ADX Indicator एडीएक्स इंडिकेटर से Trend Strength पहचानें प्रॉफिटेबल ट्रेडर और बनें!

ADX Indicator: दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला हमेशा कहते थे कि Trend is your friend . यानि शेयर मार्केट में ट्रेंड ही आपका सच्चा दोस्त है। ADX का पूरा नाम एवरेज डायरेक्शनल इंडेक्स ( ADX ) है। इसमें अपट्रेंड को + DI के द्वारा दर्शाया जाता है और डाउनट्रेंड को -DI के द्वारा दर्शाया जाता है। जानते हैं- एडीएक्स इंडिकेटर से Trend Strength पहचानें प्रॉफिटेबल ट्रेडर और बनें!ADX Technical indicator in Hindi. 

ADX Indicator
ट्रेंड ही आपका दोस्त है, लेकिन क्या ट्रेंड मजबूत है? 🤔 ADX इंडिकेटर से जानें कि ट्रेंड में कितना 'दम' है! जब ADX 25 के ऊपर हो, तो ट्रेंड मजबूत होता है।

ADX Indicator क्या है? 

बहुत से ट्रेडर्स की शिकायत होती है कि उनके लेते ही शेयर का प्राइस गिर जाता है। बहुत से ट्रेडर्स की यह शिकायत रहती है कि जैसा अनुमान था। उनके खरीदे शेयर का प्राइस वैसा नहीं बढ़ रहा है। इन परेशानियों की वजह से हताश होकर ट्रेडर्स ट्रैड से बाहर हो जाते हैं और अपना नुकसान कर बैठते हैं।

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 एडीएक्स इंडिकेटर को जे. वेल्स वाइल्डर द्वारा विकसित किया गया था। यह ट्रेडर्स को यह मापने में मदद करता है कि प्राइस ट्रेंड कितनी मजबूती से चलन में है और क्या इसका मोमेंटम बढ़ रहा है या कम हो रहा है। ADX दो इंडेक्स से मिलकर बना है-

  1. Positive Directional Index ( + DI ) 
  2. Negative Directional Index ( - DI ) 
जैसा की ऊपर बताया जा चुका है, कि ADX इंडीकेटर्स दो इंडेक्स से मिलकर बना है। इसका उपयोग ट्रेडर्स द्वारा स्टॉक मार्केट ट्रेंड की स्ट्रेंथ जानने के लिए किया जाता है। मार्केट ट्रेंड मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है-
  1.  अपट्रेंड  
  2. डाउनट्रेंड। 

ADX में इन दोनों को साथ में दो इंडीकेटर्स के द्वारा दर्शाया जाता है। एडीएक्स दोनों इंडीकेटर्स को सुचारू रूप से जोड़ता है। जिसके परिणामस्वरूप एक एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज प्राप्त होता है। एडीएक्स शेयर या मार्केट के मौजूदा ट्रेंड की परवाह किये बिना करंट ट्रेंड की स्ट्रेंथ को बताता है। यानि ट्रेंड कितना शक्तिशाली है या कमजोर है, इसे ADX दर्शाता है।

एडीएक्स इंडिकेटर की कैलकुलेशन मूविंग एवरेज और शेयर के प्राइस की रेंज पर आधारित होती है। इसमें ज्यादातर 14 दिन के मूविंग एवरेज का प्रयोग किया जाता है। ADX को एक सिंगल लाइन के रूप में प्लॉट किया जाता है। जिसमें 0 (Zero) पर सबसे कम और 100 (सौ) पर सबसे ज्यादा ADX का मान होता है। 

14 दिन के मूविंग एवरेज के अनुसार ADX की वैल्यू निकलती है। जिसे आप अपने हिसाब से बदल भी  सकते हैं। 
सभी चार्टिंग सॉफ्टवेयर पर एडीएक्स इंडिकेटर उपलब्ध होता है इसलिए आपको खुद ADX indicator की गणना करने की जरूरत नहीं है। आप एडीएक्स का इस्तेमाल चार्ट पर सभी टाइम फ्रेम में कर सकते हैं। फिर चार्ट एक घंटे का हो या एक वर्ष का, उस पर आप एडीएक्स द्वारा ट्रेंड की स्ट्रेंथ पता कर सकते हैं।  

ADX Indicator की वैल्यू कैसे निकालें? 

