Options Expairy Days: भारतीय शेयर बाजार में ऑप्शंस कॉन्ट्रेक्ट कैसे एक्सपायर होते हैं?

भारतीय शेयर बाजार में, "एक्सपायरी" शब्द आम तौर पर फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस मार्केट में डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी (समाप्ति) को संदर्भित करता है। ट्रेडर्स के बीच किसी भी कन्फ्यूजन या भ्रम को दूर करने के लिए भारतीय स्टॉक एक्सचेंज ने F&O market की मंथली एक्सपायरी प्रत्येक महीने के आखिरी गुरुवार को रखी है। आइए विस्तार से जानते हैं- भारतीय शेयर बाजार में एक्सपायरी के दिन कौन से होते हैं? Options Expiry days in Indian are stock market in Hindi. 

                                                                                      
Expiry days in Indian share market


यदि आप ऑप्शन ट्रेडिंग में एक्सपर्ट बनना चाहते हैं तो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसों का पेड़ कैसे लगाएँ बुक जरूर पढ़नी चाहिए। 

फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस में ट्रेडिंग उन ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स के लिए अच्छी है। जो शार्ट टर्म ट्रेडिंग करना चाहते है और हाई जोखिम लेने को तैयार हैं। F&O जटिल फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट हैं, जिन्हें डेरिवेटिव मार्केट में trade किया जाता है। 

ये कमोडिटी, इंडेक्स और stocks जैसी अंडरलाइंग एसेट से ड्राइव होते हैं। Futures and options की विशेषता यह होती है कि इनके समाप्त होने (expiry date ) की एक पूर्व-निर्धारित तिथि होती है। जब ये समाप्त हो जाते हैं।

5-Day Expiry Week in Indian Stock Market 

भारतीय शेयर मार्केट में सप्ताह के पांचों दिन रोज किसी न किसी इंडेक्स की एक्सपायरी होती है। इससे भारतीय शेयर बाजार के ऑप्शन ट्रेडिंग वॉल्यूम में लगातार उछाल देखा जा रहा है। लगभग प्रत्येक शेयर मार्केट ट्रेडर options trading को एक मौका देने की कोशिश कर रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण फ्यूचर्स ट्रेडिंग की तुलना में ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए कम पैसों की जरूरत होना भी है। 

ऑप्शन ट्रेडिंग में इंडेक्स के वीकली option contracts सबसे ज्यादा फेमस हो रहे हैं। इनकी प्रसिद्धी का कुछ आंकड़ों से सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। अप्रैल से मई 2022 तक Nifty Bank ऑप्शन का औसत दैनिक कारोबार (ADT) 226.6 बिलियन रुपये था। जो अप्रैल से मई 2023 तक 42% बढ़कर 322.1 बिलियन रुपये हो गया। 

इसी अवधि में, FINNIFTY का ADT 84 मिलियन रुपये से बढ़कर INR हो गया। 51.8 बिलियन, आश्चर्यजनक रूप से 61,281% की वृद्धि। हाल ही में लॉन्च किए गए सेंसेक्स डेरिवेटिव्स के trading volume में भी तेजी से वृद्धि देखी जा रही है।

ऑप्शन ट्रेडिंग को और बढ़ावा देने के लिए, एनएसई ने निफ्टी बैंक के weekly expairy को मौजूदा गुरुवार से बदलकर बुधवार को स्थानांतरित कर दिया है। लेकिन मंथली एक्सपरी अभी भी महीने के आखिरी बृहस्पतिवार को ही होती है। 

इससे पहले, NSE ने BANKNIFTY की वीकली एक्सपायरी को शुक्रवार को स्थानांतरित करने की कोशिश की थी। लेकिन बीएसई के अनुरोध के बाद, एनएसई ने अपनी योजना रद्द कर दी क्योंकि इससे BSE SENSEX  और बैंकेक्स डेरिवेटिव्स को सीधी टक्कर मिलती।

