ITM, OTM, ATM: ऑप्शन ट्रेडिंग में इन-द-मनी, आउट-ऑफ-द-मनी, एट-द-मनी क्या हैं?
अगर आप भी ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं तो आप ने 'ITM, ATM, OTM का नाम जरूर सुना होगा। इन नामों को सुनकर आपको कंफ्यूशन भी जरूर हुआ होगा। इस आर्टिकल में इसी कंफ्यूशन को दूर किया जायेगा कि ITM, ATM, OTM क्या होते हैं? इन्हें कैसे पहचानें?
ITM का फुलफॉर्म 'इन द मनी' होता है और ATM का फुलफॉर्म 'एट द मनी' होता है। इसी तरह OTM का फुलफॉर्म 'आउट ऑफ द मनी' होता है। चलिए विस्तार से जानते हैं- ऑप्शन ट्रेडिंग में इन द मनी, आउट ऑफ द मनी, एट द मनी क्या होते हैं? ITM, ATM, OTM in Option trading In Hindi.
यदि स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको एक बार प्राइस एक्शन ट्रेडिंग बुक जरूर पढ़ना चाहिए।
बेसिक ऑप्शन टर्म (Basic Option Term)
वह ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट जिसकी इन्ट्रिंसिक वैल्यू होती है, वह 'इन द मनी' (ITM) ऑप्शन होता है। जिस ऑप्शन की इन्ट्रिंसिक वैल्यू नहीं होती है, वह 'आउट ऑफ़ द मनी' (OTM) ऑप्शन होता है। यदि ऑप्शन का स्ट्राइक प्राइस, करंट स्पॉट प्राइस के बराबर होता है तो उस ऑप्शन को 'एट द मनी' (ATM) ऑप्शन कहा जाता है।
इस आर्टिकल में यूज होने वाली कुछ टर्म हैं, Option trading को समझने के लिए आपको इनका मतलब पता होना चाहिए। इनकी वजह से आप आईटीएम, एटीएम, ओटीएम ऑप्शंस को आसानी से समझ पाएंगे। ये टर्म निम्नलिखित हैं-
- स्ट्राइक प्राइस: ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट में स्ट्राइक प्राइस वह प्राइस होता है, जिस पर अंडरलेइंग एसेट खरीदा और बेचा जाता है।
- स्पॉट प्राइस: ऑप्शन ट्रेडिंग में स्पॉट प्राइस वह लेटेस्ट (current) प्राइस होता है। जिस पर ऑप्शन को खरीदा और बेचा जाता है।
- इन्ट्रिंसिक वैल्यू: इसे आंतरिक मूल्य भी कहा जाता है। ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट की वह कीमत जिसकी खरीददार के द्वारा कॉन्ट्रेक्ट से अपेक्षा की जाती है उसके माप को इन्ट्रिंसिक वैल्यू कहते हैं। ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट की इन्ट्रिंसिक वैल्यू अंडरलेइंग सिक्युरिटी के शेयर का प्राइस और ऑप्शन के स्ट्राइक प्राइस के बीच का अंतर होता है। मान लीजिये बैंक निफ्टी 41540 पर चल रहा है। आप इसकी 41500 की कॉल खरीदते है तो इस कॉल की इन्ट्रिंसिक वैल्यू = 41540-41500 = 40 है। ऑप्शन की इन्ट्रिंसिक वैल्यू पॉजिटिव या जीरो हो सकती है लेकिन कभी भी नेगेटिव नहीं हो सकती है। ऑप्शन चैन
ऑप्शन ट्रेडिंग में ITM, ATM, OTM क्या हैं?
ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट moneyness टर्म के आधार पर तीन कैटेगरी में बाँटा जा सकता है। ऑप्शन मनीनेस ऑप्शन ट्रेडर्स को यह फैसला लेने में सहायता करता है कि क्या वह एक ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट से तुरंत प्रॉफिट कमा सकता है। इसे समझने के लिए तीन मनीनेस टर्म हैं, जिनके द्वारा आप इसे आसानी से समझ सकते हैं। ये तीन टर्म निम्नलिखित हैं-
- At the Money एटीएम (ATM)
- In the Money आईटीएम (ITM)
- Out of the Money ओटीएम (OTM)
At-The-Money option (ATM)
'एट द मनी' ऑप्शन वह ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट होता है, जिसका स्ट्राइक प्राइस, स्पॉट प्राइस के सबसे करीब होता है। चाहे स्ट्राइक प्राइस, स्पॉट प्राइस के सबसे पास हो तो भी उसे At the money 'एट द मनी' (ATM) ऑप्शन माना जायेगा। जैसे निफ्टी का स्पॉट प्राइस 17575 है और निफ्टी ऑप्शन का सबसे पास का स्ट्राइक प्राइस 17600 है। तो इसकी इन्ट्रिंसिक वैल्यू 17600 - 17575 = 25 रूपये हुई। लेकिन इसे इन-द-मनी ऑप्शन ही माना जायेगा।
'एट द मनी' ऑप्शन में इन द मनी और आउट ऑफ द मनी की तुलना में कम प्रीमियम का भुगतान करना पड़ता है। जबकि इस ऑप्शन में प्रॉफिट कमाने की संभवना ज्यादा रहती है। क्योंकि इसमें केवल टाइम वैल्यू होता है तथा इन्ट्रिंसिक वैल्यू नही होती या ना के बराबर होती है।
