सुजलॉन एनर्जी शेयर ( Suzlon Share Price Target ) प्राइस टार्गेट?

सुजलॉन एनर्जी पिछले कुछ वर्षों से लगातार रवेन्यू दर्ज कर रही है। कंपनी रेवेन्यू FY20 में 2,972 करोड़ रूपये से बढ़कर FY21 में 3,345 करोड़ रूपये और FY22 में 6,581 करोड़रूपये हो गया था। अगले वर्ष, रेवेन्यू थोड़ा कम होकर ₹5,970 करोड़ हो गया। आइए विस्तार से जानते हैं- सुजलॉन एनर्जी ( Suzlon Share Price Target ) प्राइस टार्गेट। Suzlon Share Price Target in Hindi.

                                                                                  
Suzlon Energy



                                                                            

यदि आप स्टॉक्स का फंडामेंटल एनालिसिस करना सीखना चाहते हैं तो आप अंकित गाला और खुशबू गाला द्वारा लिखित शेयर्स का फंडामेंटल एनालिसिस बुक पढ़ सकते हैं। 

Suzlon Energy Company क्लस्टर ग्रह के अग्रणी renewable energy समाधान आपूर्तिकर्ताओं में से एक है। जो दुनिया भर में संपत्ति ऊर्जा स्रोतों को नियंत्रित करने के साधनों में क्रांति ला रहा है। उन्हें फिर से परिभाषित कर रहा है। यह कंपनी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, अफ्रीका और अमेरिका के सत्रह देशों में उपस्थिति है।  

सुजलॉन रिन्यूएबल एनर्जी  प्रणालियों में अपनी मजबूत दक्षताओं के साथ एक हरित कल को शक्ति प्रदान कर रहा है। सुजलॉन ने आधुनिक अनुसंधान एवं विकास और बीस वर्षों के अनुभव से समर्थित मजबूत और विश्वसनीय उत्पादों की एक व्यापक श्रृंखला को खड़ा किया है। सुजलॉन ने अपने प्रोडक्ट को खरीदारों के लिए इष्टतम प्रदर्शन, उच्च पैदावार और निवेश पर अधिकतम रिटर्न सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन किया है। आलोक इंडस्ट्रीज

Suzlon Energy के बारे में 

1995 में एक गुजराती बिजनेस मैन तुलसी तांती जो 20-कर्मचारियों वाली एक कपड़ा कंपनी का मैनेजमेंट संभाल रहे थे। स्थानीय बिजली की अनियमित उपलब्धता और इसकी बढ़ती लागत के कारण उनकी कंपनी की परिचालन लागत बढ़ रही थी। उनका कच्चे माल के बाद सबसे अधिक खर्च बिजली खरीदने पर हो रहा था।

बिजली की अधिक लागत किसी भी कंपनी के प्रॉफिट को प्रभावित करती है। अतः अपनी कंपनी की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए तुलसी तांती जी ने विंड एनर्जी प्रोडक्शन का प्लांट लगाया। फिर अपनी खुद की कंपनी की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए wind energy production में चले गए। 

अपनी कंपनी की बिजली की जरूरतों को विंड एनर्जी से पूरा करने के बाद, Tulsi Tanti बड़े स्तर पर अन्य लोगों के लिए विंड एनर्जी प्रड्यूस करने वाले उपकरण बनाने लगे। इस तरह Suzlon Energy  Limited कंपनी की स्थापना हुई। Warren Buffett के investing के नियम

सुजलॉन ने एक ऐसा बिजनेस मॉडल अपनाया। जिसमें ग्राहक अग्रिम पूंजी निवेश के 25% के लिए जिम्मेदार होंगे और सुजलॉन शेष 75% ऋण की व्यवस्था करेगा। शुरुआत में बैंक इस मॉडल के लिए loan देने में झिझक रहे थे। लेकिन 2008 तक कई भारतीय बैंकों ने Suzlon Energy के ग्राहकों के लिए wind energy projects को फाइनेंस करना शुरू कर दिया।

यह कंपनी India  पूरी दुनिया में रिन्यूएबल सेक्टर की प्रमुख खिलाडी है। सुजलॉन एनर्जी का हैडऑफिस पुणे महाराष्ट्र में है। यह दुनिया की प्रमुख टरबाइन निर्माता कंपनियों में से एक कंपनी है। यहाँ एक चीज क्लियर आकर देना जरूरी है कि जीरो कार्बन फुट प्रिंट वाली एनर्जी कंपनियों को रिन्युएबल एनर्जी कहा जाता है। जैसे विंड एनर्जी, Solar Energy और हाइड्रोपावर आदि से उत्पादित एनर्जी को क्लीन एनर्जी या रिन्यूएबल एनर्जी कहा जाता है।  P/E रेश्यो