जिससे "निफ्टी मिडकैप सेलेक्ट" की वीकली एक्सपायरी जो बुधवार को थी। उसे सोमवार (वीकली और मंथली कॉन्ट्रैक्ट दोनों) में स्थानांतरित कर दिया गया है। तो अब से Indian stock market traders प्रत्येक दिन ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट एक्सपायरी का आनंद ले सकेंगे। इससे ऑप्शन ट्रेडिंग का वॉल्यूम एक नए स्तर पर पहुँच जायेगा। 

रोज अलग-अलग डेरिवेटिव इंस्ट्रमेंट में ट्रेड करने से ऑप्शन ट्रेडर्स अपने मार्जिन का अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग कर पाएंगे। नई व्यवस्था expary day ट्रेडर्स के लिए बहुत आकर्षक है क्योंकि वे थीटा डिके का फायदा उठाकर ऑप्शंस को short-sell करना पसंद करते हैं। अब इस ऑप्शन स्ट्रेटेजी को पूरे सप्ताह लागू किया जा सकता है।

Indian stock market के नए Expary Days 

भारतीय शेयर मार्केट की पाँच दिनों वीकली एक्सपायरी निम्नलिखित प्रकार है-  

1. सोमवार - निफ्टी मिडकैप सेलेक्ट (Nifty Midcap Selcet)

2. मंगलवार - निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज (Nifty Financial Services, or FINNIFTY)

3. बुधवार - निफ्टी बैंक (Weekly)

4. बृहस्पतिवार - निफ्टी 50 (weekly & Monthly) बैंक निफ्टी (Monthly)

5. शुक्रवार - सेंसेक्स और बैंकेक्स (SENSEX & BANKEX) 

Indian stock market में Expairy के प्रकार 

भारतीय शेयर मार्केट में डेरिवेटिव कॉन्ट्रेक्ट्स की वीकली, मंथली और क्वार्टरली एक्सपायरी होती है- 

1. Weekly Expairy 

भारतीय शेयर मार्किट में कुछ स्टॉक्स ऑप्शन और इंडेक्स ऑप्शन हर सप्ताह एक्सपायर होते हैं। इसका सबसे उल्लेखनीय उदाहरण BANKNIFTY और NIFTY हैं। जिनकी साप्ताहिक एक्सपायरी क्रमश प्रत्येक बुधवार और बृहस्पतिवार को होती है। यदि एक्सपायरी के दिन शेयर मार्केट हॉलिडे होता है तो एक्सपायरी एक दिन पहले ही कर दिया जाता है। 

2. Monthly Expary 

Indian stock market में अधिकांश stocks futures और स्टॉक ऑप्शंस की मासिक एक्सपायरी होती है। जो प्रत्येक महीने के आखिरी बृहस्पतिवार को होती है। यदि वृहस्पतिवार को ट्रेडिंग हॉलिडे है तो एक्सपायरी को एक दिन पहले ही हो जाती है। यही नियम इंडेक्स फ्यूचर्स पर भी लागू होते हैं। जो महीने के आखिरी बृहस्पतिवार को एक्सपायर होते हैं। 

3. Quarterly Expairy 

भारतीय शेयर मार्केट में लम्बी अवधि के कुछ f&o contracts की त्रेमासिक एक्सपायरी होती है। जो आमतौर पर प्रत्येक तिमाही (मार्च, जून, सितम्बर,दिसंबर) के अंत में एक्सपायर होते हैं। इन डेरिवेटिव कॉन्ट्रेक्ट्स की तिमाही एक्सपायरी महीनों के आखिरी बहस्पतिवार को होती हैं। 

Expairy Days पर क्या होता है? 

एक्सपायरी डेज में डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स वैध नहीं रह जाते हैं। F&O में किसी भी ओपन पोजीशन का निपटान किया जाना जरुरी होता है। Indian stock market में स्टॉक ऑप्शन के लिए फिजिकल सेटलमेंट और index option के लिए केश सेटलमेंट होता है। 

Expaiy days पर अक्सर हाई ट्रेडिंग वॉल्यूम और हाई वोलेटिलिटी होती है। क्योंकि ज्यादातर ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स अपनी ओपन पोजिशंस को समायोजित या क्लोज करते हैं। ये भारतीय स्टॉक मार्केट के expairy days के सामन्य पैटर्न हैं। 

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