एडीएक्स इंडिकेटर की वैल्यू रेंज में बँटी होती है। 25 से नीचे ट्रेंड कमजोर होता है और संख्या 25 से जितनी ज्यादा ऊपर होती है। ट्रेंड उतना ही स्ट्रांग होता है। इंडिकेटर की लाइन अगर राउंडिंग टॉप बनाये। तो इसका मतलब ट्रेंड अब कमजोर हो रहा है। 

इसी तरह अगर एडीएक्स इंडिकेटर की लाइन नीचे से राउंडिंग बॉटम बनाये। तो इसका मतलब अब शेयर प्राइस में मोमेंटम बढ़ रहा है। इसके लिए आपको 25 के ऊपर एक लाइन बना लेनी चाहिए। जिससे बड़ी आसानी से आपको करंट ट्रेंड का पता चल जाएगा। यह फाल्स सिग्नल से भी बचाता है। 

आप ADX Indicator के अनुसार ट्रेंड स्ट्रेंथ की  सारणी बना सकते हैं जो निम्नलिखित प्रकार होती है-                                                 
ADX VALUETREND STRENTH               
0 - 25कमजोर ट्रेंड 
25 - 50 मजबूत ट्रेंड 
50 -75 काफी मजबूत ट्रेंड 
75 - 100 बहुत मजबूत ट्रेंड 

ADX Indicator का उपयोग कैसे करें? 

एडीएक्स को उपयोग ट्रेंड कन्फर्मेशन के लिए किया जा सकता है। कि ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा या नहीं रहेगा। ADX का उपयोग यह निर्धारित करने के लिए भी किया जा सकता है कि ट्रेड की ओपन पोजीशन को कब बंद करना चाहिए। उदाहरण के लिए, जब एडीएक्स 50 से नीचे खिसकना शुरू करता है। यह यह इंगित करता है कि मौजूदा Trend ( रुझान ) में गिरावट संभव है।

 ये भी जानें- 

ADX Indicator का उपयोग करने का एक तरीका यह भी है। कि शेयर को खरीदने और बेचने से पहले ब्रेकआउट का इंतजार करना चाहिए। ब्रेकआउट का कन्फर्मेशन करने के लिए ADX का उपयोग करना चाहिए। एडीएक्स का उपयोग करने का दूसरा तरीका यह है कि इसे, दूसरे technical indicators के साथ जोड़कर देखना चाहिए। 

विशेषकर तब जब इंडिकेटर यह बताये कि शेयर अपट्रेंड में है या डाउनट्रेंड में है। ट्रेंड को ADX Indicator बहुत अच्छे से बताता है। एडीएक्स का उपयोग यह निर्धारित करने के लिए भी किया जा सकता है कि किसी ट्रेड को कब या जल्दी बंद करना चाहिए। जब एडीएक्स स्लाइड पर 50 से नीचे जाने लगता है। इसका मतलब करंट ट्रेंड अब स्ट्रीम खो रहा है यानि कमजोर पड़ रहा है। 

अतः अब प्राइस साइडवे घूम सकते हैं। इसलिए प्राइस में और गिरावट होने से पहले आपको अपना प्रॉफिट बुक कर लेना चाहिए। अथवा ट्रेलिंग स्टॉपलॉस लगाकर प्रॉफिट लॉक कर लेना चाहिए। 

ऑप्शन ट्रेडिंग में ADX Indicator का इस्तेमाल 

आप जिस स्टॉक या इंडेक्स में ऑप्शन ट्रेडिंग करना चाहते है। अगर उसकी ADX वैल्यू 25 से नीचे है, तो इसका मतलब प्राइस में मोमेंटम नहीं है। ऐसे में ऑप्शन राइटर यानि कॉल और पुट को बेचने वाले को इसका फायदा होगा। जब प्राइस कंसोलिडेट होते हैं, तब टाइम डिके के कारण कॉल और पुट के प्रीमियम तेजी से घटते हैं। जिससे कॉल और पुट राइटर को फायदा होता है। 

इसी तरह मजबूत ट्रेंड के दौरान सही कॉल या पुट खरीदकर आप ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा कमा सकते हैं। ADX Indicator का इस्तेमाल करते समय इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए। यह केवल ट्रेंड की स्ट्रेंथ को बताता है। अतः इसका इस्तेमाल अन्य टेक्निकल इंडीकेटर्स के साथ ही करना चाहिए। 

ये भी जानें- 
ADX Indicator के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न FAQs 

Q1. एडीएक्स इंडिकेटर क्या है? 