इसके प्रोडक्ट और सर्विसेस का एक व्यापक पोर्टफोलियो है। जो wind energy जैनरेटर का निर्माण करता है। साथ ही उनका इंस्टालेशन और संचालन के लिए उनका रखरखाव भी करता है। सुजलॉन कंपनी इनोवेटिव ड्राइवन अप्रोच के साथ तकनीकी रूप से उन्नत और कम लागत वाली विंड टर्बाइनों के विकास को बढ़ावा दिया है। जिसने renewable energy को अफोर्डेबल और सुलभ बना दिया है। 

Suzlon energy की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत उपस्थिति है। यह कंपनी अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करने और ईको-फ्रैंडली ऊर्जा समाधानों को बढ़ावा देने के भारत के प्रयासों को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। हाल के वर्षों में वित्तीय चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, सुजलॉन चीजों को बदल रहा है। 

यह कंपनी Renewable Energy की ओर वैश्विक बदलाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यदि आप सोच रहे हैं कि क्या अभी सुजलॉन के share खरीदना अच्छा है? तो इस लेख में इस stock का विश्लेषण आपको एक सही निर्णय लेने में मदद कर सकता है। ऑप्शंस ट्रेडिंग के अच्छे स्टॉक्स

2001 में Tulsi Tanti ने कपडे के बिजनेस को बेच दिया। Suzlon Energy को तुलसी तांती की मृत्यु के बाद उनके भाई Vinod Tanti सक्रिय रूप से चला रहे हैं। जो अब सुजलॉन समूह के अध्यक्ष और मैनेजिंग डायरेक्टर की भूमिका में हैं। 2003 में, सुजलॉन को यूनाइटेड स्टेट अमेरिका के डैनमार एंड एसोसिएट्स से दक्षिण-पश्चिमी मिनेसोटा में 24 टर्बाइनों की आपूर्ति करने का पहला ऑर्डर मिला था। 

इसके अलावा 2003 में सुजलॉन ने बीजिंग में भी एक कार्यालय स्थापित किया। सुजलॉन रोटर कॉर्पोरेशन ने 2006 में USA  में पाइपस्टोन, मिनेसोटा में ब्लेड का उत्पादन शुरू किया। इसके ग्राहकों में विंड कैपिटल ग्रुप भी शामिल है। वर्ष 2006 में, सुजलॉन ने wind turbines के लिए गियरबॉक्स में विशेषज्ञता रखने वाली बेल्जियम की कंपनी हेन्सन ट्रांसमिशन के अधिग्रहण के लिए 565 मिलियन डॉलर में एक निश्चित समझौता किया था। ट्रेडिंग इन द ज़ोन

2007 में, कंपनी ने जर्मनी की सेनवियन (तब RE power systems के रूप में काम कर रही थी) में एक नियंत्रित हिस्सेदारी खरीदी, जिसका मूल्य 1.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। जून 2007 में, सुजलॉन ने अमेरिका के एडिसन मिशन एनर्जी (ईएमई) के साथ 2008 में 2.1 मेगावाट की 150 wind turbines की डिलीवरी और 2009 में इतनी ही मात्रा में डिलीवरी के लिए एक अग्रीमेंट साइन किए थे। ईएमई के पास देय 150 टर्बाइनों को न खरीदने का विकल्प था। 2009 में वितरित किया जाना था, जिसे उसने प्रयोग के लिए चुना है। 

नवंबर 2009 में Suzlon Energy ने 35% हिस्सेदारी बेचने का निर्णय किया। यह निर्णय उसमे अपने कर्ज को रीस्ट्रक्चर करने के लिए किया 370 मिलियन डॉलर में बेचने का निर्णय लिया था। इसके लिए सुजलॉन एनर्जी ने बैंक ऑफ़ अमेरिका मेरिच लिंच और मॉर्गन स्टेनली को मैनेजर और बुक रनर नियुक्त किया था। हेजिंग

मई 2011 में, सुजलॉन ने 2009 के फाइनेंशियल क्राइसिस के बाद लाभ-प्रदता पर लौटने की घोषणा की थी। अक्टूबर 2011 मे Suzlon Energy ने हैनसेन ट्रांसमिशन इंटरनेशनल एनवी में अपनी शेष 26.06% हिस्सेदारी ZF फ्रेडरिकशाफेन एजी को 8.9 बिलियन रूपये (US$110 मिलियन) में बेच दी।