Out-Of-The-Money option (OTM)
जिस ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट का इन्ट्रिंसिक वैल्यू जीरो होती है, उसे आउट-ऑफ़-द-मनी ऑप्शन कहा जाता है। OTM में कॉल ऑप्शन का स्पॉट प्राइस, स्ट्राइक प्राइस से कम होता है। OTM पुट ऑप्शन का स्ट्राइक प्राइस, स्पॉट प्राइस से कम होता है। 17600 स्ट्राइक प्राइस को ध्यान में रखते हुए, अगर 17800 का स्ट्राइक प्राइस होता है तो इसकी इन्ट्रिंसिक वैल्यू 17600 - 17800 = - 200 रूपये होगी। नेगेटिव इन्ट्रिंसिक वैल्यू को जीरो माना जाता है।
जीरो इन्ट्रिंसिक वैल्यू वाला ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट एक Out of the Money ऑप्शन है। ITM की तुलना में OTM ऑप्शन सस्ते होते हैं। क्योंकि टाइम वैल्यू का ही प्रीमियम देना होता है। यदि आप कॉल ऑप्शन खरीदते हैं तो आपको OTM ऑप्शन चुनना चाहिए क्योंकि यह सस्ता होता है। पुट-कॉल ऑप्शन
In-The-Money option (ITM)
यदि ऑप्शन की इन्ट्रिंसिक वैल्यू होती है, तो उसे 'इन द मनी' (आईटीएम) ऑप्शन कहा जाता है। आईटीएम में कॉल ऑप्शन का स्पॉट प्राइस, स्ट्राइक प्राइस से अधिक होता है। ITM में पुट ऑप्शन का स्पॉट प्राइस, स्ट्राइक प्राइस से कम होता है। यदि निफ्टी का स्पॉट प्राइस 17600 है और आप 17400 की स्ट्राइक प्राइस का कॉल ऑप्शन खरीदना चाहते हैं तो इसकी इन्ट्रिंसिक वैल्यू 17600 - 17400 = 200 होगी।
चूँकि इस ऑप्शन की इन्ट्रिंसिक वैल्यू है तो यह IN the Money कॉल ऑप्शन माना जायेगा। आईटीएम ऑप्शंस के लिए प्रीमियम आमतौर पर ओटीएम और एटीएम की तुलना में अधिक होता है। हाँलाकि इसमें प्रॉफिट कमाने की संभावना अधिक होतीं है। क्योंकि इसके प्रीमियम में इन्ट्रिंसिक वैल्यू और टाइम वैल्यू दोनों शामिल होती हैं।
ITM, ATM, OTM ऑप्शंस की टाइम वैल्यू
यदि आपने ऑप्शंस मार्केट की बारीकियों को समझने का प्रयास किया है। तो आपको सबसे पहले यह जानना चाहिए कि आप किस ऑप्शन में ट्रेडिंग करके प्रॉफिट कमा सकते हैं। आपको ऑप्शन खरीदते समय उसकी टाइम वैल्यू का भी ध्यान रखना चाहिए। टाइम वैल्यू जिसे अंडरलेइंग एसेट की 'एक्सट्रिन्सिक वैल्यू' भी कहा जाता है। यह Option Contract की एक्सपायरी डेट तक के समय की टाइम वैल्यू होती है।
जैसे-जैसे एक्सपायरी डेट नजदीक आती है, टाइम वैल्यू भी घटती रहती है। वर्तमान महीनें में एक्सपायर होने वाले ऑप्शन की तुलना में, तीन महीनें बाद एक्सपायर होने वाले options सबसे ज्यादा महगें होते हैं। यही कारण है, जब किसी ऑप्शन के एक्सपायर होने में अधिक समय बचा होता है, तो ट्रेड के आपके फेवर में होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।
इस लिए Option Trading करते समय ऑप्शंस की टाइम वैल्यू का जरूर ध्यान रखना चाहिए। यदि आप ऑप्शन एक्सपर्ट बनना चाहते हैं तो इस बुक इंटेलिजेंट इन्वेस्टर्स को जरूर पढ़ना चाहिए।
निष्कर्ष: मनीनेस के आधार पर ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्ट्स को ATM, ITM और OTM जैसे ऑप्शंस में विभाजित किया गया है। ऑप्शंस ट्रेडिंग में बहुत सी टर्म्स का उपयोग किया जाता है जैसे- स्ट्राइक प्राइस, लॉट साइज, पुट और कॉल आदि। नए ट्रेडर्स को इन्हें समझना काफी मुश्किल होता है लेकिन एक बेहतर ट्रेडर बनने के लिए इन्हे जरूर सीखना चाहिए।
उम्मीद है,आपको यह ऑप्शन ट्रेडिंग में इन द मनी, आउट ऑफ द मनी, एट द मनी (ITM, ATM, OTM) क्या हैं? आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपको यह ITM, ATM, OTM in Option trading In Hindi. आर्टिकल पसंद आये तो इसे सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें।
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Very Informative thank you.
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