A1. ADX की फुलफॉर्म Average Directional Index ( ADX ) है। इसका उपयोग मार्केट ट्रेंड को निर्धारित और ट्रेंड की स्ट्रेंथ का पता लगाने के लिए किया जाता है। यह एक पावरफुल ट्रेंड इंडिकेटर है। मार्केट के बारे में कहा जाता है कि "ट्रेंड इज योर फ्रेंड" लेकिन ADX इंडिकेटर निश्चित रूप से मार्केट में आपका फ्रेंड कौन है, यह बताने में मदद करता है। 

Q2. क्या ADX एक विश्वसनीय इंडिकेटर है? 

A2. ADX सबसे विश्वशनीय ट्रेंड स्ट्रेंथ इंडिकेटर में से एक है। इसकी सहायता से बहुत से शेयर मार्केट विश्लेषक रेंजिंग मार्केट की पहचान करके उस दिन ट्रेडिंग को अवॉइड करते हैं। यानि उस समय ट्रेडिंग नहीं करते हैं। इस प्रकार ADX Indicator का उपयोग करके ट्रेडर्स फाल्स ब्रेकआउट में फंसने से बच सकते हैं।  

Q3. 2-पीरियड ADX स्ट्रेटेजी क्या है? 

A3. 2-पीरियड ADX ट्रेंड ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी में, आप ट्रेंडिंग मार्केट में कम जोखिम वाली प्रविष्टियों को पकड़ने के लिए 2-पीरियड ADX का उपयोग कर रहे हैं। 2-पीरियड एडीएक्स की अंतर्निहित अवधारणा बाजार में सही ठहराव ढूंढना है। एडीएक्स इंडिकेटर के लिए इतनी छोटी लुक-बैक पीरियड का उपयोग करने से, यह इंडिकेटर बेहद सेंसिटिव हो जाता है। 

Q4. क्या ADX Indicator इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए अच्छा है? 

A4. इंट्राडे ट्रेडर्स भी एडीएक्स इंडिकेटर का उपयोग कर सकते हैं। क्योंकि एडीएक्स इंडिकेटर के द्वारा इंट्राडे ट्रेडर्स मजबूत मार्केट ट्रेंड की पहचान कर सकते हैं । 25 से ऊपर का संकेतक आम तौर पर एक स्ट्रांग ट्रेंड का संकेत माना जाता है। इसलिए इंट्राडे ट्रेडर्स मार्केट ट्रेंड की दिशा में ट्रेड में एंट्री करने के अवसरों की तलाश के लिए इस इंडिकेटर का उपयोग कर सकते हैं। 

Q5. क्या ADX वोलेटिलिटी इंडिकेटर है? 

A5. हाँ, एडीएक्स एक वोलेटिलिटी इंडिकेटर है। जिसका आविष्कार जे. वेल्स वाइल्डर ने किया था। यह मार्केट में मौजूदा वोलेटिलिटी को मापता है। जब मार्केट वोलेटाइल नहीं होता है, तो ADX कम रहता है और तब संभवतः ADX 20 से नीचे रहता है। यानि जब एडीएक्स 20 से कम होता है। तब शेयर मार्केट सामान्यतः स्थिर रहता है। 

उम्मीद है, आपको यह एडीएक्स इंडिकेटर से Trend Strength पहचानें प्रॉफिटेबल ट्रेडर और बनें! आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपको यह ADX Technical indicator in Hindi. आर्टिकल पसंद आये तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करें। शेयर मार्केट के बारे में ऐसी ही ज्ञानवर्धक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप इस साइट को जरूर सब्स्क्राइब करें। यह आर्टिकल आपको कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताएं।

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