उसी महीने में इसने अधिग्रहण का विरोध करने वाले अल्पसंख्यक शेयरधारकों द्वारा रखी गई। शेष 5% हिस्सेदारी हासिल करके अपनी जर्मन सहायक कंपनी आरईपावर सिस्टम्स (अब सेनवियन) पर पूर्ण नियंत्रण भी हासिल कर लिया। 63 मिलियन यूरो का भुगतान करके स्क्वीज़-आउट प्रक्रिया के माध्यम से अधिग्रहण पूरा किया गयाथा।

30 नवंबर 2013 को सुजलॉन ग्रुप की सहायक कंपनी REpower systems (अब सेनवियन एसई) ने बाल्ड के लिए 106.6 मेगावाट के कुल रेटेड आउटपुट के साथ 52 wind turbines वितरित करने के लिए मित्सुई एंड कंपनी (ऑस्ट्रेलिया) लिमिटेड से इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) अनुबंध जीता। सोलर एनर्जी

Suzlon Energy ने हिस्सेदारी बचकर कर्ज घटाया 

अगस्त 2008 तक सुजलॉन एनर्जी पर 8000 करोड़ से अधिक का कर्ज था। 22 जनवरी 2015 को, सुजलॉन ने अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडयरी कंपनी सेनवियन एसई को 7200 करोड़ रुपये के सौदे में एक निजी इक्विटी फर्म सेंटरब्रिज पार्टनर्स को बेचने की घोषणा की। इस सौदे से सुजलॉन के कर्ज का बोझ कम होने की उम्मीद है। 

एक और इक्विटी निवेश में Sun Pharma company के संस्थापक और प्रबंध निदेशक दिलीप सांघवी द्वारा संचालित दिलीप सांघवी फैमिली एंड एसोसिएट्स (डीएसए) ने 1800 करोड़ रूपये की राशि के लिए सुजलॉन में 23 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने पर सहमति व्यक्त की। इरेडा रिन्यूएबल एनर्जी

इस सौदे से तांती की हिस्सेदारी घटकर 24 प्रतिशत रह जाएगी। लेकिन प्रबंधन नियंत्रण अभी भी तांती परिवार के पास ही रहेगा। इसकी कुल उधारी वित्त वर्ष 2015 में 17810.96 करोड़ रूपये से बढ़कर वित्तीय वर्ष 2016 में 11430.76 करोड़रूपये हो गई। 

17 जनवरी 2017 को Suzlon Energy ने भारत में 10,000 मेगावाट स्थापित wind energy मील का पत्थर हासिल किया। सुजलॉन की 10,000 मेगावाट की पवन स्थापना प्रति वर्ष 5 मिलियन से अधिक घरों को बिजली देने में सक्षम है। सालाना लगभग 21.5 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) उत्सर्जन को संतुलित करती है। जो 1500 मिलियन से अधिक पेड़ लगाने के बराबर है। कंपनी के पास वैश्विक स्तर पर पंद्रह मेन्युफेक्चरिंग प्लांट और 8,000 से अधिक कर्मचारियों का कार्यबल था। पेटीएम

SuzlonEnergy Share Price 

मार्च 2024 में रिन्यूएबल एनर्जी समाधान प्रदाता कंपनी सुजलॉन एनर्जी को जुनिपर ग्रीन एनर्जी से विंड एनर्जी प्रोजेक्ट के लिए बड़ा आर्डर मिला है। सुजलॉन जुनिपर ग्रीन एनर्जी के लिए 72.45 मेगावाट विंड पावर प्रोजेक्ट विकसित करेगा। कंपनी गुजरात के द्वारका जिले में ग्राहक की साइट पर हाइब्रिड लैटिस ट्यूबलर (एचएलटी) टावर और प्रत्येक की रेटेड क्षमता 3.15 मेगावाट के साथ 23 पवन टरबाइन जनरेटर (डब्ल्यूटीजी) स्थापित करने के लिए तैयार है। मल्टीबैगर स्टॉक्स

भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों में कंपनी के शेयर की कीमत 2008 में चरम पर 460 रूपये के करीब थी। 2019 और 2020 में सुजलॉन एनर्जी के शेयर ने 02 रूपये से कम का शेयर प्राइस भी छुआ था। इसके बाद कंपनी की स्थिती में सुधार हुआ है। सुजलॉन एनर्जी ने अपने कर्ज को अब काफी कम किया है। इस वर्ष 2024 में इस कंपनी ने 50.60 का 52 सप्ताह ( 52 week high ) प्राइस को छुआ था। Suzlon Energy के बारे में विस्तृत रूप से जानकर अब आप इसके प्राइस का अनुमान सहज ही लगा सकते हैं।

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