी है। ताकि हमे अपनी बचत पर अच्छा रिटर्न मिल सके। इसलिए आइए जानते हैं- म्यूच्यूअल फंड्स में इन्वेस्ट करके वेल्थ कैसे बनायें? How to create wealth by investing in mutual funds?
आर्टिकल में आप Mutual funds के बारे में विस्तार से जानेगे। ये कैसे काम करते है तथा आप इसमें कैसे investment कर सकते है? यह उन लोगों के लिए है, जो Share market में निवेश करना चाहते हैं। लेकिन उन्हें इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। म्यूचुअल फंड्स में निवेश करना ऐसे लोगों के लिए अच्छा विकल्प है।
Mutual funds में रिस्क तो रहता है, लेकिन सच्चाई यह है कि रिस्क तो जीवन के हर क्षेत्र में ही। इसमें आप समझदारी से निवेश करके अच्छा रिटर्न पा सकते है। इसमें आप SIP (सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के द्वारा 500 रूपये महीने भी आप इन्वेस्ट कर सकते है। इससे रिस्क काफी कम हो जाता है तथा अच्छा रिटर्न मिलता है।
Mutual Funds क्या है?
Mutual शब्द काअर्थ है, लोगों का एक साथ आना तथा Funds का मतलब है। कुछ लोगों का अपने पैसे साथ में जमा करना। Stocks या Bonds खरीदने के लिए, तथा कभी-कभी दोनों एक साथ खरीदने के लिए लोग म्यूच्यूअल फंड्स में इन्वेस्ट करते हैं। स्टॉप-लॉस हंटिंग
इस पैसे को pool करके एक फंड हाउस को दे दिया जाता है। Fund house में तेजतर्रार तथा high qualified, मार्केट एक्सपर्ट फंड मैनेजर होते है। जो आपके पैसे को सभालते है। ये फंड मैनेजर आपके पैसे को अलग-अलग कंपनियों में invest करते है।
जो अच्छा प्रदर्शन कर रही हों। ये पैसे को bonds में भी निवेश करते है। जिससे रिस्क कम हो जाता है। इस तरह फंड मैनेजर आपका पोर्टफोलियो बनाते हैं। ऑप्शन डेल्टा
फंड मैनेजर प्रोफेशनल व्यक्ति होते है इसलिए वो आपका पोर्टफोलियो, आपके द्वारा पसंद की गई स्कीम के अनुरूप ही बनाते है। इस तरह आपका पोर्टफोलियो कई अलग-अलग सेक्टर या कंपनियो में निवेश करके बनाया जाता है।
फंड मैनेजर प्रोफेशनल व्यक्ति होते है इसलिए वो आपका पोर्टफोलियो, आपके द्वारा पसंद की गई स्कीम के अनुरूप ही बनाते है। इस तरह आपका पोर्टफोलियो कई अलग-अलग सेक्टर या कंपनियो में निवेश करके बनाया जाता है।
ऐसा इसलिए क्योंकि सभी Stocks तथा सेक्टर एक समय पर एक ही दिशा में और उतनी ही मात्रा में नहीं चलते। जिससे संतुलन बना रहता है तथा रिस्क भी कम हो जाता है। इंस्ट्रिन्सिक वैल्यू
Mutual Funds के प्रकार
म्युचूअल फंड्स एक बड़े छाते की तरह है। इसमें बहुत सारी कैटेगरी है, जैसे इक्विटी, डेट में बहुत सारी एसेट क्लास है। यदि आप अपना एक investment portfolio बनाना चाहते है। तो अपना पूरा पोर्टफोलियो mutual funds के अंदर ही बना सकते है।
म्यूच्यूअल फंड्स इक्विटी, डेट, गोल्ड, तथा ग्लोबल फंड्स आदि काफी तरह के फंड्स उपलब्ध है।म्यूच्यूअल फंड्स निम्नलिखित प्रकार के होते हैं-
- इक्विट फंड: Equity fund के अंदर लार्ज कैप, मिड कैप तथा स्माल कैप आदि फंड होते है। जैसा कि नाम से ही जाहिर है। लार्ज कैप फंड ब्लू चिप कंपनियों में ही पैसा निवेश करते है। जबकि मिड कैप फंड मिड कैप कंपनियों में पैसा निवेश करते है। तथा स्माल कैप फंड् छोटी कंपनियों में अपना पैसा निवेश करते है। स्माल कैप फंड में जोखिम ज्यादा रहता है परन्तु रिटर्न काफी अच्छा मिलने की संभावना रहती है।
- बैलेंस फंड: Balance funds इक्विटी के साथ-साथ डेट में भी investment करते हैं। जिससे रिस्क कम हो जाता है, यह बहुत अच्छा फंड है। यह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी बहुत प्रसिद्ध हो रहा है। जब Stock market गिरता है तब यह इक्विटी फंड की तुलना में कम गिरता है।
- डेट फंड: Debt fund में लम्बे समय के लिए निवेश किया जाता है। डेट फंडस bonds और डिबेंचर आदि में निवेश किया करते हैं। डेट mutual funds के पोर्टफोलियो में कई तरह के बॉन्ड्स है। जैसे गवर्नमेंट सिक्युरिटीज, कॉर्पोरेट्स बॉन्ड्स, कन्वर्टेबल डिबेंचर अदि जिससे रिस्क काफी कम हो जाता है। स्मॉल-कैप
- गोल्ड फंड: Gold fund में निवेश करने के लिए आप गोल्ड फंड में पैसा लगा सकते है। इसका एक बड़ा फायदा है, कि सोने पर जो मेकिंग चार्ज देना पड़ता है। उसके भी पैसे बच जाते है। सोने की रखवाली भी करनी पड़ती है जबकि gold fund को संभालना आसान है।
- ओपन-एंडेड फंड: Open ended fund को आप कभी भी खरीद तथा बेच सकते है। यदि आपको बीच में पैसे की जरूरत है। अथव ये फंडस आपके मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर रहा तो इसे आप जब चाहे बेच सकते है। शेयर मार्केट में इन्वेस्ट
- क्लोज-एंडेड फंड: Close ended fund को केवल ऑफर अवधि के दौरान ही खरीदा जा सकता है। तथा इसे परिपक़्वता अवधि तक होल्ड रखना ही पड़ता है। इसे आप परिपक़्वता अवधि से पहले नहीं बेच सकते।
कहने का मतलब यह है कि Mutual Funds बहुत तरह के होते है। अलग-अलग आयु वर्ग के लिए अलग-अलग तरह के म्यूच्यूअल फंड्स अच्छे रहते है। क्योंकि हर व्यक्ति के जोखिम सहने की क्षमता अलग होती है। जैसे लार्ज कैप फंड older investor के लिए अच्छे रहते है।
मिडकैप फंड यंग इन्वेस्टर्स के लिए। Mid cap तथा small cap funds में ज्यादा जोखिम लेने वाले इन्वेस्टर्स इन्वेस्ट कर सकते हैं। म्यूच्यूअल फंड्स का फायदा ये है कि इसमें हर तरह के, हर उम्र के हर रिस्क प्रोफाइल के investor के लिए ऑप्शन रहता है। इन्वेस्टर को अपने फंड को ट्रेक करते रहना चाहिए।
Mutual funds कैसे खरीदे?
म्यूच्यूअल फंड्स को आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से खरीद सकते है। इसमें निवेश करने से पहले अच्छी तरह जानकारी कर लें। आप के लिए किस एसेट मैनेजमेंट कम्पनी की कौन सी mutual fund स्कीम सही रहेगी? कम्पनी के प्रॉस्पेक्टस को अच्छी तरह पढ़ लेना चाहिए। एट-द-मनी
म्यूचुअल फंड का पिछला रिकार्ड भी देख ले। आप ऑनलाइन म्यूचुअल फंड को एसेट मैनेजमेंट कम्पनी की साइट से सीधे ही खरीद सकते है। यदि आप के पास Demat account है तो आप अपने स्टॉक ब्रोकर से भी खरीद सकते है।
म्यूचुअल फंड खरीदने के लिए आपको KYC फॉर्म भरना होगा। इसके लिए आपको पेनकार्ड, दो पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड तथा पहचान पत्र की कॉपी देनी होगीं।
उम्मीद है, आपको यह Mutual Funds में Invest करके Wealth कैसे Create करे? आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आये तो इसे सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे।
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